भारत में योगासन को प्रतिस्पर्धी खेल के रूप में मान्यता दी गयी

केन्द्रीय खेल मंत्रालय ने योगासन को प्रतिस्पर्धी खेल के रूप में औपचारिक तौर पर मान्यता दी है. इसकी मान्यता 17 दिसम्बर को खेल मंत्री किरेन रिजिजू और आयुष (आयुर्वेद, योग, नैचुरोपैथी, यूनानी, सिद्ध, होम्योपैथी) मंत्री श्रीपाद येस्सो नाईक ने दी. योगासन को प्रतिस्पर्धी खेल के रूप में मान्यता दिए जाने से इसे सरकारी सहायता मिल सकेगी.

पिछले साल योग गुरू बाबा रामदेव की अध्यक्षता में अंतरराष्ट्रीय योगासन खेल महासंघ का भी गठन किया गया था. डॉक्टर एचआर नागेंद्र इसके महासचिव हैं. खेल मंत्रालय इस राष्ट्रीय महासंघ को वित्तीय सहायता देगा ताकि आने वाले साल के लिए यह योजना बना सके. खेलमंत्री किरेन रिजिजू ने कहा कि योगासन को ‘खेलो इंडिया’ कार्यक्रम का भी हिस्सा बनाया जाएगा.

योगासन प्रतिस्पर्धाओं के लिए चार खेलों और सात वर्गों में 51 पदक प्रस्तावित हैं. इनमें योगासन, कलात्मक योग (एकल व युगल), लयबद्ध योग (एकल, समूह), व्यक्तिगत हरफनमौला चैम्पियनशिप और टीम चैम्पियनशिप शामिल है. अगले साल फरवरी में राष्ट्रीय व्यक्तिगत योगासन खेल चैम्पियनशिप का भी प्रस्ताव है.