बीटिंग रीट्रिट के साथ 72वें गणतंत्र दिवस समारोह का समापन हुआ
हर साल 29 जनवरी को विजय चौक पर होने वाले समारोह ‘बीटिंग रीट्रिट’ (Beating Retreat) के साथ गणतंत्र दिवस समारोह का समापन होता है. इस वर्ष बीटिंग द रिट्रीट समारोह नई दिल्ली के ऐतिहासिक विजय चौक पर आयोजित किया गया. इसके साथ ही चार दिन का गणतंत्र दिवस समारोह संपन्न हो गया.
बीटिंग रिट्रीट में सेना, नौसेना, वायु सेना और केन्द्रीय सशस्त्र पुलिस बलों के बैंड मधुर संगीत के साथ कार्यक्रम प्रस्तुत किया गया. कार्यक्रम का प्रारंभ मास्डबैंड द्वारा स्वर्णिम विजय धुन के साथ और इसका समापन लोकप्रिय धुन सारे जहां से अच्छा के साथ हुआ.
बीटिंग रीट्रिट क्या है?
बीटिंग रिट्रीट सदियों पुरानी सैन्य परम्परा है जिसमें सेनाएं युद्ध के दौरान सूर्यास्त के बाद छावनी में लौट जाती हैं. जैसे ही बिगुल बजता है सैनिक लड़ना बंद कर देते हैं, हथियार म्यान में रख दिये जाते हैं और वे युद्ध के मैदान से वापस आ जाते हैं.
यह 1950 के दशक की शुरूआत में उस समय शुरू हुआ जब भारतीय सेना के मेजर रॉबर्ट्स ने बैंड द्वारा प्रदर्शन का अनूठा तरीका विकसित किया था.