उत्‍तराखंड में हिमस्खलन और बाढ़ की दुर्घटना, जानिए क्या है हिमस्खलन

उत्‍तराखंड में 7 फरवरी को हिमस्खलन और बाढ़ की घटना घटी. इस घटना से चमोली जिले का तपोवन (जोशी मठ) क्षेत्र सबसे अधिक प्रभावित हुआ. तपोवन क्षेत्र के पास ऋषिगंगा पनबिजली परियोजना के निकट बर्फीली चट्टानें खिसकने से धौलीगंगा का जल स्‍तर तेजी से बढ़ा है और इससे आस-पास के इलाके में बाढ़ आ गयी.

बाढ़ के कारन ऋषि गंगा नदी पर बनी इस परियोजना का बांध टूटकर बाढ़ के पानी में बह गया. इस घटना के कारण परियोजना में काम कर रहे कई मजदूरों की मौत हो गयी. इस बीच, ग्‍लेशियर से बनी झील के टूटने के तुरंत बाद इस क्षेत्र की कुछ नदियों में अचानक बाढ़ आ गई है.

हिमस्खलन (avalanche) क्या है?

हिमाछादित पर्वतों से बर्फ के चट्टानों के अकस्मात नीचे की ओर खिसकने को हिमस्खलन कहते हैं. किसी पर्वतीय ढलान पर यदि हिम का भार, चट्टान की क्षमता से बढ़ जाये तो हिमस्खलन हो जाता है. हिमस्खलन शुरु होने के बाद ढलान पर नीचे जाता हुआ बर्फ गति पकड़ने लगता है और इसमें बर्फ की और भी मात्रा शामिल होने लगती है. हिमस्खलन से घरों, सड़कों, पुलों को भारी नुकसान होता है बहुत-से लोगों की मृत्यु हो जाती है.