डेली कर्रेंट अफेयर्स
बारिश के पानी को संरक्षित करने के लिए ‘कैच द रेन’ नाम से देशव्यापी अभियान
सरकार ने बारिश के पानी को संरक्षित करने के लिए ‘कैच द रेन’ (Catch the Rain) नाम से देशव्यापी अभियान चलाने की घोषणा की है. इस पहल की घोषणा केंद्रीय जल शक्ति मंत्रालय ने 3 मार्च को की. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इस अभियान में देश के नागरिकों से बढ़ चढ़कर हिस्सा लेने की अपील की है.
‘कैच द रेन’ अभियान: मुख्य बिंदु
- बारिश के पानी को संरक्षित करने के लिए ‘कैच द रेन’ अभियान 1 अप्रैल से 30 जून तक चलाया जायेगा. इस अभियान में सरकार के सात मंत्रालय हिस्सा लेंगे. इसे स्वच्छता अभियान की तर्ज पर इसे चलाया जाएगा.
- इस अभियान में लोगों की भागीदारी के द्वारा मानसून से पहले बारिश के पानी को एकत्रित करने वाली जगहों को साफ करने सुरक्षित बनाने पर जोर रहेगा. यह अभियान देश के 623 जिलों में चलेगा. गांवों को भी योजना से जोड़ा जाएगा.
- इस दौरान लोगों को जल के महत्व के बारे में जागरूक बनाने का एक बड़ा अभियान छेड़ा जाएगा. इसमें पौने दो लाख नेहरू युवा केंद्रों की भूमिका को और कारगर बनाने पर जोर दिया जाएगा.
- वर्ष 2019 में जुलाई से सितंबर के बीच देश के 252 जिलों में अभियान चलाया गया था. इस दौरान भूजल की भारी कमी वाले चिह्नित ब्लॉक, जिलों और राज्यों को लक्षित करके 6,000 करोड़ रुपये की लागत वाली अटल भूजल योजना शुरू की गई. इस बार यह अभियान देशव्यापी होगा.
- इस अभियान में रेल और रक्षा मंत्रालय की भूमिका बहुत बड़ी होगी. इन दोनों मंत्रालयों के पास लाखों हेक्टेयर जमीन पड़ी हुई है, जहां बारिश के पानी को एकत्रित किया जा सकता है. इसके अलावा खाद्य व सार्वजनिक वितरण मंत्रालय, शहरी विकास मंत्रालय, नागरिक उड्डयन, शिक्षा और खेल व युवा मामले मंत्रालय की सहभागिता सुनिश्चित की जाएगी.
भारत और नार्वे के संचालन समिति की बैठक
भारत और नार्वे के संचालन समिति की बैठक 3 मार्च को वर्चुअल माध्यम से आयोजित की गयी थी. बैठक में ऊर्जा, परिवहन, मत्स्य पालन, जलीय, कृषि, पर्यटन आदि क्षेत्रों में मानवीय गतिविधियां कुशल, सुरक्षित और टिकाऊ तरीके से संचालन करने पर सहमति बनी. इस संबंध में 2019 में दोनों देशों के बीच हुए एक समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर किये गये थे.
भारत और नार्वे बैठक: मुख्य बिंदु
- इस बैठक में भारत और नार्वे समुद्री स्थानिक योजना के अंतर्गत अगले पांच वर्ष के लिए महासागरीय क्षेत्र में काम करने के लिए सहमत हुए हैं.
- दोनों देशों ने तटीय क्षेत्रों के आर्थिक और सामाजिक क्षेत्र में अग्रिम विकास के लिए समुद्री संसाधनों के उपयोग पर सहमति जताई है.
- समुद्री स्थानिक योजना के नाम से की गई यह पहल पृथ्वी विज्ञान मंत्रालय द्वारा राष्ट्रीय तटीय शोध संस्थान के माध्यम से लागू की जायेगी.
- इस परियोजना के लिए लक्षद्वीप और पुदुचेरी की पहचान की गई है.
3 मार्च: विश्व वन्यजीव दिवस
प्रत्येक वर्ष 3 मार्च को ‘विश्व वन्यजीव दिवस’ (World Wildlife Day) मनाया जाता है. वर्ष 1973 में इसी दिन वन्य जीवों और वनस्पतियों की लुप्तप्राय प्रजातियों के अंतर्राष्ट्रीय व्यापार से संबंधित एक घोषणा पत्र पर हस्ताक्षर किए गए थे.
इस दिवस को मनाने का उद्देश्य वैश्विक स्तर पर विलुप्त संकटापन्न वन्य-जीवों तथा वनस्पतियों के संरक्षण की दिशा में जागरूकता लाना है.
वर्ष 2021 में इस दिवस का मुख्य विषय (Theme)- ‘वन और आजीविका: मानव और पृथ्वी का सतत विकास’ (Forests and Livelihoods: Sustaining People and Planet) है. इसके तहत वनों, वन प्रजातियों और पारिस्थितिक तंत्र सेवाओं की केंद्रीय भूमिका को उजागर करने का प्रयास किया जाएगा ताकि वनों और उसके पास रहने वाले समुदायों के लाखों लोगों की आजीविका को बनाए रखा जाए.
20 दिसंबर, 2013 को संयुक्त राष्ट्र महासभा (UNGA) ने अपनी 68वीं महासभा में इस दिवस को मनाने की घोषणा की थी.
3 मार्च: विश्व श्रवण दिवस
विश्व स्वास्थ्य संगठन (World Health Organisation), प्रत्येक वर्ष 3 मार्च को ‘विश्व श्रवण दिवस’ (World Hearing Day) मनाया जाता है. इस दिवस पर सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में जागरूकता अभियान चलाया जाता है. इस दिवस को मनाने का उद्देश्य कान की सुरक्षा और बधीरता से बचाव के लिए जागरूकता फैलाना है.
इस वर्ष यानी 2021 में विश्व श्रवण दिवस का विषय ‘Hearing care for ALL!: Screen, Rehabilitate, Communicate’ है.
देश-दुनिया: एक संक्षिप्त दृष्टि
सामयिक घटनाचक्र का डेलीडोज
मनप्रीत वोहरा आस्ट्रेलिया में भारत के उच्चायुक्त नियुक्त
वरिष्ठ राजनयिक मनप्रीत वोहरा को आस्ट्रेलिया में भारत का अगला उच्चायुक्त नियुक्त किया गया है. वोहरा 1988 बैच के भारतीय विदेश सेवा के अधिकारी हैं और अभी मैक्सिको में भारत के राजदूत हैं. वोहरा की नियुक्ति ऐसे समय में हुई है जब भारत-आस्ट्रेलिया के संबंध तेजी से आगे बढ़ रहे हैं और खास तौर पर हिन्द प्रशांत क्षेत्र में सहयोग मजबूत हो रहे हैं.
स्वदेश में निर्मित कोविड टीका ‘कोवैक्सीन’ 81 प्रतिशत कारगर
स्वदेश में निर्मित कोविड टीका ‘कोवैक्सीन’ तीसरे चरण के परीक्षण में 81 प्रतिशत कारगर साबित हुई है. इस परीक्षण में 21 स्थानों से 25800 लोगों ने भाग लिया. यह टीका भारत बायोटेक ने भारतीय आयुर्विज्ञान अनुसंधान परिषद (ICMR) के सहयोग से विकसित किया है. भारत बायोटेक के अध्यक्ष और प्रबंध निदेशक डॉक्टर कृष्णा एल्ला ने बताया कि यह टीका कोविड के नए स्ट्रेन से निपटने में भी प्रभावशाली होगा.
केवडिया में तीन दिवसीय संयुक्त कमांडर सम्मेलन
गुजरात के केवडिया में 4-6 मार्च को संयुक्त कमांडर सम्मेलन आयोजित किया जा रहा है. इस वार्षिक आयोजन में तीन सेनाओं की संयुक्त कमान रणनीति, रक्षा क्षेत्र में आत्मनिर्भरता और क्षेत्र में आने वाली चुनौतियों पर विशेष रूप से चर्चा होगी. रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह भारतीय सेना, नौसेना और वायु सेना के शीर्ष कमांडरों को संबोधित करेंगे.