डेली कर्रेंट अफेयर्स
पीवी सिंधु स्विस बैडमिंटन ओपन 2021 की उप-विजेता बनीं
भारत की शीर्ष महिला बैडमिंटन खिलाड़ी पीवी सिंधु, स्विस बैडमिंटन ओपन (Swiss Badminton Open) 2021 के महिला एकल की उप-विजेता रहीं हैं. 8 मार्च को खेले गये इस प्रतियोगिता के फाइनल में स्पेन की कैरोलिना मारिन ने सिंधु को पराजित कर इस ख़िताब की विजेता बनीं. इस प्रकार मारिन ने स्वर्ण जबकि सिंधु ने रजत पदक जीता.
विश्व रैंकिंग में सातवें पायदान पर काबिज सिंधु पिछले 18 महीने में अपना पहला फाइनल मुकाबला खेल रही थी. सिंधु की यह मारिन के खिलाफ लगातार तीसरी हार थी. मारिन ने इससे पहले थाईलैंड में आयोजित दोनों सुपर 1000 स्पर्धा का खिताब अपने नाम किया था. वह HSBC BWAF विश्व टूर फाइनल्स में उप-विजेता रही थी. इस जीत से मारिन ने साल का अपना तीसरा खिताब जीता.
स्विस बैडमिंटन ओपन 2021: एक दृष्टि
- स्विस बैडमिंटन ओपन (Swiss Badminton Open) 2021 प्रतियोगिता 2 से 7 मार्च तक स्विट्जरलैंड के सेंट जेकबशेल में खेला गया था.
- इस प्रतियोगिता के पुरुष एकल का ख़िताब डेनमार्क के विक्टर एक्सेलसेन ने थाईलैंड के कुनलवुत विटिडसन को पराजित कर जीता था.
ऑस्ट्रेलिया ने म्यांमार के साथ रक्षा सहयोग निलंबित किया
ऑस्ट्रेलिया ने म्यांमार के साथ रक्षा सहयोग निलंबित करने और मानवीय सहायता नहीं देने का निर्णय लिया है. यह निर्णय म्यांमार में हुए सैन्य तख्तापलट और यहां ऑस्ट्रेलियाई नागरिक को हिरासत में रखे जाने के कारण लिया गया है.
म्यांमार की सैन्य सरकार ने आर्थिक नीति सलाहकार शॉन टर्नेल को फरवरी 2021 में तख्तापलट के बाद हिरासत में ले लिया था. टर्नेल, आंग सान सू ची की सरकार में सलाहकार का पद संभालने के लिए ऑस्ट्रेलिया से यहां आए थे लेकिन कुछ ही हफ्तों में उन्हें हिरासत में ले लिया गया.
ऑस्ट्रेलिया के विदेश मंत्री मराइज पेन ने म्यांमार के साथ रक्षा प्रशिक्षण कार्यक्रम निलंबित करने की घोषणा 7 मार्च को की. इसमें पांच वर्ष के भीतर करीब 15 लाख ऑस्ट्रेलियाई डॉलर (1.2 मिलियन डॉलर) का खर्च आना था. यह कार्यक्रम गैर युद्धक क्षेत्रों में प्रशिक्षण तक सीमित था.
पेन ने कहा कि ऑस्ट्रेलिया की ओर से म्यांमार को मिलने वाली मानवीय सहायता म्यांमार सरकार और सरकारी संस्थानों को न देकर वहां के सर्वाधिक संवेदनशील और गरीब लोगों की जरूरतों को पूरा करने पर खर्च की जाएगी. इन लोगों में रोहिंग्या समुदाय और अन्य जातीय अल्पसंख्यक लोग भी शामिल है.
35वां बॉक्सम अंतरराष्ट्रीय मुक्केबाजी टूर्नामेंट: भारतीय मुक्केबाजों ने एक स्वर्ण सहित 10 पदक जीते
35वें बॉक्सम अंतरराष्ट्रीय मुक्केबाजी टूर्नामेंट (35th Boxam International Tournament) में भारतीय मुक्केबाजों ने एक स्वर्ण, आठ रजत और एक कांस्य पदक सहित कुल 10 पदक जीत लिए हैं. यह प्रतियोगिता 1 से 7 मार्च तक स्पेन के कास्टेलोन में खेला गया था.
भारतीय विजेता: एक दृष्टि
- भारतीय मुक्केबाज मनीष कौशिक ने 63 किग्रा स्पर्धा वर्ग में स्वर्ण पदक जीता. उन्होंने फाइनल में डेनमार्क के मुक्केबाज को हराकर यह पदक जीता.
- महिलाओं में भारतीय मुक्केबाज सिमरनजीत कौर (60 किग्रा) और पूजा रानी (75 किग्रा) और जैसमीन (57 किग्रा) ने दूसरे स्थान पर रहकर रजत पदक जीता.
- पुरुषों में विकास कृष्ण, मोहम्मद हुसामुद्दीन, आशिष कुमार, सुमी सांगवान और सतीश कुमार ने रजत पदक अपने नाम किया.
- छह बार की विश्व चैम्पियन एमसी मैरीकॉम (51 किग्रा) ने सेमीफाइनल में हार के बाद कांस्य पदक जीता था.
बजरंग पूनिया ने माटियो पैलिकोन रैंकिंग कुश्ती सीरीज में स्वर्ण पदक जीता
भारतीय पहलवान बजरंग पूनिया ने माटियो पैलिकोन रैंकिंग कुश्ती सीरीज (Matteo Pellicone Ranking Series) में स्वर्ण पदक जीत लिया है. उन्होंने पुरुष 65 किग्रा स्पर्धा में यह पदक जीता. यह माटियो पैलिकोन रैंकिंग सीरीज में बजरंग का लगातार दूसरा स्वर्ण पदक था. वह जनवरी 2020 में भी इस श्रृंखला में शीर्ष पर रहे थे.
7 मार्च को रोम में खेले गये इस प्रतियोगिता के फाइनल में पूनिया ने मंगोलिया के पहलवान तुल्गा तुमुर ओचिर को हराया. इससे पहले सेमीफाइनल में बजरंग ने अमेरिका के जोसफ क्रिस्टोफर मैक केना और क्वार्टरफाइनल में तुर्की के सेलिम कोजान को 7-0 को हराया था.
8 मार्च: अन्तर्राष्ट्रीय महिला दिवस
प्रत्येक वर्ष 8 मार्च को अन्तर्राष्ट्रीय महिला दिवस (International Women’s Day) के रूप में मनाया जाता है. यह दिवस समाज में स्त्री-पुरुष समानता लाने, महिलाओं की उपलब्धियां उजागर करने और प्रत्येक क्षेत्र में उनकी भागीदारी बढ़ाने के उद्देश्य से मनाया जाता है.
अन्तर्राष्ट्रीय महिला दिवस 2021 की थीम
इस वर्ष के अन्तर्राष्ट्रीय महिला दिवस का मुख्य विषय (थीम) ‘महिला नेतृत्वः कोविड काल में विश्व में समान भविष्य की प्राप्ति’ (Women in leadership: Achieving an equal future in a COVID-19 world) है.
अन्तर्राष्ट्रीय महिला दिवस का इतिहास
- अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस का विचार सबसे पहले 12वीं सदी में उत्तरी अमरीका और यूरोप में श्रम आंदोलनों की गतिविधियों के दौरान उभरा था.
- अमरीका में पहला राष्ट्रीय महिला दिवस 1908 में न्यूयॉर्क में वस्त्र कामगारों की हडताल के दौरान मनाया गया, जब महिलाओं ने काम की कठिन परिस्थितयों का विरोध किया.
- 28 फरवरी 1909 में सोशलिस्ट पार्टी ऑफ अमेरिका ने न्यूयॉर्क में महिला दिवस का ऐलान किया था.
- संयुक्त राष्ट्र ने 1977 में 8 मार्च को अन्तर्राष्ट्रीय महिला दिवस के रूप में मंजूरी दी और तब से अन्तर्राष्ट्रीय महिला दिवस मनाया जा रहा है.
7 मार्च: जन औषधि दिवस से संबंधित महत्वपूर्ण जानकारी
7 मार्च 2021 को देशभर में ‘जन औषधि दिवस’ के रूप में मनाया गया. प्रधानमंत्री जन-औषधि परियोजना की उपलब्धियों के प्रसार तथा इसे और गति देने के लिए पहली बार 7 मार्च 2019 को ‘जन औषधि दिवस’ मनाया गया था.
योजना का मूल उद्देश्य जेनेरिक दवाओं के बारे में जागरूकता पैदा करना है. जेनेरिक दवाएं अनब्रांडेड दवाएं हैं जो समान रूप से सुरक्षित हैं. वे ब्रांडेड की तुलना में बहुत सस्ती होती हैं.
भारतीय जन औषधि योजना (PMJAY): एक दृष्टि
- प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने 1 जुलाई 2015 को प्रधानमंत्री जन औषधि योजना की घोषणा की थी.
- इस योजना में सरकार द्वारा ‘जन औषधि स्टोर’ बनाए गए हैं, जहां उच्च गुणवत्ता वाली जेनरिक दवाईयां (Generic drug) उपलब्ध करवाई जाती है.
- इन दवाईयों के दाम बाजार मूल्य से 30-50 प्रतिशत कम होते हैं.
जेनेरिक दवा क्या होती है?
जेनेरिक दवा वह दवा है जो बिना किसी पेटेंट के बनायी और वितरित की जाती है. जेनेरिक दवा के फॉर्मुलेशन पर पेटेंट हो सकता है किन्तु उसके सक्रिय घटक (active ingradient) पर पेटेंट नहीं होता. जेनेरिक दवाओं का असर, डोज और इफेक्ट्स ब्रांडेड दवाओं की तरह ही होते हैं.
उदाहरण के तौर पर सामान्य बुखार को कम करने के लिए ‘कॉसिन’ टैब्लेट बहुत पॉपुलर है. कॉसिन टैब्लेट पेरासिटामोल नाम के घटक से बना होता है. कॉसिन की जेनेरिक दवा ‘पेरासिटामोल’ नाम से मौजूद है. लेकिन लोग कॉसिन लेना ही पसंद करते हैं क्योंकि ये बहुत पॉपुलर ब्रांड हो चुका है. इसकी खूब पब्लिसिटी इंटरनेशनल लेवल पर की गई है. वहीं जेनेरिक दवाइयों के प्रचार के लिए कंपनियां पब्लिसिटी नहीं करती.
देश-दुनिया: एक संक्षिप्त दृष्टि
सामयिक घटनाचक्र का डेलीडोज
IPL के 14वें सीजन की घोषणा
भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (BCCI) ने इंडियन प्रीमियर लीग (IPL) के 14वें सीजन की घोषणा कर दी है. 14वां IPL 9 अप्रैल से 30 मई तक खेले जाएंगे. IPL के मुकाबले अहमदाबाद, बेंगलुरु, चेन्नई, दिल्ली, मुंबई और कोलकाता में खेले जाएंगे. फाइनल मुकाबला अहमदाबाद के नरेंद्र मोदी स्टेडियम में होगा. इस टूर्नामेंट का पहला मैच मुंबई इंडियंस और रॉयल चैलेंजर्स बैंगलोर के बीच चेन्नई के एमए चिदंबरम स्टेडियम में होगा.
भारत और बांग्लादेश के बीच बने मैत्री-सेतु का उद्घाटन
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी 9 मार्च को वीडियो कान्फ्रेसिंग के माध्यम से भारत और बांग्लादेश के बीच बने मैत्री-सेतु का उद्घाटन करेंगे. 1.9 किलोमीटर लंबा यह सेतु भारत के सबरूम (त्रिपुरा) को बांग्लादेश के रामगढ़ से जोड़ता है. इस उद्घाटन के साथ ही त्रिपुरा अब बांग्लादेश के चटगांव बंदरगाह तक पहुंच के साथ ‘गेटवे ऑफ नॉर्थ ईस्ट’ बन जायेगा.