बांग्लादेश की आजादी की स्वर्ण जयंती: प्रधानमंत्री मोदी ने मुख्य अतिथि के रूप में हिस्सा लिया

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 26-27 मार्च को बांग्लादेश की यात्रा की थी. कोरोना काल शुरू होने के बाद यह उनकी पहली विदेश यात्रा थी. बांग्लादेश के प्रधानमंत्री शेख हसीना के आमंत्रण पर वे वहां गये थे. उन्हें बांग्लादेश की आजादी के स्वर्ण जयंती कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप में आमंत्रित किया गया था.

शेख मुजीबुररहमान को गांधी शांति पुरस्कार

प्रधानमंत्री मोदी ने ढाका में बांग्लादेश के राष्ट्रीय दिवस पर एक कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के तौर पर हिस्सा लिया. यहां उन्होंने शेख मुजीबुर रहमान को साल 2020 के गांधी शांति पुरस्कार से सम्मानित किया. रहमान की छोटी बेटी और मौजूदा प्रधानमंत्री शेख रेहाना ने यह पुरस्कार ग्रहण किया.

भारत और बांग्लादेश के बीच 5 समझौता ज्ञापनों पर हस्ताक्षर

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 27 मार्च को अपनी बांग्लादेशी समकक्ष शेख हसीना के साथ द्विपक्षीय वार्ता की. इस दौरान दोनों नेताओं ने द्विपक्षीय और परस्पर हितों के व्यापक मुद्दों पर चर्चा की.

भारत और बांग्लादेश ने आपदा प्रबंधन, खेल और युवा मामलों, व्यापार, प्रौद्योगिकी जैसे प्रमुख क्षेत्रों में समझौता ज्ञापनों (MoU) पर हस्ताक्षर किए.

इस दौरान रूपपुर परमाणु ऊर्जा संयंत्र (Rooppur Nuclear Power Plant) से बिजली की निकासी सुविधाओं के लिए बुनियादी ढांचे की आधारशिला रखी गयी. बंगबंधु-बापू डिजिटल प्रदर्शनी (Banagabandhu-Bapu Digital Exhibition) के बांग्लादेश संस्करण का उद्घाटन भी किया गया.

तीस्ता मुद्दे पर हुई चर्चा

दोनों देशों के बीच तीस्ता मुद्दे पर चर्चा हुई. प्रधानमंत्री मोदी ने समझौते को पूरा करने के लिए भारत के प्रयासों और प्रतिबद्धता को दोहराया. भारतीय पक्ष ने फेनी नदी के पानी के बंटवारे के मसौदे को जल्द अंतिम रूप देने के लिए भी अनुरोध किया.

भारत और बांग्लादेश 6 दिसंबर को ‘मैत्री दिवस’ मनाएंगे

प्रधानमंत्री मोदी और बांग्लादेश की प्रधानमंत्री शेख हसीना ने 6 दिसंबर को ‘मैत्री दिवस’ के रूप में मनाने का फैसला किया है. बांग्लादेश की प्रधानमंत्री शेख हसीना ने भारत की ‘नेबरहुड फर्स्ट पॉलिसी’ की सराहना की. दोनों देशों ने एक दूसरे को अंतरिक्ष क्षेत्र में सहयोग बढ़ाने का भरोसा दिया.

बांग्लादेश यात्रा के मुख्य बिंदु

  • ढाका एयरपोर्ट पर प्रधानमंत्री मोदी की आगवानी में प्रधानमंत्री शेख हसीना खुद मौजूद थीं. यहां उनको ढाका में गार्ड ऑफ ऑनर दिया गया.
  • 26 मार्च को उन्होंने बांग्लादेश के राष्ट्रीय दिवस समारोह व बंगबंधु शेख मुजीबुर रहमान की जन्मशती के अवसर पर आयोजित समारोह में हिस्सा लिया.
  • उन्होंने ढाका के सावर में राष्ट्रीय शहीद स्मारक का दौरा कर यहां पौधारोपण किया. इसके बाद वह ढाका के एक होटल पहुंचे, जहां भारतीय समुदाय के लोगों ने उनका स्वागत किया. वह दाउदी बोहरा समुदाय से भी वह मिले.
  • प्रधानमंत्री मोदी 27 मार्च को जशोरेश्वरी काली मंदिर और ओराकंडी भी गये. यह मंदिर 51 शक्तिपीठों में से एक है. पिछली बार जब प्रधानमंत्री मोदी ने 2015 में बांग्लादेश की यात्रा की थी, तब वह राष्ट्रीय राजधानी में ढाकेश्वरी मंदिर गए थे.
  • प्रधानमंत्री मोदी गोपालगंज के ओराकंडी गये. यहां वह मतुआ समुदाय (Matua Community) के सबसे बड़े तीर्थ स्थल ठाकुरबाड़ी के दर्शन किये. उन्होंने मतुआ समुदाय के प्रतिनिधियों से मुलाकात की.
  • प्रधानमंत्री मोदी ने बांग्लादेश के आशुगंज में सैन्य मेमोरियल बनाए जाने के फैसले के लिए बांग्लादेश सरकार का धन्यवाद किया. यह मेमोरियल 1971 के युद्ध में भारतीय सेना के बलिदान को देखते हुए उनकी याद में बनाया जायेगा.
  • प्रधानमंत्री मोदी ने शेख हसीना को दोनों देशों के राजनयिक संबंधों की गोल्डन जुबली वर्षगांठ पर साल 2022 में भारत दौरे के लिए आमंत्रित किया.
  • प्रधानमंत्री मोदी ने भारत के लिए रवाना होने से पहले बांग्लादेश के राष्ट्रपति अब्दुल हमीद (Abdul Hamid) से मुलाकात की.

बांग्लादेश ने अपनी स्वतंत्रता की स्वर्ण जयंती मनाई

बांग्लादेश ने 26 मार्च को अपनी स्वतंत्रता के 50 वर्ष पूरे होने के अवसर पर राष्ट्रीय दिवस की स्वर्ण जयंती मनाई. इसका मुख्य समारोह राष्ट्रपिता बंगबंधु शेख मुजीबुर्रहमान के जन्म शताब्दी के भव्य उत्सव के साथ मनाया गया.

26 मार्च 1971 को, बांग्लादेश को शेख मुजीबुर्रहमान द्वारा एक स्वतंत्र राष्ट्र के रूप में घोषित किया गया था. उन्होंने बांग्लादेश मुक्ति युद्ध का नेतृत्व किया था, जब भारतीय समर्थन के साथ पाकिस्तान और बांग्लादेश मुक्ति बलों के बीच युद्ध हुआ.