7 मार्च: जन औषधि दिवस से संबंधित महत्वपूर्ण जानकारी

7 मार्च 2021 को देशभर में ‘जन औषधि दिवस’ के रूप में मनाया गया. प्रधानमंत्री जन-औषधि परियोजना की उपलब्धियों के प्रसार तथा इसे और गति देने के लिए पहली बार 7 मार्च 2019 को ‘जन औषधि दिवस’ मनाया गया था.

योजना का मूल उद्देश्य जेनेरिक दवाओं के बारे में जागरूकता पैदा करना है. जेनेरिक दवाएं अनब्रांडेड दवाएं हैं जो समान रूप से सुरक्षित हैं. वे ब्रांडेड की तुलना में बहुत सस्ती होती हैं.

भारतीय जन औषधि योजना (PMJAY): एक दृष्टि

  • प्रधानमंत्री ‪नरेन्द्र मोदी‬ ने 1 जुलाई 2015 को ‪प्रधानमंत्री जन औषधि योजना की घोषणा की थी.
  • इस योजना में सरकार द्वारा ‘जन औषधि स्टोर’ बनाए गए हैं, जहां उच्च गुणवत्ता वाली जेनरिक दवाईयां (Generic drug) उपलब्ध करवाई जाती है.
  • इन दवाईयों के दाम बाजार मूल्य से 30-50 प्रतिशत कम होते हैं.

जेनेरिक दवा क्या होती है?
जेनेरिक दवा वह दवा है जो बिना किसी पेटेंट के बनायी और वितरित की जाती है. जेनेरिक दवा के फॉर्मुलेशन पर पेटेंट हो सकता है किन्तु उसके सक्रिय घटक (active ingradient) पर पेटेंट नहीं होता. जेनेरिक दवाओं का असर, डोज और इफेक्ट्स ब्रांडेड दवाओं की तरह ही होते हैं.

उदाहरण के तौर पर सामान्य बुखार को कम करने के लिए ‘कॉसिन’ टैब्लेट बहुत पॉपुलर है. कॉसिन टैब्लेट पेरासिटामोल नाम के घटक से बना होता है. कॉसिन की जेनेरिक दवा ‘पेरासिटामोल’ नाम से मौजूद है. लेकिन लोग कॉसिन लेना ही पसंद करते हैं क्योंकि ये बहुत पॉपुलर ब्रांड हो चुका है. इसकी खूब पब्लिसिटी इंटरनेशनल लेवल पर की गई है. वहीं जेनेरिक दवाइयों के प्रचार के लिए कंपनियां पब्लिसिटी नहीं करती.