केंद्रीय शिक्षा मंत्री ने महिला सशक्तीकरण पर AICTE लीलावती पुरस्कार 2020 प्रदान किये

केंद्रीय शिक्षा मंत्री श्री रमेश पोखरियाल ‘निशंक’ ने 11 अप्रैल को महिला सशक्तीकरण के लिए विजेताओं को ‘AICTE लीलावती पुरस्कार 2020’ प्रदान किया. नई दिल्ली में आयोजित पुरस्कार समारोह में AICTE के चेयरमैन प्रोफेसर अनिल सहस्रबुद्धे ने भी हिस्सा लिया.

‘महिला सशक्तीकरण’ थीम पर आधारित, AICTE ने कुल 456 प्रविष्टियों में से विजेताओं को चुना, जिन्होंने 6 उप-विषयों में प्रतिस्पर्धा की, जिसमें महिला स्वास्थ्य, आत्मरक्षा, स्वच्छता, साक्षरता, महिला उद्यमिता और कानूनी जागरूकता शामिल हैं.

प्रत्येक उप-विषय के तहत शीर्ष 10 प्रविष्टियों को प्रजेंटेशन के लिए प्रोफेसर सुषमा यादव, कुलपति, बीपीएस महिला विश्वविद्यालय खानपुर कला, हरियाणा और डॉ. विनीता एस. सहाय, निदेशक, आईआईएम बोधगया की अध्यक्षता वाली दो कमेटियों के समक्ष आमंत्रित किया गया था.

मुख्य पुरस्कार विजेता

‘महिला उद्यमिता’ उप विषय में सोना कॉलेज ऑफ टेक्नोलॉजी, तमिलनाडु से SWEAT (सोना महिला उद्यमिता और प्रशिक्षण) ने प्रतियोगिता जीती.

‘डिजिटल साक्षरता’ उप विषय के तहत भारतीय विद्यापीठ ने प्रतियोगिता जीती.
‘साक्षरता’ उप विषय के तहत यह पुरस्कार इंस्टिट्यूट ऑफ मैनेजमेंट एंड एंटरप्रेन्योरशिप डेवलपमेंट पुणे ने जीता.

AICTE लीलावती पुरस्कार: एक दृष्टि

  • AICTE लीलावती पुरस्कार राष्ट्र में नारीत्व को सशक्त बनाने के लिए प्रत्येक वर्ष प्रदान किया जात है. केन्‍द्रीय शिक्षा मंत्री रमेश पोखरियाल निशंक ने 11 अप्रैल 2020 को वर्चुअल तरीके से लीलावती पुरस्‍कार-2020 की शुरूआत की थी.
  • यह अनूठा कार्यक्रम अखिल भारतीय तकनीकी शिक्षा परिषद (AICTE) ने महिला सशक्तिकरण के लिए शैक्षिक पहल के रूप में शुरू किया गया था.