NASA का इन्जेन्यूटी हेलिकॉप्टर मंगल की सतह पर उतरा

अमेरिकी स्पेस एजेंसी (NASA) का हेलिकॉप्टर ‘इन्जेन्यूटी’ (Ingenuity) मंगल की सतह पर सफलतापूर्वक उतरने में सफलता पाई है. इसके साथ ही पृथ्वी के अलावे किसी दूसरे ग्रह पर उतरने वाला यह पहला रोटरक्राफ्ट बन गया है.

मंगल पर रोटरक्राफ्ट की जरूरत इसलिए है क्योंकि वहां की सतह बेहद ऊबड़-खाबड़ है जहां न ऑर्बिटर देख सकते हैं और न रोवर जा सकते हैं. ऐसे में ऐसे रोटरक्राफ्ट की जरूरत होती है जो उड़ कर मुश्किल जगहों पर जा सके और हाई-डेफिनेशन तस्वीरें ले सके.

NASA के मुताबिक अगर एक्सपेरिमेंटल फ्लाइट के दौरान हेलिकॉप्टर टेक ऑफ और कुछ दूर घूमने में सफल रहा तो मिशन का 90% सफल रहेगा. अगर यह सफलता से लैंड होने के बाद भी काम करता रहा तो चार और फ्लाइट्स टेस्ट की जाएंगी.

मंगल पर रात को 130 डिग्री F तक तापमान गिर सकता है और पहली रात इसे झेलने के बाद अगले दिन टीम देखेगी कि Ingenuity का प्रदर्शन कैसा रहा. न सिर्फ यह देखा जाएगा कि क्या हेलिकॉप्टर चल रहा है, बल्कि इसके सोलर पैनल, बैटरी की हालत और चार्ज चेक करेगी और अगले कुछ दिन तक इन पैमानों को ही टेस्ट किया जाएगा.

नासा के पहले मंगल हेलीकॉप्टर का नाम ‘इन्जेन्यूटी’

नासा के पहले मंगल हेलीकॉप्टर का नाम इन्जेन्यूटी (Ingenuity) रखा गया है. यह नाम भारतीय मूल की 17 वर्षीय छात्रा वेनिजा रुपानी ने दिया था. रूपानी ने नासा के ‘नेम द रोवर’ प्रतियोगिता में भाग लेकर इस विषय पर एक निबंध लिखा था. उनके निबंध से ही उनके द्वारा बताए गए नाम को तय किया गया.