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31वां एशियाई मुक्केबाजी चैम्पियनशिप 2021: पदक तालिका में भारत चौथे स्थान पर
31वां एशियाई मुक्केबाजी चैम्पियनशिप (Asian Boxing Championships) 2021 प्रतियोगिता 24 से 31 मई तक संयुक्त अरब अमीरात (UAE) के दुबई में खेला गया था. इस प्रतियोगिता में भारत ने 2 स्वर्ण, 5 रजत और 8 कांस्य पदक सहित कुल 15 पदक जीते.
पदक तालिका में भारत चौथे स्थान पर रहा. इस प्रतियोगिता में शीर्ष स्थान पर कजाकस्थान रहा. उसने 8 स्वर्ण, 6 रजत और 2 कांस्य पदक सहित कुल 16 पदक जीता. उज्बेकिस्तान और मंगोलिया ने क्रमशः दूसरा और तीसरा स्थान प्राप्त किया.
भारतीय दल से संजीत कुमार (91 kg पुरुष वर्ग) और पूजा रानी (75 kg महिला वर्ग) ने स्वर्ण पदक जीते. भारतीय मुक्केबाज मैरी कॉम इस चैंपियनशिप के फाइनल में कजाकिस्तान के नाज़िम किजाइबे (Nazym Kyzaibay) से हार गईं.
भारतीय विजेता दल: एक दृष्टि
स्वर्ण पदक: संजीत कुमार और पूजा रानी.
रजत पदक: अमित पंघाल, शिव थापा, मैरी कॉम, लाल बुअत सैनी और अनुपमा कुंडू.
कांस्य पदक: वरिंदर सिंह, विकास कृष्ण यादव, शाहीन मौसवी, मोनिका, साक्षी चौधरी, जैस्मीन, सिमरनजीत कौर, लवलीना बोरगोहेन और स्वीटी बूरा.
भारत में विश्व का पहला नैनो यूरिया विकसित किया गया
भारत में विश्व का पहला नैनो यूरिया विकसित किया गया है. इसका विकास इंडियन फार्मर्स फर्टिलाइजर कोआपरेटिव लिमिटेड (IFFCO) ने किया है. यह यूरिया इफको के वैज्ञानिकों और इंजीनियरों ने अनुसंधान के बाद स्वदेशी और प्रोपाइटरी तकनीक के माध्यम से कलोल स्थित नैनो जैव-प्रौद्योगिकी अनुसंधान केन्द्र में तैयार किया है. यह नवीन उत्पाद ‘आत्मनिर्भर भारत’ और ‘आत्मनिर्भर कृषि’ की दिशा में एक सार्थक कदम है.
इफको नैनो यूरिया (Nano Urea): मुख्य बिंदु
- यह यूरिया तरल (Liquid) के रूप में है. इसके 500 ml की एक बोतल में 40,000 PPM नाइट्रोजन होता है जो सामान्य यूरिया के एक बैग के बराबर नाइट्रोजन पोषक तत्व प्रदान करेगा.
- इफको नैनो यूरिया का उत्पादन जून 2021 तक आरंभ होगा. इसके एक बोतल (500 ml) की कीमत 240 रुपये निर्धारित की है जो सामान्य यूरिया के एक बैग के मूल्य से 10 प्रतिशत कम है.
- नैनो यूरिया को सामान्य यूरिया के प्रयोग में कम से कम 50 प्रतिशत कमी लाने के प्रयोजन से तैयार किया गया है.
नैनो यूरिया तरल का आकार छोटा होने के कारण इसे पॉकेट में भी रखा जा सकता है जिससे परिवहन और भंडारण लागत में भी काफी कमी आएगी.
इफको नैनो यूरिया की विशेषता
- इफको नैनो यूरिया तरल को पौधों के पोषण के लिए प्रभावी व असरदार पाया गया है. इसके प्रयोग से फसलों की पैदावार बढ़ती है तथा पोषक तत्वों की गुणवत्ता में सुधार होता है.
- नैनो यूरिया भूमिगत जल की गुणवत्ता सुधारने तथा जलवायु परिवर्तन व टिकाऊ उत्पादन पर सकारात्मक प्रभाव डालते हुए ग्लोबल वार्मिंग को कम करने में अहम भूमिका निभाएगा.
- किसानों द्वारा नैनो यूरिया तरल के प्रयोग से पौधों को संतुलित मात्रा में पोषक तत्व प्राप्त होंगे और मिट्टी में यूरिया के अधिक प्रयोग में कमी आएगी. यूरिया के अधिक प्रयोग से पर्यावरण प्रदूषित होता है, मृदा स्वास्थ्य को नुकसान पहुंचता है, पौधों में बीमारी और कीट का खतरा अधिक बढ़ जाता है, फसल देर से पकती है और उत्पादन कम होता है. साथ ही फसल की गुणवत्ता में भी कमी आती है.
इफको (IFFCO): एक दृष्टि
इफको (Indian Farmers Fertiliser Cooperative) विश्व का सबसे बड़ा उर्वरक सहकारिता संस्था है. इफको का पंजीकरण 3 नवम्बर 1967 को का एक बहुएकक सहकारी समिति के रूप में किया गया था. बहुराज्य सहकारी सोसाइटीज अधिनियम, 1984 व 2002 के अधिनियमन के साथ यह एक बहुराज्य सहकारी समिति के रूप में पंजीकृत है. यह समिति प्रमुख रूप से उर्वरकों के उत्पादन और विपणन का कार्य करती है.
WHO ने भारत में पाए गये कोरोना वायरस वैरिएंट्स का नाम ‘डेल्टा’ दिया
विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) ने कोरोना वायरस के वैरिएंट्स (स्ट्रेन) का नामकरण किया है. WHO के मुख्य वैरिएंट्स को आसानी से याद रखने के लिए इसका नाम रखा गया है. WHO ने कोरोना वेरिएंट्स के नामकरण के लिए ग्रीक भाषा के अल्फाबेट्स का इस्तेमाल किया है.
मुख्य बिंदु
भारत में दूसरी लहर के लिए जिम्मेदार कोरोना वायरस वैरिएंट B.1.617.2 (Corona Virus Variants B.1.617.2) का नाम ‘डेल्टा’ (Delta Strain) रखा है. वहीं, भारत में ही मिले वायरस के दूसरे स्ट्रेन (B.1.617.1) का नाम ‘कप्पा’ दिया गया है.
WHO ने ब्रिटेन में पाए गये कोरोना वायरस के वैरिएंट का नाम ‘अल्फा’, दक्षिण अफ्रीका में मिले वैरिएंट का नाम ‘बीटा’, अमेरिका में मिले वेरिएंट का नाम ‘एप्सिलॉन’, ब्राजील में मिले स्ट्रेन का नाम ‘गामा’ और फिलीपींस में मिले स्ट्रेन का नाम ‘थीटा’ रखा है.
उल्लेखनीय है कि, कोरोना के B.1.617.2 स्ट्रेन ‘डेल्टा’ को भारतीय वैरिएंट का नाम दिए जाने पर भारत ने कड़ा ऐतराज जताया था. डेल्टा कोरोना वायरस भारत में कोरोना की दूसरी लहर के लिए जिम्मेदार है.
WHO ने डॉ हर्षवर्धन को तंबाकू नियंत्रण के क्षेत्र में उपलब्धियों के लिए सम्मानित किया
विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) ने केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री डॉ. हर्षवर्धन को तंबाकू नियंत्रण के क्षेत्र में उनकी उपलब्धियों के लिए ‘WHO महानिदेशक विशेष मान्यता पुरस्कार’ से सम्मानित किया है. WHO के महानिदेशक डॉक्टर टेड्रोस अधानोम घेब्रेयेसुस ने इसकी घोषणा 1 जून को की.
WHO हर साल छह WHO क्षेत्रों में से प्रत्येक में व्यक्तियों या संगठनों को तंबाकू नियंत्रण के क्षेत्र में उनकी उपलब्धियों के लिए मान्यता देता है. इसे WHO के महानिदेशक विशेष मान्यता पुरस्कार और विश्व तंबाकू निषेध दिवस पुरस्कारों के नाम से दिया जाता है.
भारतीय स्वास्थ्य मंत्री डॉ. हर्षवर्धन को यह पुरस्कार तंबाकू नियंत्रण के क्षेत्र में उनकी उपलब्धियों के लिए दिया गया है. उनके नेतृत्व ने ई-सिगरेट और गर्म तंबाकू उत्पादों पर प्रतिबंध लगाने के लिए 2019 के राष्ट्रीय कानून में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई थी.
NSO ने वित्त वर्ष 2020-21 के लिए राष्ट्रीय आय के अनंतिम अनुमान जारी किए
राष्ट्रीय सांख्यिकी कार्यालय (NSO), सांख्यिकी और कार्यक्रम कार्यान्वयन मंत्रालय ने 31 मई को वित्त वर्ष 2020-21 के लिए राष्ट्रीय आय के अनंतिम अनुमान जारी किए. ये अनुमान स्थिर (2011-12) और वर्तमान मूल्यों दोनों पर ही जारी किए गये हैं.
मुख्य बिंदु
- वर्ष 2020-21 में स्थिर मूल्यों (2011-12) पर अब वास्तविक (GDP) 135.13 लाख करोड़ रुपये के स्तर पर पहुंचने का अनुमान है, जबकि 2019-20 के लिए GDP का पहला संशोधित अनुमान 145.69 लाख करोड़ रुपये था जो 29 जनवरी, 2021 को जारी हुआ था.
- 2020-21 के दौरान GDP की वृद्धि -7.3 प्रतिशत रहने का अनुमान है, जबकि 2019-20 में यह 4 प्रतिशत रही थी.
- वर्ष 2020-21 में वर्तमान मूल्यों पर जीडीपी के 197.46 लाख करोड़ रुपये के स्तर पर पहुंचने का अनुमान है, जबकि 2019-20 में पहला संशोधित अनुमान 203.51 लाख करोड़ रुपये था. जिससे 2019-20 की 7.8 प्रतिशत बढ़ोतरी की तुलना में -3.0 प्रतिशत बदलाव प्रदर्शित हो रहा है.
- वर्ष 2020-21 की चौथी तिमाही में स्थिर मूल्यों (2011-12) पर जीडीपी 38.96 लाख करोड़ रहने का अनुमान है, जबकि 2019-20 की चौथी तिमाही में यह 38.33 लाख करोड़ रुपये रहा था. इस प्रकार 1.6 प्रतिशत की बढ़ोतरी प्रदर्शित होती है.
1 जून: विश्व दुग्ध दिवस
प्रत्येक वर्ष 1 जून को विश्व दुग्ध दिवस (World Milk Day) के रूप में मनाया जाता है. इस वर्ष यानी 2021 के विश्व दूध दिवस का मुख्य विषय (थीम)- ‘sustainability in the dairy sector with messages on nutrition’ है. पढ़ें पूरा आलेख…»
31 मई: विश्व तंबाकू निषेध दिवस Commit to Quit थीम पर मनाया गया
प्रत्येक वर्ष 31 मई को ‘विश्व तंबाकू निषेध दिवस’ (World No-Tobacco Day) मनाया जाता है. WHO ने इस वर्ष यानी 2021 में इस दिवस का मुख्य विषय (थीम)- ‘Commit to Quit’ रखा था. पढ़ें पूरा आलेख…»