29 जून: राष्‍ट्रीय सांख्यिकी दिवस, पीसी महालानोबिस की जंयती

प्रत्येक वर्ष 29 जून को राष्ट्रीय सांख्यिकी दिवस (National Statistics Day) मनाया जाता है. 29 जून 2021 को 14वां सांख्यिकी दिवस मनाया गया. सरकार, रोजमर्रा की जिंदगी में सांख्यिकी के इस्तेमाल को लोकप्रिय बनाने और नीतियों को तैयार करने में सांख्यिकी के महत्‍व के प्रति जनता को जागरूक करने के लिए यह दिवस मनाती है.

सांख्यिकी दिवस 2021 की थीम

सांख्यिकी दिवस 2021 का मुख्य विषय (थीम)- ‘भूख समाप्त करें, खाद्य सुरक्षा प्राप्त करें और पोषण में सुधार करें और स्थायी कृषि को बढ़ावा दें’ (End hunger, achieve food security and improved nutrition and promote sustainable agriculture.) है.

पीसी महालानोबिस की जंयती

प्रख्यात सांख्यिकीविद प्रशांत चंद्र महालनोबिस का जन्म 29 जून 1893 को कोलकाता में हुआ था. उन्होंने सांख्यिकी में महत्वपूर्ण योगदान दिया था. इसी को ध्यान में रखते हुए 2007 में उनकी जन्मतिथि के अवसर पर हर वर्ष 29 जून का दिन राष्ट्रीय सांख्यिकी दिवस के रूप में मनाने का फैसला किया गया था.

पीसी महालानोबिस: एक दृष्टि

  • प्रशांत चंद्र महालनोबिस बंगाली साइंटिस्ट और अप्लाइड स्टैटिस्टीशन थे. उन्हें पॉप्युलेशन स्टडीज की सांख्यिकी माप ‘महालनोबिस डिस्टेंस’ (Mahalanobis distance) देने के लिए जाना जाता है.
  • वह स्वतंत्र भारत के पहले योजना आयोग (1956-61) के सदस्य भी थे. महालनोबिस ने कोलकाता में भारतीय सांख्यिकी संस्थान (ISI) की स्थापना की थी. उनके इस योगदान के कारण उन्हें भारत में मॉडर्न स्टैटिस्टिक्स का जनक माना जाता है.
  • महालनोबिस को उनके द्वारा विकसित सैंपल सर्वे के लिए याद किया जाता है. इस विधि के अंतर्गत किसी बड़े जनसमूह से लिए गए नमूने सर्वेक्षण में शामिल किए जाते हैं और फिर उससे प्राप्त निष्कर्षों के आधार पर विस्तृत योजनाओं को आकार दिया जाता है.
  • उन्होंने द्वितीय पंचवर्षीय योजना के लिए दो-सेक्टर इनपुट-आउटपुट मॉडल दिया, जिसे बाद में नेहरू-महालनोबिस मॉडल के रूप में जाना जाने लगा.
  • उन्हें देश के द्वितीय सर्वोच्च नागरिक पुरस्कार पद्म विभूषण, ऑक्सफोर्ड विश्वविद्यालय से वेल्डन मेमोरियल, फैलो ऑफ द रॉयल सोसाइटी, लंदन से सम्मानित किया जा चुका है.