राष्ट्रीय अभियान ‘निपुण भारत’ का शुभारंभ

शिक्षामंत्री रमेश पोखरियाल निशंक ने 5 जुलाई को पठन और संख्यात्मक कौशल में प्रवीणता के लिए राष्ट्रीय पहल ‘निपुण भारत’ कार्यक्रम की शुरूआत की थी. इस दौरान एक लघु वीडियो, गीत और निपुण भारत के कार्यान्वयन संबंधी दिशा-निर्देश भी जारी किए गये.

निपुण भारत क्या है?

  • निपुण (NIPUN) का का पूरा नाम “National Initiative for Proficiency in reading with Understanding and Numeracy” है.
  • निपुण भारत अभियान, राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 को लागू करने के लिए उठाए जा रहे कदमों के तहत विद्यालय शिक्षा और साक्षरता विभाग की ओर से किया जाने वाला महत्वपूर्ण प्रयास है.
  • निपुण भारत अभियान का उद्देश्य आमतौर पर सभी के लिए आधारभूत साक्षरता और संख्यात्मक कौशल के अनुकूल माहौल बनाना है.
  • इसके माध्यम से यह सुनिश्चित किया जाएगा कि वर्ष 2026-27 तक तीसरी कक्षा की पढाई पूरी करने वाले सभी बच्चे लिखने, पढने और संख्यात्मक कौशल में अपेक्षित प्रवीणता हासिल कर सकें.

राष्ट्रीय शिक्षा नीति-2020: एक दृष्टि

  • राष्ट्रीय शिक्षा नीति-2020 में शिक्षा की पहुंच, समानता, गुणवत्ता, वहनीय शिक्षा और उत्तरदायित्व जैसे मुद्दों पर विशेष ध्यान दिया गया है. राष्ट्रीय शिक्षा नीति का शुभारंभ स्कूल शिक्षा और साक्षरता विभाग द्वारा 29 जुलाई 2020 को किया गया था.
  • नई शिक्षा नीति के निर्माण के लिये जून 2017 में पूर्व इसरो प्रमुख डॉ के कस्तूरीरंगन की अध्यक्षता में एक समिति का गठन किया गया था. इस समिति ने मई 2019 में ‘राष्ट्रीय शिक्षा नीति का मसौदा’ प्रस्तुत किया था.
  • ‘राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020’ वर्ष 1968 और वर्ष 1986 के बाद स्वतंत्र भारत की तीसरी शिक्षा नीति है. नई शिक्षा नीति में वर्तमान में सक्रिय 10+2 के शैक्षिक मॉडल के स्थान पर शैक्षिक पाठ्यक्रम को 5+3+3+4 प्रणाली के आधार पर विभाजित करने की बात कही गई है.
  • तकनीकी शिक्षा, भाषाई बाध्यताओं को दूर करने, दिव्यांग छात्रों के लिये शिक्षा को सुगम बनाने आदि के लिये तकनीक के प्रयोग को बढ़ावा देने पर बल दिया गया है.