भारतीय नौसेना के लिए स्वदेश-निर्मित नेवल एंटी-ड्रोन सिस्टम बनाने का समझौता

भारतीय नौसेना ने भारत इलेक्ट्रोनिक्स लिमिटेड (BEL) के साथ अपना पहला स्वदेश-निर्मित नेवल एंटी-ड्रोन सिस्टम (NADS) बनाने का समझौता किया है. यह समझौता 31 अगस्त को नौसेना और अनुसन्धान और विकास संगठन (DRDO) के अधिकारियों की उपस्थिति में हुआ. इस एंटी-ड्रोन सिस्टम को रक्षा DRDO ने विकसित किया है और भारत इलेक्ट्रॉनिक्स लिमिटेड द्वारा निर्मित किया गया है.

एंटी-ड्रोन सिस्टम क्या है?

एंटी-ड्रोन सिस्टम काउंटर अनमैन्ड एयरक्राफ्ट प्रणाली पर काम करते हैं. ये सिस्टम दुश्मन ड्रोन्स और मानव-रहित हवाई उपक्रम या किसी भी प्रणाली का पता लगाते हैं और उन्हें रोक सकते हैं. यह देश के सशस्त्र बलों में शामिल होने वाला पहला स्वदेशी रूप से विकसित एंटी-ड्रोन सिस्टम होगा.

एंटी ड्रोन सिस्टम का निर्माण इस तरह की तकनीक से बनाया गया है कि वह इलेक्ट्रो-ऑप्टिकल, इंफ्रारेड सेंसर, रडार और रेडियो फ्रीक्वेंसी की मदद से ड्रोन को डिटेक्ट कर उसे पूरी तरह से जाम कर दे.