नौ नये न्‍यायाधीशों ने उच्‍चतम न्‍यायालय के न्‍यायाधीश के रूप में शपथ ली

तीन महिला न्‍यायाधीशों सहित नौ नये न्‍यायाधीशों ने 31 अगस्त को उच्‍चतम न्‍यायालय में न्‍यायाधीश के रूप में शपथ ली. प्रधान न्‍यायाधीश एन.वी. रमन्‍ना ने नई दिल्‍ली में एक विशेष समारोह में नये न्‍यायाधीशों को शपथ दिलाई. नौ नये न्‍यायाधीशों के नियुक्ति के बाद सुप्रीम कोर्ट के न्यायधीशों की कुल संख्या 33 हो गयी है.

शपथ लेने वालों में कर्नाटक उच्‍च न्‍यायालय के पूर्व मुख्‍य न्‍यायाधीश अभय श्रीनिवास ओका, गुजरात उच्‍च न्‍यायालय के पूर्व मुख्‍य न्‍यायाधीश विक्रमनाथ, सिक्किम उच्‍च न्‍यायालय के पूर्व मुख्‍य न्‍यायाधीश न्‍यायमूर्ति जितेन्‍द्र कुमार महेश्‍वरी, तेलंगाना उच्‍च न्‍यायालय न्‍यायाधीश न्‍यायमूर्ति हिमा कोहली, और कर्नाटक उच्‍च न्‍यायालय की पूर्व न्‍यायाधीश बीवी नागरत्‍ना शामिल हैं.

इनके अलावा केरल उच्‍च न्‍यायालय के पूर्व न्‍यायाधीश न्‍यायमूर्ति सी टी रवि कुमार, मद्रास उच्‍च न्‍यायालय के पूर्व न्‍यायाधीश न्‍यायमूर्ति एम एम सुन्‍दरेश, गुजरात उच्‍च न्‍यायालय के पूर्व न्‍यायाधीश न्‍यायमूर्ति बेला एम त्रिवेदी और पूर्व अपर सॉलिसिटर जनरल पी एस नरसिम्‍हा को न्‍यायाधीश के रूप में शपथ दिलाई गई.

महिला न्यायाधीश

उच्‍चतम न्‍यायालय में तीन महिला न्‍यायाधीशों की नियुक्ति की गयी है. इस नियुक्ति के बाद उच्‍चतम न्‍यायालय में महिला न्यायाधीशों की संख्या चार हो गयी है. न्यायमूर्ति इंदिरा बनर्जी सर्वोच्च न्यायालय में सेवारत महिला न्यायाधीश हैं. उच्‍चतम न्‍यायालय में पहली महिला न्यायाधीश एम. फातिमा बीवी थीं, जिन्हें 1989 में नियुक्त किया गया था.