डेली कर्रेंट अफेयर्स
राष्ट्रपति ने वर्ष 2021 के राष्ट्रीय खेल पुरस्कार प्रदान किए: पुरस्कार पाने वालों की सूची
राष्ट्रपति राम नाथ कोविंद ने 14 नवम्बर को राष्ट्रपति भवन में राष्ट्रीय खेल पुरस्कार (National Sports Awards) 2021 प्रदान किया. इन पुरस्कारों की घोषणा खेल मंत्रालय की चयन समिति के सिफारिश पर की गयी थी. समिति ने इस वर्ष 12 खिलाड़ियों को मेजर ध्यानचंद खेल रत्न पुरस्कार (पूर्व नाम – राजीव गांधी खेल रत्न पुरस्कार), 35 खिलाड़ियों को अर्जुन पुरस्कार, 10 को द्रोणाचार्य और 5 को ध्यानचंद पुरस्कार देने की सिफारिश की थी.
मेजर ध्यानचंद खेल रत्न पुरस्कार
मेजर ध्यानचंद खेल रत्न पुरस्कार को पहले राजीव गांधी खेल रत्न पुरस्कार से जाना जाता था. यह देश का सबसे बड़ा खेल सम्मान है. इस पुरस्कार की शुरुआत 1991–92 में हुई थी. यह पुरस्कार युवा मामले और खेल मंत्रालय द्वारा प्रतिवर्ष प्रदान किया जाता है. इस पुरस्कार के विजेता को ₹25 लाख रुपये पुरस्कार राशि के रूप में दिए जाते हैं. पढ़ें पूरा आलेख…»
रूस ने भारत को एस-400 वायु रक्षा प्रणाली की आपूर्ति शुरू की
रूस ने भारत को सतह से हवा में मार करने वाली एस-400 मिसाइल वायु रक्षा प्रणाली (एयर डिफेंस सिस्टम) की आपूर्ति शुरू कर दी है. इस सिस्टम की पहली यूनिट को जल्द ही सेना में शामिल किया जा सकता है. भारत से पहले चीन ने भी रूस से एस-400 मिसाइल सिस्टम को खरीदा था.
क्या है वायु रक्षा प्रणाली?
वायु रक्षा प्रणाली (एयर डिफेंस सिस्टम) का काम देश में होने वाले किसी भी संभावित हवाई हमले का पता लगाना और उसे रोकना है. यह तमाम तरह के रेडार और उपग्रहों की मदद से जानकारी जुटाता है. इस जानकारी के आधार पर यह बता सकता है कि लड़ाकू विमान कहां से हमला कर सकते हैं. यह एंटी-मिसाइल दागकर दुश्मन विमानों और मिसाइलों को हवा में ही खत्म कर सकता है.
क्या है S-400 डिफेंस सिस्टम?
S-400 को रूस का सबसे उन्नत लंबी दूरी का सतह से हवा (अडवांस लॉन्ग रेंज सर्फेस-टु-एयर) में मारक क्षमता का मिसाइल डिफेंस सिस्टम माना जाता है. यह दुश्मन के क्रूज, एयरक्राफ्ट और बलिस्टिक मिसाइलों को मार गिराने में सक्षम है. यह सिस्टम रूस के ही S-300 का अपग्रेडेड वर्जन है. इस मिसाइल सिस्टम को रूस की सरकारी कंपनी अल्माज-आंते (Almaz-Antey) ने तैयार किया है.
S-400 के रडार 100 से 300 टारगेट ट्रैक कर सकते हैं. 600 किमी तक की रेंज में ट्रैकिंग कर सकता है. इसमें लगी मिसाइलें 30 किमी ऊंचाई और 400 किमी की दूरी में किसी भी टारगेट को भेद सकती हैं. इससे ज़मीनी ठिकानों को भी निशाना बनाया जा सकता है. एक ही समय में यह 400 किमी तक 36 टारगेट को एक साथ मार सकती है.
CBI और ED के निदेशकों के कार्यकाल को पांच साल तक बढ़ाने के लिए अध्यादेश
राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने केन्द्रीय अन्वेषण ब्यूरो (CBI) और प्रवर्तन निदेशालय (ED) के निदेशकों के कार्यकाल को पांच साल तक बढ़ाने के लिए 14 नवम्बर को दो अध्यादेश जारी किये. ये अध्यादेश हैं- केंद्रीय सतर्कता आयोग संशोधन अध्यादेश 2021 और दिल्ली विशेष पुलिस स्थापना संशोधन अध्यादेश 2021.
अध्यादेशों के अनुसार, CBI और ED के निदेशकों को उनके कार्यकाल की समाप्ति से पहले नहीं हटाया जा सकता है. दोनों निदेशकों को दो साल का कार्यकाल पूरा करने के बाद तीन साल तक का विस्तार दिया जा सकता है. अध्यादेशों में कहा गया है, प्रारंभिक नियुक्ति में उल्लिखित अवधि सहित कुल मिलाकर पांच साल की अवधि पूरी होने के बाद आगे कोई विस्तार नहीं दिया जाएगा. मौजूदा समय में CBI और ED के निदेशकों की नियुक्ति की तारीख से उनका दो साल का निश्चित कार्यकाल होता है.
भगवान बिरसा मुंडा की जयन्ती को जनजातीय गौरव दिवस के रूप में मनाया गया
15 नवम्बर को भगवान बिरसा मुंडा की जयन्ती को जनजातीय गौरव दिवस के रूप में मनाया गया. जनजातीय गौरव दिवस मनाये जाने का फैसला हाल ही में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अध्यक्षता में केंद्रीय मंत्रिमंडल ने किया था. इस दिन को भारत की स्वतंत्रता के 75 वर्ष पूरे होने के उपलक्ष्य में घोषित किया गया है.
बिरसा मुंडा को पूरे देश में जनजातीय समुदाय में भगवान माना जाता है. इस दिन वीर स्वतन्त्रता सेनानी बिरसा मुंडा का स्मरण किया जाता है जिससे आने वाली पीढियां देश के लिए उनके बलिदान के बारे में जान सकें.
बिरसा मुंडा: एक दृष्टि
झारखंड राज्य जो पहले बिहार का हिस्सा था, का गठन 15 नवंबर 2000 को हुआ था. झारखंड के सपूत बिरसा मुंडा का जन्म भी 15 नवंबर को ही हुआ था. उनका जन्म 15 नवंबर 1875 को झारखंड के खूंटी जिले के उलीहातू गांव में हुआ था. वह मुंडा जनजाति से संबंधित थे. मुंडा जनजाति ज्यादातर छोटा नागपुर के पाठारों में निवास करती है.
- बिरसा मुंडा ने शुरुआती पढ़ाई के दौरान ही यह समझ लिया था कि अंग्रेज यहां रहने वालों का शोषण करते हैं. स्थानीय जमींदार भी इसमें पीछे नहीं रहते. ये आदिवासियों से बेगार करवाते हैं और अंग्रेज जबरन कर वसूलते हैं. इसलिए उन्होंने अंग्रेजों और जमींदारों के खिलाफ एक सशक्त आदिवासी आंदोलन चलाया और अपने समाज में मौजूद कुछ कुरीतियों को भी हटाने का काम किया.
- उन्होंने आदिवासियों के पिछड़ेपन का सबसे बड़ा कारण अंधविश्वास और अशिक्षा को माना. इसलिए बिरसा ने मुंडाओं के बीच फैली झाड़-फूंक आदि को बेकार बताना शुरू किया. उन्होंने सफाई से रहने पर जोर दिया. यह भी बताया कि सफाई न रखने पर क्या नुकसान होता है. उन्होंने शिक्षा के महत्व को भी समझाया. उन्होंने अपने समाज के लोगों में राजनीतिक चेतना जगाने का काम भी किया.
- बिरसा मुंडा ने लोगों को एकत्रित किया और 1 अक्टूबर 1894 को विद्रोह कर दिया. इन्होंने लगान माफी के लिए भी आंदोलन किया. लोगों ने बेगार करना बंद कर दिया. इससे उस इलाके का काम पूरी तरह ठप हो गया. अगले ही साल इन्हें गिरफ्तार कर लिया गया और 2 साल की सजा हुई. बिरसा के शिष्यों ने अकाल के वक्त भी लोगों की भरपूर सहायता की. इस काम ने उन्हें जीते ही महापुरुष का दर्जा दे दिया. उस दौर में लोग उन्हें ‘धरती बाबा’ कहकर पुकारने लगे.
- झारखंड में बिरसा न सिर्फ सामाजिक व राजनीतिक चेतना के प्रतीक हैं बल्कि वह धार्मिक चेतना के भी अग्रणी माने जाते हैं. बिरसा ने एक नए धर्म का सृजन किया जिसे ‘बिरसाइत धर्म’ कहा जाता है. झारखंड और बिहार में लोग उन्हें भगवान की तरह पूजते हैं.
- बिरसा मुंडा को बड़ा खतरा मानते हुए अंग्रेजों ने उन्हें जेल में डाल दिया और स्लो पॉइजन दिया. इस वजह से वह 9 जून 1900 को 25 साल से भी कम उम्र में शहीद हो गए.
ऑस्ट्रेलिया ट्वेंटी-20 क्रिकेट विश्व कप का विजेता बना
ICC पुरुष T20 विश्व कप 2021 का खिताब ऑस्ट्रेलिया ने जीत लिया है. दुबई इंटरनेशनल स्टेडियम में 14 नवम्बर को खेले गये इस प्रतियोगिता के फाइनल में ऑस्ट्रेलिया ने न्यूजीलैंड को आठ विकेट से पराजित किया.
ऑस्ट्रेलिया ने एक दिवसीय क्रिकेट में रिकॉर्ड पांच बार विश्व ख़िताब जीता है, लेकिन यह ऑस्ट्रेलिया का पहला T20 क्रिकेट विश्व कप खिताब था. वहीं वर्तमान टेस्ट चैंपियन न्यूज़ीलैंड पहली बार T20 विश्व कप के फाइनल में पहुंची थी.
इस मैच में न्यूजीलैंड ने निर्धारित बीस ओवर में 4 विकेट पर 172 रन बनाए थे. जवाब में ऑस्ट्रेलिया ने सात गेंद शेष रहते 2 विकेट के नुकसान पर 173 रन बनाकर मुकाबला जीत लिया. मिचेल मार्श को प्लेयर ऑफ द मैच चुना गया.
ICC T20 विश्व कप 2021
ICC पुरुष T20 विश्व कप (ICC Men’s T20 World Cup) 2021, 17 अक्तूबर से 14 नवम्बर 2021 तक संयुक्त अरब अमीरात (UAE) और ओमान में खेला गया था. इसका आयोजन भारत में होना था लेकिन COVID-19 स्थिति के कारण UAE और ओमान में स्थानांतरित कर दिया गया था. भारतीय टीम इस प्रतियोगिता के सेमीफाइनल में नहीं पहुँच पाई थी.
14 नवंबर: विश्व मधुमेह दिवस, सर फ्रेडरिक बैंटिंग का जन्मदिन
प्रत्येक वर्ष 14 नवंबर को विश्व मधुमेह दिवस (World Diabetes Day) मनाया जाता है. दुनियाभर में तेजी से बढ़ती मधुमेह से जूझने और जागरुकता फैलाने के लिए यह दिवस मनाया जाता है. यह दिवस सर फ्रेडरिक बैंटिंग के जन्मदिन पर मनाया जाता है. बैंटिंग ने 1922 में चार्ल्स बेस्ट के साथ इंसुलिन की खोज की थी. इस वर्ष यानी 2021 के विश्व मधुमेह दिवस का मुख्य विषय (थीम) ‘मधुमेह देखभाल तक पहुंच’ (access to diabetes care) है.
14 नवम्बर: बाल दिवस, पंडित जवाहर लाल नेहरू की जयंती
प्रत्येक वर्ष 14 नवम्बर को बाल दिवस (Children’s Day) के रूप में मनाया जाता है. बाल दिवस देश के पहले प्रधानमंत्री पंडित जवाहर लाल नेहरू की जयंती के अवसर पर मनाया जाता है. यह नेहरू के जन्मदिन पर बच्चों के प्रति उनके स्नेह के रूप में मनाया जाता है. जवाहर लाल नेहरु को वर्ष 1955 में ‘भारत रत्न’ से सम्मानित किया गया था. 1964 से पहले भारत में प्रत्येक वर्ष 20 नवम्बर को बाल दिवस मनाया जाता था.
15 नवम्बर: झारखंड स्थापना दिवस, बिरसा मुंडा की जयंती
15 नवम्बर को झारखंड स्थापना दिवस के रूप में मनाया जाता है. इसी दिन सन् 2000 में बिहार के विभाजन से झारखंड को पृथक राज्य का दर्जा दिया गया था. झारखंड को पृथक राज्य का दर्जा बिरसा मुंडा की जयंती के मौके पर मिला था. अंग्रेजी की गोलियों के सामने तीर-कमान से लड़ने वाले बिरसा मुंडा का जन्म 15 नवंबर 1875 को हुआ था. उनके जन्मदिन को देश भर में बिरसा मुंडा जयंती के रूप में मनाया जाता है.
देश-दुनिया: एक संक्षिप्त दृष्टि
सामयिक घटनाचक्र का डेलीडोज
प्रधानमंत्री ने मध्य प्रदेश में सिकल सेल हीमोग्लोबीनोपैथी मिशन जारी किया
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मध्य प्रदेश में सिकल सेल हीमोग्लोबीनोपैथी मिशन जारी किया जिसमें लाभार्थियों को जैनेटिक काउंसिलिंग कार्ड प्रदान किया जाएगा. इस मिशन का उद्देश्य सिकल सेल एनीमिया, थैलेसीमिया और अन्य हीमोग्लोबीनोपैथी से पीडित मरीजों की देखभाल करना और उन्हें इलाज उपलब्ध कराना और जनजागरुकता पैदा करना है. इन बीमारियों का मध्य प्रदेश के जनजातीय समाज में बहुत प्रभाव है.
40वें भारत अंतर्राष्ट्रीय व्यापार मेले की शुरुआत
40वां भारत अंतर्राष्ट्रीय व्यापार मेला नई दिल्ली के प्रगति मैदान में 14-27 नवम्बर तक आयोजित किया जा रहा है. वाणिज्य और उद्योग मंत्री पीयूष गोयल ने इस मेले का उद्घाटन किया था. इस वर्ष मेले का विषय है – ‘आत्मनिर्भर भारत’.
दुबई में अब तक का सबसे बड़ा एयरशो
दुबई वर्ल्ड सेंट्रल के अल मकतूम अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे पर अब तक का सबसे बड़ा एयरशो चल रहा है. पांच दिन तक चलने वाले इस शो में 1200 से अधिक प्रदर्शकों ने भाग लिया. इस एयरशो में जमीन और हवा में दुनिया के 160 से अधिक सबसे उन्नत विमान भाग ले रहे हैं. संयुक्त अरब अमारात रकार ने भारतीय वायुसेना को अपने सारंग और सूर्य किरण एयरोबेटिक्स दल के साथ एयर शो में शामिल होने के लिए आमंत्रित किया है.
थलसेना अध्यक्ष इस्राइल की यात्रा पर
थलसेना अध्यक्ष जनरल मनोज मुकंद नरवणे 14-18 नवम्बर तक इस्राइल की यात्रा पर हैं. यह उनकी पहली इस्राइल यात्रा है. इस दौरान वे इस्राइल के वरिष्ठ सैन्य और नागरिक नेतृत्व से भेंट करेंगे तथा दोनों देशों के रक्षा संबंधों को आगे बढ़ाने के तौर-तरीकों पर विचार-विमर्श करेंगे.
52वें IFFI में फिल्म ‘कूझंगल’ को पनोरमा खंड के लिए चुना गया
तमिल फिल्म ‘कूझंगल’ को गोवा में 52वें भारतीय अंतर्राष्ट्रीय फिल्म महोत्सव के भारतीय पनोरमा खंड के लिए चुना गया है. यह फिल्म, ऑस्कर अकादमी पुरस्कार के लिए भारत की आधिकारिक प्रविष्टी है. कूझंगल – यानी कंकड़ एक व्यक्तिगत कथा है जो एक शराबी तथा प्रताडित करने वाले पति और उसकी पत्नी के संबंधों के बारे में है. फिल्म के संपादक गणेशन हैं. 52वें IFFI का आयोजन गोवा में 20 नवंबर से 28 नवंबर, 2021 तक होगा.
16 नवंबर को पहला ऑडिट दिवस मनाया जायेगा
16 नवंबर को ऑडिट दिवस का पहला संस्करण CAG की की ऐतिहासिक उत्पत्ति और शासन, पारदर्शिता और जवाबदेही में इसके द्वारा किए गए योगदान को चिह्नित करने के लिए मनाया जाएगा. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पहले ऑडिट दिवस के कार्यक्रम को संबोधित करेंगे. यह कार्यक्रम CAG कार्यालय परिसर में आयोजित किया जाएगा.
हबीबगंज रेलवे स्टेशन का नाम रानी कमलापति रेलवे स्टेशन
भोपाल, में हबीबगंज रेलवे स्टेशन का नाम बदलकर 18वीं शताब्दी के भोपाल की गोंड रानी रानी कमलापति के नाम पर रखा गया है. प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी 15 नवंबर को अपने भोपाल दौरे के दौरान पुनर्निर्मित रानी कमलापति रेलवे स्टेशन का उद्घाटन किया.