समाजसेवी संस्था ‘प्रथम’ को इंदिरा गांधी शांति पुरस्कार के लिए चुना गया

समाजसेवी संस्था ‘प्रथम’ को साल 2021 के ‘इंदिरा गांधी शांति, निरस्त्रीकरण और विकास पुरस्कार’ के लिए चुना गया है. इसकी घोषणा इंदिरा गांधी स्मारक न्यास ने हाल ही में की थी. पूर्व प्रधान न्यायाधीश टीएस ठाकुर की अध्यक्षता वाले निर्णायक मंडल ने ‘प्रथम’ को इस पुरस्कार के लिए चुना था.

समाजसेवी संस्था एनजीओ ‘प्रथम’ को यह पुरस्कार भारत और दुनिया भर में कमजोर तबकों के बच्चों के लिए गुणवत्तापूर्ण शिक्षा मुहैया करने के प्रति समर्पित होने के लिए दिया जा रहा है. ‘प्रथम’ एनजीओ की स्थापना फरीदा लांबे और माधव चव्हाण ने 1994 में मुंबई में झुग्गियों में रहने वाले बच्चों को शिक्षा देने के लिए की थी.

इंदिरा गांधी शांति पुरस्कार: एक दृष्टि

  • इंदिरा गाँधी शांति पुरस्कार भारत की पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी की याद में दिया जाता है. 1984 में उनकी हत्या कर दी गई थी.
  • यह पुरस्कार इंदिरा गांधी स्मृति न्यास द्वारा ‘शांति, निरस्त्रीकरण एवं विकास’ के लिए काम करने वाले व्यक्तियों, समूहों एवं संस्थाओं को दिया जाता है.
  • इस पुरस्कार के अंतर्गत 25 लाख रुपए नकद, एक ट्रॉफी और प्रशस्तिपत्र प्रदान किया जाता है.
  • पहला इंदिरा गांधी शांति पुरस्कार 1986 में ‘पार्लामेंटेरिअंस फार ग्लोबल ऐक्शन’ नमक संस्था को दिया गया था.
  • वर्ष 2017 का इंदिरा गांधी पुरस्कार पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह को प्रदान किया गया था. उन्हें यह पुरस्कार वर्ष 2004 से 2014 के बीच देश का नेतृत्व करने और उनकी उपलब्धियों के लिए दिया गया था.
  • वर्ष 2018 का इंदिरा गांधी शांति पुरस्कार ‘सेंटर फॉर साइंस एंड एन्वाइरन्मन्ट’ (CSE) को दिया गया था. CSE की वर्तमान महानिदेशक सुनीता नारायण हैं.