15 जनवरी 2022: 74वां सेना दिवस मनाया गया

प्रत्येक वर्ष 15 जनवरी को सेना दिवस (Army Day) के रूप में मनाया जाता है. सेना दिवस को मनाने का उद्देश्य थल सेना के अदम्य साहस, उनकी वीरता, शौर्य और उसकी कुर्बानी को याद करना है. भारतीय सेना का आदर्श वाक्य ‘service before self’ है.

74वें सेना दिवस के अवसर पर भारत-पाकिस्‍तान सीमा पर राजस्‍थान के लोंगेवाला में खादी से बना विश्‍व का सबसे बड़ा राष्‍ट्रीय ध्‍वज प्रदर्शित किया गया. जैसलमेर का लोंगेवाला क्षेत्र वर्ष 1971 में भारत-पाकिस्‍तान के बीच युद्ध का मुख्‍य केंद्र रहा था.

केएम करियप्पा के सेना प्रमुख का पदभार ग्रहण करने के उपलक्ष्य में मनाया जाता

  • यह दिवस फ़ील्ड मार्शल केएम करियप्पा के भारतीय थल सेना के शीर्ष कमांडर का पदभार ग्रहण करने के उपलक्ष्य में मनाया जाता है. 1949 में इसी दिन देश के पहले कमांडर-इन-चीफ फील्ड मार्शल केएम करियप्पा ने अंतिम ब्रिटिश कमांडर-इन-चीफ एफआरआर बुशर से सैन्य कमान अपने हाथों में ली थी. करियप्पा पहले ऐसे ऑफिसर थे जिन्हें फील्ड मार्शल की रैंक दी गई थी.
  • इस वर्ष यानी 2022 में 74वां सेना दिवस है. इस अवसर पर प्रमुख रक्षा अध्यक्ष (CDS) जनरल बिपिन रावत, थलसेना प्रमुख मनोज मुकुंद नरवणे, वायुसेना प्रमुख एयर चीफ मार्शल आरकेएस भदौरिया और नौसेना प्रमुख एडिमरल करमबीर सिंह ने राष्‍ट्रीय समर स्‍मारक पर श्रद्धासुमन अर्पित किये.
  • दिल्‍ली कैंट के करियप्‍पा मैदान में सेना दिवस का आयोजन किया गया. सेना ने इस अवसर पर विभिन्‍न किस्‍म के टैंक और मिसाइल प्रणालियों का भी प्रदर्शन किया. भारतीय सेना ने पहली बार परेड में लड़ाकू स्‍वार्म ड्रोन प्रदर्शित किया. 10 पैरा विशेष बल इकाई के नायक संदीप को मरणोपरांत सेना मैडल से सम्‍मानित किया गया. उन्हें यह सम्मान जम्‍मू कश्‍मीर में अपने स्‍क्‍वाड कमांडर की जान बचाने और दो आतंकवादियों को मार गिराने के लिए दिया गया है.