डेली कर्रेंट अफेयर्स
प्रधानमंत्री ने जर्मनी, डेनमार्क और फ्रांस की यात्रा संपन्न की
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी 2 से 4 मई तक यूरोप के तीन देशों की यात्रा पर थे. इस दौरान उन्होंने जर्मनी, डेनमार्क और फ्रांस की यात्रा की थी. उन्होंने इस यात्रा की शुरुआत जर्मनी से की थी, जबकि यात्रा के अंतिम चरण में फ्रांस गये थे.
जर्मनी
- पीएम 2 मई को बर्लिन पहुंचे थे. वहां उन्होंने चांसलर ओलाफ शूल्ज से द्वपक्षीय वार्ता की. इसके बाद वह 6ठे भारतीय-जर्मनी अंतर सरकारी परामर्श में शामिल हुए. उन्होंने कार्यक्रम की सह-अध्यक्षता भी की.
- इस दौरान भारत और जर्मनी के बीच कुल 9 समझौतों पर हस्ताक्षर किए गए. इनमें हरित और सतत विकास साझेदारी, दोनों विदेश मंत्रालयों के बीच वर्गीकृत सूचनाओं का आदान-प्रदान, नवीकरणीय ऊर्जा, ग्रीन हाइड्रोजन, कृषि, शामिल हैं.
- प्रधानमंत्री मोदी और चांसलर शॉल्ज ने हरित और सतत विकास साझेदारी के संयुक्त आशय घोषणा-पत्र पर हस्ताक्षर किये. जर्मनी ने सतत विकास और जलवायु सहयोग के लिये वर्ष 2030 तक दस अरब यूरो की अतिरिक्त विकास सहायता की अग्रिम प्रतिबद्धता व्यक्त की.
डेनमार्क
- यात्रा के दूसरे दिन प्रधानमंत्री कोपेनहेगन पहुंचे. उनकी डेनमार्क की यह पहली यात्रा थी. वे डेनमार्क के प्रधानमंत्री मेट फ्रेड्रिकसन के निमंत्रण पर गये थे. इस दौरान दोनों देशों के बीच कारोबार समेत कई द्विपक्षीय मुद्दों पर चर्चा हुई.
- श्री मोदी डेनमार्क की मेजबानी में दूसरे भारत-नोर्डिक शिखर सम्मेलन में भाग लिया. इस सम्मेलन में डेनमार्क के अतिरिक्त आइसलैंड, नार्वे, स्वीडन और फिनलैंड के प्रधानमंत्री ने हिस्सा लिया. इन पांच देशों को उत्तरी यानी नॉर्डिक देश कहा जाता है. नॉर्डिक देश नवीकरणीय ऊर्जा, डिजिटलीकरण और नवाचारों में भारत के महत्वपूर्ण साझेदार हैं.
- प्रधानमंत्री ने कोपेनहेगन में डेनमार्क की प्रधानमंत्री मेट फ्रेड्रिकसन के साथ शिष्टमण्डल स्तर की वार्ता की. दोनों नेताओं ने हरित रणनीतिक भागीदारी की प्रगति की समीक्षा की. भारत और डेनमार्क के बीच यह अपनी तरह का पहला समझौता है.
- दोनों देशों के बीच विभिन्न क्षेत्रों में नौ समझौतों पर हस्ताक्षर हुए. इनमें भारत में उत्कृष्टता केन्द्र और स्मार्ट प्रयोगशालाओं सहित सुरक्षित तथा स्वच्छ जल के बारे में सहयोग का समझौता शामिल है.
- नॉर्डिक देशों ने विस्तारित संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद में भारत की स्थायी सदस्यता के लिए अपना समर्थन दोहराया.
फ्रांस
- यात्रा के अंतिम चरण में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने फ्रांस की यात्रा की. उन्होंने पेरिस में फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुअल मैक्रों के साथ शिष्टमंडल स्तर की वार्ता की.
- उन्होंने फ्रांसीसी राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रोन से द्विपक्षीय, क्षेत्रीय और वैश्विक महत्व के कई मुद्दों पर व्यापक चर्चा की. इसमें भारत-फ्रांस रणनीतिक साझेदारी की मौजूदा ताकत और सफलता को बढ़ाने की बात भी हुई. भारत और फ्रांस ने माना कि वो एक दूसरे को हिंद-प्रशांत क्षेत्र में प्रमुख साझेदार के रूप में देखते हैं.
- इस दौरान दोनों नेताओं ने यूक्रेन के खिलाफ रूस की सैन्य कार्रवाई के मद्देनजर क्षेत्रीय और वैश्विक मुद्दों पर भी विचार-विमर्श किया.
भारतीय रिजर्व बैंक ने रेपो रेट बढ़ाकर 4.40% किया
भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) ने नीतिगत रेपो दर में 40 आधार अंक यानी 0.4 प्रतिशत की बढ़ोतरी का निर्णय लिया है. यह निर्णय रिजर्व बैंक के गवर्नर शक्तिकांत दास की अध्यक्षता में मौद्रिक नीति समिति ने लिया. इस बढ़ोतरी के बाद रेपो दर 4.4 प्रतिशत हो गई है. यह वृद्धि तत्काल प्रभाव से लागू हो गयी है.
मुख्य बिंदु
- RBI ने चार साल के बाद रेपो दर में बढ़ोतरी की है. इससे पहले पिछली बार रेपो रेट में मई 2020 में कटौती की गई थी और तब से लगातार इसमें कोई बदलाव नहीं किया गया था.
- RBI ने इसके अलावा कैश रिजर्व रेशियो (CRR) में भी 50 बेसिस प्वाइंट की बढ़ोतरी की गई है, जो कि ब्याज दरों पर और दबाव बनाएगा.
- रेपो रेट वह रेट होता है जिसपर केन्द्रीय बैंक (RBI) अन्य वाणिज्यिक बैकों को कर्ज देता है. इसी आधार पर वाणिज्यिक बैंक अपने ग्राहकों को कर्ज देता है.
- रेपो रेट कम होने का मतलब होता है कि ग्राहकों को कम दाम पर लोन मिलेगा और रेपो रेट बढ़ने का मतलब है कि अब लोन महंगा हो जाएगा.
- यह फैसला देश में बढती मुद्रास्फीति पर नियंत्रण के लिए लिया गया है. बीते कुछ माह के आंकड़ों पर गौर करें तो यह एक बहुत बड़ी चुनौती है, जो 6% के ऊपरी स्तर पर बनी हुई है.
वर्तमान दरें: एक दृष्टि
नीति रिपो दर | 4.4% |
रिवर्स रेपो दर | 3.75% |
सीमांत स्थायी सुविधा दर (MSF) | 4.65% |
बैंक दर | 4.65% |
नकद आरक्षित अनुपात (CRR) | 4% |
वैधानिक तरलता अनुपात (SLR) | 18% |
विश्व प्रेस स्वतंत्रता सूचकांक 2022: भारत 150वें और नॉर्वे शीर्ष स्थान पर
प्रेस की दिशा-दशा पर नज़र रखने वाली वैश्विक संस्था ‘रिपोर्टर्स विदाउट बॉर्डर्स’ (RWB) ने 3 मई को ‘20वां विश्व प्रेस स्वतंत्रता सूचकांक’ (20th World Press Freedom Index) 2022 जारी किया था. इस सूचकांक में 180 देशों को शामिल किया गया था.
इस सूचकांक में भारत 150वें पायदान पर है. पिछले वर्ष यानी 2021 के विश्व प्रेस स्वतंत्रता सूचकांक में भारत 142वें स्थान पर था.
नॉर्वे, डेनमार्क और स्वीडन पहले तीन स्थान पर
इस सूचकांक में नॉर्वे शीर्ष स्थान पर है. नॉर्वे लगातार छठे वर्ष पहले पायदान पर है. सूचकांक में डेनमार्क दूसरे, स्वीडन तीसरे, एस्टोनिया चौथे और फिनलैंड पांचवें पायदान पर है. सबसे निचली रैंकिंग उत्तर कोरिया की है जो 180वें स्थान पर है.
भारत के पडोसी देशों में चीन 175वें, श्रीलंका 146वें, नेपाल 76वें, म्यांमार 176वें, बांग्लादेश 162वें और पाकिस्तान 157वें स्थान पर है.
रिपोर्टर्स विदाउट बॉर्डर्स (RWB) क्या है?
‘रिपोर्टर्स विदाउट बॉर्डर्स’ (Reporters Without Borders- RWB) एक गैर-लाभकारी संगठन है जो दुनिया भर के पत्रकारों पर हमलों का दस्तावेजीकरण और सामना करने के लिए कार्य करता है. RWB का मुख्यालय फ्रांस की राजधानी पेरिस में स्थित है.
खेलो इंडिया विश्वविद्यालय खेल 2022: जैन विश्वविद्यालय शीर्ष स्थान पर
खेलो इंडिया विश्वविद्यालय खेलों का आयोजन 24 अप्रैल से 3 मई तक बंगलुरू में किया गया था. इन खेलों का उद्घाटन उपराष्ट्रपति एम वेंकैया नायडू द्वारा किया गया था. यह खेलो इंडिया यूनिवर्सिटी गेम्स का दूसरा संस्करण था. इन खेलों में 200 विश्वविद्यालयों के लगभग 4000 खिलाडीयों ने भाग लिया.
जैन विश्वविद्यालय ने इन खेलों में शानदार प्रदर्शन करते हुए 20 स्वर्ण, 7 रजत और 5 कांस्य पदक जीते. पदक तालिका में वह शीर्ष स्थान पर रहा. लवली प्रोफेशनल विश्वविद्यालय (LPU) पंजाब ने 17 स्वर्ण, 15 रजत और 19 कांस्य पदक जीतते हुए दूसरा स्थान प्राप्त किया.
5 मई: विश्व स्वच्छता दिवस, 2022 की थीम, संबंधित जानकारी
प्रत्येक वर्ष 5 मई को ‘विश्व स्वच्छता दिवस’ (World Hygiene Day) मनाया जाता है. इस दिवस को ‘विश्व हाथ स्वच्छता दिवस’ (World Hand Hygiene Day) के नाम से भी जाना जाता है.
इस वर्ष यानी 2022 में विश्व स्वच्छता दिवस का मुख्य विषय (थीम)- ‘सुरक्षा के लिए एकजुट हों: अपने हाथ साफ करें’ (Unite for safety: clean your hands) है.
5 मई: अंतरराष्ट्रीय मिडवाइफ दिवस
प्रत्येक वर्ष 5 मई को ‘अंतरराष्ट्रीय मिडवाइफ दिवस’ (International Midwives’ Day) मनाया जाता है. इंटरनेशनल कंफेडरेशन ऑफ मिडवाइव्स ने इस दिवस की शुरुआत 1992 में की थी. इस वर्ष यानी 2022 के अंतरराष्ट्रीय मिडवाइफ दिवस का मुख्य विषय (थीम)- ‘100 साल की प्रगति’ (100 years of progress) है.
4 मई: अन्तर्राष्ट्रीय अग्निशमन दिवस
प्रत्येक वर्ष 4 मई को दुनिया भर में अन्तर्राष्ट्रीय अग्निशमन दिवस (International Firefighters’ Day) मनाया जाता है. इस दिन यूरोप में दोपहर के समय 30 सेकंड तक फायर बिग्रेड के सायरन बजाए जाते हैं. इसके बाद एक मिनट के लिए मौन रखा जाता है, जिसमें फायर फायटरों को सम्मान और धन्यवाद दिया जाता है.
अंतरराष्ट्रीय अग्निशमन दिवस का प्रतीक ‘लाल और नीले रंग के दो रिबन’ हैं. जिसमें लाल रंग आग को, और नीला रंग पानी को दर्शाता है.
मई माह का प्रथम मंगलवार: विश्व अस्थमा दिवस
प्रत्येक वर्ष मई माह के पहले मंगलवार को ‘विश्व अस्थमा दिवस’ (World Asthma Day) मनाया जाता है. इस वर्ष यानी 2022 में यह दिवस 3 मई को मनाया गया. अस्थमा के प्रति जागरूकता एवं शिक्षा हेतु यह दिवस संपूर्ण विश्व में मनाया जाता है. विश्व अस्थमा दिवस 2022 का मुख्य विषय (थीम)- ‘अस्थमा देखभाल में अंतराल बंद करना’ (Closing Gaps in Asthma Care) है.
देश-दुनिया: एक संक्षिप्त दृष्टि
सामयिक घटनाचक्र का डेलीडोज
अमरीका के केन्द्रीय बैंक ने कल ब्याज दर में आधे प्रतिशत की वृद्धि को मंजूरी दी
अमरीका के केन्द्रीय बैंक फेडरल रिजर्व ने ब्याज दर में आधे प्रतिशत की वृद्धि को 4 मई को मंजूरी दी. इससे पहले आधे प्रतिशत की वृद्धि वर्ष 2000 में की गई थी. इसे सरकार की कड़ी मौद्रिक नीति का संकेत माना जा रहा है जिसका उद्देश्य मूल्य बढ़ाने वाली आर्थिक गतिविधियों पर अंकुश लगाना है.
बंगलुरु में नेशनल इंटेलिजेंस ग्रिड के परिसर का उद्घाटन
गृह मंत्री अमित शाह ने बंगलुरु में नेशनल इंटेलिजेंस ग्रिड के परिसर का उद्घाटन किया. गृहमंत्री ने कहा कि सरकार ने नेटग्रिड को विभिन्न डाटा संग्रह संस्थानों से सूचना प्राप्त करने के लिए आधुनिकतम और अभिनव सूचना प्रौद्योगिकी मंच विकसित और संचालित करने का काम सौंपा है.
अप्रैल में 38.19 अरब डॉलर की व्यापारिक वस्तुओं का निर्यात
भारत ने अप्रैल में 38.19 अरब डॉलर की व्यापारिक वस्तुओं का निर्यात किया. पिछले वर्ष इसी अवधि की तुलना में निर्यात लगभग 24 प्रतिशत बढ़ गया. पेट्रोलियम को छोड़कर अन्य उत्पादों का निर्यात 30.46 अरब डॉलर का रहा. पिछले वर्ष इसी अवधि की तुलना में यह 12.32 प्रतिशत बढ़ा.
फार्मा क्षेत्र ने अब तक का सर्वश्रेष्ठ निर्यात दर्ज किया
वित्त वर्ष 2021-22 में भारत ने फार्मा के क्षेत्र में अब तक का सर्वश्रेष्ठ निर्यात दर्ज किया. भारत के फार्मा क्षेत्र में 2013-14 के बाद से 103% की वृद्धि हुई. यह 2013-14 में 90.41 हजार करोड़ रुपये से बढकर 2021-22 में 1.84 लाख करोड़ हो गया.