9 मई 2022: गुरुदेव रविंद्रनाथ टैगोर की 161वीं जयंती मनाई गयी

9 मई 2022 को गुरुदेव रविंद्रनाथ टैगोर की 161वीं जयंती मनाई गयी. बंगाली कैलेंडर के हिसाब से टैगोर की जयंती 9 मई को पड़ती है. जार्जियन कैलेंडर के हिसाब से टैगोर का जन्म 7 मई 1861 को कोलकाता के जोड़ासाँको ठाकुरबाड़ी में हुआ था. उनके पिता देवेन्द्रनाथ टैगोर और माता शारदा देवी थीं.

रविंद्रनाथ टैगोर: एक दृष्टि

  • रविंद्रनाथ टैगोर अकेले ऐसे भारतीय साहित्यकार हैं जिन्हें नोबेल पुरस्कार मिला है. उनकी काव्यरचना गीतांजलि के लिये उन्हे सन् 1913 में साहित्य का नोबेल पुरस्कार मिला था. वह नोबेल पुरस्कार पाने वाले प्रथम एशियाई और साहित्य में नोबेल पाने वाले पहले गैर यूरोपीय भी है.
  • वह दुनिया के अकेले ऐसे कवि हैं जिनकी रचनाएं दो देशों का राष्ट्रगान हैं– भारत का राष्ट्र-गान ‘जन गण मन’ और बाँग्लादेश का राष्ट्रीय गान ‘आमार सोनार बाँग्ला’.
  • सन 1921 में कृषि अर्थशास्त्री लियोनार्ड एमहर्स्ट के साथ मिलकर उन्होंने अपने आश्रम के पास ही ‘ग्रामीण पुनर्निर्माण संस्थान’ की स्थापना की थी. बाद में इसका नाम बदलकर श्रीनिकेतन कर दिया गया. प्रकृति के सान्निध्य में पेड़ों, बगीचों और एक लाइब्रेरी के साथ टैगोर ने शान्ति-निकेतन की स्थापना की.
  • अंग्रेजी सरकार ने उन्हें 1915 में नाइटहुड प्रदान किया लेकिन 1919 के जलिआंवाला बाग़ हत्याकांड के बाद टैगोर ने इसे वापस कर दिया था.

इज़राइल में रवींद्रनाथ टैगोर पर एक सड़क का नाम

इज़राइल ने रवींद्रनाथ टैगोर की 159वीं जयंती पर तेल अवीव में एक सड़क का नाम देकर भावभीनी श्रद्धांजलि अर्पित की थी. इजरायल ने इस सड़क का नाम टैगोर स्ट्रीट रखा है.