विश्‍व आर्थिक मंच की वार्षिक बैठक 2022 दावोस में आयोजित की गयी

विश्‍व आर्थिक मंच (WEF) की बैठक दावोस में 22 से 26 मई तक आयोजित की गयी थी. WEF के इस बैठक का विषय ‘एक साथ काम करना, विश्वास बहाल करना’ (working together, restoring trust) था.

इस बैठक में वाणिज्‍य और उद्योग मंत्री पीयूष गोयल ने भारतीय प्रतिनिधिमंडल का नेतृत्व किया था. स्‍वास्‍थ्‍य और परिवार कल्‍याण मंत्री मनसुख मांडविया, पेट्रोलियम और प्राकृतिक गैस मंत्री हरदीप सिंह पुरी और मध्‍य प्रदेश, तमिलनाडु, आंध्र प्रदेश, महाराष्‍ट्र तथा तेलंगाना के मुख्‍यमंत्री और वरिष्‍ठ मंत्री भी इस प्रतिनिधिमंडल में थे.

  • सम्मेलन में, भारत को एक आकर्षक निवेश स्थल के रूप में दर्शाया गया, क्योंकि भारत की आर्थिक वृद्धि दर अच्छी है और मुख्य आर्थिक संकेतक स्थिर रहे हैं.
  • WEF के इस सम्मेलन में अंतर्राष्ट्रीय मुद्दों पर भारत का पक्ष गंभीरता से सुना गया, क्योंकि भारत अगले वर्ष यानी 2023 में जी-20 देशों का अध्यक्ष बनने जा रहा है.
  • श्री गोयल 26 और 27 मई को ब्रिटेन की यात्रा पर थे, जहां वे मुक्त व्यापार समझौता वार्ता की दिशा में हुई प्रगति पर ब्रिटेन सरकार और वहां के उद्योगपितयों के साथ विमर्श किये.

WEF ने जलवायु कार्य गठबंधन की भारतीय शाखा आरंभ की

  • विश्‍व आर्थिक मंच (WEF) ने भारत में जलवायु कार्य गठबंधन की भारतीय शाखा आरंभ की है. इसका उद्देश्य जलवायु गतिविधियों और कार्बन मुक्ति प्रयासों में तेजी लाना है. यह गठबंधन WEF के जलवायु कार्यबल का हिस्सा होगा.
  • जलवायु कार्य गठबंधन, वर्ष 2021 में जारी किए गए श्‍वेत-पत्र मिशन 2070 में तय किए गए लक्ष्यों को प्राप्त करने का प्रयास करेगा.
  • 2070 तक भारत को कम कार्बन उत्सर्जन वाला देश बनाने का भी लक्ष्य रखा गया है. इस अभियान में सरकार, व्यापार जगत और अन्य पक्षकारों को प्रधानमंत्री नरेन्‍द्र मोदी के महत्वाकांक्षी संकल्प पंचामृत को पूरा करने के लिए शामिल किया जाएगा.

विश्व आर्थिक फोरम: एक दृष्टि

  • विश्व आर्थिक फोरम (World Economic Forum) दुनिया भर के निर्णय निर्माताओं को विभिन्न परियोजनाओं पर काम करने के लिए एक साथ लाता है ताकि समाज में वास्तविक बदलाव लाया जा सके. इसकी स्थापना वर्ष 1971 में हुई थी.
  • विश्व आर्थिक फोरम की बैठक प्रत्येक वर्ष स्विट्जरलैंड के दावोस में आयोजित की जाती है. इस बैठक में, विभिन्न देशों के व्यापारिक नेताओं, निवेशकों, अर्थशास्त्रियों, राजनीतिक नेता हिस्सा लेते हैं.