प्रत्यक्ष विदेशी निवेश के मामले में भारत विश्व में सातवें स्थान पर

व्यापार एवं विकास पर संयुक्त राष्ट्र सम्मेलन (UNCTAD) की विश्व निवेश रिपोर्ट 9 जून को जारी की गयी थी. इस रिपोर्ट के अनुसार वर्ष 2021 में प्रत्यक्ष विदेशी निवेश (FDI) के मामले में भारत विश्व में सातवें स्थान पर रहा. इस दौरान भारत में 45 अरब डॉलर का FDI आया, हालांकि यह 2020 की तुलना में 19 अरब डॉलर कम है.

UNCTAD की विश्व निवेश रिपोर्ट: मुख्य बिंदु

  • भारत ने साल 2020 में 64 अरब डॉलर का प्रत्यक्ष विदेशी निवेश हासिल किया था. यह 2021 में घटकर 45 अरब डॉलर पर आ गया. हालांकि, इसके बावजूद भारत विश्व में सातवें स्थान पर रहा. दक्षिण एशिया मुख्य रूप से भारत से प्रत्यक्ष विदेशी निवेश 43 फीसदी बढ़कर 16 अरब डॉलर रहा.
  • अमेरिका ($ 367 बिलियन), चीन ($ 181 बिलियन), हांगकांग ($ 141 बिलियन), सिंगापुर, कनाडा और ब्राजील के बाद भारत सातवें स्थान पर है. दक्षिण अफ्रीका, रूस और मेक्सिको भी FDI पाने के मामले में टॉप-10 देशों में शामिल हैं.
  • नए अंतरराष्ट्रीय परियोजना वित्त के तहत 108 परियोजनाओं के लिये समझौते हुए, जबकि पिछले 10 साल में इसकी संख्या औसतन 20 थी. सबसे अधिक नवीकरणीय ऊर्जा क्षेत्र की 23 परियोजनाओं को लेकर समझौते हुए.
  • बड़ी परियोजनाओं में आर्सेलर मित्तल निप्पॉन स्टील का 13.5 अरब डॉलर के निवेश से भारत में एक स्टील और सीमेंट कारखाना लगाना तथा सुजुकी मोटर का 2.4 अरब डॉलर के निवेश से एक नए कार मैन्युफैक्चरिंग प्लांट का निर्माण शामिल है.