इसरो ने PSLV-C 53 का सफल परीक्षण किया, सिंगापुर के तीन उपग्रहों का प्रक्षेपण

अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (इसरो) ने हाल ही में ध्रुवीय उपग्रह प्रक्षेपण यान ‘PSLV-C 53’ का सफल परीक्षण किया था. इस परीक्षण में PSLV-C 53 के माध्यम से सिंगापुर के तीन उपग्रहों को सफलतापूर्वक अभीष्ट कक्षा में प्रक्षेपित किया गया. यह प्रक्षेपण सतीश धवन अंतरिक्ष केंद्र से प्रक्षेपित किया गया था. यह PSLV का 55वां मिशन था.

मुख्य बिंदु

  • PSLV-C 53 इसरो की वाणिज्यिक शाखा न्यूस्पेस इंडिया लिमिटेड (NSIL) का दूसरा समर्पित वाणिज्यिक मिशन है. इससे पहले 23 जून को इसरो ने NSIL के लिए बनाए गए नए संचार उपग्रह जीसैट-24 को प्रक्षेपित किया था. इसका प्रक्षेपण फ्रेंच गुयाना (दक्षिण अमेरिका) के कोउरू से किया गया था.
  • 44.4 मीटर लंबे PSLV-C 53 से सिंगापुर के तीन उपग्रहों 365 किग्रा के DS-EO, और 155 किलोग्राम के न्यूसर और सिंगापुर के नानयांग टेक्नालाजिकल यूनिवर्सिटी (NTU) के 2.8 किलोग्राम के स्कूब-1 उपग्रह को प्रक्षेपित किया गया.
  • प्रक्षेपण यान ने तीनों उपग्रहों को 10 डिग्री झुकाव के साथ 570 किमी की सटीक कक्षा में स्थापित किया.
  • दिन और रात, सभी मौसम में तस्वीरें भेजने में सक्षम DS-EO में इलेक्ट्रो-आप्टिक, मल्टी-स्पेक्ट्रल पेलोड होता है जो भूमि वर्गीकरण के लिए पूर्ण रंगीन तस्वीरें भेजेगा. इसके साथ ही मानवीय सहायता और आपदा राहत आवश्यकताओं की पूर्ति करेगा.
  • न्यूसर सिंगापुर का पहला छोटा वाणिज्यिक उपग्रह है जो AR पेलोड ले जाता है, जो दिन और रात में और सभी मौसम में तस्वीरें भेजने में सक्षम है.
  • सिंगापुर के नानयांग टेक्नालाजिकल यूनिवर्सिटी (NTU) स्कूब-1 सिंगापुर के स्टूडेंट सैटेलाइट सीरीज का पहला उपग्रह है.