बांग्लादेश की प्रधानमंत्री शेख हसीना की भारत यात्रा, दोनों देशों के बीच सात समझौते
बांग्लादेश की प्रधानमंत्री शेख हसीना 5-8 सितम्बर तक भारत की यात्रा पर थीं. अक्तूबर 2019 के बाद शेख हसीना की भारत की यह दूसरी यात्रा थी.
यात्रा के दौरान प्रधानमंत्री हसीना ने भारतीय प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के साथ नई दिल्ली में द्विपक्षीय वार्ता की. दोनों नेताओं के नेतृत्व में भारत-बांग्लादेश प्रतिनिधिमंडल स्तर की बातचीत हुई जिसमें आपसी साझेदारी की समीक्षा की गई.
द्विपक्षीय वार्ता के मुख्य बिन्दु
- बैठक में सम्पर्क, ऊर्जा, जल संसाधन, व्यापार और निवेश, सीमा प्रबंधन और सुरक्षा, विकास साझेदारी, क्षेत्रीय तथा बहुपक्षीय मुद्दों पर विचार-विमर्श हुआ.
- दोनों नेताओं ने मैत्री सुपर थर्मल पावर प्रोजेक्ट की पहली इकाई का संयुक्त रूप से उद्घाटन किया. परियोजना का निर्माण भारत रियायती वित्त पोषण योजना के अन्तर्गत किया जा रहा है.
- दोनों देशों के बीच जल संसाधन, रेलवे, विज्ञान और प्रौद्योगिकी तथा अंतरिक्ष प्रौद्योगिकी के संबंध में सात समझौते हुए. इनमें प्रसार भारती और बांग्लादेश टेलीविजन के बीच प्रसारण के क्षेत्र में सहयोग बढ़ाने का समझौता शामिल है.
- प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने कुशियारा नदी जल बंटवारे पर एक महत्वपूर्ण समझौता होने की घोषणा की. इससे भारत में दक्षिण असम और बांग्लादेश में सिलहट क्षेत्र को लाभ होगा.
- बांग्लादेश की प्रधानमंत्री शेख हसीना ने भारत को बांग्लादेश का मित्र बताते हुए बांग्लादेश मुक्ति संग्राम में भारत के योगदान को याद किया.
बंगबंधु शेख मुजीबुर रहमान छात्रवृत्ति
बंगलादेश की प्रधानमंत्री ने इस यात्रा के दौरान एक बंगबंधु शेख मुजीबुर रहमान छात्रवृत्ति प्रदान की. यह छात्रवृत्ति पहली बार उन सैनिकों के वंशजों और भारतीय सशस्त्र बलों के अधिकारियों को प्रदान की गई, जो 1971 के ऐतिहासिक मुक्ति संग्राम के दौरान शहीद या गंभीर रूप से घायल हो गए थे.
भारत और बांग्लादेश संबंध
- बांग्लादेश और भारत के बीच चार हजार किलोमीटर से अधिक की अंतर्राष्ट्रीय सीमा लगती है. भारत के पांच राज्य असम, मेघालय, मिजोरम, त्रिपुरा और पश्चिम बंगाल बांग्लादेश की सीमा से लगे हुए हैं.
- 2015 में भूमि सीमा समझौते के ऐतिहासिक प्रोटोकॉल के तहत दोनों पक्षों के बीच भूमि सीमा को सौहार्दपूर्ण ढ़ंग से सुलझा गया है.
- भारत में विदेशी पर्यटकों के आगमन में सबसे बड़ा हिस्सा बांग्लादेश का है.
- दक्षिण एशिया में बांग्लादेश अब भारत का सबसे बड़ा व्यापारिक भागीदार और चौथा सबसे बड़ा निर्यात गंतव्य के रूप में उभरा है.
- पिछले पांच वर्षों में दोनों देशों के बीच द्विपक्षीय व्यापार नौ अरब से बढ़कर अठारह अरब डॉलर का हो गया है.