भारत के कूनो राष्ट्रीय उद्यान में नामीबिया से आठ चीतों को लाया गया

भारत के कूनो राष्ट्रीय उद्यान में नामीबिया से आठ चीतों को लाया गया है. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 17 सितम्बर को मध्य प्रदेश के श्योपुर जिले में स्थित कुनो-पालपुर राष्ट्रीय उद्यान (केएनपी) में चीतों के पुनर्वास की महत्वाकांक्षी परियोजना का शुभारम्भ किया था. इसके तहत उन्होंने इन चीतों को कुनो राष्ट्रीय उद्यान को उपहार स्वरूप दिया.

मुख्य बिन्दु

  • भारत में इस जंगली जानवर को वापस लाने के लिए विश्व की यह पहली अंतरमहाद्वीपीय परियोजना है.
  • नामीबिया से आठ चीतों को भारत लाया गया है, जिसमें चार नर और चार मादा चीते हैं. इन चीतों को एक समझौता ज्ञापन के तहत नामीबिया की राजधानी विंडहोक से एक विशेष मालवाहक विमान से लाया गया.
  • भारत से चीते विलुप्त हो गए थे. आखिरी चीता 1947 में छत्तीसगढ़ के कोरिया जिले में मारा गया था. इसके बाद 1952 में इसे विलुप्त घोषित कर दिया गया था.
  • दुनिया में चीतों की सबसे अधिक आबादी नामीबिया में है. नामीबिया को ‘चीतों की राजधानी’ कहा जाता है.
  • अगले पांच वर्षों में नामीबिया, दक्षिण अफ्रीका और अन्य अफ्रीकी देशों से कुल 50 चीतों को भारत लाए जाने की योजना है.
  • चीता दुनिया का सबसे तेज जानवर है जो 113 किमी प्रति घंटे तक की रफ्तार से दौड़ सकता है.