डेली कर्रेंट अफेयर्स
जस्टिस डीवाई चंद्रचूड़ ने भारत के 50वें मुख्य न्यायाधीश की रूप में शपथ ली
जस्टिस डीवाई चंद्रचूड़ ने 9 नवंबर को भारत के 50वें मुख्य न्यायाधीश (CJI) की रूप में शपथ ली। राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने उन्हें राष्ट्रपति भवन में पद की शपथ दिलाई। जस्टिस चंद्रचूड़ ने जस्टिस उदय उमेश ललित का स्थान लिया है।
1959 में जन्मे डीवाई चंद्रचूड़ 13 मई, 2016 को उच्चतम न्यायालय के न्यायाधीश नियुक्त किए गए थे। इससे पहले वे इलाहाबाद उच्च न्यायालय में मुख्य न्यायाधीश रहे। जस्टिस चंद्रचूड़ के पिता वाईपी चंद्रचूड़ सुप्रीम कोर्ट के 16वें मुख्य न्यायाधीश रह चुके हैं.
भारत के मुख्य न्यायाधीश: एक दृष्टि
- भारत का मुख्य न्यायाधीश (Chief Justice of India) भारतीय न्यायपालिका तथा सर्वोच्च न्यायालय का अध्यक्ष होता है.
- भारत में अब तक कुल 50 (वर्तमान मुख्य न्यायाधीश सहित) न्यायाधीशों ने मुख्य न्यायाधीश के रूप में सेवा की है. न्यायमूर्ति श्री एचजे कनिया भारत के पहले मुख्य न्यायाधीश थे.
- भारतीय संविधान के अनुच्छेद 124(2) के अनुसार राष्ट्रपति अपनी इच्छानुसार सर्वोच्च न्यायालय के न्यायाधीशों की सलाह पर मुख्य न्यायाधीश की नियुक्ति करते हैं.
- सर्वोच्च न्यायालय के मुख्य न्यायाधीश का वेतन 2,80,000 मासिक और न्यायाधीश का वेतन 2,50,000 मासिक है. इनके लिए वेतन संसद तय करती है जो कि संचित निधि से पारित होती है.
- न्यायाधीश का कार्यकाल 65 वर्ष की आयु तक होता है.
विदेश मंत्री डॉक्टर सुब्रमण्यम जयशंकर की रूस यात्रा
विदेश मंत्री डॉक्टर सुब्रमण्यम जयशंकर 8-9 नवंबर को रूस की यात्रा पर थे. इस यात्रा के दौरान उन्होंने, मॉस्को में रूस के विदेश मंत्री सर्गेई लावरोफ के साथ विदेश मंत्री स्तर की द्विपक्षीय वार्ता की.
भारत-रूस विदेश मंत्री स्तर की वार्ता: मुख्य बिन्दु
- इस वार्ता में दोनों देशों के बीच द्विपक्षीय मुद्दों, विभिन्न क्षेत्रीय तथा अंतर्राष्ट्रीय घटनाओं पर विदेश मंत्री स्तर की वार्ता हुई.
- दोनों नेता प्रमुख क्षेत्रों में संयुक्त परियोजनाओं को आगे बढ़ाने पर विचार-विमर्श किए. व्यापार और निवेश, माल-परिवहन और आपूर्ति, आपसी लेन-देन में राष्ट्रीय मुद्राओं का इस्तेमाल और ऊर्जा क्षेत्र में महत्वपूर्ण परियोजनाओं पर भी चर्चा हुई.
- दोनों नेता शंघाई सहयोग संगठन (SCO) की भारत की अध्यक्षता, आतंकवाद के खिलाफ कार्रवाई और अनेक क्षेत्रीय मुद्दों पर भी चर्चा की.
भारत की अध्यक्षता में जी-20 समूह का प्रतीक चिह्न का अनावरण किया
भारत की अध्यक्षता में होने वाले जी-20 समूह का प्रतीक चिह्न (लोगो), विषय और वेबसाइट का अनावरण कर दिया गया है. इसका अनावरण प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 8 नवंबर को किया था. इस लोगो में राष्ट्रीय ध्वज तिरंगे के जीवंत रंगों- केसरिया, सफेद, हरे और नीले रंग से प्रेरित है. भारत 1 दिसम्बर 2022 को जी-20 की अध्यक्षता संभालेगा.
मुख्य बिन्दु
- प्रधानमंत्री ने अपने संबोधन में कहा कि जी-20 का प्रतीक चिन्ह आशा का प्रतीक है. भारत ने वन सन, वन वर्ल्ड, वन ग्रीड के मंत्र के साथ विश्व में रिन्यूवेबल एर्न्जीं रेवोल्यूशन का आह्वान किया है. भारत ने वन अर्थ, वन हेल्थ के मंत्र के साथ ग्लोबल हेल्थ को मजबूत करने का अभियान चलाया.
- अब जी-20 में भी हमारा मंत्र है- वन अर्थ, वन फेमली, वन फ्यूचर, भारत के यहीं विचार, यहीं संस्कार, विश्व कल्याण का मार्ग प्रशस्त करते हैं.
- प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा है कि जी-20 समूह की अध्यक्षता भारत के लिए अंतर्राष्ट्रीय महत्व के मुद्दों पर दबाव बनाने के वैश्विक एजेंडे में योगदान करने का अनूठा अवसर है.
- जी-20 सदस्य देश वैश्विक सकल घरेलू उत्पाद में करीब 85 प्रतिशत और वैश्विक व्यापार में 75 प्रतिशत से अधिक का योगदान करते हैं. सदस्य देशों की आबादी विश्व की करीब दो तिहाई है.
- भारत की अध्यक्षता के दौरान देशभर में 32 अलग-अलग विषयों पर करीब 200 बैठकों का आयोजन किया जाएगा.
पन्द्रहवां शहरी सचलता भारत सम्मेलन और प्रदर्शनी
पन्द्रहवां शहरी सचलता भारत सम्मेलन और प्रदर्शनी 4-6 नवंबर तक कोच्चि में आयोजित किया गया था. इस सम्मेलन का उद्घाटन आवास और शहरी कार्य मंत्री हरदीप सिंह पुरी तथा केरल के मुख्यमंत्री पिनारई विजयन ने संयुक्त रूप से किया था.
मुख्य बिन्दु
- केन्द्र और राज्य सरकार के वरिष्ठ अधिकारी, नीति निर्धारण, मेट्रो रेल कम्पनियों के प्रबंध निदेशक, अंतरराष्ट्रीय विशेषज्ञों ने इस सम्मेलन में भाग लिया था.
- वार्षिक आयोजन का उद्देश्य शहर और राज्य स्तर पर क्षमताओं का निर्माण करना और शहरी परिवहन से जुड़ी समस्याओं का समाधान करना है.
- सम्मेलन का विषय था- “आजादी @ 75 – सतत आत्मानिर्भर शहरी गतिशीलता”.
8 नवंबर: विश्व रेडियोग्राफी दिवस
प्रत्येक वर्ष 8 नवंबर को विश्व रेडियोग्राफी दिवस (International Day of Radiology) मनाया जाता है. इस दिवस को मनाने का उद्देश्य लोगों के बीच रेडियोलॉजी के बारे में जागरूकता बढ़ाना है.
यह दिवस भौतिकी के वैज्ञानिक विल्हेम कॉनराड रॉन्टगन जिन्होंने एक्स-रे की खोज की थी, के जन्मदिन पर मनाया जाता है. वर्ष 1895 में आज के ही दिन रॉन्टगन ने एक्स-रे की खोज की थी.
इस वर्ष यानी 2021 का विश्व रेडियोग्राफी दिवस की थीम (मुख्य विषय) ‘रोगियों का समर्थन करने वाले रेडियोलॉजिस्ट और रेडियोग्राफर’ (Radiologists and Radiographers supporting patients) है.
9 नवम्बर 2022: उत्तराखंड का 22वां स्थापना दिवस
प्रत्येक वर्ष 9 नवम्बर को उत्तराखंड अपना स्थापना दिवस (Uttarakhand Sthapna Diwas) मनाता है. वर्ष 2000 में इसी दिन उत्तराखंड अस्तित्व में आया था. इसके पहले यह उत्तर प्रदेश का हिस्सा था.
कई वर्षों तक चले आंदोलन के बाद 9 नवंबर 2000 को उत्तराखण्ड को सत्ताईसवें राज्य के रूप में भारत गणराज्य में शामिल किया गया था.
9 नवंबर: राष्ट्रीय विधिक सेवा दिवस
प्रत्येक वर्ष 9 नवंबर को राष्ट्रीय विधिक सेवा दिवस (National Legal Services Day) मनाया जाता है. इस दिवस को मनाने का उद्देश्य सभी नागरिकों के लिए उचित निष्पक्ष और न्याय प्रक्रिया सुनिश्चित करने के लिए जागरूकता फैलाना है.
राष्ट्रीय विधिक सेवा दिवस (NLSD) की शुरुआत पहली बार 1995 में भारत के सर्वोच्च न्यायालय द्वारा समाज के गरीब और कमजोर वर्गों को सहायता और समर्थन प्रदान करने के लिये की गई थी.
देश-दुनिया: एक संक्षिप्त दृष्टि
सामयिक घटनाचक्र का डेलीडोज
दिल्ली में केंद्रीय सूचना आयोग का वार्षिक सम्मेलन
लोकसभा अध्यक्ष ओम बिड़ला 9 नवंबर को नई दिल्ली में केंद्रीय सूचना आयोग के वार्षिक सम्मेलन का शुभारंभ करेंगे. सम्मेलन विषय है- आजादी का अमृत महोत्सवः सूचना अधिकार के माध्यम से जन केंद्रित शासन. सम्मेलन में सुशासन, पारदर्शिता, सूचना का अधिकार- आरटीआई और अन्य संबंधित मुद्दों पर विचार-विमर्श होगा.
विदेश राज्य मंत्री ने ब्राजील की संसद में विशेष सत्र में भाग लिया
विदेश राज्य मंत्री वी. मुरलीधरन ने ब्राजील के साथ राजनयिक संबंधों के महत्व पर बल दिया है. श्री मुरलीधरन ने स्वतंत्रता के 75 वर्ष पूरा होने पर ब्राजील की संसद में आयोजित विशेष सत्र में भाग लिया. उन्होंने कहा कि भारत में हो रहे अभूतपूर्व आर्थिक बदलाव से अन्य देशों के लिए द्विपक्षीय सहयोग के अपार अवसर खुल गए हैं.
सिखों के प्रथम गुरू, नानक देव जी का प्रकाश पर्व
भारत और विश्वभर में 8 नवंबर को गुरू नानक जयंती (गुरूपरब) मनाया गया. यह दिन सिखों के प्रथम गुरू, नानक देव जी के प्रकाश पर्व के रूप में मनाया जाता है. इस वर्ष गुरु नानक देव जी की 553वीं जयंती है.