डेली कर्रेंट अफेयर्स
भारत तथा ऑस्ट्रेलिया के बीच मुक्त व्यापार समझौते को स्वीकृति
ऑस्ट्रेलियाई संसद ने भारत तथा ऑस्ट्रेलिया के बीच मुक्त व्यापार समझौते (AI-ECTA) को स्वीकृति दी है. इस समझौते (AI-ECTA) पर दोनों देशों ने 2 अप्रैल, 2022 को हस्ताक्षर किए थे.
AI-ECTA: मुख्य बिन्दु
- यह मुक्त व्यापार समझौता आयात-निर्यात के तहत उत्पादों पर सीमा शुल्क, नियामक कानूनों, सब्सिडी और कोटा को कम करके भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच व्यापार को आसान बनाता है.
- यह समझौता यह सुनिश्चित करता है कि अन्य देशों की तुलना में उत्पादन की लागत सस्ती हो.
- एक बार जब यह लागू हो जाएगा, AI-ECTA भारत को 6,000 से अधिक व्यापक क्षेत्रों के लिए ऑस्ट्रेलियाई बाजार में शुल्क मुक्त पहुंच प्रदान करेगा. इनमें खनन और खनिज, औषधि, स्वास्थ्य सेवा, शिक्षा, स्वच्छ ऊर्जा, परिवहन, रत्न और आभूषण, पर्यटन और वस्त्र शामिल हैं.
- इस मुक्त व्यापार समझौते के तहत, ऑस्ट्रेलिया अपने निर्यात के लगभग 96.4 प्रतिशत (मूल्य के आधार पर) के लिए भारत को शून्य-शुल्क पहुंच प्रदान करेगा. इसमें ऐसे उत्पाद शामिल हैं जिन पर ऑस्ट्रेलिया में फिलहाल 4 से 5 फीसदी सीमा शुल्क लगता है.
कासिम जोमार्ट तोकायेव कजाख्स्तान के राष्ट्रपति चुने गए
कासिम जोमार्ट तोकायेव कजाख्स्तान के नए राष्ट्रपति निर्वाचित हुए हैं. कजाख्स्तान में निर्धारित समय से पहले 19 नवंबर को राष्ट्रपति चुनाव कराये गये थे. इस चुनाव में श्री तोकायेव ने 81 प्रतिशत से अधिक वोट जीत दर्ज की है.
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कजाख्स्तान में राष्ट्रपति चुनाव में जीत के लिए कासिम जोमार्ट तोकायेव को बधाई दी है.
अहोम सेनापति लचित बारफुकन की 400वीं जयंती मनाई गई
असम के प्रसिद्ध युद्ध नायक अहोम सेनापति लचित बारफुकन की 400वीं जयंती हाल ही में मनाई गई थी. इस अवसर पर 23 से 25 नवंबर तक एक समारोह नई दिल्ली आयोजित किया गया था. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने समापन समारोह में भाग लिए थे.
लचित बारफुकन ने सरायघाट के प्रसिद्ध युद्ध में मुगलों को पराजित किया था. देश की राजधानी में 400वीं जयंती समारोह आयोजित करने का प्रधान उद्देश्य लचित बारफुकन के शौर्य और युद्ध कौशल के बारे में देश की जनता को बताना था.
लचित बारफुकन कौन थे?
- लचित बारफुकन, अहोम सेना के प्रसिद्ध सेनापति थे, जिन्होंने मुगलों को पराजित किया और औरंगजेब की बढ़ती महत्वाकांक्षाओं को रोक दिया था.
- छह सौ साल से अधिक असम पर शासन करने वाले अहोम दुनिया में सबसे लम्बे शासकों में से एक हैं.
- लचित बारफुकन गंभीर रूप से बीमार थे, जब अहोम ने 1671 में सरायघाट में शक्तिशाली मुगलों का सामना किया था.
- अपने खराब स्वास्थ्य के बावजूद एक सच्चे सेनापति के रूप में लचित बारफुकन ने आगे बढ़कर नेतृत्व दिया और मुगलों को पराजित किया.
मालदीव के पर्यटन बाजार में इस वर्ष भी भारत अग्रणी स्थान पर
मालदीव के पर्यटन बाजार में इस वर्ष भी भारत अग्रणी स्थान पर बना हुआ है. इस वर्ष अब तक लगभग 2 लाख भारतीय पर्यटकों ने मालदीव का दौरा किया. मालदीव में भारतीय उच्चायोग ने बताया कि वर्ष 2020 से मालदीव के पर्यटन क्षेत्र में भारत का सर्वाधिक योगदान रहा है.