डेली कर्रेंट अफेयर्स
17वां प्रवासी भारतीय दिवस सम्मेलन का इंदौर में आयोजन
9 जनवरी को प्रवासी भारतीय दिवस मनाया जाता है. इस दिवस को मनाने का उद्देश्य भारत के विकास में प्रवासी भारतीय समुदाय के योगदान को सम्मान देना है.
17वां प्रवासी भारतीय दिवस सम्मेलन 8-10 जनवरी तक इंदौर में आयोजित किया गया था. सम्मेलन का विषय था ‘प्रवासी-भारतीय अमृतकाल में भारत के विश्वसनीय भागीदार’.
मुख्य बिन्दु
- सम्मेलन का औपचारिक उद्घाटन प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी 9 जनवरी को किया था जबकि समापन सत्र की अध्यक्षता राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मु ने किया.
- राष्ट्रपति मुर्मु ने इस अवसर पर प्रवासी भारतीय सम्मान पुरस्कार प्रदान किया. यह पुरस्कार, विदेश में भारत के बारे में बेहतर समन्वय बनाने, भारत की उपलब्धियों का समर्थन करने और भारतीय समुदाय के कल्याण के लिए काम करने वाले प्रवासी भारतीय और उनके द्वारा संचालित संस्थानों को दिये जाते हैं.
- प्रधानमंत्री मोदी ने इस दौरान “आजादी का अमृत महोत्सव – भारतीय स्वतंत्रता संग्राम में प्रवासी भारतीयों का योगदान” विषय पर केन्द्रित पहली डिजिटल प्रदर्शनी का उद्घाटन भी किया था.
- उद्घाटन समारोह में गयाना के राष्ट्रपति मोहम्मद इरफान अली मुख्य अतिथि और सुरीनाम के राष्ट्रपति चंद्रिका प्रसाद संतोखी विशेष अतिथि थे.
- इस अवसर पर प्रधानमंत्री ने सूरीनाम के राष्ट्रपति चंद्रिका प्रसाद संतोखी से वार्ता की. दोनों नेताओं ने हाइड्रोकार्बन, रक्षा, समुद्री सुरक्षा, डिजिटल पहल और आईसीटी तथा क्षमता निर्माण सहित द्विपक्षीय हित के विभिन्न क्षेत्रों में सहयोग बढाने पर चर्चा की.
10 जनवरी: विश्व हिंदी दिवस
प्रत्येक वर्ष 10 जनवरी को विश्व हिंदी दिवस (World Hindi Day) के रूप में मनाया जाता है. विदेशों में हिंदी भाषा के प्रयोग को बढ़ावा देने के उद्देश्य से हर साल यह दिवस मनाया जाता है.
2006 में इसी दिन पहली बार नागपुर में प्रथम विश्व हिन्दी सम्मेलन का आयोजन किया गया था. इस सम्मेलन की स्मृति में भारत सरकार ने 2006 से 10 जनवरी को विश्व हिंदी दिवस के रूप में मनाने का निर्णय लिया था. पढ़ें पूरा आलेख…»
देश-दुनिया: एक संक्षिप्त दृष्टि
सामयिक घटनाचक्र का डेलीडोज
प्रधानमंत्री राष्ट्रीय प्रशिक्षु मेला का आयोजन
प्रधानमंत्री राष्ट्रीय प्रशिक्षु मेला 9 जनवरी को देश के 242 जिलों में आयोजित किया जा रहा है. इसका आयोजन कौशल विकास और उद्यमिता मंत्रालय द्वारा किया गया है. मेले में स्थानीय व्यापारियों, कम्पनियों और संगठनों को मेले में आमंत्रित किया गया था, जो युवाओं को प्रशिक्षण के अवसर प्रदान करेंगे.
जलवायु परिवर्तन के कारण जोशीमठ में जमीन धंसने की घटना
उत्तराखंड के जोशीमठ में भूमि धंसने का प्राथमिक कारण नेशनल थर्मल पावर कॉरपोरेशन की तपोवन विष्णुगढ़ हाइड्रो पावर प्रोजेक्ट माना जा रहा है, हालांकि जलवायु परिवर्तन भी एक योगदान कारक है. जोशीमठ में स्थिति कोई नई नहीं है, क्योंकि 1970 के दशक में भूमि धंसने की घटनाएं भी सामने आई थीं.