भारत और जापान की 15वीं शिखर वार्ता (15th India-Japan Annual Summit) 21 मार्च को नई दिल्ली में हुई थी. इस वार्ता में हिस्सा लेने जापान के प्रधानमंत्री किशिदा फूमियो (Fumio Kishida) 20-21 मार्च को भारत की यात्रा पर थे.
मुख्य बिन्दु
इस यात्रा के क्रम में जापान के प्रधानमंत्री ने दिल्ली के हैदराबाद हाउस में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के साथ द्विपक्षीय वार्ता की.
बैठक में दोनों नेताओं ने आपसी हित के द्विपक्षीय और क्षेत्रीय मुद्दों पर विचार-विमर्श किया. बैठक का उद्देश्य आर्थिक रुप से पिछड़े देशों की सहायता करना और भारत-जापान संबंधों को मजबूत बनाना था.
श्री मोदी ने कहा कि इस साल भारत G-20 की और जापान G-7 की अध्यक्षता कर रहा है. इसलिए अपनी-अपनी प्राथमिकताओं और हितों पर साथ मिल कर काम करने का यह उत्तम अवसर है.
जापान ने हिरोशिमा में होने वाली जी-7 शिखर बैठक के लिए औपचारिक रूप से भारत को आमंत्रित किया.
जापान के प्रधानमंत्री ने मुक्त और खुले इंडो पैसिफिक पहल की घोषणा की. इंडो पैसिफिक रीजन (हिंद प्रशांत क्षेत्र) में चीन के बढ़ते हस्तक्षेप को रोकने के लिए भारत और जापान मिलकर काम करने को राजी हुए हैं.
जापान की यह पहल चीन की बढ़ती आक्रामकता को रोकने के लिए है, जिसका सामना भारत भी कर रहा है.
भारत और जापान संबंध
भारत और जापान के बीच रक्षा और सुरक्षा सहयोग विशेष रणनीतिक और वैश्विक साझेदारी के एक महत्वपूर्ण स्तंभ के रूप में उभरा है. हिंद-प्रशांत क्षेत्र में शांति सुनिश्चित करने में इसकी महत्वपूर्ण भूमिका है.
वर्ष 2015 में हस्ताक्षरित रक्षा उपकरण और प्रौद्योगिकी समझौते के तहत दोनों देश लगातार प्रगति कर रहे हैं. जापान, भारत में पांचवां सबसे बड़ा निवेशक देश है.
https://www.edudose.com/wp-content/uploads/2014/05/Logo.png00Team EduDosehttps://www.edudose.com/wp-content/uploads/2014/05/Logo.pngTeam EduDose2023-03-22 19:37:202023-03-23 18:56:44भारत-जापान 14वीं शिखर वार्ता: जापान के प्रधानमंत्री किशिदा फूमियो की भारत यात्रा