डेली कर्रेंट अफेयर्स
हैदराबाद में नवपाषाण युग के पत्थर के औजार मिले
हैदराबाद में पुरातत्वविदों को नवपाषाण युग के पत्थर के दुर्लभ औजार मिले हैं. ये औजार हैदराबाद में जुबली हिल्स इलाके से सटे बीएनआर हिल्स में मिले हैं. शहर में पहली बार नवपाषाण युग के औजार मिले हैं. ईससे संकेत मिलते हैं कि इस शहर का इतिहास करीब 6,000 साल पुराना है.
मुख्य बिन्दु
- नवपाषाण युग का संबंध उस अवधि से है जब मनुष्य पत्थर के बने औजारों तथा हथियारों का इस्तेमाल करते थे और खेती की शुरुआत की थी.
- यहाँ नवपाषाण युग के पत्थर (टॉर्टोइज रॉक’) दो औजार मिले जिन्हें नवीन पाषाण युग के औजार के रूप में जाना जाता है. एक की लंबाई 12 सेंटीमीटर और दूसरे की 9 सेंटीमीटर और चौड़ाई 2.5 सेंटीमीटर है.
- ये दो पत्थर पुरातत्व की दृष्टि से बहुत महत्वपूर्ण हैं. ये 4,000 से 2,000 ईसा पूर्व के हैं. ये औजार नीले ग्रेनाइट पत्थर के बने हैं.
- ये पत्थर नीचे से अच्छी तरह पॉलिश किए हुए हैं और प्रत्येक औजार का एक छोर मोटा है ताकि उसमें लकड़ी का डंडा लगाया जा सके.
- 4,000 ईसा पूर्व के आसपास ये चट्टानें नवपाषाण युग के लोगों का अस्थायी निवास स्थान थी जो कृषि, पशुपालन और शिकार पर निर्भर रहते थे.
आईएनएस विक्रांत के डेक पर मिग-29 लड़ाकू विमान की पहली नाइट लैंडिंग
भारतीय नौसेना ने आईएनएस विक्रांत विमानवाहक पोत के डेक पर ‘मिग-29K’ लड़ाकू विमान की पहली नाइट लैंडिंग कराकर एक बड़ी उपलब्धि हासिल की.
भारतीय नौसेना ने कहा है कि आईएनएस विक्रांत पर मिग-29K की पहली नाइट लैंडिंग आत्मनिर्भर भारत की दिशा में नौसेना की शक्ति का संकेत है.
आईएनएस विक्रांत, भारत का पहला स्वदेशी विमानवाहक पोत है. यह पोत 2 सितंबर, 2022 को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की उपस्थिति में भारतीय नौसेना में कमीशन किया गया था.
पर्यटन कार्यकारी समूह की तीसरी बैठक श्रीनगर में आयोजित की गई
भारत की जी-20 की अध्यक्षता के अन्तर्गत पर्यटन कार्यकारी समूह की तीसरी बैठक 22 से 24 मई तक जम्मू-कश्मीर के श्रीनगर में आयोजित की गई थी.
बैठक की मुख्य कार्यवाही श्रीनगर के शेर-ए-कश्मीर इंटरनेशनल कन्वेंशन सेंटर में शुरू हुई थी. बैठक में हरित पर्यटन, डिजिटिकरण, कौशल, पर्यटन, सुक्ष्म लघु और मध्यम उद्यम तथा पर्यटन स्थानों जैसे प्राथमिकता के पांच क्षेत्रों पर चर्चा हुई.
बैठक के दौरान इसके गणमान्य प्रतिनिधि राज्य सरकार द्वारा आयोजित कला और शिल्प बाजार का भी दौरा किया. इसमें स्थानीय हस्तशिल्प, कारीगरों के काम और सामुदायिक भागीदारी के महत्व को प्रदर्शित किया गया था.
जलवायु परिवर्तन की वजह से भारत सहित एशिया के 16 देशों में गंभीर संकट
हाल ही में प्रकाशित के रिसर्च रिपोर्ट के अनुसार जलवायु परिवर्तन की वजह से एशिया के 16 देशों में गंभीर संकट मंडरा रहा है. यह रिपोर्ट चाइना वॉटर रिस्क थिंक टैंक की अगुवाई में हुई रिसर्च पर आधारित है.
मुख्य बिन्दु
- जलवायु परिवर्तन का असर हिंदूकुश और हिमालय के पहाड़ों के वाटर सिस्टम पर पड़ेगा, जो एशिया के लिए चिंता की बात है.
- ऐसे में अगर क्षेत्रीय जल प्रवाह को बचाने के लिए कोई ठोस उपाय नहीं किए गए तो भारत समेत कई देशों में गंभीर स्थिति पैदा हो सकती है.
- हिंदूकुश-हिमालय क्षेत्र से 10 प्रमुख नदियां बहती हैं. इन नदियों पर 1 अरब लोग निर्भर हैं. इन पूरे इलाकों की सालाना 4.3 ट्रिलियन डॉलर जीडीपी है.
- ये नदियां यहां के लोगों को ना सिर्फ पीने का पानी उपलब्ध कराती हैं, बल्कि ये नदियां यहां रह रहे लोगों की खेती-बाड़ी का भी मुख्य स्रोत हैं.
- जो 10 नदियां हिंदुकुश-हिमालय क्षेत्र से निकलती है, उनमें भारत और बांग्लादेश में बहने वाली ब्रह्मपुत्र भी शामिल है. इनके अलावा चीन की यांग्तजे और यलो नदियां इस क्षेत्र से बहती हैं जो मेकॉन्ग और सालवनी नदियों के साथ सीमाएं बांटती है.
- थिंक टैंक ने इस बात पर जोर डाला है कि अगर हम उत्सर्जन में लगाम नहीं लगाएंगे तो इन सभी नदियों को गंभीर जोखिमों का सामना करना पड़ेगा.
- इन 10 नदियों में 16 देशों की तीन-चौथाई हाइड्रोपावर प्रोजेक्ट चल रहे हैं. इसके अलावा ये नदियां 44 फीसदी कोयला आधारित पावर प्रोजेक्ट्स को भी सहायता प्रदान करती है. ये देश अभी भी अपनी ऊर्जा जरुरतों को पूरा करने के लिए जीवाश्म ईधन पर बहुत अधिक निर्भर हैं.
देश-दुनिया: एक संक्षिप्त दृष्टि
सामयिक घटनाचक्र का डेलीडोज
जी-20 भ्रष्टाचार रोधी कार्यकारी समूह की दूसरी बैठक टिहरी में
जी-20 भ्रष्टाचार रोधी कार्यकारी समूह की दूसरी बैठक 25-27 मई को उत्तराखंड के टिहरी जिले के नरेंद्र नगर में आयोजित की जा रही है. इस बैठक में सदस्य देशों के प्रतिनिधि अंतरराष्ट्रीय भ्रष्टाचार रोधी तंत्र विषय पर चर्चा करेंगे. बैठक में लिंग और भ्रष्टाचार के विषय पर चर्चा की गई.
उत्तर प्रदेश में तीसरे खेलो इंडिया यूनिवर्सिटी खेलों का उद्घाटन
तीसरा खेलो इंडिया यूनिवर्सिटी खेल 23 मई से 3 जून तक उत्तर प्रदेश में खेला जा रहा है. लखनऊ के बाबू बनारसी दास खेल परिसर में इन खेलों के भव्य उद्घाटन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 25 मई को वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से किया था.
देहरादून से दिल्ली के लिए वंदे भारत एक्सप्रेस रेलगाडी
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने वीडियो कांफ्रेंस के माध्यम से देहरादून से दिल्ली के लिए वंदे भारत एक्सप्रेस रेलगाडी को झंडी दिखाकर रवाना किया. उत्तराखंड के लिए यह पहली वंदे भारत रेलगाडी है.
मुम्बई में पहला खनन स्टार्टअप सम्मेलन
केन्द्रीय संसदीय कार्य, कोयला और खान मंत्री प्रल्हाद जोशी 29 मई को मुम्बई में पहले खनन स्टार्टअप सम्मेलन का उद्घाटन करेंगे. इस सम्मेलन का आयोजन खान मंत्रालय, भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान-बॉम्बे के सहयोग से कर रहा है.