28 मई को प्रधानमंत्री ने नवनिर्मित संसद भवन राष्ट्र को समर्पित किया

प्रधानमंत्री नरेन्‍द्र मोदी ने नवनिर्मित संसद भवन को 28 मई को राष्ट्र को समर्पित कर दिया. इस ऐतिहासिक अवसर पर वे 75 रुपये का एक स्मारक सिक्का और डाक टिकट भी जारी किए.

मुख्य बिन्दु

  • संसद भवन के उद्घाटन की पूर्व संध्या पर प्रधानमंत्री मोदी ने अपने आवास पर अधीनम संत से भेंट की थी और उनका आशीर्वाद लिया.
  • अधीनम संतों ने श्री मोदी को सेंगोल सौंपा जिसे प्रधानमंत्री ने नये संसद भवन में स्‍थापित किया है. अधीनम संत तमिलनाडु के गैर-ब्राह्मण शैव मठों में रहने वाले लोग हैं.
  • संसद के निर्माण में वैसे तो 60 हजार मजदूरों ने कार्य किया, लेकिन प्रतीक के रूप में इन 11 मजदूरों का सम्मान के लिए चयन किया गया था.

नया संसद: एक दृष्टि

  • नया संसद भवन रिकॉर्ड समय में तैयार किया गया है. प्रधानमंत्री मोदी ने संसद के नये भवन की आधारशिला 10 दिसम्‍बर 2020 को रखी थी.
  • नया संसद भवन त्रिकोणीय है जिसका निर्माण 65 हजार वर्ग मीटर में किया गया है. पर्यावरण अनुकूल होने के कारण इस भवन को प्लेटिनम रेटिंग दी गई है और यह भवन पर्यावरण के प्रति भारत की प्रतिबद्धता दर्शाता है.
  • लोकसभा चैम्बर को राष्ट्रीय पक्षी मोर की थीम पर बनाया गया है, जहां की क्षमता 888 सीट है, वहीं राज्यसभा चैम्बर को राष्ट्रीय फूल कमल की थीम पर बनाया गया है और इसमें 384 सदस्यों के बैठने की व्यवस्था है. लोकसभा चैम्बर संयुक्त सत्र के लिए 1272 सीटों को समायोजित करने में सक्षम होगा.

भारतीय संसद का निर्माण: मुख्य तिथि

  • 12 फरवरी, 1921: ‘ड्यूक ऑफ कनॉट’ ने संसद भवन की आधारशिला रखी. उस समय इसे ‘काउंसिल हाउस’ कहा जाता था.
  • 18 जनवरी, 1927: तत्कालीन गवर्नर जनरल लॉर्ड इरविन ने संसद भवन का उद्घाटन किया.
  • 9 दिसंबर, 1946: संविधान सभा की पहली बैठक.
  • 14-15 अगस्त, 1947: संविधान सभा के मध्यरात्रि सत्र में सत्ता का हस्तांतरण.
  • 3 अगस्त, 1970: तत्कालीन राष्ट्रपति वीवी गिरि ने संसदीय सौध की आधारशिला रखी.
  • 24 अक्टूबर, 1975: तत्कालीन प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी ने संसदीय सौध का उद्घाटन किया.
  • 15 अगस्त, 1987: तत्कालीन प्रधानमंत्री राजीव गांधी ने संसद पुस्तकालय की नींव रखी.
  • 31 जुलाई, 2017: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने संसदीय सौध के विस्तार किए गए हिस्से का उद्घाटन किया.
  • 10 दिसंबर, 2020: प्रधानमंत्री मोदी ने नए संसद भवन की आधारशिला रखी.
  • 28 मई, 2023: प्रधानमंत्री मोदी ने नए संसद भवन का उद्घाटन किया.

क्या है सेंगोल (Sengol)?

  • सेंगोल एक स्वर्ण परत वाला राजदण्ड है जिसे 28 मई 2023 को भारत के नए संसद भवन में लोकसभा अध्यक्ष (स्पीकर) के आसन के पास स्थापित किया गया हैं. इसका इतिहास चोल साम्राज्य से जुड़ा है.
  • सेंगोल को सदियों पहले से दक्षिण भारत की चेरा, चोला और पंड्या वंशों में सत्ता का हस्तांतरण का प्रतीक माना जाता हैं. उस समय पुराना राजा नए राजा को इसे सौंपता था.
  • भारत की आजादी का हस्तांतरण सेंगोल द्वारा हुआ था. 14 अगस्त 1947 को स्वतन्त्रता प्राप्ति की घोषणा के पश्चात तत्कालीन वायसराय लॉर्ड माउंटबेटन ने आजाद भारत के पहले प्रधानमंत्री जवाहरलाल नेहरू को सेंगोल सौंप दिया था. कुछ समय बाद में सेंगोल को इलाहाबाद संग्रहालय में रख दिया गया था.
  • सेंगोल की लंबाई लगभग 5 फीट है. इसके शीर्ष पर नंदी की प्रतिमा उकेरी गई है. नंदी भगवान शिव का वाहन है, जिस कारण इसका जुड़ाव शैव परंपरा से प्रदर्शित होता है. नंदी को पुराणों में शक्ति-सम्पन्नता और कर्मठता का प्रतीक माना गया हैं.