राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मु ने पद्म सम्मान 2024 के प्राप्तकर्ताओं को 22 अप्रैल को इस सम्मान से अलंकृत किया. राष्ट्रपति भवन में आयोजित वितरण समारोह में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, गृह मंत्री अमित शाह मौजूद थे.
राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मु ने 75वें गणतंत्र दिवस की पूर्व संध्या 25 जनवरी 2024 को पद्म पुरस्कारों को मंजूरी दी थी. इस वर्ष 5 लोगों को पद्म विभूषण, 17 को पद्म भूषण और 110 को पद्मश्री देने की घोषणा की गई थी.
पद्म सम्मान 2024: मुख्य बिन्दु
पुरस्कार पाने वालों में तीस महिलाएं हैं. सूची में विदेशी, अनिवासी भारतीय मूल के लोग, विदेशों में रहने वाले भारतीय नागरिक सहित आठ व्यक्ति शामिल हैं.
पूर्व उपराष्ट्रपति वेंकैया नायडू और अभिनेता चिरंजीवी, अभिनेत्री वैजयंतीमाला बाली, भरतनाट्यम नृत्यांगना पदमा सुब्रह्मण्यम को पद्मविभूषण के लिए चुना गया है. सामाजिक कार्यकर्ता बिंदेश्वर पाठक को मरणोपरांत पद्मविभूषण से सम्मानित किया जाएगा.
सर्वोच्च न्यायलय की पहली महिला न्यायाधीश एम.फातिमा बीवी और तमिल अभिनेता विजय कांत को मरणोपरांत पद्मभूषण प्रदान किया जाएगा. पद्मभूषण पुरस्कार पाने वालों में बॉलीवुड अभिनेता मिथुन चक्रवर्ती, गायिका ऊषा उथुप, उद्योगपति सीताराम जिंदल, संगीत निर्देशक प्यारेलाल शर्मा और फॉक्सकोन अध्यक्ष यंग ल्यू शामिल हैं.
पद्म पुरस्कार विजेताओं में 34 ऐसे नायक भी हैं, जिनकी चर्चा बहुत कम है. इनमें भारत की पहली महिला महावत पर्बती बरूआ, जनजातीय पर्यावरण कार्यकर्ता चामी मुर्मु और सामाजिक कार्यकर्ता संगथंनकिमा शामिल हैं.
https://www.edudose.com/wp-content/uploads/2014/05/Logo.png00Team EduDosehttps://www.edudose.com/wp-content/uploads/2014/05/Logo.pngTeam EduDose2024-04-24 08:38:212024-04-24 08:41:44पद्म पुरस्कार 2024 का वितरण, जानिए पद्म पुरस्कार के बारे में, पद्म पुरस्कार 2023 की पूरी सूची
हिंदी सिनेमा के प्रसिद्ध अभिनेता अमिताभ बच्चन को तीसरा लता दीनानाथ मंगेशकर अवार्ड (Lata Dinanath Mangeshkar Award) 2024 से सम्मानित किया जाएगा.
मुख्य बिन्दु
इस पुरस्कार की घोषणा 16 अप्रैल 2024 को मुंबई में आयोजित मास्टर दीनानाथ मंगेशकर स्मृति प्रतिष्ठान पब्लिक चैरिटेबल ट्रस्ट और मंगेशकर परिवार की तरफ से आयोजित की गई.
अमिताभ को यह पुरस्कार लता मंगेशकर के पिता दीनानाथ मंगेशकर की 82वीं पुण्यतिथि के अवसर पर 24 अप्रैल 2024 को मुंबई में दिया जाएगा.
ट्रस्ट और मंगेशकर परिवार की तरफ से कई अन्य पुरस्कारों की भी घोषणा की गई. इसके तहत एआर रहमान को भारतीय संगीत के लिए, पद्मिनी कोल्हापुरी को सिनेमा के क्षेत्र में सेवाओं के लिए, अभिनेता रणदीप हुडा को बेस्ट फिल्म प्रोडक्शन और एक्टर का विशेष पुरस्कार दिए जाने की घोषणा हुई.
इस पुरस्कार की शुरुआत ट्रस्ट और मंगेशकर परिवार की तरफ से भारत रत्न और स्वर कोकिला दिवंगत लता मंगेशकर की स्मृति में वर्ष 2022 में की गई थी.
इससे पहले साल 2022 व 2023 में यह अवार्ड क्रमशः पीएम नरेन्द्र मोदी और गायिका आशा भोसले को दिया गया था.
लता दीनानाथ मंगेशकर अवॉर्ड, दीनानाथ मंगेशकर स्मृति प्रतिष्ठान द्वारा स्वरकोकिला लता मंगेशकर के सम्मान में शुरू किया गया था.
https://www.edudose.com/wp-content/uploads/2014/05/Logo.png00Team EduDosehttps://www.edudose.com/wp-content/uploads/2014/05/Logo.pngTeam EduDose2024-04-19 20:19:182024-04-21 20:26:57अमिताभ बच्चन लता दीनानाथ मंगेशकर पुरस्कार देने की घोषणा
इसरो की चंद्रयान-3 मिशन टीम को अंतरिक्ष अन्वेषण के लिए 2024 जॉन एल ‘जैक’ स्विगर्ट, जूनियर पुरस्कार (John L. ‘Jack’ Swigert Jr. Award) से सम्मानित किया गया है. यह पुरस्कार अमेरिका के स्पेस फाउंडेशन (Space Foundation) द्वारा दिया जाता है.
मुख्य बिन्दु
कोलोराडो स्थित स्पेस फाउंडेशन के वार्षिक अंतरिक्ष संगोष्ठी उद्घाटन समारोह में यह पुरस्कार प्रदान किया गया. ह्यूस्टन में भारत के महावाणिज्य दूत डीसी मंजूनाथ ने इसरो की टीम की ओर से पुरस्कार प्राप्त किया.
स्पेस फाउंडेशन अंतरिक्ष पारिस्थितिकी तंत्र के लिए सूचना, शिक्षा और सहयोग प्रदान करता है. स्पेस फाउंडेशन के सीईओ हीथर प्रिंगल ने कहा, अंतरिक्ष में भारत का नेतृत्व दुनिया के लिए एक प्रेरणा है.
भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (इसरो) को यह पुरस्कार चंद्रयान-3 टीम की असाधारण उपलब्धियों के लिए दिया गया है. चंद्रयान-3 चंद्रमा के अज्ञात दक्षिणी ध्रुव क्षेत्र पर उतरने वाला विश्व का पहला यान था.
इसरो ने चंद्रयान-3 मिशन को जुलाई 2023 में लॉन्च किया था. चंद्रयान-3 मिशन में शामिल विक्रम नामक लैंडर और प्रज्ञान नामक रोवर को 23 अगस्त, 2023 को चंद्रमा के दक्षिणी ध्रुव पर चंद्रमा की सतह पर सफलतापूर्वक उतारा गया था.
अंतरिक्ष अन्वेषण के लिए जॉन एल. ‘जैक’ स्विगर्ट जूनियर पुरस्कार का नाम अंतरिक्ष यात्री जॉन एल. स्विगर्ट जूनियर के नाम पर रखा गया है, जिन्होंने प्रसिद्ध अपोलो 13 चंद्र मिशन में काम किया था.
https://www.edudose.com/wp-content/uploads/2014/05/Logo.png00Team EduDosehttps://www.edudose.com/wp-content/uploads/2014/05/Logo.pngTeam EduDose2024-04-14 19:44:342024-04-14 19:44:34चंद्रयान-3 की टीम को अमेरिका के स्पेस फाउंडेशन का शीर्ष पुरस्कार
राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मु ने 5 शख्सियतों को देश के सर्वोच्च नागरिक सम्मान भारत रत्न (Bharat Ratna) से सम्मानित किया. यह सम्मान पूर्व प्रधानमंत्री चौधरी चरण सिंह और श्री पीवी नरसिम्हा राव, बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री कर्पूरी ठाकुर और प्रख्यात वैज्ञानिक डॉक्टर एमएस स्वामीनाथन को मरणोपरांत दिया गया.
पूर्व उप-प्रधानमंत्री और भारतीय जनता पार्टी के वरिष्ठ नेता लालकृष्ण आडवाणी को भी देश के इस सर्वोच्च नागरिक अलंकरण प्रदान किया गया.
30 मार्च को राष्ट्रपति भवन में आयोजित कार्यक्रम में चारों शख्सियतों के परिजनों ने यह सम्मान हासिल किया. नरसिम्हा राव के बेटे पीवी प्रभाकर राव, चौधरी चरण सिंह के पोते जयंत चौधरी, कर्पूरी ठाकुर के बेटे रामनाथ ठाकुर और एमएस स्वामीनाथन की बेटी नित्या राव ने राष्ट्रपति से यह सम्मान प्राप्त किया.
राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू 31 मार्च को आडवाणी के घर जाकर उन्हें सम्मानित किया. तबीयत खराब होने के कारण वे सम्मान समारोह में शामिल नहीं हो सके थे.
चौधरी चरण सिंह
चौधरी चरण सिंह देश के पांचवें प्रधानमंत्री थे. उन्होंने किसानों के अधिकार और उनके कल्याण के लिए अपना पूरा जीवन समर्पित कर दिया था. उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री और गृहमंत्री के रूप में भी, उन्होंने हमेशा राष्ट्र निर्माण को गति प्रदान की.
नरसिम्हा राव
नरसिम्हा राव देश के नौवें प्रधानमंत्री थे. प्रधानमंत्री के रूप में उनका कार्यकाल महत्वपूर्ण उपायों द्वारा चिह्नित किया गया था, जिसने भारत को वैश्विक बाजारों के लिए खोल दिया, जिससे आर्थिक विकास के एक नए युग को बढ़ावा मिला. इसके अलावा, भारत की विदेश नीति, भाषा और शिक्षा क्षेत्रों में उनका योगदान उल्लेखनीय रहा है.
डॉ. एमएस स्वामीनाथन
कृषि वैज्ञानिक डॉ. एमएस स्वामीनाथन को हरित क्रांति का जनक कहा जाता है. उन्होंने चुनौतीपूर्ण समय के दौरान भारत को कृषि में आत्मनिर्भरता हासिल करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई और भारतीय कृषि को आधुनिक बनाने की दिशा में उत्कृष्ट प्रयास किए. डॉ. स्वामीनाथन के दूरदर्शी नेतृत्व ने न केवल भारतीय कृषि को बदल दिया है बल्कि देश की खाद्य सुरक्षा और समृद्धि भी सुनिश्चित की.
लालकृष्ण आडवाणी
लालकृष्ण आडवाणी 5 बार लोकसभा और 4 बार राज्यसभा से सांसद रहे हैं. वे भारतीय जनता पार्टी के फाउंडर मेंबर्स में शामिल हैं. वे 2002 से 2004 के बीच अटल बिहारी वाजपेयी की सरकार में 7वें उप-प्रधानमंत्री रहे. आडवाणी के राजनीतिक करियर की शुरुआत 1942 में राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के कार्यकर्ता के रूप में हुई थी. यहां से उन्होंने देश के उप प्रधानमंत्री तक का सफर तय किया.
कर्पूरी ठाकुर
कर्पूरी ठाकुर बिहार के पहले गैर-कांग्रेसी मुख्यमंत्री थे. उनकी पहचान अति पिछड़ा वर्ग के बड़े नेता के तौर पर होती है. बिहार की राजनीति में ग़रीब गुरबों की सबसे बड़ी आवाज़ बन कर उभरे थे. कर्पूरी ठाकुर बिहार में एक बार उपमुख्यमंत्री, दो बार मुख्यमंत्री और दशकों तक विधायक और विरोधी दल के नेता रहे.
https://www.edudose.com/wp-content/uploads/2014/05/Logo.png00Team EduDosehttps://www.edudose.com/wp-content/uploads/2014/05/Logo.pngTeam EduDose2024-03-31 20:13:552024-03-31 20:18:44राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मु ने भारत रत्न अलंकरण प्रदान किए
96वें ऑस्कर पुरस्कार (96th Academy Awards) 2024 के विजेताओं की घोषणा 10 मार्च को की गयी थी. पुरस्कार समारोह परंपरागत रूप से अमेरिका के कैलिफोर्निया स्थित लॉस एंजेलिस के डॉल्बी थिएटर में आयोजित किया गया था. इस पुरस्कार समारोह में 2023 में रिलीज हुई फिल्मों को सम्मानित किया गया.
ओपेनहाइमर को सर्वश्रेष्ठ फिल्म का पुरस्कार
96वें आस्कर पुरस्कार समारोह में सर्वश्रेष्ठ फिल्म का पुरस्कार अमेरिकी फिल्म ओपेनहाइमर (Oppenheimer) को दिया गया.
यह फिल्म भौतिक वैज्ञानिक और परमाणु बम के आविष्कारक जे. रॉबर्ट ओपेनहाइमर की जीवनी पर आधारित है. यह फिल्म क्रिस्टोफर नोलन द्वारा लिखित, निर्मित और निर्देशित है.
ओपेनहाइमर ने सर्वाधिक सात पुरस्कार जीते. इस फिल्म ने सर्वश्रेष्ठ फिल्म के अलावा, सर्वश्रेष्ठ निर्देशक, सर्वश्रेष्ठ अभिनेता (किलियन मर्फी), सर्वश्रेष्ठ सहायक अभिनेता (रॉबर्ट डाउनी जूनियर), सर्वश्रेष्ठ सिनेमैटोग्राफी, सर्वश्रेष्ठ फिल्म संपादन और सर्वश्रेष्ठ मूल स्कोर का पुरस्कार भी जीता.
96वें ऑस्कर अकादमी के मुख्य पुरस्कार: एक दृष्टि
सर्वश्रेष्ठ फिल्म: ओपेनहाइमर
सर्वश्रेष्ठ डायरेक्टर: क्रिस्टोफर नोलन (फिल्म ओपेनहाइमर के लिए)
सर्वश्रेष्ठ एक्टर: सिलियन मर्फी (फिल्म ओपेनहाइमर के लिए)
सर्वश्रेष्ठ एक्ट्रेस: एम्मा स्टोन (फिल्म पुअर थिंग्स के लिए)
सर्वश्रेष्ठ एनिमेटेड फीचर फिल्म: द बॉय एंड द हीरोन
सर्वश्रेष्ठ इंटरनेशनल फीचर फिल्म: इंट्रस्ट ऑफ जोन (देश- यूनाइटेड किंगडम)
सर्वश्रेष्ठ सपोर्टिंग एक्ट्रेस: Da’Vine Joy Randolph (फिल्म द होल्डओवर्स के लिए)
सर्वश्रेष्ठ सपोर्टिंग एक्टर: रॉबर्ट डाउनी जूनियर (फिल्म ओपेनहाइमर के लिए)
सर्वश्रेष्ठ डॉक्यूमेंट्री फीचर: 20 डेज इन मारियुपोल
ऑस्कर अकादमी पुरस्कार: एक दृष्टि
ऑस्कर अकादमी पुरस्कार को ही ऑस्कर पुरस्कार के नाम से जाना जाता है. यह ये एंटरटेनमेंट इंडस्ट्री का सबसे बड़ा और सम्मानित पुरस्कार है.
यह पुरस्कार अमेरिकन अकादमी ऑफ़ मोशन पिक्चर आर्ट्स एंड साइंसेस (AMPAS) द्वारा फिल्म उद्योग में निर्देशकों, कलाकारों और लेखकों सहित पेशेवरों की उत्कृष्टता को पहचान देने के लिए प्रदान किया जाता है.
ऑस्कर पुरस्कार के समकक्ष के ग्रेमी पुरस्कार (संगीत के लिए), एमी पुरस्कार (टेलीविजन के लिए) और टोनी पुरस्कार (थिएटर के लिए) हैं.
ऑस्कर पुरस्कार विजेताओं को ‘गोल्डन स्टैचू’ की एक प्रति प्रदान की जाती है. इस गोल्डन स्टैचू को आधिकारिक तौर पर ‘एकेडमी ऑफ मेरिट’ कहा जाता है.
पहला ऑस्कर पुरस्कार समारोह 16 मई,1929 को, हॉलीवुड में होटल रुज़वेल्ट में आयोजित किया गया था.
अब तक के भारतीय ऑस्कर विजेता
भानु अथैया: वर्ष 1982 में सर्वश्रेष्ठ वेशभूषा के लिए ऑस्कर (आई रिचर्ड एटनबरो की फिल्म ‘गांधी’).
सत्यजीत रॉय: वर्ष 1992 में ‘लाइफ-टाइम अचीवमेंट’ कैटेगरी में ऑस्कर.
एआर रहमान: वर्ष 2009 में सर्वश्रेष्ठ संगीत और गुलजार के साथ संयुक्त रूप से सर्वश्रेष्ठ गीत (फिल्म ‘स्लमडॉग मिलियनेयर’ के गीत ‘जय हो’ के लिए).
गुलजार: वर्ष 2009 में एआर रहमान और गुलजार को संयुक्त रूप से सर्वश्रेष्ठ गीत का ऑस्कर (फिल्म ‘स्लमडॉग मिलियनेयर’ के लिए).
रेसुल पोक्कुट्टी: वर्ष 2009 में सर्वश्रेष्ठ साउंड मिक्सिंग का ऑस्कर (फिल्म ‘स्लमडॉग मिलियनेयर’ के लिए).
फिल्म ‘पीरियड एंड ऑफ सेंटेंस’: वर्ष 2019 में सर्वश्रेष्ठ डॉक्यमेंट्री फिल्म का ऑस्कर (फिल्म का निर्माण भारतीय फिल्मकार गुनीत मोंगा की ‘सिखिया एंटरटेनमेंट’ कंपनी द्वारा किया गया था. यह फिल्म भारत के हापुड़ में बनी है.)
आरआरआर (ऑस्कर जीतने वाली पहली भारतीय फ़िल्म): एसएस राजामौली की फ़िल्म ‘आरआरआर’ ने 2023 में सर्वश्रेष्ठ मूल गीत का अकादमी पुरस्कार जीता था. ‘नातू नातू’ साउंडट्रैक को इस पुरस्कार से सम्मानित किया गया था. ‘आरआरआर’ को ऑस्कर जीतने वाली पहली भारतीय फ़िल्म होने का गौरव हासिल है.
https://www.edudose.com/wp-content/uploads/2014/05/Logo.png00Team EduDosehttps://www.edudose.com/wp-content/uploads/2014/05/Logo.pngTeam EduDose2024-03-15 16:31:562024-03-15 16:31:5696वें ऑस्कर अकादमी पुरस्कार की घोषणा, ‘ओपेनहाइमर’ को सर्वश्रेष्ठ फिल्म का पुरस्कार
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने 8 मार्च को दिल्ली स्थित भारत मंडपम में ‘राष्ट्रीय सर्जक पुरस्कार’ (National Creators Award) 2024 प्रदान किए थे. पहली बार शुरू किये गये इस पुरस्कार का उद्देश्य देश की सृजनात्मक प्रतिभाओं का सम्मान करना है.
मुख्य बिन्दु
‘ग्रीन चैंपियन’ श्रेणी में प्रवेश पांडे को पुरस्कृत किया गया, जबकि कीर्तिका गोविंदसामी को ‘सर्वश्रेष्ठ कहानीकार’ का पुरस्कार दिया गया.
गायिका मैथिली ठाकुर को ‘कल्चरल एंबेसडर ऑफ द ईयर’ का पुरस्कार मिला. टेक श्रेणी में गौरव चौधरी और सर्वश्रेष्ठ यात्रा निर्माता पुरस्कार कामिया जानी को दिया गया.
पुरस्कृत किए गए अन्य लोगों में रणवीर अल्लाहबादिया, जया किशोरी, तंजानिया के किरी पॉल, संयुक्त राज्य अमेरिका के ड्रू हिक्स और जर्मनी के कैसेंड्रा के अलावा जाह्नवी सिंह, आरजे रौनक, नमन देशमुख, अंकित बैयनपुरिया, निश्चय, अरिदमन, पीयूष पुरोहित और अमन गुप्ता शामिल थे. इन सभी को अलग-अलग श्रेणियों में पुरस्कार प्रदान किए गए.
राष्ट्रीय सर्जक पुरस्कार: एक दृष्टि
इस वर्ष यानि 2024 में राष्ट्रीय सर्जक पुरस्कार की शुरुआत पहली बार की गई है. इस पुरस्कार का मकसद कथा वाचन, सामाजिक बदलाव, पर्यावरणीय संवहनीयता और शिक्षा समेत दूसरे क्षेत्रों में बेहतरीन काम को बढ़ावा देना है.
राष्ट्रीय सर्जक पुरस्कार 2024 के लिए, वोटिंग राउंड में अलग-अलग पुरस्कार श्रेणियों में डिजिटल सर्जकों के लिए लगभग 10 लाख वोट डाले गए. इसके बाद, तीन अंतरराष्ट्रीय सर्जक समेत 23 विजेताओं का चयन किया गया. पहले दौर में 20 विभिन्न श्रेणियों में 1.5 लाख से अधिक नामांकन प्राप्त हुए थे.
यह पुरस्कार बीस श्रेणियां में प्रदान किया जाएगा इनमें सर्वश्रेष्ठ कहानीकार पुरस्कार वर्ष का सेलिब्रिटी निर्माता, ग्रीन चैंपियन पुरस्कार, सामाजिक परिवर्तन का सर्वश्रेष्ठ समर्थक, सबसे प्रभावशाली कृषक, वर्ष का सांस्कृतिक राजदूत, स्वच्छता राजदूत पुरस्कार, न्यू इंडिया चैंपियन और अंतरराष्ट्रीय निर्माता पुरस्कार शामिल हैं.
https://www.edudose.com/wp-content/uploads/2014/05/Logo.png00Team EduDosehttps://www.edudose.com/wp-content/uploads/2014/05/Logo.pngTeam EduDose2024-03-09 10:07:152024-03-10 10:10:51प्रधानमंत्री मोदी ने राष्ट्रीय सर्जक पुरस्कार प्रदान किए
ज्ञानपीठ चयन समिति ने 58वें ज्ञानपीठ पुरस्कार (58th Jnanpith Award) की घोषणा 17 फ़रवरी को की थी. वर्ष 2023 के लिए जाने-माने शायर गुलजार और संस्कृत के विद्वान जगतगुरू रामभद्राचार्य को 58वें ज्ञानपीठ पुरस्कार से सम्मानित किया जाएगा.
गुलजार: गुलजार को हिन्दी सिनेमा में उनके कार्य के लिए जाना जाता है और उन्हें इस युग के बेहतरीन उर्दू कवियों में से एक माना जाता है. इससे पहले उन्हें उर्दू में अपने कार्य के लिए 2002 में साहित्य अकादमी पुरस्कार, 2013 में दादा साहब फाल्के पुरस्कार, 2004 में पद्म भूषण और कई राष्ट्रीय फिल्म पुरस्कार मिल चुके हैं.
जगतगुरू रामभद्राचार्य: जगतगुरू रामभद्राचार्य चित्रकूट में तुलसी पीठ के संस्थापक और प्रमुख हैं और प्रख्यात हिन्दू आध्यात्मिक नेता, शिक्षक और 240 से अधिक पुस्तकों और पाठों के लेखक हैं.
ज्ञानपीठ पुरस्कार: एक दृष्टि
ज्ञानपीठ पुरस्कार साहित्य के क्षेत्र में भारत का सर्वोच्च सम्मान है.
यह पुरस्कार भारतीय संविधान के आठवीं अनुसूची में बताई गई 22 भाषाओं में से किसी भाषा के लेखन के लिए दिया जाता है.
पुरस्कार में 11 लाख रुपये की राशि, वाग्देवी की प्रतिमा और प्रशस्ति पत्र प्रदान किया जाता है.
पहला ज्ञानपीठ पुरस्कार 1965 में मलयालम लेखक जी शंकर कुरूप को प्रदान किया गया था.
अब तक हिन्दी तथा कन्नड़ भाषा के लेखक सबसे अधिक 7 बार यह पुरस्कार पा चुके हैं. यह पुरस्कार बांग्ला को 5 बार, मलयालम को 4 बार, उड़िया, उर्दू और गुजराती को 3-3 बार, असमिया, मराठी, तेलुगू, पंजाबी और तमिल को 2-2 बार मिल चुका है.
वर्ष 2021 के लिए असमिया साहित्यकार नीलमणि फूकन को तथा वर्ष 2022 के लिए कोंकणी साहित्यकार दामोदर मौउजो को दिया गया था.
कुछ प्रसिद्ध ज्ञानपीठ पुरस्कार विजेताओं के नाम: महादेवी वर्मा (हिंदी), अमृता प्रीतम (पंजाबी), विष्णु नारायण भाटकरे (मराठी), रवींद्रनाथ टैगोर (बंगाली), के.एस. नारायणस्वामी (कन्नड़), महाश्वेता देवी (बंगाली), अब्दुल कलाम (तमिल)
https://www.edudose.com/wp-content/uploads/2014/05/Logo.png00Team EduDosehttps://www.edudose.com/wp-content/uploads/2014/05/Logo.pngTeam EduDose2024-02-18 18:24:242024-02-23 18:32:4758वां ज्ञानपीठ पुरस्कार: जगतगुरू रामभद्राचार्य और कवि गुलजार को सम्मानित किया जाएगा
सरकार ने 9 फ़रवरी को पूर्व प्रधानमंत्री चौधरी चरण सिंह, नरसिम्हा राव और हरित क्रांति के जनक एमएस स्वामीनाथन को भारत रत्न (Bharat Ratna) से सम्मानित किए जाने की घोषणा की थी.
इससे पूर्व बीजेपी के वरिष्ठ नेता लालकृष्ण आडवाणी और बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री कर्पूरी ठाकुर को भी इस सम्मान से सम्मानित किए जाने की घोषणा की गई थी.
चौधरी चरण सिंह
चौधरी चरण सिंह देश के पांचवें प्रधानमंत्री थे. उन्होंने किसानों के अधिकार और उनके कल्याण के लिए अपना पूरा जीवन समर्पित कर दिया था. उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री और गृहमंत्री के रूप में भी, उन्होंने हमेशा राष्ट्र निर्माण को गति प्रदान की.
नरसिम्हा राव
नरसिम्हा राव देश के नौवें प्रधानमंत्री थे. प्रधानमंत्री के रूप में उनका कार्यकाल महत्वपूर्ण उपायों द्वारा चिह्नित किया गया था, जिसने भारत को वैश्विक बाजारों के लिए खोल दिया, जिससे आर्थिक विकास के एक नए युग को बढ़ावा मिला. इसके अलावा, भारत की विदेश नीति, भाषा और शिक्षा क्षेत्रों में उनका योगदान उल्लेखनीय रहा है.
डॉ. एमएस स्वामीनाथन
कृषि वैज्ञानिक डॉ. एमएस स्वामीनाथन को हरित क्रांति का जनक कहा जाता है. उन्होंने चुनौतीपूर्ण समय के दौरान भारत को कृषि में आत्मनिर्भरता हासिल करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई और भारतीय कृषि को आधुनिक बनाने की दिशा में उत्कृष्ट प्रयास किए. डॉ. स्वामीनाथन के दूरदर्शी नेतृत्व ने न केवल भारतीय कृषि को बदल दिया है बल्कि देश की खाद्य सुरक्षा और समृद्धि भी सुनिश्चित की.
लालकृष्ण आडवाणी
लालकृष्ण आडवाणी 5 बार लोकसभा और 4 बार राज्यसभा से सांसद रहे हैं. वे भारतीय जनता पार्टी के फाउंडर मेंबर्स में शामिल हैं. वे 2002 से 2004 के बीच अटल बिहारी वाजपेयी की सरकार में 7वें उप-प्रधानमंत्री रहे. आडवाणी के राजनीतिक करियर की शुरुआत 1942 में राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के कार्यकर्ता के रूप में हुई थी. यहां से उन्होंने देश के उप प्रधानमंत्री तक का सफर तय किया.
कर्पूरी ठाकुर
कर्पूरी ठाकुर बिहार के पहले गैर-कांग्रेसी मुख्यमंत्री थे. उनकी पहचान अति पिछड़ा वर्ग के बड़े नेता के तौर पर होती है. बिहार की राजनीति में ग़रीब गुरबों की सबसे बड़ी आवाज़ बन कर उभरे थे. कर्पूरी ठाकुर बिहार में एक बार उपमुख्यमंत्री, दो बार मुख्यमंत्री और दशकों तक विधायक और विरोधी दल के नेता रहे.
इस वर्ष 5 व्यक्तियों को यह सम्मान देने की घोषणा की गई है. इनके अलावा प्रधानमंत्री मोदी के कार्यकाल में मदन मोहन मालवीय, अटल बिहारी वाजपेयी, प्रणब मुखर्जी, भूपेन हजारिका और नानाजी देशमुख को यह सम्मान मिल चुका है.
भारत रत्न (Bharat Ratna): एक दृष्टि
भारत रत्न देश का सर्वोच्च नागरिक सम्मान है. यह सम्मान राष्ट्रीय सेवा के लिए दिया जाता है. कला, साहित्य, विज्ञान, समाज सेवा और खेल के क्षेत्र में देश के लिए असाधारण योगदान देने वाले लोगों को ‘भारत रत्न’ से नवाजा जाता है.
इस सम्मान की शुरुआत 2 जनवरी 1954 में भारत के तत्कालीन राष्ट्रपति श्री राजेन्द्र प्रसाद द्वारा की गई थी।
भारत रत्न से सम्मानित व्यक्ति को पीपल के पत्ते के आकार का पदक और भारत के राष्ट्रपति द्वारा हस्ताक्षरित एक सनद (प्रमाणपत्र) प्रदान किया जाता है.
आमतौर पर भारत में जन्मे नागरिकों को ही भारत रत्न से सम्मानित किया जाता है, लेकिन मदर टेरेसा और दो गैर-भारतीयों, पाकिस्तान के राष्ट्रीय खान अब्दुल गफ्फार खान और दक्षिण अफ्रीका के पूर्व राष्ट्रपति नेल्सन मंडेला को प्रदान किया गया है।
भारत रत्न से सम्मानित व्यक्ति कोई राशि नहीं मिलती, लेकिन कैबिनेट मंत्री बराबर अति विशिष्ट का दर्जा मिलता है.
सबसे पहला भारत रत्न सम्मान स्वतंत्र भारत के पहले गवर्नर जनरल चक्रवर्ती राजगोपालाचारी, पूर्व राष्ट्रपति डॉक्टर सर्वपल्ली राधाकृष्णन और वैज्ञानिक डॉक्टर चंद्रशेखर वेंकट रमन को 1954 में दिया गया था।
सचिन तेन्दुलकर एकमात्र ऐसे खिलाड़ी हैं जिन को भारत रत्न प्राप्त हुआ है और वह भारत रत्न प्राप्त करने वाले सबसे कम उम्र के व्यक्ति भी हैं.
भारत रत्न से सम्मानित व्यक्तियों की सूची
अब तक 53 व्यक्तियों को इस सम्मान से सम्मानित किया जा चुका है.
https://www.edudose.com/wp-content/uploads/2014/05/Logo.png00Team EduDosehttps://www.edudose.com/wp-content/uploads/2014/05/Logo.pngTeam EduDose2024-02-11 19:31:192024-02-19 19:57:46चौधरी चरण सिंह, नरसिम्हा राव और एमएस स्वामीनाथन को भारत रत्न
66वें वार्षिक ग्रैमी अवार्ड्स (66th Annual Grammy Awards) 2024 की घोषणा 4 फ़रवरी 2024 को की गयी थी. पुरस्कार समारोह लॉस एंजेलिस के क्रिप्टो. कॉम एरिना में आयोजित किए गये थे.
मुख्य बिन्दु
इस अवॉर्ड समारोह में भारत के पाँच सुपरस्टार गायकों ने ग्रैमी अवॉर्ड जीता. इनमें गायक शंकर महादेवन, तबला वादक जाकिर हुसैन, सेल्वागणेश विनायकराव और गणेश राजगोपालन शामिल हैं.
भारतीय गायक शंकर महादेवन और तबला वादक जाकिर हुसैन को ग्रैमी अवॉर्ड से सम्मानित किया गया. वहीं उनके बैंड ‘शक्ति’ के एल्बम ‘दिस मोमेंट’ को ‘बेस्ट ग्लोबल म्यूजिक एल्बम’ का अवॉर्ड मिला.
शक्ति बैंड, में ज़ाकिर हुसैन, शंकर महादेवन, जॉन मैक्लॉघलिन, गणेश राजगोपालन और सेल्वगणेश विनायकराम शामिल हैं.
66वां ग्रैमी पुरस्कार के मुख्य विजेताओं की सूची
बेस्ट ग्लोबल म्यूजिक एल्बम: शक्ति, दिस मोमेंट
बेस्ट पॉप वोकल एल्बम: मिडनाइट्स (टेलर स्विफ्ट)
बेस्ट आर एंड बी सॉन्ग: साज़ा, स्नूज़
बेस्ट कंट्री एल्बम: लैनी विल्सन, बेल बॉटम कंट्री
बेस्ट पॉप एकल प्रदर्शन: माइली साइरस, फ्लावर्स
ग्रैमी पुरस्कार: एक दृष्टि
ग्रैमी अवार्ड (मूल रूप से ग्रामोफोन पुरस्कार), ‘द रेकॉर्डिंग अकादमी’ द्वारा दिया जाता है. यह पुरस्कार मुख्य रूप से अंग्रेजी (भाषा) संगीत उद्योग में उत्कृष्ट उपलब्धियों के लिए अलग-अलग श्रेणी में दिया जाता है.
‘द रेकॉर्डिंग अकादमी’ अमेरिका में रिकॉर्डिंग कलाकारों, संगीतकारों, निर्माताओं और इंजीनियरों का एक प्रोफेशनल ऑर्गेनाइजेशन है.
ग्रैमी अवार्ड समारोह म्यूजिक इंडस्ट्री में सबसे प्रतिष्ठित समारोहों में से एक है.जिस तरह से सर्वश्रेष्ठ फिल्म के लिए ऑस्कर और पत्रकारिता के क्षेत्र में पुलित्जर अवार्ड माना जाता है, उसी तरह म्यूजिक इंडस्ट्री में ग्रैमी अवार्ड का महत्व है.
ग्रैमी अवार्ड में कोई नकद पुरस्कार नहीं दिया जाता है. हालांकि, विजेताओं को एक ग्रैमी प्रतिमा मिलती है, जो सोने की बनी एक मूर्ति होती है.
प्रथम ग्रेमी अवार्ड समारोह 4 मई, 1959 को बेवर्ली हिल्स कैलिफोर्निया में बेवर्ली हिल्टन होटल और न्यूयॉर्क शहर में पार्क शेरेटन होटल आयोजित किया गया था.
रविशंकर वर्ष 1968 में ग्रैमी पुरस्कार जीतने वाले पहले भारतीय थे.उन्होंने ‘सर्वश्रेष्ठ चैंबर संगीत प्रदर्शन’ की श्रेणी में ‘वेस्ट मीट्स ईस्ट’ नामक एल्बम के लिए जीता था.
भारत में, 2010 में एआर रहमान को ‘स्लमडॉग मिलियनेयर’ के लिए सर्वश्रेष्ठ मूल साउंडट्रैक के लिए ग्रैमी पुरस्कार मिला था.
केंद्र सरकार ने 3 फ़रवरी को लाल कृष्ण आडवाणी को सर्वोच्च नागरिक सम्मान ‘भारत रत्न’ (Bharat Ratna) से सम्मानित करने की घोषणा की थी.वह भारत के सर्वोच्च सम्मान से सम्मानित होने वाले 50वें व्यक्ति होंगे.
कला, साहित्य, विज्ञान, समाज सेवा और खेल के क्षेत्र में देश के लिए असाधारण योगदान देने वाले लोगों को ‘भारत रत्न’ से नवाजा जाता है.
मुख्य बिन्दु
लालकृष्ण आडवाणी 5 बार लोकसभा और 4 बार राज्यसभा से सांसद रहे हैं. 3 बार भारतीय जनता पार्टी के अध्यक्ष भी रहे चुके हैं.
उनका जन्म 8 नवंबर 1927 को कराची (अब पाकिस्तान) में हुआ था. 2015 में उन्हें पद्म विभूषण से सम्मानित किया गया था.
लालकृष्ण आडवाणी भारतीय जनता पार्टी के फाउंडर मेंबर्स में शामिल हैं. वे 2002 से 2004 के बीच अटल बिहारी वाजपेयी की सरकार में 7वें उप-प्रधानमंत्री रहे.
आडवाणी के राजनीतिक करियर की शुरुआत 1942 में राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के कार्यकर्ता के रूप में हुई थी. यहां से उन्होंने देश के उप प्रधानमंत्री तक का सफर तय किया.
https://www.edudose.com/wp-content/uploads/2014/05/Logo.png00Team EduDosehttps://www.edudose.com/wp-content/uploads/2014/05/Logo.pngTeam EduDose2024-02-05 11:00:342024-02-16 11:03:49लालकृष्ण आडवाणी को भारत रत्न से सम्मानित किया गया
भारत रत्न देश का सर्वोच्च नागरिक सम्मान है. यह सम्मान राष्ट्रीय सेवा के लिए दिया जाता है. कला, साहित्य, विज्ञान, समाज सेवा और खेल के क्षेत्र में देश के लिए असाधारण योगदान देने वाले लोगों को ‘भारत रत्न’ से नवाजा जाता है. इस सम्मान की शुरुआत 2 जनवरी 1954 में भारत के तत्कालीन राष्ट्रपति श्री राजेन्द्र प्रसाद द्वारा की गई थी.
भारत रत्न: मुख्य बिन्दु
भारत रत्न से सम्मानित व्यक्ति को पीपल के पत्ते के आकार का पदक और भारत के राष्ट्रपति द्वारा हस्ताक्षरित एक सनद (प्रमाणपत्र) प्रदान किया जाता है.
आमतौर पर भारत में जन्मे नागरिकों को ही भारत रत्न से सम्मानित किया जाता है, लेकिन मदर टेरेसा और दो गैर-भारतीयों, पाकिस्तान के राष्ट्रीय खान अब्दुल गफ्फार खान और दक्षिण अफ्रीका के पूर्व राष्ट्रपति नेल्सन मंडेला को प्रदान किया गया है।
भारत रत्न से सम्मानित व्यक्ति कोई राशि नहीं मिलती, लेकिन कैबिनेट मंत्री बराबर अति विशिष्ट का दर्जा मिलता है.
सबसे पहला भारत रत्न सम्मान स्वतंत्र भारत के पहले गवर्नर जनरल चक्रवर्ती राजगोपालाचारी, पूर्व राष्ट्रपति डॉक्टर सर्वपल्ली राधाकृष्णन और वैज्ञानिक डॉक्टर चंद्रशेखर वेंकट रमन को 1954 में दिया गया था।
सचिन तेन्दुलकर एकमात्र ऐसे खिलाड़ी हैं जिन को भारत रत्न प्राप्त हुआ है और वह भारत रत्न प्राप्त करने वाले सबसे कम उम्र के व्यक्ति भी हैं.
भारत रत्न से सम्मानित व्यक्तियों की सूची
अब तक 53 व्यक्तियों को इस सम्मान से सम्मानित किया जा चुका है.
https://www.edudose.com/wp-content/uploads/2014/05/Logo.png00Team EduDosehttps://www.edudose.com/wp-content/uploads/2014/05/Logo.pngTeam EduDose2024-02-04 19:35:392024-02-19 19:47:40जानिए भारत रत्न के बारे में, भारत रत्न से सम्मानित व्यक्तियों की सूची
राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मु ने 75वें गणतंत्र दिवस की पूर्व संध्या पर वर्ष 2024 के पद्म पुरस्कारों को मंजूरी दी थी. इस वर्ष 5 लोगों को पद्म विभूषण, 17 को पद्म भूषण और 110 को पद्मश्री से अलंकृत किया जाएगा.
मुख्य बिन्दु
पुरस्कार पाने वालों में तीस महिलाएं हैं. सूची में विदेशी, अनिवासी भारतीय मूल के लोग, विदेशों में रहने वाले भारतीय नागरिक सहित आठ व्यक्ति शामिल हैं.
पूर्व उपराष्ट्रपति वेंकैया नायडू और अभिनेता चिरंजीवी, अभिनेत्री वैजयंतीमाला बाली, भरतनाट्यम नृत्यांगना पदमा सुब्रह्मण्यम को पद्मविभूषण के लिए चुना गया है. सामाजिक कार्यकर्ता बिंदेश्वर पाठक को मरणोपरांत पद्मविभूषण से सम्मानित किया जाएगा.
सर्वोच्च न्यायलय की पहली महिला न्यायाधीश एम.फातिमा बीवी और तमिल अभिनेता विजय कांत को मरणोपरांत पद्मभूषण प्रदान किया जाएगा. पद्मभूषण पुरस्कार पाने वालों में बॉलीवुड अभिनेता मिथुन चक्रवर्ती, गायिका ऊषा उथुप, उद्योगपति सीताराम जिंदल, संगीत निर्देशक प्यारेलाल शर्मा और फॉक्सकोन अध्यक्ष यंग ल्यू शामिल हैं.
पद्म पुरस्कार विजेताओं में 34 ऐसे नायक भी हैं, जिनकी चर्चा बहुत कम है. इनमें भारत की पहली महिला महावत पर्बती बरूआ, जनजातीय पर्यावरण कार्यकर्ता चामी मुर्मु और सामाजिक कार्यकर्ता संगथंनकिमा शामिल हैं.
https://www.edudose.com/wp-content/uploads/2014/05/Logo.png00Team EduDosehttps://www.edudose.com/wp-content/uploads/2014/05/Logo.pngTeam EduDose2024-01-27 17:53:552024-02-10 18:07:15पद्म पुरस्कार 2023 की घोषणा, जानिए पद्म पुरस्कार के बारे में, पद्म पुरस्कार 2023 की पूरी सूची