27 मार्च: विश्व रंगमंच दिवस (World Theatre Day)

प्रत्येक वर्ष 27 मार्च को विश्व रंगमंच दिवस (World Theatre Day) के रूप में मनाया जाता है. यह दिन दुनियाभर में थिएटर कला के महत्व के प्रति लोगों में जागरुकता पैदा करने के उद्देश्य से मनाया जाता है.

इस दिवस के दिन जाने-माने रंगकर्मी द्वारा रंगमंच और संस्कृति विषय पर अन्तर्राष्ट्रीय रंगमंच संदेश व्यक्त किया जाता है. पहला अन्तर्राष्ट्रीय रंगमंच संदेश फ्रांस की जीन काक्टे ने दिया था, जबकि वर्ष 2002 में यह संदेश भारत के प्रसिद्ध रंगकर्मी गिरीश कर्नाड द्वारा दिया गया था.

विश्व रंगमंच दिवस को मनाने का प्रस्ताव ‘इंटरनेशनल थियेटर इंस्टीट्यूट’ (International Theatre Institute) द्वारा 1961 में किया गया था. पहला विश्व रंगमंच दिवस 1962 में मनाया गया था.

 

23 मार्च 2024: 18वां अर्थ ऑवर मनाया गया

प्रत्येक वर्ष मार्च के चौथे/अंतिम शनिवार (4th Saturday of March) को ‘अर्थ ऑवर’ (Earth Hour) मनाया जाता है. इस वर्ष 23 मार्च 2024 को पूरे विश्व में अर्थ ऑवर मनाया गया था. इसका उद्देश्य ऊर्जा की बचत कर धरती को सुरक्षित रखना है.

अर्थ आवर का यह 18वां संस्करण था. इस मौके पर दुनिया के 180 से ज्यादा देशों के लोग 8:30 बजे से 9:30 बजे तक अपने घरों की लाइटें बंद करके ऊर्जा की बचत करते हैं.

अर्थ ऑवर 2024 का मुख्य विषय (थीम) ‘Green, Low-carbon, High-quality Development’ (हरित, निम्न-कार्बन, उच्च गुणवत्ता वाला विकास) था.

अर्थ ऑवर क्या है?

अर्थ ऑवर लोगों के लिए जलवायु परिवर्तन पर कार्रवाई करने के लिए दुनिया का सबसे बड़ा जमीनी स्तर का आंदोलन है. इस अवसर पर विश्व भर में लोगों को एक घंटे के लिए गैर-आवश्यक उपकरणों की बिजली बंद करने का आवाहन किया जाता है.

अर्थ ऑवर को वर्ष 2007 में वर्ल्ड वाइड फण्ड फॉर नेचर द्वारा शुरू किया गया था. अर्थ ऑवर के द्वारा पर्यावरण सुरक्षा तथा जलवायु परिवर्तन को नियंत्रित करने के प्रति प्रतिबद्धता प्रकट की जाती है.

24 मार्च: विश्‍व तपेदिक दिवस, महत्वपूर्ण जानकारी

प्रत्येक वर्ष 24 मार्च को विश्व तपेदिक (क्षय रोग) दिवस (World Tuberculosis Day) मनाया जाता है. यह दिवस डॉक्टर रॉबर्ट कोच की स्मृति में मनाया जाता है. उन्होंने 1882 में आज ही के दिन तपेदिक (TB) का कारण बनने वाले जीवाणु की खोज की थी. टीबी के बारे में जागरूकता बढ़ाने और वैश्विक टीबी महामारी को समाप्त करने के प्रयासों को तेज करने के उद्देश्य से यह दिवस मनाया जाता है.

विश्व तपेदिक दिवस 2024 का विषय (Theme)- ‘हाँ, हम TB को समाप्त कर सकते हैं!’ (Yes, We can end TB!) है.

तपेदिक (Tuberculosis): एक दृष्टि

  • तपेदिक या क्षय रोग (TB) मनुष्यों में आमतौर पर माइकोबैक्टीरियम ट्यूबरकुलोसिस नामक जीवाणु (बैक्टीरिया) के कारण होती है. एक संक्रामक बीमारी है.
  • यह आम तौर पर फेफड़ों पर हमला करता है, लेकिन यह शरीर के अन्य भागों को भी प्रभावित कर सकता हैं.
  • यह हवा के माध्यम से तब फैलता है, जब वे लोग जो सक्रिय TB संक्रमण से ग्रसित हैं, खांसी, छींक, या किसी अन्य प्रकार से हवा के माध्यम से अपना लार संचारित कर देते हैं.
  • TB का इलाज़ है, बशर्ते लोग नियमित रूप से दवा लें. इसकी रोकथाम के लिए ‘बैसिलस काल्मेट-गुएरिन’ (BCG) वैक्सीन बच्चों को दिया जाता है. भारत सरकार कि नई स्वास्थ्य नीति में 2025 तक TB उन्मूलन का लक्ष्य रखा गया है.

23 मार्च: शहीद दिवस, भगत सिंह, सुखदेव और राजगुरु को श्रद्धांजलि

प्रत्येक वर्ष 23 मार्च को शहीद दिवस (Shaheed Diwas) के रूप में मनाया जाता है. 23 मार्च को यह दिवस भगत सिंह, सुखदेव और राजगुरु को श्रद्धांजलि देने के उद्देश्य से मनाया जाता है. 1931 में इसी दिन ब्रिटिश शासकों ने शासन के विरुद्ध उनकी क्रांतिकारी गतिविधियों के लिए उन्हें लाहौर में फाँसी दे दी थी. उन्हें फाँसी की निर्धारित तिथि से एक दिन पहले फाँसी दे दी गई.

भारत में 30 जनवरी को भी शहीद दिवस मनाया जाता है क्योंकि उसी दिन राष्ट्रपिता महात्मा गांधी की हत्या कर दी गई थी.

मुख्य तथ्य: एक दृष्टि

  • भगत सिंह का जन्म 1907 में हुआ था. 13 अप्रैल 1919 जलियावाला बाग में हुए भीषण नरसंहार ने भगत सिंह के अंदर चिंगारी को भड़का दिया था. लाहौर के नेशनल कॉलेज़ छोड़ भगत सिंह हिंदुस्तान सोशलिस्ट रिपब्लिकन ऐसोसिएशन नाम के एक क्रांतिकारी संगठन से नाता जोड़ लिया.
  • साइमन कमीशन के विरोध करने के दौरान लाला लाजपत राय की बेरहमी से हत्या कर दी गई थी. हत्या के आरोपी ब्रिटिश पुलिस अधिकारी जॉन साण्डर्स की हत्या की योजना बनाई गई थी.
  • हिन्दुस्तान सोशलिस्ट रिपब्लिकन एसोसिएशन ने इस हत्या का बदला लेने का काम भगतसिंह, राजगुरु, सुखदेव, चंद्रशेखर आजाद और जयगोपाल को दिया था.
  • भगत सिंह और राजगुरु ने 17 दिसंबर 1928 को 0.32 एमएम की सेमी ऑटोमैटिक पिस्टल कॉल्ट से साण्डर्स को मारकर लालाजी की मौत का बदला लिया. यह मामला ‘लाहौर षड्यंत्र केस’ के नाम से भी जाना जाता है.

23 मार्च: विश्व मौसम विज्ञान दिवस से संबंधित महत्वपूर्ण जानकारी

प्रत्येक वर्ष 23 मार्च को ‘विश्व मौसम विज्ञान दिवस’ (World Meteorological Day) मनाया जाता है. ‘विश्व मौसम विज्ञान संगठन’ (World Meteorological Organization) के स्थापना के उपलक्ष्य पर यह दिवस मनाया जाता है.

इस वर्ष यानी 2024 में विश्व मौसम विज्ञान दिवस का मुख्य विषय (थीम)  ‘जलवायु कार्रवाई की अग्रिम पंक्ति में’ (At the frontline of climate action) है.

‘विश्व मौसम विज्ञान संगठन’ (WMO) की स्थापना 23 मार्च 1950 को संयुक्त राष्ट्र के एक विभाग के रूप में किया गया था. इसका मुख्यालय स्विट्ज़रलैंड के जेनेवा में स्थित है. भूविज्ञान पर आधारित इस संगठन में कई विषयों पर शोध होता है.

मौसम विज्ञान का उपयोग समय-समय पर आने वाली प्राकृतिक आपदा, वर्षा की स्थिति, चक्रवातों की संभावनाएं, मौसम की सटीक जानकारी आदि के लिए किया जाता है.

22 मार्च: बिहार दिवस से संबंधित महत्वपूर्ण जानकारी

प्रत्येक वर्ष 22 मार्च को बिहार दिवस (Bihar Diwas) मनाया जाता है. 22 मार्च 1912 को बिहार को बंगाल प्रेसिडेंसी से अलग कर राज्य बनाया गया था. इस वर्ष यानी 22 मार्च 2024 को बिहार ने अपना 112वां स्‍थापना दिवस मनाया.

बिहार सरकार 22 मार्च, 2010 से प्रतिवर्ष बिहार दिवस का आयोजन करती आ रही है. इस दिवस को मनाने का उद्देश्य बिहार के लोगों में स्वाभिमान को जागृत करना है.

बिहार: मुख्य तथ्यों पर एक दृष्टि

  • बंगाल से बिहार को अलग करने की घोषणा 12 दिसंबर, 1911 को गई थी. इसी दिन भारत की राजधानी कलकत्ता से स्थानांतरित कर दिल्ली बनाई गई थी.
  • नवगठित बिहार प्रांत के प्रथम राज्यपाल सर चार्ल्स स्टूवर्ट बेले और सत्येंद्र प्रसन्न सिन्हा (1920) राज्य के प्रथम भारतीय राज्यपाल थे.
  • बिहार को पहले मगध नाम से जाना जाता था. बिहार बौद्ध संस्कृति का जन्म स्थान है, जिस वजह से इस राज्य का नाम पहले विहार और उससे बिहार बना. बिहार की राजधानी पटना का नाम पहले पाटलिपुत्र था.
  • बिहार में ही दुनिया के सबसे पुराना विश्वविद्यालय है. इस विश्वविद्यालय को साल 2016 में यूनेस्को वर्ल्ड हेरिटेज (UNESCO World Heritage) में शामिल किया गया.
  • बिहार भगवान् बुद्ध, भगवान् महावीर तथा गुरु गोविंद सिंह की पवित्र धरती है. भारत के प्रसिद्ध सम्राट चंद्रगुप्त मौर्य, विक्रमादित्य और अशोका भी बिहार से ही हैं. सिखों के 10वें गुरु गुरु गोबिंद सिंह का जन्म भी बिहार में हुआ.
  • बिहार के वैशाली जिले को दुनिया का पहला गणतंत्र माना जाता है. इसी जगह पर भगवान महावीर का जन्म हुआ था.
  • 1857 के प्रथम सिपाही विद्रोह में बिहार के बाबू कुंवर सिंह ने महत्वपूर्ण भूमिका निभाई.
  • एक अप्रैल, 1936 को बिहार एवं ओड़िशा अलग हुआ. 1937 में बिहार विधानसभा अस्तित्व में आयी थी.
  • 20 जुलाई, 1937 को डॉ श्रीकृष्ण सिंह (प्रथम मुख्यमंत्री) के नेतृत्व में प्रथम सरकार गठित हुई थी. बिहार के प्रथम राज्यपाल का नाम जयरामदास दौलतराम हैं.
  • बिहार पूर्वी भारत का एक राज्य है. जनसंख्या के आधार पर तीसरा और क्षेत्रफल के आधार पर 12वां सबसे बड़ा राज्य है। इसका क्षेत्रफल 94,163 वर्ग किलोमीटर है.
  • यह पश्चिम में उत्तर प्रदेश, उत्तर में नेपाल, पूर्व में पश्चिम बंगाल के उत्तरी भाग और दक्षिण में झारखंड से घिरा हुआ है.

22 मार्च: विश्व जल दिवस से संबंधित महत्वपूर्ण जानकारी

प्रत्येक वर्ष 22 मार्च को विश्व जल दिवस (World Water Day) मनाया जाता है. यह दिवस स्‍वच्‍छ जल के महत्‍व और जल संसाधनों के कुशल और सतत प्रबंधन पर ध्‍यान केन्द्रित करता है. विश्‍व जल दिवस का उद्देश्य विशेष रूप से सतत विकास लक्ष्‍य के तहत वर्ष 2030 तक सबके लिए पानी और स्‍वच्‍छता पर ध्‍यान केन्द्रित करना है.

विश्व जल दिवस 2024 की थीम- ‘शांति के लिए जल का उपयोग करना’ (Leveraging water for peace) है.

विश्व जल दिवस मनाने की घोषणा 1992 में हुए रियो डी जेनेरियो में आयोजित संयुक्त राष्ट्र पर्यावरण और विकास सम्मेलन में लिया गया था. 22 मार्च 1993 को पहला विश्व जल दिवस विश्व भर में मनाया गया था.

21 मार्च : नस्लीय भेदभाव के उन्मूलन के लिए अंतर्राष्ट्रीय दिवस

प्रत्येक वर्ष 21 मार्च को नस्लीय भेदभाव के उन्मूलन के लिए अंतर्राष्ट्रीय दिवस (International Day for the Elimination of Racial Discrimination) मनाया जाता है. यह दिवस नस्लवाद को रोकने के महत्व पर प्रकाश डालने के उद्देश्य से मनाया जाता है.

इस दिन ने विश्व स्तर पर लोगों को नस्लवाद और नस्लीय भेदभाव के खिलाफ अपनी आवाज को मजबूत करने के लिए प्रोत्साहित किया जाता है. यह नस्लवाद के खिलाफ बोलने वालों के लिए एक सुरक्षित वातावरण प्रदान करने के लिए भी मनाया जाता है.

1960 में, इसी दिन, दक्षिण अफ्रीका में रंगभेद पास कानूनों के खिलाफ शांतिपूर्ण प्रदर्शन में पुलिस ने गोलियां चलाईं थी, जिसमें 69 लोगों की मौत हो गई थी और 180 घायल हो गए थे.

21 मार्च: विश्व डाउन सिंड्रोम दिवस

प्रत्येक वर्ष 21 मार्च को विश्व डाउन सिंड्रोम दिवस (World Down Syndrome Day) मनाया जाता है. इसका उद्देश्य डाउन सिंड्रोम के प्रति लोगों को जागरूक करना है. यह दिवस वर्ष 2012 से संयुक्त राष्ट्र द्वारा मनाया जा रहा है.

डाउन सिंड्रोम एक अनुवांशिक बीमारी है. इस बीमारी से बच्चे का मानसिक विकास रुक जाता है. जन्म लेने वाले प्रति 1000 बच्चों में से एक बच्चे में डाउन सिंड्रोम की समस्या आती है.

डाउन सिंड्रोम वाले शिशुओं में एक अतिरिक्त गुणसूत्र (chromosome) होता है जिसे क्रोमोसोम 21 कहा जाता है. यह शरीर के साथ-साथ बच्चे के मस्तिष्क के विकास को बदल देता है.

ऐसे बच्चे की नाक सामान्य रूप से चपटी, झुकी हुई आंखें, छोटी गर्दन व छोटे कान, मुंह से बाहर निकलती रहनेवाली जीभ, चौड़े हाथ, अपेक्षाकृत छोटी अंगुलियां व छोटे हाथ-पैर और कद छोटा हो जाता है.

वहीं, कई बच्चों के कान में संक्रमण, सुनने में कमी, आंखों में कमजोरी, दिल में विकृति, थायराइड, एनीमिया, आंतों में अवरोध, मोटापा आदि की शिकायतें सामने आती हैं.

21 मार्च: अंतर्राष्ट्रीय वन दिवस से संबंधित महत्वपूर्ण जानकारी

प्रत्येक वर्ष 21 मार्च को विश्व भर में ‘अन्तर्राष्ट्रीय वन दिवस’ (International Day of Forests) मनाया जाता है. इस दिवस को मनाने का उद्देश्य वन संरक्षण के प्रति जागरूकता बढ़ाना है.

इस वर्ष यानी 2024 में इस दिवस का विषय (Theme) ‘वन और नवाचार: बेहतर दुनिया के लिए नए समाधान’ (Forests and Innovation: New Solutions for a Better World) है.

21 दिसंबर, 2012 को संयुक्त राष्ट्र महासभा ने प्रतिवर्ष 21 मार्च को यह दिवस मनाने की घोषणा की थी. पहली बार अन्तर्राष्ट्रीय वन दिवस 21 मार्च, 2013 को मनाया गया था.

21 मार्च को उत्तरी गोलार्ध में वसंत विषुव (Vernal Equinox) और दक्षिणी गोलार्ध में शरद ऋतु विषुव (Autumnal Equinox) होने के कारण यह दिन अन्तर्राष्ट्रीय वन दिवस के रूप में चिह्नित किया गया.

20 मार्च को विश्‍व गोरैया दिवस मनाया गया

प्रत्येक वर्ष 20 मार्च को विश्‍व गोरैया दिवस (World Sparrow Day) मनाया जाता है. इस पक्षी के संरक्षण और इनके बारे में जागरूकता बढाने के लिए यह दिवस मनाया जाता है. इस प्रजाति की संख्‍या में तेजी से कमी को देखते हुए इस दिवस का महत्‍व और बढ जाता है.

विश्‍व गोरैया दिवस 2024, का मुख्य विषय (थीम)- ‘गौरैया: उन्हें चहकने का मौका दें!’ (Sparrows: Give them a tweet-chance!) है.

कीटनाशकों के बढते उपयोग, भवन निर्माण शैली में बदलाव और घरों से बगीचे समाप्त हो जाने के कारण पिछले कुछ वर्षों में गोरैया की संख्‍या तेजी से घटी है. इसके अलावा मोबाइल और टीवी टावर से होने वाला र‍ेडिएशन भी इनकी संख्या घटने का मुख्‍य कारण है.

20 मार्च: अन्तर्राष्ट्रीय प्रसन्नता दिवस से संबंधित महत्वपूर्ण जानकारी

प्रत्येक वर्ष 20 मार्च को अन्तर्राष्ट्रीय प्रसन्नता दिवस (International Happiness Day) मनाया जाता है. यह दिवस लोगों के जीवन में खुशी के महत्व को चिह्नित करने के उद्देश्य से मनाया जाता है.

इस वर्ष यानी 2024 के अन्तर्राष्ट्रीय प्रसन्नता दिवस का विषय (theme)- ‘खुशियों के लिए पुनः जुड़ना: लचीले समुदायों का निर्माण’ (Reconnecting for Happiness: Building Resilient Communities) है.

इतिहास

संयुक्त राष्ट्र ने 12 जुलाई 2012 को यह दिवस मनाने की घोषणा की थी. इस दिवस को मनाने का प्रस्ताव समाज सेवी, कार्यकर्ता और संयुक्त राष्ट्र के विशेष सलाहकार रहे जेमी इलियन की कोशिशों का परिणाम था. पहला अन्तर्राष्ट्रीय प्रसन्नता दिवस 20 मार्च 2013 को मनाया गया था.