19 अगस्त: विश्व मानवतावादी दिवस से संबंधित जानकारी

प्रत्येक वर्ष 19 अगस्त को ‘विश्व मानवतावादी दिवस’ (World Humanitarian Day- WHD) के रूप में मनाया जाता है. इस दिवस को मनाने का उद्देश्य उन मानवीय कर्मियों को उचित सम्मान देना है, जिन्होंने मानव मात्र की सेवा में अपना पूरा जीवन लगा दिया है.

इस वर्ष यानी 2023 में WHD का मुख्य विषय (थीम) ‘कोई बात नहीं क्या’ (#NoMatterWhat) है.

संयुक्त राष्ट्र महासभा ने वर्ष 2008 में यह दिवस मनाए जाने की शुरूआत की थी. यह दिवस 19 अगस्त को इसलिए मनाया जाता है क्योंकि इस दिन वर्ष 2003 को बगदाद में संयुक्त राष्ट्र मुख्यालय पर बमबारी हुई थी. इस बमबारी में इराक में संयुक्त राष्ट्र के शीर्ष दूत सर्जियो विएरा डी मेल्लो समेत 22 अन्य मानवतावादी कर्मी मारे गए थे.

15 अगस्त 2023: देशभर में 77वां स्वतंत्रता दिवस मनाया गया

देशभर में 15 अगस्त 2023 को 77वां स्वतंत्रता दिवस (77th Independence Day) मनाया गया. इस दिन देश की स्वतंत्रता का 76 वर्ष सम्‍पन्‍न हुआ.

इस वर्ष स्‍वतंत्रता दिवस पर ‘आजादी का अमृत महोत्‍सव’ का समापन हो गया. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 12 मार्च 2021 कोआजादी का अमृत महोत्‍सव का शुभारंभ गुजरात के अहमदाबाद के साबरमती आश्रम से की थी.

77वें स्वतंत्रता दिवस अवसर पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने राजधानी दिल्ली में ऐतिहासिक लालकिले की प्राचीर से लगातार 10वीं बार राष्ट्रीय ध्वज फहराया और राष्ट्र को संबोधित किया.

प्रधानमंत्री के संबोधन के मुख्य बिंदु

  • राष्‍ट्र को संबोधित करते हुए प्रधानमंत्री ने देश से तीन बुराइयां भ्रष्‍टाचार, परिवारवाद और तुष्टिकरण से छुटकारा पाने का आह्वान किया.
  • वर्ष 2014 के 10वें स्‍थान से पांचवीं विश्‍व की सबसे बडी अर्थव्‍यवस्‍था बन गया है. उन्‍होंने विश्वास व्यक्त किया कि अगले पांच वर्ष में भारत विश्‍व की तीसरी सबसे बडी अर्थव्‍यवस्‍था बन जाएगा.
  • परंपरागत कौशल को प्रोत्‍साहन देने के लिए सरकार 13 से 15 हजार करोड रूपये के आवंटन से विश्‍वकर्मा योजना शुरू करेगी.
  • पिछले पांच वर्ष में साढे 13 करोड लोग गरीबी से बाहर आए हैं और नव मध्‍यम तथा मध्‍यम वर्ग का हिस्‍सा बन गए हैं.
  • सरकार महिला स्वयं सहायता समूहों को मजबूत करने के लिए कृषि-तकनीकी क्षेत्र के लिए एक नई योजना भी तैयार कर रही है। उन्हें ड्रोन चलाने और मरम्मत करने का प्रशिक्षण दिया जाएगा.
  • वर्ष 2047 में देश की आजादी के सौ वर्ष का जश्न विकसित भारत के तिरंगे के साथ मनाया जाएगा.

14 अगस्त 2022: पहला ‘विभाजन विभीषिका स्मृति दिवस’ मनाया गया

14 अगस्त 2023 को भारत में “विभाजन विभीषिका स्मृति दिवस” मनाया गया था. प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने 15 अगस्त 2021 को 75वें स्वतंत्रता दिवस के संबोधन में इस दिवस को मनाने की घोषणा की थी.

इस दिवस को मनाने का उद्देश्य भारत की वर्तमान और भावी पीढ़ियों को विभाजन के दौरान लोगों द्वारा सही गई यातना और वेदना का स्मरण दिलाना है.

ब्रिटिश शासन से मुक्ति के साथ ही भारत का विभाजन हुआ था और पाकिस्तान अस्तित्व में आया था. धर्म के आधार पर भारत के विभाजन के पश्चात बड़े पैमाने पर हिंसा की घटनाएँ हुई, जिसके कारण लाखों लोगों को विस्थापित होना पड़ा और असंख्य लोग हिंसा में मारे गये. उन लोगों के संघर्ष और बलिदान की याद में 14 अगस्त को ‘विभाजन विभीषिका स्मृति दिवस’ के तौर पर मनाने का निर्णय लिया गया.

13 अगस्त: विश्व अंगदान दिवस से संबंधित महत्वपूर्ण जानकारी

प्रत्येक वर्ष 13 अगस्त को विश्व अंगदान दिवस (World Organ Donation Day) मनाया जाता है. इस दिवस को मनाने का उद्देश्य सामान्य मनुष्य को मृत्यु के बाद अंगदान करने के लिए प्रोत्साहित करना हैं. जागरूकता की कमी के कारण, लोगों के मन में अंगदान के बारे में भय और मिथक विद्यमान हैं.

अंगदान में अंगदाता के अंगों जैसे कि हृदय, लीवर (यकृत), गुर्दे, आंत, फेफड़े, और अग्न्याशय का दान उसकी मृत्यु के पश्चात ज़रूरतमंद व्यक्ति में प्रत्यारोपित करने के लिए किया जाता है.

27 नवम्बर को राष्ट्रीय अंगदान दिवस मनाया जाता है

27 नवम्बर को भारत में राष्ट्रीय अंगदान दिवस मनाया जाता है. 27 नवम्बर 2023 को राष्ट्रीय अंग और ऊतक प्रत्यारोपण संगठन (नोट्टो) ने देश में 14वां अंगदान दिवस (14th Organ Donation Day) मनाया था.

भारत सरकार ने 1994 में ‘मानव अंग प्रत्यारोपण अधिनियम’ पारित किया था. इस अधिनियम का उद्देश्य मानव अंग व्यापार को रोकना तथा मृत्यु के बाद अंगदान को बढ़ावा देना था. 2011 में इस अधिनियम में संशोधन किया गया था.

12 अगस्त: विश्‍व हाथी दिवस से संबंधित महत्वपूर्ण जानकारी

प्रत्येक वर्ष 12 अगस्त को विश्‍व हाथी दिवस (World Elephant Day) मनाया जाता है. एशियाई और अफ्रीकी हाथियों की घटती संख्‍या की ओर तत्‍काल ध्‍यान आकृष्‍ट करने के लिए यह दिवस 2012 से मनाया जा रहा है.

वर्ष 2011 में ‘एलीफैंट रिइंट्रोडक्शन फाउंडेशन’ (Elephant Reintroduction Foundation) और कनाडाई फिल्म निर्माता पेट्रीसिया सिम्स एवं माइकल क्लार्क द्वारा विश्व हाथी दिवस की कल्पना की गई थी. पहला विश्व हाथी दिवस 12 अगस्त, 2012 को मनाया गया था.

वर्ल्ड वाइड फंड फॉर नेचर (WWF) के हालिया आंकड़ों के अनुसार विश्व में लगभग 4,40,000 हाथी हैं.

भारत में हाथियों का संरक्षण

एशियाई हाथी की तीन उप-प्रजातियाँ हैं: भारतीय, सुमात्रन तथा श्रीलंकन. भारत में हाथी को वन्यजीव (संरक्षण) अधिनियम, 1972 (Wildlife (Protection) Act, 1972) की अनुसूची 1 में शामिल करते हुए भारतीय वन्यजीव कानून के तहत उच्चतम संभव संरक्षण प्रदान किया गया है. सरकार ने वर्ष 2011 में भारतीय हाथी को देश का राष्ट्रीय विरासत पशु घोषित किया था.

12 अगस्त: अंतर्राष्ट्रीय युवा दिवस से संबंधित महत्वपूर्ण जानकारी

प्रत्येक वर्ष 12 अगस्त को अंतर्राष्ट्रीय युवा दिवस (International Youth Day) मनाया जाता है. इस दिवस को मनाने का उद्देश्य युवाओं के मुद्दों और उनकी बातों पर सरकार का ध्यान आकर्षित करना है.

इस वर्ष यानी 20233 में अंतर्राष्ट्रीय युवा दिवस का मुख्य विषय (थीम) “युवाओं के लिए हरित कौशल: एक सतत विश्व की ओर” (Green Skills for Youth: Towards a Sustainable World) है.

संयुक्त राष्ट्र महासभा ने 1999 में यह दिवस मनाये जाने का फैसला किया था. अंतर्राष्ट्रीय युवा दिवस का आयोजन पहली बार साल 2000 में किया गया था. संयुक्त राष्ट्र संघ ने वर्ष 1985 को ‘अंतरराष्ट्रीय युवा वर्ष’ घोषित किया था.

10 अगस्त: विश्‍व जैव ईंधन दिवस से संबंधित महत्वपूर्ण जानकारी

प्रत्येक वर्ष 10 अगस्‍त को ‘विश्‍व जैव ईंधन दिवस’ (World Biofuel Day) मनाया जाता है. इसका उद्देश्‍य पांरपरिक जीवाश्‍म ईंधनों के विकल्‍प के रूप में गैर-जीवाश्‍म ईंधनों के महत्‍व के बारे में जागरूकता बढ़ाना है. जैव ईंधन पर्यावरण के अनुकूल ईंधन हैं और इसके उपयोग से कार्बन उत्सर्जन कम करने की वैश्विक चिंताओं का समाधान होगा.

इस वर्ष यानि 2023 में विश्‍व जैव ईंधन दिवस का विषय (थीम) ‘स्थिरता और ग्रामीण आय के लिए जैव ईंधन’ (Biofuels for Sustainability and Rural Income) है.

इस्‍तेमाल किये गये खाद्य तेल से ‘जैव ईंधन’ का उत्‍पादन करना
भारत में खाद्य तेल (कुकिंग ऑयल) का उपयोग विभिन्‍न चीजों को तलने-भुनने के लिए किया जाता है. ये प्रयुक्‍त खाद्य तेल (Used Cooking Oil- UCO) या तो पूरी तरह से नष्‍ट नहीं होता है अथवा पर्यावरण अनुकूल ढंग से इसका निस्‍तारण नहीं हो पाता है, जिससे नालियां और सीवरेज प्रणालियां जाम हो जाती हैं. भारत सरकार द्वारा वर्ष 2018 में जैव ईंधनों पर जारी राष्‍ट्रीय नीति में UCO से जैव ईंधन (बायोफ्यूल) का उत्‍पादन करने की परिकल्‍पना की गई है.

भारत में लगभग 22.7 mmtpa (2700 करोड़ लीटर) कुकिंग ऑयल का उपयोग होता है, जिनमें से 1.2 mmtpa (140 करोड़ लीटर) UCO को बल्‍क उपभोक्‍ताओं जैसे कि होटलों, रेस्‍तरां, कैंटीन इत्‍यादि से प्राप्‍त किया जा सकता है. इससे हर वर्ष तकरीबन 110 करोड़ लीटर जैव डीजल की प्राप्ति होगी.

8 अगस्त 2023: ‘भारत छोड़ो आंदोलन’ की 81वीं वर्षगांठ

8 अगस्त 2023 को ‘भारत छोड़ो आंदोलन’ (अगस्त क्रांति दिवस) की 81वीं वर्षगांठ (81st Quit India Movement) मनाई गयी. आज से 80 साल पहले 1942 में आज ही के दिन अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी ने बंबई अधिवेशन में ‘भारत छोड़ो प्रस्ताव’ को मंजूरी दी थी, इससे स्वतंत्रता प्राप्ति के लिए एक बड़े आंदोलन का मार्ग प्रशस्त हुआ था.

8 अगस्त 1942 को महात्मा गांधी ने ब्रिटिश शासन खत्म करने का बिगुल बजाया था. इसकी नींव मुंबई के गोवलिआ टैंक, यानि की अगस्त क्रांति मैदान में रखी गयी थी. क्रिप्स मिशन की असफलता के बाद गांधी जी ने मुंबई में गोवालिया टैंक मैदान में अपने भाषण में ‘करो या मरो’ का आह्वान किया था.

भारत छोड़ो आंदोलन की घोषणा के एक दिन बाद ही महात्‍मा गांधी और अन्‍य कई नेताओं को हिरासत में ले लिया गया था. बड़े नेताओं की गिरफ्तारी के दौरान जयप्रकाश नारायण और राममनोहर लोहिया जैसे दूसरे पंक्ति के नेताओं ने आंदोलन में महत्‍वपूर्ण भूमिका निभाई. भारत छोड़ो आंदोलन 1947 में भारत के एक संप्रभु राष्ट्र बनने से पहले आयोजित अंतिम प्रमुख सविनय अवज्ञा आंदोलन था.

प्रमुख राष्ट्रीय नेताओं को अहमदनगर किले में कैद किया गया था

भारत छोड़ो आन्‍दोलन में महाराष्‍ट्र के अहमदनगर किले की विशेष भूमिका रही है. भारत छोड़ो आंदोलन के दौरान बारह प्रमुख राष्ट्रीय नेताओं को इसी किले में कैद कर रखा गया, जिनमें पंडित जवाहरलाल नेहरू भी शामिल थे. यहीं पर उन्होनें अपना लोकप्रिय ‘द डिस्कवरी ऑफ इंडिया’ ग्रंथ लिखा. सन 2003 में, भारतीय पुरातत्वशास्त्र सर्वेक्षण ने अहमदनगर किले को राष्ट्रीय महत्व का स्मारक घोषित किया.

गांधीजी को आगा खान पॅलेस में रखा गया था

भारत छोड़ो आन्‍दोलन का आरम्भ मुंबई में करने के पश्चात महात्मा गांधीजी को हिरासत में लेकर पुणे के आगा खान पॅलेस में रखा गया. उनके साथ उनकी पत्नी कस्तुरबा तथा उनके नीजी सचिव महादेव देसाई भी थे. इस दौरान कस्तुरबा तथा देसाई का यहीं पर देहान्त हुआ, उनकी समाधियां आगा खान पॅलेस में स्थित है.

7 अगस्त: राष्ट्रीय हथकरघा दिवस से संबंधित महत्वपूर्ण जानकारी

प्रत्येक वर्ष 7 अगस्त को राष्ट्रीय हथकरघा दिवस (National Handloom Day) मनाया जाता है. इस दिवस का उद्देश्य हथकरघा उद्योग के महत्व एवं आमतौर पर देश के सामाजिक आर्थिक योगदान में इसके महत्व के बारे में जागरूकता फैलाना और हथकरघा को बढ़ावा देना, बुनकरों की आय को बढ़ाना और उनके गौरव में वृद्धि करना है.

हथकरघा दिवस मनाने के लिए 7 अगस्‍त का दिन भारतीय इतिहास में विशेष महत्‍व का होने के कारण चुना गया है. इसी दिन 1905 में ब्रिटिश सरकार द्वारा बंगाल के विभाजन के विरोध में स्‍वदेशी आंदोलन शुरू हुआ था. इस दिन कोलकाता के टाउनहॉल में एक महा जनसभा में स्वदेशी आंदोलन की औपचारिक रूप से शुरुआत की गई थी.

भारत सरकार ने इसी की याद में हर वर्ष 7 अगस्त को राष्ट्रीय हथकरघा दिवस के रूप में घोषित किया था. पहला राष्ट्रीय हथकरघा दिवस 2015 में मनाया गया था. 7 अगस्त 2023 को 9वां राष्ट्रीय हथकरघा दिवस मनाया गया.

6 अगस्त 2023: हिरोशिमा पर परमाणु बमबारी की 78वीं वर्षगांठ

प्रत्येक वर्ष 6 अगस्त को हिरोशिमा दिवस (Hiroshima Day) और जापान में शांति दिवस के रूप में मनाया जाता है. द्वितीय विश्व युद्ध (World War II) के दौरान जापान के हिरोशिमा पर इसी दिन में परमाणु बम गिराया गया था. इसे मानव इतिहास में काला दिन भी कहा जाता है. इसे दिवस के रूप में इसलिए मनाया जाता है, ताकि दुनिया इस तबाही से कुछ सीख ले. आज जापानी शहर पर परमाणु बमबारी की 78वीं वर्षगांठ है.

हिरोशिमा दिवस: मुख्य तथ्यों पर एक दृष्टि

  • अमेरिका दुनिया का इकलौता देश है, जिसने मानव इतिहास में सबसे बड़ा नरसंहार करने वाले परमाणु बमों का इस्तेमाल किया है.
  • द्वितीय विश्व युद्ध के दौरान अमेरिका ने 6 अगस्त 1945 को जपान के हिरोशिमा नामक नगर में ‘लिटिल बॉय’ नामक यूरेनियम गिराया था. यह बम उस समय का सबसे शक्तिशाली बम माना जाता था.
  • हिरोशिमा को तबाह करने के बाद अमेरिका ने 9 अगस्त 1945 को नागासाकी पर ‘फैट मैन’ नामक प्लूटोनियम बम गिराया.
  • हिरोशिमा नगर जापान के होन्शु द्वीप में स्थित है जबकि नागासाकी क्यूशू द्वीप में स्थित है.

1-7 अगस्त: विश्व स्तनपान सप्ताह से संबंधित महत्वपूर्ण जानकारी

प्रत्येक वर्ष अगस्त के पहले सप्ताह 1 अगस्त से 7 अगस्त तक विश्व स्तनपान सप्ताह (World Breastfeeding Week- WBW) मनाया जाता है. इसका उद्देश्य स्तनपान को प्रोत्साहन तथा समर्थन देना है. स्तनपान, बच्चे के जीवन और स्वास्थ्य को बढ़ावा देने के लिए एक महत्वपूर्ण व कम लागत वाला प्रयास है.

विश्व स्तनपान सप्ताह 2023 की थीम

इस वर्ष (2023) के स्तनपान सप्ताह की थीम (मुख्य विषय)- ‘आइए स्तनपान कराएं और काम करें, काम करें!’ (Let’s make breastfeeding and work, work!) है.

यह दिवस UNICEF, विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) और उनके सहयोगी संस्थाओं द्वारा मनाया जाता है. पहला विश्व स्तनपान सप्ताह 1992 में World Alliance for Breastfeeding Action (WABA) द्वारा मनाया गया था.

बाल अधिकारों पर WHO के कन्वेंशन के अनुसार प्रत्येक नवजात शिशु को अच्छे पोषण का अधिकार है.

28 जुलाई: विश्व हेपेटाइटिस दिवस से संबंधित महत्वपूर्ण जानकारी

अंतर्राष्ट्रीय प्रयासों को प्रोत्साहित करने के लिए प्रत्येक वर्ष 28 जुलाई को विश्व हेपेटाइटिस दिवस (World Hepatitis Day) के रूप में मनाया जाता है. विश्व हेपेटाइटिस दिवस मनाने का उद्देश्य हेपेटाइटिस के विषय में जागरूकता बढ़ाना है.

विश्व हेपेटाइटिस दिवस 2023 की थीम

इस वर्ष यानी 2023 में विश्व स्वास्थ्य संगठन की ओर से विश्व हेपेटाइटिस दिवस की थीम (मुख्य विषय)- ‘एक जिंदगी, एक यकृत’ (One Life, One Liver) है.

हेपेटाइटिस: एक दृष्टि
  • हेपेटाइटिस, विषाणु (virus) के कारण फैलता है जो यकृत (लीवर) को प्रभावित करता है. हेपेटाइटिस के कारण लिवर कैंसर सहित अनेक स्वास्थ्य समस्याएं उत्‍पन्‍न हो जाती है.
  • हेपेटाइटिस A, B, C, D और E हेपेटाइटिस के प्रकार हैं. हेपेटाइटिस A और E दूषित भोजन और जल के सेवन से होता है. हेपेटाइटिस B, C और D आमतौर पर संक्रमित रक्त और शरीर के तरल पदार्थों के संपर्क से होता है.
  • भारत में हैपेटाइटिस को 2030 तक खत्म करने का लक्ष्य रखा गया है.

डॉ. बारुख ब्लंबरबर्ग का जन्मदिन

विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) की पहल पर हर वर्ष 28 जुलाई को यह दिवस मनाया जाता है. यह दिवस नोबेल पुरस्कार विजेता वैज्ञानिक डॉ. बारुख ब्लंबरबर्ग के जन्मदिन पर मनाया जाता है, जिन्होंने हेपेटाइटिस B वायरस (HBV) की खोज की थी और टीका विकसित किया था.