29 अगस्त: परमाणु परीक्षण के खिलाफ अंतर्राष्ट्रीय दिवस

प्रत्येक वर्ष 29 अगस्त को परमाणु परीक्षण के खिलाफ अंतर्राष्ट्रीय दिवस (International Day against Nuclear Tests) मनाया जाता है. इसका उद्देश्य परमाणु हथियारों से होने वाले नुकसान एवं उनके दुष्प्रभावों के बारे में लोगों को जागरुक करना है.

दिसम्बर, 2009 में संयुक्त राष्ट्र महासभा में 29 अगस्त को परमाणु परीक्षण के खिलाफ अंतर्राष्ट्रीय दिवस के रूप में घोषित किया गया था. पहली बार यह दिवस वर्ष 2010 में मनाया गया था.

कजाकिस्तान में 1991 में सोवियत संघ (USSR) नियंत्रित सेमिपालाटिंस्क परमाणु परीक्षण स्थल के समापन की 18वीं वर्षगांठ को चिह्नित करने के लिए कजाकिस्तान द्वारा इस प्रस्ताव की शुरुआत की गई थी.

यह दिन किसी भी देश द्वारा सभी प्रकार के परमाणु हथियारों के परीक्षण और इसके उपयोग पर प्रतिबंध लगाने की तात्कालिकता पर प्रकाश डालता है.

23 अगस्त: दास व्यापार और उसके उन्मूलन के स्मरण के लिए अंतर्राष्ट्रीय दिवस

प्रत्येक वर्ष 23 अगस्त को ‘दास व्यापार और उसके उन्मूलन के स्मरण के लिए अंतर्राष्ट्रीय दिवस’ (International Day for the Remembrance of the Slave Trade and its Abolition) मनाया जाता है. यह दिवस उन लाखों लोगों को याद करने के उद्देश्य से मनाया जाता है जो ट्रांस-अटलांटिक दास व्यापार के शिकार थे.

23 अगस्त को यूनेस्को द्वारा दास व्यापार और उसके उन्मूलन के स्मरण के लिए अंतर्राष्ट्रीय दिवस के रूप में घोषित किया गया था.

23 अगस्त महत्वपूर्ण है क्योंकि 1791 में इसी दिन, सेंट डोमिंग (अब हैती) द्वीप पर एक विद्रोह शुरू हुआ था.  इस विद्रोह ने ट्रान्साटलांटिक दास व्यापार के उन्मूलन के लिए अग्रणी घटनाओं को जन्म दिया था.

21 अगस्त: अंतर्राष्ट्रीय, आतंकवाद पीड़ित स्मृति एवं श्रद्धांजली दिवस

प्रत्येक वर्ष 21 अगस्त को ‘अंतर्राष्ट्रीय, आतंकवाद पीड़ित स्मृति एवं श्रद्धांजली दिवस’ (International Day of Remembrance and Tribute to the Victims of Terrorism) मनाया जाता है. आतंकवाद के शिकार हो गए और जीवित बचे लोगों की आवाज़ें सुनने और उन्हें अपनी आवाज़ बुलंद करने में सहयोग देने के उद्देश्य से यह दिवस मनाया जाता है.

संयुक्त राष्ट्र ने इस दिवस को मनाये जाने की घोषणा 2017 में की थी. 21 अगस्त 2018 को पहला ‘अंतर्राष्ट्रीय, आतंकवाद पीड़ित स्मृति एवं श्रद्धांजली दिवस’ मनाया गया था. इस वर्ष यानी 2022 में पाँचवाँ ‘अंतर्राष्ट्रीय, आतंकवाद पीड़ित स्मृति एवं श्रद्धांजली दिवस’ मनाया गया.

21 अगस्त: विश्व वरिष्ठ नागरिक दिवस से संबंधित महत्वपूर्ण जानकारी

प्रत्येक वर्ष 21 अगस्त को ‘विश्व वरिष्ठ नागरिक दिवस’ (World Senior Citizen’s Day) मनाया जाता है. यह दिवस बुजुर्गों को सम्मान देने के उद्देश्य से मनाया जाता है.

विश्व वरिष्ठ नागरिक दिवस का इतिहास

विश्व वरिष्ठ नागरिक दिवस को आधिकारिक तौर पर संयुक्त राज्य अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति रोनाल्ड रीगन द्वारा स्थापित किया गया था. उन्होंने 19 अगस्त, 1988 को इस पर हस्ताक्षर किए थे, जिसे 21 अगस्त को वरिष्ठ नागरिक दिवस के रूप में प्रकट किया गया था.

संयुक्त राष्ट्र महासभा ने विश्व वरिष्ठ नागरिक दिवस के रूप में मनाने की घोषणा दिसंबर 1990 में की थी.

20 अगस्त को विश्व मच्छर दिवस मनाया गया

प्रत्येक वर्ष 20 अगस्त को विश्व मच्छर दिवस (World Mosquito Day) मनाया जाता है. इस दिवस को मनाने का मुख्य उद्देश्य लोगों को मच्छर के काटने से होने वाली बीमारियों और बचाव के प्रति जागरूक करना है.

मच्छर दिवस मनाने की शुरुआत साल 1897 में हुई थी जब ब्रिटिश डॉ. रोनाल्ड रॉस ने मादा एनाफिलीज मच्छर की खोज की थी. इस मच्छर के काटने से मलेरिया की बीमारी होती है. उनके इस प्रयास के लिए साल 1902 उन्हें फिजियोलॉजी में नोबेल पुरस्कार से सम्मानित किया गया.

मच्छर बीमारियों के वाहक है. मच्छर के काटने से डेंगू, चिकनगुनिया, ज़ीका वायरस और मलेरिया का खतरा बढ़ जाता है.

20 अगस्त 2022: पूर्व प्रधानमंत्री राजीव गांधी की 78वीं जयंती (सद्भावना दिवस)

20 अगस्त 2022 को पूर्व प्रधानमंत्री राजीव गांधी को उनकी 78वीं जयंती पर श्रद्धांजलि अर्पित किया गया. यह दिन साम्प्रदायिक सद्भाव और राष्ट्रीय एकता को बढावा देने के लिए ‘सद्भावना दिवस’ (Sadbhavna Divas) के रूप में भी मनाया जाता है.

श्री राजीव गांधी 1984 में माता इंदिरा गाँधी की हत्या के बाद देश के छठे प्रधानमंत्री के रूप में शपथ ली थी. वह 40 वर्ष की उम्र में भारत के सबसे युवा प्रधानमंत्री बने थे. उन्होंने 1989 तक प्रधानमंत्री के रूप में देश की सेवा की.

21 मई 1991 को लिट्टे उग्रवादियों द्वारा श्रीपेरंबदूर में उनकी हत्या कर दी गई थी. उन्हें 1991 में देश के सर्वोच्च सम्मान भारत-रत्न से सम्मानित किया गया था.

15 अगस्त 2022: देशभर में 76वां स्वतंत्रता दिवस मनाया गया

देशभर में 15 अगस्त 2022 को 76वां स्वतंत्रता दिवस (76th Independence Day 2022) मनाया गया. इस दिन देश की स्वतंत्रता का 75 वर्ष सम्‍पन्‍न हुआ. इस वर्ष स्वतंत्रता दिवस समारोह देश में चल रहे ‘आजादी का अमृत महोत्सव’ के साथ मनाया गया.

76वें स्वतंत्रता दिवस अवसर पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने राजधानी दिल्ली में ऐतिहासिक लालकिले की प्राचीर से लगातार 9वीं बार राष्ट्रीय ध्वज फहराया और राष्ट्र को संबोधित किया.

प्रधानमंत्री के संबोधन के मुख्य बिंदु

  • 76वें स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर लाल किले की प्राचीर से राष्ट्र को संबोधित करते हुए उन्होंने भारत प्रेमियों और भारतीयों को आजादी के अमृत महोत्सव की बधाई दी.
  • प्रधानमंत्री ने ‘जय जवान, जय किसान, जय विज्ञान’ में ‘जय अनुसंधान’ को जोड़ नया नारा दिया. जय जवान, जय किसान का का नारा लालबहादुर शास्त्री ने दिया था, जबकि ‘जय विज्ञान’ को बाद में अटल बिहारी वाजपेयी ने जोड़ा था.
  • उन्होंने कहा कि आत्मनिर्भर भारत सरकारी एजेंडा या कार्यक्रम नहीं है, यह जनआंदोलन है. हमें दुनिया पर निर्भर रहना छोडना होगा और भारत को आत्मनिर्भर बनाना होगा.
  • भाई-भतीजावाद, परिवारवाद देश की प्रतिभाओं को नुकसान पहुंचाता है, देश की क्षमताओं को नुकसान पहुंचाता है और भ्रष्टाचार को जन्म देता है.
  • भ्रष्टाचार देश को दीमक की तरह खोखला कर रहा है. हम भ्रष्टाचार के खिलाफ एक निर्णायक कालखंड में कदम रख रहे हैं.
  • उन्होंने देश वासियों के लिए 25 साल का ब्लूप्रिंट रखा और कहा कि यह ब्लूप्रिंट तभी कामयाब होगा जब हम पांच प्रण लेंगे. ये प्रण हैं – विकसित भारत बनाना, दासता के हर लक्षण को दूर करना, विरासत पर गर्व, एकता और एकजुटता और नागरिकों का कर्तव्य.

पहली बार तिरंगे को 21 तोपों की सलामी स्वदेशी तोप से दी गई

आजादी के 75 साल बाद यह पहली बार था जब लाल किले पर तिरंगे को 21 तोपों की सलामी देने के लिए ‘मेड इन इंडिया’ (भारत में निर्मित) तोप का इस्तेमाल किया गया. इसके लिए स्वदेश विकसित होवित्जर तोप ATAG का इस्तेमाल किया गया. इसका विकास DRDO ने किया है.

13-15 अगस्त: हर घर तिरंगा अभियान

13 से 15 अगस्त तक देश में ‘हर घर तिरंगा’ अभियान मनाया गया. यह अभियान आजादी का अमृत महोत्सव के अंतर्गत शुरू किया गया था.

इस अभियान का उद्देश्य भारत की स्वतंत्रता के 75 वर्ष पूरे होने पर लोगों को अपने घर पर राष्ट्र ध्वज फहराने के लिए प्रेरित करना था.

प्रधानमंत्री नेरेन्द्र मोदी ने ‘हर घर तिरंगा डॉट कॉम’ पर तिरंगे के साथ अपने चित्र साझा करने का सभी लोगों से अनुरोध किया था.

15 अगस्त 2022 को देश की स्वतंत्रता के 75 वर्ष सम्‍पन्‍न हुआ. इस वर्ष स्वतंत्रता दिवस समारोह देश में चल रहे ‘आजादी का अमृत महोत्सव’ के साथ मनाया गया.

15 अगस्त 2022: श्री अरविंद घोष की 150वीं जयंती

15 अगस्त 2022 को श्री अरविंद घोष (श्री अरबिंदो) की 150वीं जयंती (सार्धशती) मनाई गई. उनका जन्म इसी दिन 1872 में कलकत्ता में हुआ था. महर्षि अरविंद की 150वीं जयंती का उत्सव मनाने के लिए प्रधानमंत्री की अध्यक्षता में उच्चस्तरीय समिति का गठन किया गया था.

श्री अरविंद घोष: एक दृष्टि

  • श्री अरविंद स्वतंत्रता के अग्रदूत, क्रांतिकारी, कवि, लेखक, दार्शनिक, ऋषि, मंत्रद्रष्टा एवं महान योगी थे.
  • केवल सात वर्ष की उम्र में उन्हें इंग्लैंड पढ़ने के लिए भेजा गया. 1910 तक, वह स्वतंत्रता आंदोलन के प्रभावशाली नेताओं में से थे. बाद में, वे आध्यात्मिक सुधारक बन गए.
  • अरविंदो घोष ने ‘कर्मयोगी’ नामक अंग्रेजी साप्ताहिक का संपादन किया था. वे वंदे मातरम जैसे समाचार पत्रों के संपादक भी थे.
  • श्री अरबिंदो घोष का मृत्यु 5 दिसम्बर 1950 को पुडुचेरी में हुआ था. पुडुचेरी में, श्री अरबिंदो आश्रम की स्थापना 1926 में हुई थी.
  • श्री अरबिंदो घोष को “अलीपुर षड्यंत्र केस” में अंग्रेज सरकार द्वारा गिरफ्तार किया गया था. उनको कोर्ट ने सन् 1909 में बाइज्जत बरी कर दिया था.
  • श्री अरबिंदो घोष की मुख्य कृतियाँ: एस्सेज़ ऑन गीता, द लाइफ़ डिवाइन, कलेक्टेड पोयम्स एण्ड प्लेज़, द सिंथेसिस ऑफ़ योगा, द ह्यूमन साइकिल, द आईडियल ऑफ़ ह्यूमन यूनिटी, ए लीजेंड एण्ड ए सिंबल, ऑन द वेदा, द फ़ाउन्डेशन ऑफ़ इंडियन कल्चर

14 अगस्त 2022: पहला ‘विभाजन विभीषिका स्मृति दिवस’ मनाया गया

14 अगस्त 2022 को भारत में “विभाजन विभीषिका स्मृति दिवस” मनाया गया था. प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने 15 अगस्त 2021 को 75वें स्वतंत्रता दिवस के संबोधन में इस दिवस को मनाने की घोषणा की थी.

इस दिवस को मनाने का उद्देश्य भारत की वर्तमान और भावी पीढ़ियों को विभाजन के दौरान लोगों द्वारा सही गई यातना और वेदना का स्मरण दिलाना है.

14 अगस्त को भारत ने विभाजन विभीषिका स्मृति दिवस पर उन लोगों को भारी मन से याद किया जिन्होंने हमारे तिरंगे के सम्मान और मातृभूमि के प्रति प्रेम लिए अपने प्राणों की आहुति दे दी थी.

ब्रिटिश शासन से मुक्ति के साथ ही भारत का विभाजन हुआ था और पाकिस्तान अस्तित्व में आया था. धर्म के आधार पर भारत के विभाजन के पश्चात बड़े पैमाने पर हिंसा की घटनाएँ हुई, जिसके कारण लाखों लोगों को विस्थापित होना पड़ा और असंख्य लोग हिंसा में मारे गये. उन लोगों के संघर्ष और बलिदान की याद में 14 अगस्त को ‘विभाजन विभीषिका स्मृति दिवस’ के तौर पर मनाने का निर्णय लिया गया है.

13 अगस्त: विश्व अंगदान दिवस से संबंधित महत्वपूर्ण जानकारी

प्रत्येक वर्ष 13 अगस्त को विश्व अंगदान दिवस (World Organ Donation Day) मनाया जाता है. इस दिवस को मनाने का उद्देश्य सामान्य मनुष्य को मृत्यु के बाद अंगदान करने की प्रतिज्ञा दिलाने के लिए प्रोत्साहित करना हैं. जागरूकता की कमी के कारण, लोगों के मन में अंगदान के बारे में भय और मिथक विद्यमान हैं.

अंगदान में अंगदाता के अंगों जैसे कि हृदय, लीवर (यकृत), गुर्दे, आंत, फेफड़े, और अग्न्याशय का दान उसकी मृत्यु के पश्चात ज़रूरतमंद व्यक्ति में प्रत्यारोपित करने के लिए किया जाता है.

27 नवम्बर को राष्ट्रीय अंगदान दिवस मनाया जाता है

27 नवम्बर को भारत में राष्ट्रीय अंगदान दिवस मनाया जाता है. 27 नवम्बर 2021 को राष्ट्रीय अंग और ऊतक प्रत्यारोपण संगठन (नोट्टो) ने देश में 12वां अंगदान दिवस (11th Organ Donation Day) मनाया था.

भारत सरकार ने 1994 में ‘मानव अंग प्रत्यारोपण अधिनियम’ पारित किया था. इस अधिनियम का उद्देश्य मानव अंग व्यापार को रोकना तथा मृत्यु के बाद अंगदान को बढ़ावा देना था. 2011 में इस अधिनियम में संशोधन किया गया था.

श्रावणी पूर्णिमा: विश्व संस्कृत दिवस

भारत में प्रतिवर्ष श्रावणी पूर्णिमा के दिन विश्व संस्कृत दिवस (World Sanskrit Day) के रूप में मनाया जाता है. इस वर्ष यानी 2022 में श्रावणी पूर्णिमा 12 अगस्त को था.

सन् 1969 में भारत सरकार के शिक्षा मंत्रालय के आदेश से केन्द्रीय तथा राज्य स्तर पर संस्कृत दिवस मनाने का निर्देश जारी किया गया था. तब से संपूर्ण भारत में संस्कृत दिवस श्रावण पूर्णिमा के दिन मनाया जाता है.

श्रावणी पूर्णिमा का दिन इसीलिए चुना गया था क्योंकि प्राचीन भारत में इसी दिन शिक्षण सत्र शुरू होता था. इसी दिन वेद पाठ का आरंभ होता था तथा इसी दिन छात्र शास्त्रों के अध्ययन का प्रारंभ किया करते थे.