प्रत्येक वर्ष 18 दिसम्बर को दुनियाभर में ‘अन्तर्राष्ट्रीय प्रवासी दिवस’ (International Migrants Day) मनाया जाता है. इस दिवस को मनाने का उद्देश्य प्रवासी कामगारों से जुड़े आजादी के साथ काम और मानवाधिकार जैसे मुद्दे पर लोगों के विचार साझा करना है.
इस वर्ष यानी 20210 में इस दिवस का मुख्य विषय (थीम) ‘मानव गतिशीलता की क्षमता का दोहन’ (Reimagining Human Mobility) है.
संयुक्त राष्ट्र महासभा ने एक सम्मलेन में अन्तर्राष्ट्रीय प्रवासी दिवस को मनाये जाने से संबंधित प्रस्ताव को 1990 में स्वीकार किया था. यह सम्मेलन प्रवासी कामगारों और उनके परिवार के सदस्यों के अधिकार और सुरक्षा के लिए आयोजित की गई थी.
https://www.edudose.com/wp-content/uploads/2014/05/Logo.png00Team EduDosehttps://www.edudose.com/wp-content/uploads/2014/05/Logo.pngTeam EduDose2021-12-18 22:01:462021-12-19 22:11:0818 दिसम्बर: अन्तर्राष्ट्रीय प्रवासी दिवस
प्रत्येक वर्ष 16 दिसम्बर को पूरे देश में विजय दिवस (Vijay Diwas) मनाया जाता है. यह दिवस वर्ष 1971 में पाकिस्तान के खिलाफ युद्ध में मिली जीत का जश्न मनाने के लिए मनाया जाता है. इस वर्ष 16 दिसम्बर 2021 को विजय दिवस की 50वीं वर्षगांठ है.
1971 में आज ही के दिन पाकिस्तान के सेना प्रमुख लेफ्टिनेंट जनरल एएके नियाजी ने 93 हजार सैनिकों के साथ सफेद झंडे दिखाते हुए भारत के पूर्वी सैन्य कमांडर लेफ्टिनेंट जनरल जगजीत सिंह अरोड़ा के नेतृत्व वाली भारतीय सेना और मुक्तिवाहिनी की संयुक्त कमान के समक्ष आत्मसमर्पण कर दिया था.
बंगलादेश भी इस दिन विजय दिवस के रूप में मनाती
भारत की पाकिस्तान पर इस जीत के बाद ही पूर्वी पाकिस्तान को अलग कर बांग्लादेश बनाया गया था. बंगलादेश भी इस दिन विजय दिवस (बिजॉय दिबॉश) के रूप में मनाती है. पाकिस्तानी सेना के आत्मसमर्पण के साथ ही मुक्ति संग्राम का अंत और बंगलादेश का निर्माण हुआ था. 13 दिनों तक चले इस युद्ध में भारतीय सेना के आगे पाकिस्तान को घुटने टेकने पड़े. आज़ादी की ये लड़ाई इतिहास में मुक्ति संग्राम के नाम से दर्ज है.
https://www.edudose.com/wp-content/uploads/2014/05/Logo.png00Team EduDosehttps://www.edudose.com/wp-content/uploads/2014/05/Logo.pngTeam EduDose2021-12-16 20:06:212021-12-18 10:24:4316 दिसम्बर: विजय दिवस से संबंधित महत्वपूर्ण जानकारी
प्रत्येक वर्ष 14 दिसम्बर को विद्युत मंत्रालय के अधीनस्थ ऊर्जा दक्षता ब्यूरो (Bureau of Energy Efficiency- BEE) द्वारा ‘राष्ट्रीय ऊर्जा संरक्षण दिवस’ (National Energy Conservation Day) मनाया जाता है. इसी दिन विश्व ऊर्जा संरक्षण दिवस (World Energy Conservation Day) भी मनाया जाता है. जलवायु परिवर्तन, ग्लोबल वार्मिंग और ऊर्जा स्रोतों की बचत करने के प्रयासों के बारे में जागरूक करने तथा प्रोत्साहित करने पर ध्यान देने के लिए यह दिवस मनाया जाता है.
ऊर्जा संरक्षण क्या है?
ऊर्जा संरक्षण से तात्पर्य, ऊर्जा का उपयोग कुशलता पूर्वक करना और अनावश्यक उपयोग को बंद करना है. कुशलता से ऊर्जा का उपयोग भविष्य के लिए बहुत आवश्यक है.
https://www.edudose.com/wp-content/uploads/2014/05/Logo.png00Team EduDosehttps://www.edudose.com/wp-content/uploads/2014/05/Logo.pngTeam EduDose2021-12-14 17:21:192021-12-15 17:52:4814 दिसम्बर: राष्ट्रीय ऊर्जा संरक्षण दिवस, विश्व ऊर्जा संरक्षण दिवस
प्रत्येक वर्ष 12 दिसम्बर को ‘सार्वभौमिक स्वास्थ्य कवरेज दिवस’ (International Universal Health Coverage Day) के रूप में मनाया जाता है. यह दिवस सारे विश्व में प्रत्येक व्यक्ति को सस्ती, गुणवत्तापूर्ण स्वास्थ्य देखभाल प्रदान करने के लिए सभी देशों को बुलाने की संयुक्त राष्ट्र की सर्वसम्मत संकल्प के उद्देश्य से मनाया जाता है.
इस वर्ष यानी 2021 के सार्वभौमिक स्वास्थ्य कवरेज दिवस का मुख्य विषय (थीम) ‘स्वास्थ्य के मामले में किसी को पीछे न छोड़ें: सभी के लिए स्वास्थ्य प्रणालियों में निवेश करें’ (Leave No One Behind When It Comes to Health: Invest in Health Systems for All) है.
‘सार्वभौमिक कवरेज’ विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) के 1948 के मज़बूत संविधान पर आधारित है, जो यह उद्घोषणा करता है, कि स्वास्थ्य मनुष्य का आधारभूत अधिकार हैं तथा यह सभी को स्वास्थ्य के उच्चतम स्तर की प्राप्ति सुनिश्चित करने के लिए प्रतिबद्ध हैं. संयुक्त राष्ट्र ने सार्वभौमिक स्वास्थ्य कवरेज दिवस की शुरुआत 2017 में की थी.
https://www.edudose.com/wp-content/uploads/2014/05/Logo.png00Team EduDosehttps://www.edudose.com/wp-content/uploads/2014/05/Logo.pngTeam EduDose2021-12-12 17:25:192021-12-14 07:32:3212 दिसम्बर: सार्वभौमिक स्वास्थ्य कवरेज दिवस
प्रतिवर्ष 11 दिसम्बर को अंतर्राष्ट्रीय पर्वत दिवस (International Mountain Day) के रूप में मनाया जाता है. इसका उद्देश्य पर्वत के संरक्षण के लिए प्रेरित करना तथा पर्वतों के महत्व को बताना है.
इस वर्ष यानी 2021 में अन्तर्राष्ट्रीय पर्वत दिवस का मुख्य विषय (थीम) ‘स्थायी पर्वतीय पर्यटन’ (sustainable mountain tourism) है.
इस दिवस की शुरुआत संयुक्त राष्ट्र महासभा ने 2003 में प्रस्ताव पारित करके की थी. इस दिवस के लिए संयुक्त राष्ट्र खाद्य व कृषि संगठन द्वारा समन्वय किया जाता है.
https://www.edudose.com/wp-content/uploads/2014/05/Logo.png00Team EduDosehttps://www.edudose.com/wp-content/uploads/2014/05/Logo.pngTeam EduDose2021-12-11 20:18:282021-12-11 20:18:2811 दिसम्बर: अन्तर्राष्ट्रीय पर्वत दिवस
प्रत्येक वर्ष 10 दिसंबर को विश्व मानवाधिकार दिवस (Human Rights Day) मनाया जाता है. इस दिन को मनाने का उद्देश्य विश्वभर के युवाओं को मानवाधिकारों के प्रति कार्रवाई के लिए जागरूक करना है.
इस वर्ष यानी 2021 के विश्व मानवाधिकार दिवस का मुख्य विषय (थीम) ‘असमानताओं को कम करना और मानवाधिकारों को आगे बढ़ाना’ (Reducing inequalities and advancing human rights) है. इस वर्ष का विषय कोविड-19 महामारी से संबंधित है जिसमें मानवाधिकारों को सुनिश्चित कर संक्रमण से बेहतर तरीके से उबरने की आवश्यकता पर जोर दिया गया है.
संयुक्त राष्ट्र ने 10 दिसंबर को मानवाधिकार दिवस के रूप में मनाने की घोषणा 1948 में की थी.
1993 में राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग का गठन
भारत में 28 सितंबर 1993 को मानवाधिकार कानून बनाया गया था. इसके बाद भारत सरकार ने 12 अक्टूबर 1993 को राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग का गठन किया था.
क्या है मानवाधिकार?
मानवाधिकार वे मूलभूत नैसर्गिक अधिकार हैं जिनसे मनुष्य को नस्ल, जाति, राष्ट्रीयता, धर्म, लिंग आदि के आधार पर वंचित या प्रताड़ित नहीं किया जा सकता. इसके अनुसार सभी को स्वतंत्रता और समानता का अधिकार जन्मजात ही प्राप्त है और उसे छीनना या बाधा पहुंचाना मानवाधिकारों का हनन होता है.
https://www.edudose.com/wp-content/uploads/2014/05/Logo.png00Team EduDosehttps://www.edudose.com/wp-content/uploads/2014/05/Logo.pngTeam EduDose2021-12-10 19:13:032021-12-11 19:16:0510 दिसंबर: विश्व मानवाधिकार दिवस
प्रत्येक वर्ष 9 दिसम्बर को अंतरराष्ट्रीय भ्रष्टाचार निरोधक दिवस (International Anti-corruption Day) के रूप में मनाया जाता है. इसका उद्देश्य भ्रष्टाचार एवं इसके उन्मूलन हेतु कारगर उपायों के प्रति जागरूकता फैलाना है.
इस वर्ष यानी 2021 के अंतरराष्ट्रीय भ्रष्टाचार निरोधक दिवस का मुख्य विषय (थीम) ‘आपका अधिकार, आपकी भूमिका: भ्रष्टाचार को ना कहें’ (Your right, your role: say no to corruption) है.
31 अक्टूबर, 2003 को संयुक्त राष्ट्र महासभा ने इसे एक दिवस के रूप में मनाने की घोषणा की थी. इसके तहत, 9 दिसंबर को अंतरराष्ट्रीय भ्रष्टाचार निरोधक दिवस के रूप में मनाने का फैसला किया गया था.
संयुक्त राष्ट्र ने कहा है कि प्रति वर्ष भ्रष्टाचार के जरिए खरबों डॉलर की चोरी होती है अथवा यह राशि रिश्वत के रूप में दी जाती है. यह राशि नियंत्रण जीडीपी के पांच प्रतिशत से अधिक है.
8 दिसम्बर 2021 को दक्षिण एशियाई क्षेत्रीय सहयोग संगठन (सार्क) का 37वां घोषणा-पत्र दिवस (37th SAARC Founding Day) मनाया गया. इसी दिन सार्क समूह के घोषणा-पत्र पर हस्ताक्षर किये गए थे.
पिछला सार्क शिखर सम्मेलन वर्ष 2014 में काठमांडू में हुआ था. 2016 का शिखर सम्मेलन पाकिस्तान के इस्लामाबाद में होना था लेकिन उरी आतंकी हमले के बाद भारत ने इसमें शामिल होने से इंकार कर दिया था. बंगलादेश, भूटान और अफगानिस्तान के भी इंकार के बाद सम्मेलन रद्द कर दिया गया था.
सार्क (SAARC): एक दृष्टि
SAARC, South Asian Association for Regional Cooperation (दक्षिण एशियाई क्षेत्रीय सहयोग संगठन- दक्षेस) का संक्षिप रूप है.
इसकी स्थापना 8 दिसम्बर 1985 को भारत, पाकिस्तान, बांग्लादेश, श्रीलंका, नेपाल, मालदीव और भूटान द्वारा मिलकर की गई थी. भारत के प्रयास से अप्रैल 2007 में सार्क के 14वें शिखर सम्मेलन में अफ़ग़ानिस्तान इसका आठवा सदस्य बना था.
सार्क दक्षिण एशिया के आठ देशों का आर्थिक और राजनीतिक संगठन है. संगठन के सदस्य देशों में दुनिया की कुल जनसंख्या का 20 फीसदी (लगभग 1.7 अरब) निवास करता है.
सार्क का मुख्यालय नेपाल की राजधानी काठमांडू में है. इसका राजभाषा अंग्रेजी है.
संगठन का संचालन सदस्य देशों के मंत्रिपरिषद द्वारा नियुक्त महासचिव करते हैं, जिसकी नियुक्ति तीन साल के लिए सदस्य देशों के वर्णमाला क्रम के अनुसार की जाती है.
सार्क के प्रथम महासचिव बांग्लादेश के अब्दुल अहसान और वर्तमान महासचिव पाकिस्तान के अमजद हुसैन बी सियाल हैं.
वर्तमान सदस्य देश
भारत, पाकिस्तान, बांग्लादेश, श्रीलंका, नेपाल, मालदीव, भूटान और अफ़ग़ानिस्तान
वर्तमान प्रेक्षक देश
अमेरिका, दक्षिण कोरिया, यूरोपीय संघ, ईरान, चीन, ऑस्ट्रेलिया. म्यान्मार, मॉरिशस और जापान
सार्क चार्टर में परिभाषित किए गए संगठन के उद्देश्य:
दक्षिण एशिया के लोगों के कल्याण को बढ़ावा देने के लिए जीवन की उनकी गुणवत्ता में सुधार लाना.
क्षेत्र में आर्थिक, सामाजिक और सांस्कृतिक विकास में तेजी लाना.
दक्षिण एशिया के देशों के बीच सामूहिक आत्म-निर्भरता को बढ़ावा देना और मजबूती प्रदान करना.
आपसी विश्वास, एक दूसरे समस्याओं के प्रति समझ बढ़ाना.
आर्थिक, सांस्कृतिक, तकनीकी, सामाजिक और वैज्ञानिक क्षेत्रों में आपसी सहयोग को बढ़ावा देना.
https://www.edudose.com/wp-content/uploads/2014/05/Logo.png00Team EduDosehttps://www.edudose.com/wp-content/uploads/2014/05/Logo.pngTeam EduDose2021-12-08 19:11:152021-12-09 09:15:088 दिसम्बर: दक्षिण एशियाई क्षेत्रीय सहयोग संगठन का घोषणा-पत्र दिवस
प्रत्येक वर्ष 7 दिसम्बर को सशस्त्र सेना झंडा दिवस (Armed Forces Flag Day) मनाया जाता है. झंडा दिवस का उद्देश्य देश वासियों द्वारा सेना के प्रति सम्मान प्रकट करना है. 1949 से ही हर साल सात दिसम्बर को देश की रक्षा के लिए शहीद होने वाले जवानों को सम्मान देने के लिए यह दिवस मनाया जाता है.
इस दिन सशस्त्र बल कर्मियों के कल्याण के लिए लोगों से धन जुटाया जाता है. इस दिन झंडे की खरीद से इकट्ठा हुए धन को शहीद सैनिकों के आश्रितों के कल्याण में खर्च किया जाता है. इस धन के लिए भारत सरकार द्वारा सशस्त्र सेना झंडा दिवस कोष (Armed forces Flag Day Fund) बनाया गया है.
https://www.edudose.com/wp-content/uploads/2014/05/Logo.png00Team EduDosehttps://www.edudose.com/wp-content/uploads/2014/05/Logo.pngTeam EduDose2021-12-07 21:44:552021-12-09 08:51:127 दिसम्बर: सशस्त्र सेना झंडा दिवस
प्रत्येक वर्ष 7 दिसंबर को अंतर्राष्ट्रीय नागरिक उड्डयन दिवस (International Civil Aviation Day) के रूप में मनाया जाता है. इस दिवस का उद्देश्य राज्यों के सामाजिक और आर्थिक विकास के लिए अन्तर्राष्ट्रीय नागरिक उड्डयन के महत्व के बारे में दुनिया भर में जागरूकता पैदा करना है.
इस वर्ष यानी 2021 में नागरिक विमानन दिवस का मुख्य विषय (थीम) ‘वैश्विक उड्डयन विकास के लिए नवाचार को आगे बढ़ाना’ (Advancing Innovation for Global Aviation Development) है. वर्ष 2019 से यह दिवस इसी थीम पर मनाया जा रहा है. यह थीम 2023 तक रहेगा.
ICAO (The International Civil Aviation Organization) ने 1994 में इस दिवस को मनाने की पहल की थी. संयुक्त राष्ट्र महासभा ने 1996 में, 7 दिसंबर को संयुक्त राष्ट्र प्रणाली में अन्तर्राष्ट्रीय नागरिक उड्डयन दिवस के रूप में आधिकारिक तौर पर मान्यता दी.
विमानन से संबंधित कुछ महत्वपूर्ण तथ्य
दुनिया की सबसे पुरानी एयरलाइन KLM (Koninklijke Luchtvaart Maatschappij) है. इसकी स्थापना 1919 में हुई थी और इसकी पहली उड़ान एम्स्टर्डम और लंदन के बीच 17 मई, 1920 को हुई थी.
भारत की सबसे पुरानी एयरलाइन ‘टाटा एयरलाइंस’ है जिसे 1932 में जेआरडी टाटा द्वारा स्थापित किया गया था. 1946 में यह एयर इंडिया (Air India) बन गई.
एयरलाइन की उड़ान के दौरान पायलट और सह-पायलट एक ही भोजन नहीं करते हैं क्योंकि अगर एक भोजन विषाक्तता से ग्रस्त है, तो दूसरा विमान को उड़ा सकता है.
https://www.edudose.com/wp-content/uploads/2014/05/Logo.png00Team EduDosehttps://www.edudose.com/wp-content/uploads/2014/05/Logo.pngTeam EduDose2021-12-07 18:33:232021-12-09 08:43:267 दिसंबर: अन्तर्राष्ट्रीय नागरिक उड्डयन दिवस
6 दिसम्बर 2021 को भारतीय संविधान के निर्माता और भारत रत्न डॉ भीमराव अम्बेडकर की 65वीं पुण्यतिथि थी. इसी दिन वर्ष 1956 में डॉ अम्बेडकर का निधन हुआ था.
उनकी पुण्यतिथि को प्रतिवर्ष ‘महापरिनिर्वाण दिवस’ (Mahaparinirvan Diwas) के रुप में मनाया जाता है और बाबा साहब को श्रद्धांजलि दी जाती है. 1990 में बाबा साहेब आम्बेडकर को मरणोपरांत ‘भारत रत्न’ सेसम्मानित किया गया था.
डॉक्टर आम्बेडकर न्यायवादी, अर्थशास्त्री, राजनेता और समाज सुधारक थे. उन्होंने दलितों, महिलाओं और श्रमिकों के प्रति सामाजिक भेदभाव के खिलाफ अभियान चलाया. भारत के स्वतंत्र होने के बाद नई सरकार में वह कानून एवं न्याय मंत्री बनाये गये थे. उन्हें संविधान मसौदा समिति का अध्यक्ष भी नियुक्त किया गया था.
प्रत्येक वर्ष 5 दिसंबर को अन्तर्राष्ट्रीय स्वयंसेवक दिवस (International Volunteer Day) मनाया जाता है. यह दिवस स्थानीय, राष्ट्रीय और अन्तर्राष्ट्रीय सभी स्तरों पर परिवर्तन करने में लोगों की भागीदारी के सम्मान के रूप में मनाया जाता है. इस दिवस को मनाने का उद्देश्य सामुदायिक स्तर पर स्वयंसेवकों की बढ़ती भागीदारी को रेखांकित करना है. ऐसे में दुनिया के सभी देशों को स्वयंसेवकों के योगदान के बारे में याद दिलाया जाता है.
इस वर्ष यानी 2021 के ‘अन्तर्राष्ट्रीय स्वयंसेवक दिवस’ का मुख्य विषय (थीम) ‘हमारे साझा भविष्य के लिए स्वयंसेवक’ (Volunteer now for our common future) है.
संयुक्त राष्ट्र महासभा में 5 दिसंबर को अन्तर्राष्ट्रीय स्वयंसेवक दिवस के रूप में मनाये जाने का फैसला 17 दिसंबर 1985 को किया था.