रक्षामंत्री राजनाथ सिंह 8 से 9 जनवरी तक ब्रिटेन की यात्रा पर थे. उनके साथ रक्षा मंत्रालय का एक उच्चस्तरीय प्रतिनिधि मंडल भी था. इस प्रतिनिधि मंडल में रक्षा अनुसंधान और विकास संगठन (DRDO), सेवा मुख्यालय, रक्षा विभाग और रक्षा उत्पादन विभाग के वरिष्ठ अधिकारी थे.
मुख्य बिन्दु
इस यात्रा के दौरान वे ब्रिटेन के प्रधानमंत्री ऋषि सुनक और विदेश मंत्री डेविड कैमरन से मिले. ब्रिटेन के रक्षा उद्योग के प्रमुखों और मुख्य कार्यकारी अधिकारियों के साथ बैठक की.
रक्षामंत्री राजनाथ सिंह और ब्रिटेन के रक्षा मंत्री ग्रेंट शेप्स ने दोनों देशों के व्यापक रक्षा संबंधों की समीक्षा की. दोनों नेताओं के बीच रक्षा सहयोग, सुरक्षा और रक्षा औद्योगिक सहयोग बढाने से जुडे विभिन्न मुद्दों पर सार्थक विचार-विमर्श हुआ.
भारत और ब्रिटेन के बीच दो समझौतों पर हस्ताक्षर किए गये. ये समझौते रक्षा अनुसंधान सहयोग से संबंधित थे. ये दोनों देशों के लोगों विशेषकर युवाओं के बीच संपर्क मजबूत करेंगे.
https://www.edudose.com/wp-content/uploads/2014/05/Logo.png00Team EduDosehttps://www.edudose.com/wp-content/uploads/2014/05/Logo.pngTeam EduDose2024-01-11 09:16:032024-01-28 09:38:49रक्षामंत्री राजनाथ सिंह की ब्रिटेन यात्रा: दोनों देशों के बीच दो समझौते
विदेश मंत्री डॉ. सुब्रह्मण्यम जयशंकर 25 से 29 दिसम्बर तक रूस की आधिकारिक यात्रा पर थे. यात्रा के दौरान दोनों देशों के लोगों के बीच मजबूत संबंधों पर ध्यान केंद्रित किया गया.
मुख्य बिन्दु
यात्रा के दौरान मॉस्को में रूस के उप-प्रधानमंत्री तथा उद्योग और व्यापार मंत्री डेनिस मांतुरोव से भारत-रूस द्विपक्षीय आर्थिक सहयोग पर व्यापक चर्चा हुई.
दोनों मंत्रियों ने द्विपक्षीय सहयोग को अधिक संतुलित और सतत बनाने पर चर्चा की. दोनों मंत्रियों की उपस्थिति में परमाणु ऊर्जा और औषधि, फार्मास्युटिकल तथा चिकित्सा उपकरणों से संबंधित समझौतों पर हस्ताक्षर किये गये.
विदेश मंत्री डॉ. सुब्रह्मण्यम जयशंकर ने क्रेमलिन में रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन से मुलाकात की और कई मुद्दों पर बातचीत की. श्री पुतिन ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को अगले वर्ष रूस आने का निमंत्रण दिया.
https://www.edudose.com/wp-content/uploads/2014/05/Logo.png00Team EduDosehttps://www.edudose.com/wp-content/uploads/2014/05/Logo.pngTeam EduDose2023-12-31 19:47:432024-01-06 10:57:35विदेश मंत्री डॉ. सुब्रह्मण्यम जयशंकर की रूस यात्रा
ओमान के सुल्तान हैथम बिन तारिक़ 15 से 17 दिसम्बर तक भारत की यात्रा पर थे. उनकी यह पहली भारत यात्रा थी. ओमान के सुल्तान हैथम बिन तारिक़ ने 16 दिसम्बर को प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के साथ द्विपक्षीय वार्ता हुई थी.
मुख्य बिन्दु
दोनों नेताओं की इस वार्ता में भारत-ओमान सामरिक संबंधों को गति देने और व्यापक आर्थिक भागीदारी समझौते को जल्द से जल्द पूरा करने पर जोर दिया गया. वार्ता में 10 महत्वपूर्ण क्षेत्रों में द्विपक्षीय सहयोग बढ़ाने के लिए दृष्टिकोण पत्र स्वीकार किया गया.
श्री मोदी और श्री तारिक ने हमास-इस्राइल संघर्ष से उत्पन्न स्थिति, आतंकवाद की चुनौतियों और फिलिस्तीन मुद्दे के द्वि-राष्ट्र समाधान के लिए कोशिश करने पर भी विचार-विमर्श किया.
दोनों पक्षों ने करीब ढाई हजार करोड़ रुपये के ओमान-भारत संयुक्त निवेश कोष के तीसरे हिस्से की भी घोषणा की. इस राशि का उपयोग भारतीय अर्थव्यवस्था के तेजी से बढ़ने वाले क्षेत्रों में निवेश के लिए किया जाएगा.
https://www.edudose.com/wp-content/uploads/2014/05/Logo.png00Team EduDosehttps://www.edudose.com/wp-content/uploads/2014/05/Logo.pngTeam EduDose2023-12-18 19:44:342023-12-21 20:01:27ओमान के सुल्तान हैथम बिन तारिक़ की भारत यात्रा
भारत ने कुवैत के अमीर शेख नवाफ अल-अहमद अल-जबर अल-सबाह के सम्मान में 17 दिसम्बर को देशभर में एक दिन के राजकीय शोक की घोषणा की है.
मुख्य बिन्दु
गृह मंत्रालय के अनुसार पूरे देश में भवनों पर राष्ट्रीय ध्वज आधा झुका रहेगा और आज सरकारी स्तर पर मनोरंजन के कोई कार्यक्रम नहीं होंगे.
कुवैत के अमीर शेख नवाफ का 16 दिसम्बर को निधन हो गया था. वे 86 वर्ष के थे.
कुवैत के शहजादे शेख मेशल अल-अहमद अल-जाबेर अल-सबह को देश का अगला अमीर घोषित किया गया है.
केंद्रीय मंत्री हरदीप सिंह पुरी ने कुवैत के अमीर शेख मेशल अल-अहमद अल-जाबिर अल-सबाह से मुलाकात की और पूर्व अमीर शेख नवाफ अल-अहमद अल-जाबिर अल-सबाह के निधन पर शोक व्यक्त किया.
https://www.edudose.com/wp-content/uploads/2014/05/Logo.png00Team EduDosehttps://www.edudose.com/wp-content/uploads/2014/05/Logo.pngTeam EduDose2023-12-17 19:44:362023-12-21 19:57:31कुवैत के अमीर शेख नवाफ का निधन, भारत में एक दिन का राजकीय शोक
कोलम्बो सुरक्षा सम्मेलन की राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार (Colombo Security Conclave) स्तर की छठी बैठक पोर्ट लुईस में 7 दिसम्बर को आयोजित की गई थी. राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजित डोभाल ने इस बैठक में हिस्सा लिया था.
बैठक में बांग्लादेश और सेशल्स के वरिष्ठ प्रतिनिधियों के अलावा सदस्यों देशों के वरिष्ठ सुरक्षा सलाहकारों ने हिस्सा लिया.
सदस्य देशों ने राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार स्तर की पांचवीं बैठक में लिये गए निर्णयों की प्रगति की समीक्षा की और 2024 की गतिविधियों की रूपरेखा पर सहमति व्यक्त की.
कोलंबो सुरक्षा कॉन्क्लेव (CSC): एक दृष्टि
कोलंबो सुरक्षा कॉन्क्लेव (Colombo Security Conclave) का गठन वर्ष 2011 में भारत, श्रीलंका और मालदीव के त्रिपक्षीय समुद्री सुरक्षा समूह के रूप में किया गया था.
राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकारों की पाँचवीं बैठक में मॉरीशस को चौथे सदस्य के रूप में शामिल किया गया था.
बांग्लादेश और सेशेल्स को पर्यवेक्षकों के रूप में समूह में शामिल किया गया है.
CSC को क्षेत्रीय सहयोग और साझा सुरक्षा उद्देश्यों को रेखांकित करने के लिये हिंद महासागर में भारत की पहुँच के रूप में देखा जाता है.
https://www.edudose.com/wp-content/uploads/2014/05/Logo.png00Team EduDosehttps://www.edudose.com/wp-content/uploads/2014/05/Logo.pngTeam EduDose2023-12-08 16:58:422023-12-16 17:56:54कोलम्बो सुरक्षा सम्मेलन की राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार स्तर की छठी बैठक
भारत और श्रीलंका के बीच 16 से 29 नवंबर 2023 तक संयुक्त सैन्य अभ्यास ‘मित्र शक्ति-2023’ आयोजित किया गया था. यह मित्र शक्ति का नौवां संस्करण था जिसे औंध (पुणे) में आयोजित किया गया था.
मित्र शक्ति: मुख्य बिन्दु
भारतीय टुकड़ी का प्रतिनिधित्व मुख्य रूप से की मराठा लाइट इन्फैंट्री रेजिमेंट के सैनिकों द्वारा किया गया था. श्रीलंकाई पक्ष का प्रतिनिधित्व 53 इन्फैंट्री डिवीजन के सैनिकों ने किया.
अभ्यास का उद्देश्य संयुक्त राष्ट्र चार्टर के अध्याय VII के तहत उप पारंपरिक संचालन का संयुक्त रूप से पूर्वाभ्यास करना था.
अभ्यास के दायरे में आतंकवाद विरोधी अभियानों के दौरान संयुक्त प्रतिक्रियाओं का समन्वय शामिल था. दोनों पक्ष छापेमारी, खोज और मिशन को नष्ट करने, हेलिबोर्न ऑपरेशन आदि जैसी सामरिक कार्रवाइयों का अभ्यास किया.
‘मित्र शक्ति’-2023 में हेलीकॉप्टरों के अलावा ड्रोन और काउंटर मानव रहित हवाई प्रणालियों का उपयोग भी शामिल था.
मित्र शक्ति अभ्यास की शुरुआत 2012 में दक्षिण एशिया तथा हिन्द महासागर क्षेत्र में चीन के प्रभाव को कम करने के उद्देश्य से हुई थी.
https://www.edudose.com/wp-content/uploads/2014/05/Logo.png00Team EduDosehttps://www.edudose.com/wp-content/uploads/2014/05/Logo.pngTeam EduDose2023-11-30 20:17:332023-12-01 20:35:32भारत और श्रीलंका के बीच नौवां ‘मित्र-शक्ति’ संयुक्त अभ्यास पुणे में आयोजित किया गया
मलेशिया में 1 दिसंबर 2023 से देश में आने वाले भारतीय नागरिकों के लिए वीजा की आवश्यकता को समाप्त कर दिया है. अब मलेशिया में भारतीय नागरिक 30 दिनों तक बिना वीजा के रह सकते हैं.
मुख्य बिन्दु
प्रधानमंत्री अनवर इब्राहिम ने 26 नवंबर को पुत्राजय में पीपुल्स जस्टिस पार्टी की वार्षिक बैठक में यह घोषणा की.
भारत के साथ साथ चीन के नागरिकों को भी 1 दिसंबर से मलेशिया में 30 दिनों तक वीजा मुक्त प्रवेश करने की अनुमति होगी.
मलेशिया ने आर्थिक वृद्धि बढ़ाने की दृष्टि से अतिरिक्त पर्यटकों के आगमन को बढावा देने के लिए यह कदम उठाया है.
इससे पहले श्रीलंका और थाईलैंड जैसे देश भी भारतीय नागरिकों के लिए वीजा फ्री एंट्री का ऐलान कर चुके हैं.
https://www.edudose.com/wp-content/uploads/2014/05/Logo.png00Team EduDosehttps://www.edudose.com/wp-content/uploads/2014/05/Logo.pngTeam EduDose2023-11-27 10:00:092023-11-28 10:11:05मलेशिया ने भारतीय नागरिकों के लिए वीजा की आवश्यकता समाप्त किया
अफगानिस्तान ने 23 नवंबर 2023 से नई दिल्ली स्थित अपने दूतावास को स्थायी तौर पर बंद कर दिया। नई दिल्ली में अफगानिस्तान दूतावास का परिचालन 30 सितंबर 2023 से बंद था। अफगानिस्तान सरकार का कहना है कि उन्हें भारत सरकार से सहयोग नहीं मिल सका, जिसके बाद दूतावास बंद करने का फैसला किया गया।
मुख्य बिन्दु
अफगानिस्तान ने कहा है कि विएना कन्वेंशन 1961 के मुताबिक भारत सरकार से मांग की गई है कि अफगानिस्तान के दूतावास की संपत्ति, बैंक अकाउंट, वाहनों और अन्य संपत्तियों की कस्टडी उन्हें दी जाए। अफगानिस्तान ने मिशन के बैंक खातों में रखे करीब पांच लाख डॉलर की रकम पर भी दावा किया है।
अफगानिस्तान ने जारी बयान में कहा है कि बीते दो साल तीन महीने में भारत में अफगानी लोगों की संख्या में काफी कमी आई है और अगस्त 2021 की तुलना में यह आंकड़ा आधा रह गया है. इस दौरान बेहद कम संख्या में नए वीजा जारी किए गए हैं।
भारत में अफगानिस्तान के इंचार्ज एंबेसडर फरीद मामुंदजई थे लेकिन उनकी नियुक्ति अफगानिस्तान में तालिबान की सत्ता में वापसी से पहले हुई थी।
मामुंदजई ने आरोप लगाया कि अफगानिस्तान में तालिबान का शासन आने के बाद उन्हें कोई समर्थन या कूटनीतिक मदद नहीं दी गई। इसके चलते वह अपना काम नहीं कर पा रहे थे।
वहीं आरोप लगा कि मामुंदजई भारत सरकार और तालिबान सरकार के बीच तनाव पैदा करने की कोशिश कर रहे थे। आखिरकार बीती 30 सितंबर को अफगानिस्तान दूतावास का भारत में परिचालन बंद हो गया.
https://www.edudose.com/wp-content/uploads/2014/05/Logo.png00Team EduDosehttps://www.edudose.com/wp-content/uploads/2014/05/Logo.pngTeam EduDose2023-11-25 10:00:082023-11-28 10:12:50भारत में अफगानिस्तान का दूतावास स्थायी तौर पर बंद हुआ
भारत और ऑस्ट्रेलिया के विदेश मंत्रियों के बीच21 नवंबर को 14वीं मंत्रिस्तरीय वार्ता नई दिल्ली में आयोजित की गई थी. इस वार्ता में विदेश मंत्री डॉ. एस जयशंकर और ऑस्ट्रेलियाई विदेश मंत्री पेनी वांग ने हिस्सा लिया था.
भारत-ऑस्ट्रेलिया 14वीं विदेशमंत्री स्तरीय वार्ता: मुख्य बिन्दु
दोनों नेताओं ने द्विपक्षीय संबंधों, क्षेत्रीय तथा बहुपक्षीय मुद्दों के विभिन्न आयामों पर चर्चा की.
भारत ने उसकी जी-20 अध्यक्षता के लिए ऑस्ट्रेलिया के समर्थन की सराहना की. संयुक्त वक्तव्य में दोनों पक्षों ने वैश्विक मुद्दों और समुद्री सुरक्षा, सतत विकास के लिए 2030 एजेंडा और स्वच्छ ऊर्जा के क्षेत्रों में मिलकर काम करने की प्रतिबद्धता व्यक्त की.
इससे पहले रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह और विदेश मंत्री डॉक्टर एस. जयशंकर ने ऑस्ट्रेलिया के अपने समकक्षों रिचर्ड मार्लेस और पैनी वोंग के साथ ‘टू प्लस टू’ वार्ता की सहअध्यक्षता भी की थी.
https://www.edudose.com/wp-content/uploads/2014/05/Logo.png00Team EduDosehttps://www.edudose.com/wp-content/uploads/2014/05/Logo.pngTeam EduDose2023-11-22 22:44:332023-11-25 22:50:22भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच 14वीं विदेशमंत्री स्तरीय वार्ता आयोजित की गई
भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच टू प्लस टू मंत्रिस्तरीय वार्ता (India-Australia Two plus Two Dialogue) 20 नवंबर को नई दिल्ली में आयोजित की गई थी.
भारत और ऑस्ट्रेलिया टू प्लस टू वार्ता 2023: मुख्य बिन्दु
दोनों देशों के बीच यह दूसरी टू प्लस टू मंत्रिस्तरीय वार्ता थी. पहली वार्ता सितम्बर-2021 में नई दिल्ली में हुई थी.
इस वार्ता की सह-अध्यक्षता रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह और विदेश मंत्री डॉ. एस जयशंकर ने ऑस्ट्रेलिया के रक्षा मंत्री रिचर्ड मार्लेस और विदेश मंत्री पेनी वॉंग के साथ की थी.
वार्ता में मंत्रियों ने विभिन्न क्षेत्रों में दोनों देशों के संबंध सुदृढ़ बनाने पर चर्चा की. इनमें रक्षा और सुरक्षा, व्यापार और निवेश, महत्वपूर्ण खनिज पदार्थ, ऊर्जा, जलवायु परिवर्तन, विज्ञान और प्रौद्योगिकी, अंतरिक्ष विज्ञान, शिक्षा और दोनों देशों के लोगों के बीच आपसी संबंध प्रगाढ़ करना शामिल थे.
दोनों पक्षों ने क्षेत्रीय और वैश्विक मुद्दों पर भी विचारों का आदान-प्रदान किया. बहुपक्षीय सहयोग सुदृढ़ करने की प्राथमिकताओं पर भी बातचीत हुई. भारत ने हिंद-प्रशांत, पश्चिम एशिया, दक्षिण एशिया और यूक्रेन के घटनाक्रमों पर दृष्टिकोण साझा किए.
https://www.edudose.com/wp-content/uploads/2014/05/Logo.png00Team EduDosehttps://www.edudose.com/wp-content/uploads/2014/05/Logo.pngTeam EduDose2023-11-21 21:37:462023-11-22 16:39:56भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच दूसरी टू प्लस टू वार्ता आयोजित की गई
विदेश मंत्री डॉ एस जयशंकर ने 13 नवंबर को लंदन में ब्रिटेन के नवनियुक्त विदेश और रक्षा मंत्री से मुलाकात की थी.
मुख्य बिन्दु
जयशंकर ने रक्षा मंत्री ग्रांट शाप्स के साथ दोनो देशो के बीच रक्षा और सुरक्षा सहयोग बढाने पर विचार-विमर्श किया. इसके साथ ही साझा वैश्विक चुनौतियों और इनसे निपटने के उपायों पर भी बातचीत हुई. डॉ जयशंकर ने कहा कि मेक-इन-इंडिया पहल ने ब्रिटिश भागीदारों के समक्ष नए अवसर रखे हैं.
इससे पहले डॉ जयशंकर ने ब्रिटेन के नवनियुक्त विदेश मंत्री डेविड कैमरून से भेंट की थी और द्विपक्षीय रणनीतिक साझेदारी बढाने पर विचार-विमर्श किया था.
रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने ब्रिटेन के रक्षा मंत्री ग्रांट शाप्स से टेलीफोन पर बातचीत की थी. दोनों नेताओं ने रक्षा और सुरक्षा मुद्दों पर विचार-विमर्श किया. विशेष रूप से हिन्द प्रशांत क्षेत्र पर बातचीत हुई.
ब्रिटेन के प्रधानमंत्री रिषी सुनक ने अगले वर्ष आम चुनाव से पहले अपने मंत्रिमंडल में फेर-बदल किया है.
https://www.edudose.com/wp-content/uploads/2014/05/Logo.png00Team EduDosehttps://www.edudose.com/wp-content/uploads/2014/05/Logo.pngTeam EduDose2023-11-14 19:40:262023-11-17 19:42:48विदेश मंत्री ने ब्रिटेन के नवनियुक्त विदेश और रक्षा मंत्री से मुलाकात की
भूटान नरेश जिग्मे खेसर नामग्याल वांगचुक 3 से 10 नवंबर तक भारत की अधिकारिक यात्रा पर थे. इस यात्रा के दौरान उन्होंने असम और महाराष्ट्र का भी दौरा किए थे और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और विदेश मंत्री के साथ वार्ता बैठक की थी.
मुख्य बिन्दु
इस यात्रा के दौरान वे 3 से 5 नवंबर तक असम की यात्रा पर थे. यहां उन्होंने नीलाचल पहाड़ी पर स्थित कामाख्या मंदिर में पूजा अर्चना की.
भूटान नरेश 5 नवंबर को नई दिल्ली पहुंचे थे. उनका स्वागत विदेश मंत्री डॉ. सुब्रमण्यम जयशंकर ने किया.
भूटान नरेश ने नई दिल्ली में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी से मुलाकात की. उन्होंने दोनों देशों के अदभुत और अनुकरणीय संबंधों के विभिन्न पहलुओं पर सकारात्मक चर्चा की.
प्रधानमंत्री ने कहा कि वे विकास के लिए भूटान नरेश के दृष्टिकोण और भूटान के लोगों के कल्याण को काफी महत्व देते हैं. इस यात्रा के अंतिम चरण में वे महाराष्ट्र गए थे.
भूटान नरेश की यात्रा, दोनों पक्षों को द्विपक्षीय संबंधों के संपूर्ण आयाम की समीक्षा करने और विभिन्न क्षेत्रों में द्विपक्षीय साझेदारी को आगे बढ़ाने का अवसर प्रदान करेगी.
हाल ही में भूटान के विदेश मंत्री टांडी दोरजी ने बीजिंग में अपने चीनी समकक्ष वांग यी के साथ वार्ता बैठक की थी.
इस वार्ता के बाद चीन द्वारा जारी बयान में कहा गया था कि भूटान दृढ़ता से एक-चीन के सिद्धांत का समर्थन करता है और सीमा-विवाद के शीघ्र समाधान के लिए चीन के साथ काम करने और राजनयिक संबंध स्थापित करने की राजनीतिक प्रक्रिया को आगे बढ़ाने के लिए तैयार है.
https://www.edudose.com/wp-content/uploads/2014/05/Logo.png00Team EduDosehttps://www.edudose.com/wp-content/uploads/2014/05/Logo.pngTeam EduDose2023-11-11 20:39:422023-11-15 20:50:23भूटान नरेश ने भारत की अधिकारिक यात्रा संपन्न की