जापान और भारत के बीच समुद्री अभ्यास ‘जीमेक्स 22’ का आयोजन

जापान और भारत के बीच समुद्री अभ्यास ‘जीमेक्स 22’ (JIMEX 22) का आयोजन किया गया था. इसका आयोजन भारतीय नौसेना ने बंगाल की खाड़ी में किया था. यह दोनों देशों के बीच JIMEX का छठा संस्करण था.

इस अभ्यास में भारतीय नौसेना के तीन स्वदेशी रूप से डिजाइन और निर्मित युद्धपोतों सहित लड़ाकू विमान और हेलीकॉप्टरों  ने हिस्सा लिया. इन युद्धपोतों में एक स्टील्थ फ्रिगेट और दो एंटी-सबमरीन जहाज कदमत व कवरत्ती शामिल हैं.

यह संस्करण जीमेक्स की 10वीं वर्षगांठ का प्रतीक है, जिसकी शुरुआत 2012 में जापान में हुई थी. इस वर्ष भारत और जापान अपने राजनयिक संबंधों की स्थापना की 70वीं वर्षगांठ माना रहे हैं.

इस द्विपक्षीय अभ्यास का उद्देश्य दोनों देशों के समुद्री बलों के बीच अंतर-संचालन में सुधार करना है.

विदेश मंत्री की सऊदी अरब यात्रा: परामर्श तंत्र विकसित करने पर सहमति

विदेश मंत्री 10 से 12 सितम्बर तक सऊदी अरब यात्रा पर थे. विदेश मंत्री के रूप में यह उनकी पहली सऊदी यात्रा थी.

मुख्य बिन्दु

  • इस यात्रा के दौरान भारत और खाड़ी सहयोग परिषद के बीच परामर्श तंत्र विकसित करने पर सहमति बनी. विदेश मंत्री सुब्रह्मण्‍यम जयशंकर ने खाड़ी सहयोग परिषद के महासचिव नाएफ फलह मुबारक अल-हजरफ के साथ इस सहमति-पत्र पर किए.
  • डॉक्‍टर जयशंकर ने द्विपक्षीय बैठक में वर्तमान क्षेत्रीय और वैश्विक स्थिति के संदर्भ में भारत और खाड़ी सहयोग परिषद के बीच सहयोग की प्रासंगिकता पर चर्चा की.
  • विदेश मंत्री डॉ. सुब्रह्मण्यम जयशंकर ने रियाद में सउदी अरब के विदेश मंत्री फैज़ल बिन फरहान अल सउद के साथ बैठक की. उन्‍होंने वर्तमान वैश्विक राजनीतिक और आर्थि‍क मुद्दों पर चर्चा की और जी-20 तथा बहुपक्षीय संगठनों में मिलकर काम करने पर सहमति व्‍यक्‍त की.

भारत-जापान 2 प्लस 2 वार्ता जापान में आयोजित की गई

भारत और जापान के बीच 8 सितम्बर को ‘2 प्लस 2’ वार्ता जापान में आयोजित की गई थी. इस वार्ता में भारत की ओर से रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह और विदेश मंत्री डॉक्‍टर एस. जयशंकर ने भाग लिया था. बैठक में जापान का प्रतिनिधित्व रक्षा मंत्री यासुकाज़ु हमादा और विदेश मंत्री योशिमासा हयाशी ने किया.

मुख्य बिन्दु

  • दोनों देशों के बीच यह दूसरी टू प्‍लस टू वार्ता थी. इस वार्ता में द्विपक्षीय सहयोग के सभी क्षेत्रों की समीक्षा की गई और भविष्य की योजना तय की गई.
  • भारत और जापान, विशेष रणनी‍तिक और वैश्विक साझेदारी की दिशा में कार्य कर रहें हैं. इस वर्ष दोनों देशों के बीच राजनयिक संबंधों के 70 वर्ष पूरे हो रहे हैं.
  • टू प्‍लस टू वार्ता के अतिरिक्‍त रक्षामंत्री राजनाथ सिंह दोनों देशों के बीच विभिन्‍न क्षेत्रों में रक्षा सहयोग मजबूत करने के लिए जापान के रक्षामंत्री के साथ अलग से वार्ता भी की.
  • विदेश मंत्री डॉक्टर सुब्रह्मण्यम जयशंकर ने अपने संबोधन में कहा कि भारत और जापान नियम-आधारित व्यवस्था अंतरराष्ट्रीय कानून का सम्मान और सुरक्षा के लिए प्रतिबद्ध हैं. उन्होंने कहा कि भारत और जापान हिंद प्रशांत पहल, साझेदारी और आर्थिक कार्ययोजना को आगे बढ़ाने के लिए भी तैयार हैं.

बांग्लादेश की प्रधानमंत्री शेख हसीना की भारत यात्रा, दोनों देशों के बीच सात समझौते

बांग्लादेश की प्रधानमंत्री शेख हसीना 5-8 सितम्बर तक भारत की यात्रा पर थीं. अक्तूबर 2019 के बाद शेख हसीना की भारत की यह दूसरी यात्रा थी.

यात्रा के दौरान प्रधानमंत्री हसीना ने भारतीय प्रधानमंत्री नरेन्‍द्र मोदी के साथ नई दिल्ली में द्विपक्षीय वार्ता की. दोनों नेताओं के नेतृत्व में भारत-बांग्‍लादेश प्रतिनिधिमंडल स्तर की बातचीत हुई जिसमें आपसी साझेदारी की समीक्षा की गई.

द्विपक्षीय वार्ता के मुख्य बिन्दु

  • बैठक में सम्‍पर्क, ऊर्जा, जल संसाधन, व्‍यापार और निवेश, सीमा प्रबंधन और सुरक्षा, विकास साझेदारी, क्षेत्रीय तथा बहुपक्षीय मुद्दों पर विचार-विमर्श हुआ.
  • दोनों नेताओं ने मैत्री सुपर थर्मल पावर प्रोजेक्‍ट की पहली इकाई का संयुक्त रूप से उद्घाटन किया. परियोजना का निर्माण भारत रियायती वित्त पोषण योजना के अन्‍तर्गत किया जा रहा है.
  • दोनों देशों के बीच जल संसाधन, रेलवे, विज्ञान और प्रौद्योगिकी तथा अंतरिक्ष प्रौद्योगिकी के संबंध में सात समझौते हुए. इनमें प्रसार भारती और बांग्‍लादेश टेलीविजन के बीच प्रसारण के क्षेत्र में सहयोग बढ़ाने का समझौता शामिल है.
  • प्रधानमंत्री नरेन्‍द्र मोदी ने कुशियारा नदी जल बंटवारे पर एक महत्वपूर्ण समझौता होने की घोषणा की. इससे भारत में दक्षिण असम और बांग्लादेश में सिलहट क्षेत्र को लाभ होगा.
  • बांग्‍लादेश की प्रधानमंत्री शेख हसीना ने भारत को बांग्‍लादेश का मित्र बताते हुए बांग्‍लादेश मुक्ति संग्राम में भारत के योगदान को याद किया.

बंगबंधु शेख मुजीबुर रहमान छात्रवृत्ति

बंगलादेश की प्रधानमंत्री ने इस यात्रा के दौरान एक बंगबंधु शेख मुजीबुर रहमान छात्रवृत्ति प्रदान की. यह छात्रवृत्ति पहली बार उन सैनिकों के वंशजों और भारतीय सशस्त्र बलों के अधिकारियों को प्रदान की गई, जो 1971 के ऐतिहासिक मुक्ति संग्राम के दौरान शहीद या गंभीर रूप से घायल हो गए थे.

भारत और बांग्लादेश संबंध

  • बांग्लादेश और भारत के बीच चार हजार किलोमीटर से अधिक की अंतर्राष्ट्रीय सीमा लगती है. भारत के पांच राज्य असम, मेघालय, मिजोरम, त्रिपुरा और पश्चिम बंगाल बांग्‍लादेश की सीमा से लगे हुए हैं.
  • 2015 में भूमि सीमा समझौते के ऐतिहासिक प्रोटोकॉल के तहत दोनों पक्षों के बीच भूमि सीमा को सौहार्दपूर्ण ढ़ंग से सुलझा गया है.
  • भारत में विदेशी पर्यटकों के आगमन में सबसे बड़ा हिस्सा बांग्लादेश का है.
  • दक्षिण एशिया में बांग्लादेश अब भारत का सबसे बड़ा व्यापारिक भागीदार और चौथा सबसे बड़ा निर्यात गंतव्य के रूप में उभरा है.
  • पिछले पांच वर्षों में दोनों देशों के बीच  द्विपक्षीय व्यापार नौ अरब से बढ़कर अठारह अरब डॉलर का हो गया है.

भारत और अमेरिका के बीच संयुक्त सैन्य अभ्यास ‘वज्र प्रहार’ का आयोजन

भारत और अमेरिका के विशेष बलों के बीच हाल ही में संयुक्त सैन्य अभ्यास ‘वज्र प्रहार’ (Vajra Prahar) 2022 का आयोजन 8 से 28 अगस्त तक किया गया था. यह आयोजन हिमाचल के चंबा जिले के बकलोह में किया गया था. यह ‘वज्र प्रहार’ का यह 13वां संस्करण था.

इस अभ्यास का उद्देश्य संयुक्त मिशन योजना और परिचालन रणनीति जैसे क्षेत्रों में अनुभव साझा करना था. इस अभ्यास का आयोजन बारी-बारी से अमेरिका और भारत में किया जाता है.

भारतीय सेना का विशेष बल 1966 में भारत-पाकिस्तान युद्ध के बाद बनाया गया था. पैराशूट रेजिमेंट, भारतीय सेना के विशेष बल की पहली इकाई थी. विशेष बल ऑपरेशन ब्लू स्टार, ऑपरेशन पवन, ऑपरेशन कैक्टस और कारगिल युद्ध में शामिल थे.

विदेश मंत्री ने ब्राजील, पैराग्‍वे और अर्जेंटीना की यात्रा संपन्न की

विदेश मंत्री डॉक्टर एस जयशंकर 22 से 27 अगस्त तक ब्राजील, पैराग्‍वे और अर्जेंटीना की सरकारी यात्रा पर थे. विदेश मंत्री की यह दक्षिण अमरीकी क्षेत्र की पहली यात्रा थे.

मुख्य बिन्दु

  • डॉक्‍टर जयशंकर ने इस यात्रा की शुरुआत पेराग्‍वे से की थी. पराग्‍वे में वहां के विदेश मंत्री जुलियो सिजर एरियोला के साथ आपसी सहयोग के नए क्षेत्रों पर विचार-विमर्श किया. विदेश मंत्री ने पराग्वे में महात्मा गांधी की एक आवक्ष प्रतिमा का अनावरण किया.
  • उन्होंने ऐतिहासिक ‘कासा डी ला इंडिपेंडेंशिया’ की यात्रा की, जहां से दो सदी से भी अधिक समय पहले दक्षिण अमेरिकी देश की आजादी का आंदोलन शुरू हुआ था.
  • विदेश मंत्री डॉक्‍टर एस जयशंकर ने 24 अगस्त को ब्रासीलिया में ब्राजील के विदेश मंत्री कार्लोस फ्रैंका के साथ बैठक में व्यापार और निवेश, पेट्रोलियम, जैव ईंधन और आतंकवाद जैसे मुद्दों पर चर्चा की.
  • डॉक्‍टर जयशंकर ने ब्राजील और अर्जेंटीना में वे इन देशों के विदेश मंत्रियों के साथ संयुक्‍त आयोग की आठवीं बैठक की सह-अध्‍यक्षता की.

भारत और वियतनाम के बीच ‘एक्स विनबैक्स 2022’ सैन्य अभ्यास आयोजित किया गया

भारत और वियतनाम के बीच 1 से 20 अगस्त तक द्विपक्षीय सैन्य अभ्यास ‘एक्स विनबैक्स – 2022’ (Ex VINBAX – 2022) आयोजित किया गया था. यह इस अभ्यास का तीसरा संस्करण था जिसका आयोजन भारतीय सेना की पश्चिमी कमांड चंडीमंदिर (हरियाणा) में किया गया था.

इस अभ्यास में दोनों देशों की थल सेनाओं ने हिस्सा लिया. यह संयुक्त राष्ट्र शांति अभियान में सेना के इंजीनियर और चिकित्सा टीमों की तैनाती पर केंद्रित था.

‘यह अभ्यास इस मायने में विशेष था कि पहली बार वियतनाम पीपल्स आर्मी ने किसी दूसरे देश की सेना के साथ फिल्ड प्रशिक्षण अभ्यास किया.

भारत और वियतनाम ‘विनबैक्स’: एक दृष्टि

  • भारत और वियतनाम के बीच ‘विनबैक्स’ द्विपक्षीय सैन्य अभ्यास वर्ष 2019 में शुरू हुआ था.
  • दक्षिण पूर्व एशियाई देशों के संघ (आसियान) के महत्वपूर्ण सदस्य देश वियतनाम का दक्षिण चीन सागर क्षेत्र में चीन के साथ क्षेत्रीय विवाद है.
  • दक्षिण चीन सागर के वियतनामी जलक्षेत्र में भारत की तेल उत्खनन परियोजनाएं हैं. भारत और वियतनाम साझा हितों की रक्षा के लिए पिछले कुछ वर्ष से समुद्री सुरक्षा सहयोग बढ़ाने की दिशा में काम कर रहे हैं.

चीनी पोत ‘युवान वांग-5’ श्रीलंका के हम्बनटोटा बंदरगाह पर, भारत के लिए चिंता

चीनी अनुसंधान पोत ‘युवान वांग-5’ 16 अगस्त को श्रीलंका का हम्बनटोटा बंदरगाह (Hambantota Port) पहुंचा. श्रीलंका ने इस पोत को अपने हम्‍बनटोटा बंदरगाह पर 16 से 22 अगस्त तक ठहरने की अनुमति दी थी. चीन के इस पोत को आमतौर पर जासूस पोत माना जाता है जिसे लेकर भारत ने अपनी चिंता जाहिर की थी.

भारत की चिंता

  • ‘युवान वांग-5’ चीन का एक उपग्रह और मिसाइल निगरानी पोत है. इस जहाज के हम्बनटोटा बंदगाह पर उतारे जाने पर भारत ने श्रीलंका से अपनी राष्ट्रीय सुरक्षा की चिंता जताई थी, जिसके कारण श्रीलंका को चीनी जहाज को अपने बंदरगाह पर उतरने की अनुमति देने में देरी हुई. इससे पहले यह जहाज 11 अगस्त को आने वाला था.
  • भारत के अनुसार यह एक जासूसी जहाज है. जासूसी जहाज समुद्र के तल का नक्शा बना सकता है जो चीनी नौसेना के पनडुब्बी रोधी अभियानों के लिए महत्वपूर्ण है.
  • यह पोत, हिंद महासागर क्षेत्र के उत्तर-पश्चिमी हिस्से में उपग्रह अनुसंधान कर सकता है, जिससे भारत के लिए सुरक्षा संबंधी चिंताएं पैदा हो सकती हैं.

हंबनटोटा बंदरगाह

हंबनटोटा बंदरगाह, कोलंबो से लगभग 250 किलोमीटर की दूरी पर स्थित है. श्रीलंका ने यह बंदरगाह चीन को कर्ज के बदले में लीज पर दिया है. श्रीलंका सरकार ने चीन से लिए गए कर्ज को चुकाने के लिए काफी संघर्ष किया जिसके बाद बंदरगाह को 99 साल की लीज पर चीनियों को सौंप दिया गया.

भारत ने श्रीलंका को डोर्नियर समुद्री टोही विमान उपहार में दिया

भारत ने श्रीलंका को डोर्नियर समुद्री टोही विमान उपहार में दिया है. 15 अगस्त को कातुनायके में श्रीलंका के वायुसेना अड्डे पर विशेष कार्यक्रम में यह विमान सौंपा गया. इसका उद्देश्य समुद्री सुरक्षा मजबूत करना है.

  • श्रीलंका की नौसेना और वायुसेना के सदस्य  चार महीने तक इस विमान के संचालन का प्रशिक्षण भारत में ले चुके हैं.
  • यह विमान बहुमुखी सुरक्षा का काम करेगा और श्रीलंका को समुद्र तटीय क्षेत्र में मानव तथा मादक पदार्थों की तस्करी और अन्य संगठित अपराधों से जुड़ी चुनौतियों से निपटने में अधिक सक्रिय रूप से मदद करेगा.

भारत ओर मलेशिया के बीच युद्धाभ्यास ‘उदारशक्ति’ आयोजित किया गया

भारत ओर मलेशिया के बीच 13 से 16 अगस्त को द्विपक्षीय युद्धाभ्यास ‘उदारशक्ति’ आयोजित किया गया था. यह अभ्यास मलेशिया के कुआंतान में आयोजित किया गया था.

यह भारतीय वायु सेना और रॉयल मलेशियाई वायु सेना (RMAF) के बीच आयोजित किया जाने वाला पहला द्विपक्षीय अभ्यास था.

इस अभ्यास में दोनों वायु सेनाओं के बीच विभिन्न हवाई युद्ध अभ्यास किए गए. इस अभ्यास का उद्देश्य दोनों देशों के बीच दोस्ती को मजबूत करना और दोनों वायु सेनाओं के बीच रक्षा सहयोग बढ़ाना था.

भारत ऑस्ट्रेलिया के ‘पिच ब्लैक’ वायु युद्ध अभ्यास में भाग लेगा

भारतीय वायुसेना, पहली बार ऑस्ट्रेलिया द्वारा आयोजित ‘पिच ब्लैक’ (Exercise Pitch Black) वायु युद्ध अभ्यास में भाग लेगा. इसका आयोजन रॉयल ऑस्ट्रेलियाई वायु सेना द्वारा 19 अगस्त से 6 सितंबर तक होगा. भारत की भागीदारी की पुष्टि ऑस्ट्रेलियाई सरकार ने की है.

पिच ब्लैक: मुख्य बिन्दु

पिच ब्लैक 2022 अभ्यास में भारत समेत 17 देश भाग लेंगे. इस वर्ष प्रतिभागी राष्ट्र ऑस्ट्रेलिया, कनाडा, फ्राँस, जर्मनी, इंडोनेशिया, भारत, जापान, मलेशिया, नीदरलैंड, न्यूज़ीलैंड, फिलीपींस, दक्षिण कोरिया, सिंगापुर, थाईलैंड, संयुक्त अरब अमीरात, यूके और अमेरिका हैं.

अभ्यास “पिच ब्लैक” हर दो साल में रॉयल ऑस्ट्रेलियाई वायुसेना (RAAF) द्वारा आयोजित किया जाता है. कोविड-19 महामारी के कारण “पिच ब्लैक” चार साल के अंतराल पर होने जा रहा है. पहला पिच ब्लैक अभ्यास 15-16 जून, 1981 में आयोजित किया गया था.

भारत और मालदीव वार्ता, दोनों देशों के बीच छह समझौते

भारत और मालदीव के बीच 2 अगस्त को प्रतिनिधिमंडल स्तर की वार्ता आयोजित की गई थी. इस वार्ता में भारत की यात्रा पर आए मालदीव के राष्ट्रपति इब्राहिम मोहम्मद सोलिह ने ओर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने हिस्सा लिया था.

मुख्य बिन्दु

  • इस वार्ता में दोनों देशों के बीच साइबर सुरक्षा, आपदा प्रबंधन और आधारभूत ढांचे सहित विभिन्न क्षेत्रों में छह समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर किए गए.
  • भारत-मालदीव विकास सहयोग के अंतर्गत मालदीव के 34 द्वीपों में सुधार, जल आपूर्ति, स्वच्छता और अड्डू में सड़कों की मरम्मत, तटीय इलाकों में मिट्टी के भराव सहित जुम्मा मस्जिद की मरम्मत परियोजनाओं की भी समीक्षा की गई.
  • वार्ता में ग्रेटर माले में चार हजार सोशल हाउसिंग यूनिट्स उसके निर्माण के प्रोजेक्ट की भी समीक्षा की गई. इसके अतिरिक्त दो हजार सोशल हाउसिंग यूनिट के लिए भी वित्तीय सहायता दिया जाएगा.
  • भारत ने 100 मिलियन डॉलर की अतिरिक्त लाइन ऑफ क्रेडिट देने का निर्णय भी किया है, ताकि सभी प्रोजेक्ट समयबद्ध तरीके से पूरा हो सके.
  • प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि हिन्‍द महासागर क्षेत्र में अन्‍तर्राष्‍ट्रीय अपराध, आतंकवाद और नशीले पदार्थों की तस्‍करी का मुद्दा गम्‍भीर है, इसलिए पूरे क्षेत्र की शान्ति और स्थिरता के लिए रक्षा और सुरक्षा के क्षेत्र में भारत और मॉलदीव के बीच निकट सम्‍पर्क और समन्‍वय महत्‍वपूर्ण है.

भारत-मालदीव संबंध

  • मालदीव, हिंद महासागर क्षेत्र में भारत का प्रमुख पड़ोसी है और भारत की पड़ोसी पहले की नीति में एक विशेष स्‍थान रखता है.
  • 1965 में मालदीव की आजादी के बाद उसे मान्‍यता प्रदान करने और इस देश के साथ राजनयिक संबंध स्‍थापित करने वाले पहले देशों में भारत का नाम शामिल है.
  • भारत के सहयोग से मालदीव में वहाँ का सबसे बड़ा इन्फ्रास्टक्चर प्रोजेक्ट चलाया जा रहा है. कोविड के बावजूद दोनों देशों का आपसी व्यापार 31 प्रतिशत बढा है.

भारत और वियतनाम के बीच तीसरा ‘विनबैक्स’ सैन्य अभ्यास

भारत और वियतनाम के बीच तीसरा ‘विनबैक्स’ (EX VINBAX) सैन्य अभ्यास 1 से 20 अगस्त तक चंडीमंदिर सैन्य छावनी में आयोजित किया जा रहा है.

मुख्य बिन्दु

  • इस वर्ष अभ्यास का मुख्य विषय – “संयुक्त राष्ट्र के शांति रक्षक अभियान के अंतर्गत इंजीनियरिंग कोर और चिकित्सा दल की नियुक्ति और तैनाती” है.
  • विनबैक्स, भारत और वियतनाम के बीच द्विपक्षीय सैन्य अभ्यास है. यह अभ्यास भारत और वियतनाम की सेनाओं के बीच आपसी विश्वास को मजबूत करेगा.
  • भारतीय सेना की 105 इंजीनियर रेजीमेंट के जवान इस अभ्यास में भाग ले रहे हैं. इसमें प्राकृतिक और अन्य आपदाओं के दौरान सहायता और राहत अभियानों से जुड़े अभ्यास किए जाएंगे.
  • दोनों देशों के बीच पिछला ‘विनबैक्स’ अभ्यास 2019 में वियतनाम में हुआ था. भारत और वियतनाम के द्विपक्षीय संबंधों को मजबूती प्रदान करने में यह महत्‍वपूर्ण सिद्ध हुआ.
  • वियतनाम भारत की पूर्वोन्‍मुखी और हिंद-प्रशांत नीति का मुख्य साझेदार है.