एक्जिम बैंक ने श्रीलंका को 50 करोड़ डॉलर की ऋण सुविधा के लिये समझौता किया

भारतीय निर्यात आयात बैंक (EXIM बैंक) ने श्रीलंका को पेट्रोलियम उत्पादों के वित्तपोषण के लिये 50 करोड़ डॉलर की ऋण सुविधा के लिये समझौता किया है. इसके साथ एक्जिम बैंक भारत सरकार की तरफ से अबतक श्रीलंका को कुल 2.18 अरब डॉलर मूल्य की 10 कर्ज सुविधाएं उपलब्ध करा चुका है.

मुख्य बिंदु

  • श्रीलंका को दी गयी कर्ज सुविधाओं के तहत शामिल परियोजनाओं में पेट्रोलियम उत्पादों की आपूर्ति, रेलवे और रक्षा और बुनियादी ढांचा परियोजनाएं शामिल हैं.
  • श्रीलंका में डॉलर के संकट के कारण ईंधन आयात करने की श्रीलंका की क्षमता बुरी तरह प्रभावित हुई है. भारत ने 13 जनवरी, 2022 में श्रीलंका को 400 मिलियन अमरीकी डालर की मुद्रा अदला-बदली (currency swap) की थी.

भारत और‍ फिलिपींस ने ब्रह्मोस सुपरसोनिक मिसाइलों की बिक्री के लिए रक्षा सौदे पर हस्ताक्षर किया

भारत और‍ फिलिपींस ने फिलीपींस की नौसेना को ब्रह्मोस सुपरसोनिक एंटी-शिप क्रूज मिसाइलों की बिक्री के लिए एक रक्षा सौदे पर हस्ताक्षर किए हैं. यह सौदा 37.50 करोड़ डॉलर का है.

मनीला में फिलिपींस के रक्षा सचिव डेल्फिन लोरेनज़ाना और भारत के राजदूत शंभू कुमारन ने बिक्री के अनुबंध पर हस्‍ताक्षर किये. यह सौदा भारत के रक्षा उपकरणों का निर्यातक बनने के प्रयासों में एक प्रमुख उपलब्धि है.

भारत के सहयोग निर्मित मॉरीशस में कई परियोजनाओं का शुभारम्भ

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और मॉरीशस के प्रधान मंत्री प्रविंद कुमार जगन्नाथ ने वर्चुअल माध्यम से 21 जनवरी को मॉरीशस में कई परियोजनाओं का शुभारम्भ किया था. ये परियोजनाएं भारत के सहयोग से शुरू की गयी हैं.

मुख्य बिंदु

  • दोनों प्रधानमंत्री ने मॉरीशस में सामाजिक आवास इकाई परियोजना का उद्घाटन किया था. उन्होंने मॉरीशस में सिविल सर्विस कॉलेज और 8 मेगावाट सौर पीवी फार्म परियोजनाओं का भी शुभारंभ किया.
  • इस अवसर पर मेट्रो एक्सप्रेस परियोजना और अन्य बुनियादी ढांचा परियोजनाओं के लिए भारत की ओर से मॉरीशस को 190 मिलियन अमरीकी डॉलर का लाइन ऑफ क्रेडिट देने के एक समझौते का आदान-प्रदान किया जाएगा.
  • इस दौरान लघु विकास परियोजनाओं के कार्यान्वयन पर एक समझौता ज्ञापन का भी आदान-प्रदान किया गया.

अफगानिस्तान पर भारत की अध्यक्षता में राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार स्तर की बैठक

अफगानिस्तान की स्थिति पर भारत की अध्यक्षता में 10 नवम्बर को ‘दिल्ली क्षेत्रीय सुरक्षा संवाद’ आयोजित किया गया था. राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार स्तर की इस बैठक की अध्यक्षता भारत के राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार श्री अजीत डोभाल ने की थी.

इस संवाद में रूस, ईरान, कजाकिस्तान, किर्गिस्तान, ताजिकिस्तान, तुर्कमेनिस्तान और उजबेकिस्तान ने भाग लिया था. पाकिस्तान और चीन को भी बैठक के लिए आमंत्रित किया गया था लेकिन ये दोनों देश इस बैठक में शामिल नहीं हुए.

इस बैठक में अफगानिस्तान में हाल के घटनाक्रम से उत्पन्न सुरक्षा स्थिति की समीक्षा की गयी. बैठक में अफगानिस्‍तान में शांति, सुरक्षा और स्थिरता को बढ़ावा देने का समर्थन किया गया. अफगानिस्‍तान की जमीन का इस्‍तेमाल आतंकवादियों को शरण और प्रशिक्षण देने तथा योजना और धन मुहैया न कराने पर बल दिया गया.

भारत और यूके के बीच प्रथम द्विपक्षीय त्रि-सेवा अभ्यास ‘कोंकण शक्ति’ आयोजित किया गया

भारत और यूके के बीच हाल ही में प्रथम द्विपक्षीय त्रि-सेवा अभ्यास ‘कोंकण शक्ति’ (Konkan Shakti) 2021 आयोजित किया गया था. इसका आयोजन दो चरण में 24 से 27 अक्तूबर तक किया गया था. पहला चरण मुंबई में जबकि दूसरा चरण अरब सागर में कोंकण तट पर किया गया था.

इस अभ्यास का उद्देश्य, भारत और यूनाइटेड किंगडम की नौसेनाओं के बीच अभ्यास इंटरऑपरेबिलिटी और तालमेल के लिए था.

इसमें फ्लैग शिप आईएनएस चेन्नई, भारतीय नौसेना के दूसरे युद्धपोत और एचएमएस रिचमंड, रॉयल नेवी के टाइप 23 फ्रिगेट शामिल थे. यूके कैरियर स्ट्राइक ग्रुप के तहत संचालित अन्य बल में विमान वाहक शामिल थे. जिसमें एचएमएस क्वीन एलिजाबेथ, अन्य यूके और नीदरलैंड नौसैनिक जहाज, और भारतीय युद्धपोत थे.

डेनमार्क की प्रधानमंत्री की भारत यात्रा, दोनों देशों के बीच चार समझौतों पर हस्ताक्षर

डेनमार्क की प्रधानमंत्री मेट फ्रेड्रिकसन 8 से 10 अक्तूबर तक भारत की यात्रा पर थीं. इस दौरान उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के साथ द्विपक्षीय वार्ता की. इस वार्ता में भारत और डेनमार्क ने आपसी सहयोग बढ़ाने के चार समझौतों पर हस्ताक्षर किए हैं. ये समझौते कौशल विकास तथा उद्यमशीलता, परम्‍परागत ज्ञान डिजिटल पुस्‍तकालय, संभाव्‍य उपयोगों के साथ उष्‍णकटिबंधीय जलवायु के लिए प्राकृतिक उत्‍कृष्‍टता केंद्र की स्‍थापना और भूजल संसाधनों तथा जल निकायों के मानचित्रण के बारे में हैं.

डेनमार्क की प्रधानमंत्री की भारत यात्रा: मुख्य बिंदु

भारत में कृषि उत्पाद और किसानों की आय बढ़ाने के लिए कृषि संबंधित टेक्नोलॉजी में भी सहयोग करने का निर्णय लिया. इसके अंतर्गत फूड सेफ्टी, कोल्‍ड चेन, फूड प्रोसेसिंग, फर्टीलाइजर्स, फिशरीज, एक्‍वा कल्‍चर आदि अनेक क्षेत्रों की टेक्‍नोलॉजी पर काम किया जाएगा. दोनों देश स्‍मार्ट वाटर रिसोर्स मैनेजमेंट वेस्‍ट टू बेस्‍ट और एफीशियंस सप्‍लाई चेन जैसे क्षेत्र में भी सहयोग करेंगे.

भारत और डेनमार्क के बीच प्रगाढ़ व्यापार और निवेश संबंध हैं. भारत में 200 से अधिक डेनमार्क की कम्पनियां और डेनमार्क में भारत की 60 से अधिक कम्पनियां काम कर रही हैं.

भारत और जापान के बीच नौसैन्य अभ्‍यास ‘जि‍मैक्‍स’ आयोजित किया गया

भारत और जापान के बीच 6 से 8 अक्तूबर तक नौसैन्य अभ्‍यास ‘जि‍मैक्‍स’ (JIMEX) का आयोजन किया गया था. यह दोनों देशों की नौसेनाओं के बीच 7वां अभ्‍यास था जिसका आयोजन अरब सागर में किया गया था.

इस अभ्‍यास का उद्देश्‍य संचालन प्रक्रियाओं की साझा समझ विकसित करना और विभिन्‍न क्षेत्रों में समुद्री सहयोग के अत्‍याधुनिक तौर-तरीकों के जरिये आपसी संचालन क्षमता बढाना था.

भारत जापान सैन्य अभ्‍यास: मुख्य बिंदु

भारत जापान दोनों देशों के बीच पहला नौसेना अभ्‍यास जनवरी-2012 में हुआ था जिसमें समुद्री सुरक्षा सहयोग पर विशेष ध्यान दिया गया था.

यह मुख्य रूप से समुद्री सुरक्षा सहयोग पर केंद्रित है. ये अभ्यास भारतीय नौसेना और जापानी समुद्री आत्मरक्षा बल के बीच आयोजित किए जाते हैं.

JIMEX के अलावा, भारत और जापान सालाना ‘धर्म गार्डियन’ नामक एक संयुक्त भूमि सैन्य अभ्यास करते हैं. दोनों देशों के बीच ‘शिन्यू मैत्री’ नामक एक संयुक्त वायु सेना अभ्यास भी आयोजित किया जाता है. भारत और जापान, अमेरिका के साथ मालाबार नामक त्रिपक्षीय समुद्री अभ्यास में भी शामिल हैं.

भारत-नेपाल सेना के बीच संयुक्त युद्धाभ्यास ‘सूर्य किरण’ का आयोजन किया गया

भारत-नेपाल सेना के बीच हाल ही में संयुक्त सैन्य युद्धाभ्यास ‘सूर्य किरण’ का आयोजन किया गया था. यह आयोजन उत्‍तराखंड के पिथौरागढ़ में 20 सितम्बर से 3 अक्तूबर तक किया गया था.

यह दोनों देशों के मध्य होने वाला ‘सूर्य किरण’ का 15वां संयुक्त सैन्य अभ्यास था. इस युद्धाभ्यास में दोनों देशों की सेना की 300-300 सैन्य कर्मियों की एक-एक टुकड़ी ने हिस्सा लिया था.

यह संयुक्‍त अभ्‍यास आतंकरोधी और आपदा राहत अभियान पर केंद्रित था. इस दौरान दोनों देशों की सेनाएं आतंकवाद विरोधी अभियान, विद्रोह के खिलाफ कार्रवाई, प्राकृतिक और मानवजनित आपदाओं के दौरान की जाने वाली मानवीय सहायता के अपने-अपने अनुभवों को साझा किया.

भारत-नेपाल संयुक्त युद्धाभ्यास ‘सूर्य किरण’: एक दृष्टि

  • सूर्य किरण सैन्य संयुक्त युद्धाभ्यास आतंकवाद के बदलते तरीकों के खिलाफ सुरक्षा चुनौतियों का सामना करने के लिए किया जाता है.
  • इसका मुख्य उद्देश्य नेपाल और भारतीय सैनिकों में आपसी सैन्य समन्वय स्थापित करने के साथ-साथ आतंकवाद विरोधी अभियानों में सफल संचालन के लिए दोनों देशों की सेना के बीच समन्वय स्थापित करना है.

प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने अमरीका की चार दिन की यात्रा संपन्न की

प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी 23 से 26 सितम्बर तक अमरीका की यात्रा पर हैं. वह अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन के निमंत्रण पर संयुक्त राष्ट्र महासभा के 76वें सत्र को संबोधित करने गये थे. इस यात्रा के दौरान उन्होंने कई कार्यक्रमों में हिस्सा लिया था.

 अमरीका में वे राष्ट्रपति और उपराष्ट्रपति के साथ बातचीत

प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने 24 सितम्बर को अमेरिका के राष्‍ट्रपति के साथ पहली आमने-सामने की बैठक की थी. इस बैठक में दोनों नेताओं ने कोविड महामारी के खिलाफ संघर्ष, जलवायु परिवर्तन और हिंद प्रशांत क्षेत्र में स्थिरता सुनिश्चित करने के लिए हरसंभव सहयोग का संकल्प लिया.

इससे पहले प्रधानमंत्री नरेन्‍द्र मोदी और अमरीकी उपराष्‍ट्रपति कमला हैरिस के बीच बैठक हुई थी. दोनों नेताओं ने कोविड की स्थिति और इससे निपटने के लिए किये जा रहे प्रयासों पर चर्चा की.

कई अमरीकी कंपनियों के प्रमुखों से मुलाकात

प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने 23 सितम्बर को कई अमरीकी कंपनियों के प्रमुखों (CEO) से मुलाकात किया था. इन कंपनियों में क्‍यलकोम, एडोबी, फर्स्ट सोलर, ब्लैकस्टोन और जनरल एटॉमिक्स शामिल थे.

क्वाड शिखर सम्‍मेलन

प्रधानमंत्री ने वाशिंगटन डीसी में क्वाड शिखर सम्‍मेलन में भी हिस्सा लिया था. इस सम्‍मेलन में प्रधानमंत्री मोदी के अलावा अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन, ऑस्ट्रेलिया के प्रधानमंत्री स्कॉट मॉरिसन और जापान के प्रधानमंत्री योशिहिदे सुगा ने हिस्सा लिया था.

सम्‍मेलन में कोविड के टीकों की सप्‍लाई, भारत-प्रशांत महासागर क्षेत्र को मुक्‍त और खुला रखने तथा एमर्जिंग टेक्‍नॉलोजीज और साइबर स्‍पेस में भागीदारी बनाने की योजनाएं आदि पर चर्चा हुई. क्वाड सम्मेलन में अपने संबोधन में ऑस्ट्रेलिया के प्रधानमंत्री ने कहा कि इस समय विश्व का कोई भी हिस्सा हिंद-प्रशांत क्षेत्र से अधिक संवेदनशील नहीं है.

क्वाड क्या है? क्वाड भारत, अमेरिका, ऑस्ट्रेलिया और जापान के बीच एक संगठन है जिसका उद्देश्‍य दुनिया में सप्‍लाई चेन को निर्बाध जारी रखना है और जो किसी एक ही एशियाई देश पर निर्भर ना रहें यह सुनिश्चित करता है.

संयुक्त राष्ट्र महासभा का 76वां सत्र

श्री मोदी 25 सितंबर को न्यूयॉर्क में संयुक्त राष्ट्र महासभा के 76वें सत्र को संबोधित किया. संयुक्त राष्ट्र का 76वां महाधिवेशन 21 सितम्बर को न्यूयॉर्क में आरंभ हुआ था. अमरीका के राष्‍ट्रपति जो बाइडेन परम्परा के अनुसार अधिवेशन के पहले वक्ता थे.

2021 के संयुक्त राष्ट्र महासभा सत्र का विषय था ‘उम्मीद के माध्यम से लचीलापन बनाना – कोविड -19 से उबरना, स्थायी रूप से पुनर्निर्माण करना, ग्रह की जरूरतों का जवाब देना, लोगों के अधिकारों का सम्मान करना और संयुक्त राष्ट्र को पुनर्जीवित करना था.

प्रधानमंत्री ने अपने संबोधन में संयुक्त राष्ट्र संगठन में सुधार, कोविड महामारी, आतंकवाद, जलवायु परिवर्तन की चुनौती जैसे अनेक महत्वपूर्ण मुद्दे पर बल दिया

द्विपक्षीय बैठकें

प्रधानमंत्री श्री नरेन्‍द्र मोदी ऑस्ट्रेलिया के प्रधानमंत्री स्कॉट मॉरिसन और जापानी के प्रधानमंत्री योशीहिदे सुगा से अलग-अलग द्विपक्षीय बातचीत की थी. क्वाड नेताओं के शिखर सम्‍मेलन के इतर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने जापान के प्रधानमंत्री सुगा योशीहिदे से मुंबई-अहमदाबाद हाई स्पीड रेल परियोजना पर चर्चा की.

ग्‍लोबल सिटीजन लाइव कार्यक्रम

प्रधानमंत्री नरेन्‍द्र मोदी 25 सितम्बर को ग्‍लोबल सिटीजन लाइव कार्यक्रम को भी वर्चुअल माध्‍यम से सम्‍बोधित किया था. ग्‍लोबल सिटीजन अंतरराष्‍ट्रीय संगठन है जो अत्‍यधिक गरीबी को खत्‍म करने के लिए कार्य कर रहा है. इसके अन्‍तर्गत मुम्‍बई, न्‍यूयॉर्क, पेरिस, रियो डी जनेरो, सिडनी, लॉस एंजलिस, लागोस और सोल सहित प्रमुख शहरों में लाइव कार्यक्रम होंगे.

जलवायु और पर्यावरण पर सहयोग के लिए भारत और अमेरिका ने CAFMD संवाद शुरू किया

भारत और अमेरिका ने ‘क्लाइमेट एक्शन एंड फाइनेंस मोबिलाइजेशन डायलॉग’ (Climate Action and Finance Mobilization Dialogue – CAFMD) शुरू किया है. इस संवाद की शुरुआत नई दिल्ली में केंद्रीय पर्यावरण, वन और जलवायु मंत्री भूपेंद्र यादव और श्री जॉन केरी, जलवायु के लिए अमेरिका के विशेष राष्ट्रपति दूत ने की. यह संवाद, जलवायु और पर्यावरण पर भारत-अमेरिका द्विपक्षीय सहयोग को मजबूत करने के उद्देश्य से शुरू किया गया है.

CAFMD संवाद भारत-अमेरिका जलवायु और स्वच्छ ऊर्जा एजेंडा 2030 साझेदारी के तहत शुरू किया गया है. यह संवाद, पेरिस जलवायु समझौते के लक्ष्यों को पूरा करने के लिए कार्यों को बढ़ाने के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और अमेरिकी राष्ट्रपति बाईडेन द्वारा की गई घोषणा की पृष्ठभूमि में शुरू की गई है.

भारत और आस्‍ट्रेलिया के बीच ‘टू प्‍लस टू’ मंत्री स्‍तरीय वार्ता आयोजित की गयी

भारत और आस्‍ट्रेलिया के बीच 11 सितम्बर को नई दिल्‍ली में ‘टू प्‍लस टू’ मंत्री स्‍तरीय वार्ता आयोजित की गयी थी. इस वार्ता में भारत की ओर से रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह और विदेश मंत्री जयशंकर जबकि ऑस्ट्रेलिया की ओर से वहाँ के विदेश मंत्री मारिस पायने और रक्षा मंत्री पीटर डटन ने अपने-अपने प्रतिनिधिमंडल का नेतृत्व किया था.

बैठक में द्विपक्षीय, क्षेत्रीय और वैश्विक मुद्दों पर चर्चा हुई. बैठक में अफगानिस्‍तान, हिंद-प्रशांत महासागर में समुद्री सुरक्षा, बहुपक्षीय सहयोग और अन्‍य मुद्दों पर चर्चा हुई.

‘टू प्‍लस टू’ मंत्री स्‍तरीय वार्ता: एक दृष्टि

‘टू प्‍लस टू’ मंत्री स्‍तरीय वार्ता में दोनों देशों के दो-दो मंत्री (रक्षा मंत्री और विदेश मंत्री) एक वार्ता बैठक में हिस्सा लेते हैं. जून 2020 में भारत-ऑस्ट्रेलिया शिखर सम्मेलन के दौरान भारत-ऑस्ट्रेलिया द्विपक्षीय संबंधों को व्यापक बनाने के लिए दोनों देशों के रक्षा और विदेश मंत्रियों के बीच यह मंत्रिस्‍तरीय वार्ता आयोजित की जा रही है.

भारत और ऑस्ट्रेलिया की नौसेनाओं के बीच द्विपक्षीय अभ्यास ‘ऑसइंडेक्स’

भारत और ऑस्ट्रेलिया की नौसेनाओं के बीच 6 से 10 सितम्बर तक द्विपक्षीय अभ्यास ‘ऑसइंडेक्स’ (AUSINDEX) आयोजित किया गया था. यह द्विपक्षीय अभ्यास का चौथा संस्करण था. इस अभ्यास में भारतीय नौसेना और रॉयल ऑस्ट्रेलियन नेवी ने हिस्सा लिया.

इस अभ्यास में भारत के जहाज IN शिवालिक और कदमत शामिल हुए थे, जबकि ऑस्ट्रेलिया की ओर से एंजेक क्लास फ्रिगेट HMAS वाररामुंगा ने हिस्सा लिया था. ऑस्ट्रेलिया के इस जहाज ने हाल ही में भारतीय नौसेना इकाइयों के साथ मालाबार अभ्यास में भाग लिया था.

‘ऑसइंडेक्स’ अभ्यास

ऑसइंडेक्स, भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच आयोजित होने वाला द्विपक्षीय नौसैन्य अभ्यास है. इस अभ्यास की शुरुआत 2015 में हुई थी. ‘ऑसइंडेक्स’ का तीसरा संस्करण 2019 में बंगाल की खाड़ी में हुआ था, जिसमें पहली बार पनडुब्बी रोधी अभ्यास भी शामिल हुआ था.

यह अभ्यास दोनों नौसेनाओं को अंतर-संचालन को और मजबूत करने, सर्वोत्तम प्रथाओं से लाभ उठाने और समुद्री सुरक्षा संचालन के लिए प्रक्रियाओं की एक सामान्य समझ विकसित करने के उद्देश्य से आयोजित की जाती है. इसका उद्देश्य हिंद-प्रशांत क्षेत्र में शांति, सुरक्षा और स्थिरता को बढ़ावा देना भी है.