सुनील छेत्री ने गोल करने के मामले में ब्राजील के फुटबॉलर पेले की बराबरी की

भारतीय फुटबॉल टीम के कप्‍तान सुनील छेत्री अंतर्राष्‍ट्रीय मैचों में गोल करने के मामले में ब्राजील के फुटबॉलर पेले (Pele) की बराबरी कर ली है. उन्होंने यह कीर्तिमान मालदीव में आयोजित साउथ एशियन फुटबॉल फेडरेशन (SAFF Championship) चैम्पियनशिप 2021 में नेपाल के खिलाफ एक मैच में बनाया. इस मैच में भारत ने नेपाल को 1-0 से पराजित किया. भारत के लिए इकलौता गोल कप्तान सुनील छेत्री ने किया.

37 साल के छेत्री का यह 123वां मुकाबला था. यह उनके अंतरराष्ट्रीय करियर का 77वां गोल रहा. इस गोल के जरिए उन्होंने ब्राजील के दिग्गज फुटबॉलर पेले के रिकॉर्ड की बराबरी की. पेले ने 92 मैच में 77 गोल किये थे.

छेत्री अंतरराष्ट्रीय फुटबॉल में संयुक्त रूप से सबसे अधिक गोल करने वाले तीसरे एक्टिव खिलाड़ी बन गए हैं. वह संयुक्त अरब अमीरात के अली मबखौत (77) के बराबर हैं.

छेत्री से आगे सिर्फ पुर्तगाल के क्रिस्टियानो रोनाल्डो (Christiano Ronaldo) और अर्जेंटीना के लियोनेल मेसी (Lionel Messi) हैं. रोनाल्डो ने 112 जबकि मेसी ने 79 गोल किए हैं.

फीफा ने अंडर-17 महिला विश्व कप का आधिकारिक शुभंकर ‘इभा’ का अनावरण किया

फुटबॉल की वैश्विक संचालन संस्था फीफा ने 11 अक्तूबर को अंडर-17 महिला विश्व कप भारत (FIFA U-17 Women’s World Cup India) 2022 के आधिकारिक शुभंकर ‘इभा’ का अनावरण किया. अंडर-17 महिला विश्व कप का आयोजन भारत में 11 से 30 अक्तूबर 2022 तक किया जाएगा.

इभा एशियाई शेरनी है जो महिला शक्ति का प्रतिनिधित्व करती है. ‘इभा एक मजबूत, चंचल और आकर्षक एशियाई शेरनी है जिसका उद्देश्य टीम वर्क, लचीलापन, दयालुता और दूसरों को सशक्त बनाने के जरिए महिलाओं और लड़कियों को प्रेरित और प्रोत्साहित करना है.

अमेरिका ने यूरोप को हराकर 43वां राइडर कप गोल्फ टूर्नामेंट जीता

राइडर कप गोल्फ टूर्नामेंट (Ryder Cup) 2021 का खिताब संयुक्त राज्य अमेरिका ने जीता लिया है. अमेरिकी खिलाड़ी कॉलिन मोरिकावा के 19-9 की जीत हासिल करने के बाद यह कप अमेरिकी ने जीता है. यह 28-पॉइंट फॉर्मेट शुरू होने क बाद से राइडर कप के अब तक के इतिहास में सबसे बड़ा अंतर है. यह राइडर कप गोल्फ टूर्नामेंट का 43वां संस्करण था जो 24 से 26 सितम्बर को अमेरिका में खेला गया था.

राइडर कप: एक दृष्टि

राइडर कप गोल्फ खेल से संबंधित है. यह यूरोप और अमेरिका की टीमों के बीच खेला जाना वाला गोल्फ की द्विवार्षिक प्रतियोगिता है. राइडर कप का नाम अंग्रेजी व्यवसायी सैमुअल राइडर के नाम पर पड़ा जिन्होंने ट्रॉफी को दान दिया था.

पंकज आडवाणी ने आईबीएसएफ 6-रेड स्नूकर विश्वकप जीता

आईबीएसएफ 6-रेड स्नूकर विश्वकप (Red Snooker World Cup) का ख़िताब भारत के शीर्ष स्नूकर और बिलियर्ड्स खिलाड़ी पंकज आडवाणी ने जीत लिया है. इस प्रतियोगिता के फाइनल में उन्होंने पाकिस्तान के बाबर मसीह (Babar Masih) को पराजित कर इस ख़िताब के विजेता बने. यह पंकज आडवाणी का 24वां विश्व खिताब है. यह विश्वकप दोहा में आयोजित किया गया था.

इससे पहले पंकज आडवाणी ने लगातार दूसरी बार एशियाई स्नूकर चैंपियनशिप खिताब अपने नाम किया था. उन्होंने फाइनल में ईरान के आमिर सरखोश को हराया था.

अमरीकी ओपन टेनिस टूर्नामेंट 2021 का समापन, विजेताओं की संक्षिप्त सूची

अमरीकी ओपन टेनिस (The US Open Tennis) 2021 टूर्नामेंट का 13 सितम्बर को समापन हो गया. यह प्रतियोगिता 24-13 सितम्बर तक अमेरिका के न्यूयॉर्क में खेला गया था.

पुरुष एकल: पुरुष सिंगल्स का खिताब रूस के दानिल मेदवेदेव ने जीता. फाइनल में उन्होंने सर्विया के नोवाक जोकोविच को हराकर यह खिताब जीता.

महिला एकल: ब्रिटेन की उभरती युवा खिलाड़ी इम्‍मा राडुकानु महिला सिंगल्‍स की विजेता बनीं. उन्होंने फाइनल में कनाडा की युवा खिलाड़ी लेलाह फर्नांडिस को पराजित किया. 18 वर्षीय राडुकानु 17 वर्षों में किसी ग्रैंड स्‍लैम के फाइनल में पहुंचने वाली सबसे कम उम्र की खिलाडी है. इससे पहले 2004 में 17 वर्ष की आयु में मारिया शारापोवा ने विम्‍बलडन खिताब जीता था.

पुरूष डबल्‍स: पुरूषों के डबल्‍स का खिताब अमरीका के राजीव राम और ब्रिटेन के जॉय सेलिसबरी की जोड़ी ने जीता. इस जोड़ी ने फाइनल में ब्रिटेन की जेमी मरे और ब्राजी के ब्रूनो सोअर्स की जोड़ी को हराया.

महिला डबल्‍स: महिला डबल्‍स का ख़िताब चीन की झांग शुआई और ऑस्‍ट्रेलिया की साम स्‍तोसुर की जोड़ी ने जीता. फाइनल में इस जोड़ी ने अमरीका की कोको गाउफ और केटी मैक्‍नली को हराया.

मिक्‍सड डबल्‍स: मिक्‍सड डबल्‍स का खिताब ब्रिटेन के जॉय सेलिसबरी और अमरीका की डिजायरे क्रॉजि़क की जोड़ी ने जीता. इस बीच, जॉय सेलिसबरी किसी ग्रेंड स्‍लैम में दो डबल्‍स खिताब जीतने वाले ब्रिटेन के पहले खिलाड़ी बन गए हैं. उन्‍होंने मिक्‍स्‍ड डबल्‍स के साथ-साथ पुरुष डबल्‍स खिताब भी जीता.

तोक्‍यो में 16वें पैरालिंपिक खेलों का समापन, भारत का सर्वश्रेष्‍ठ प्रदर्शन

जापान की राजधानी तोक्‍यो में 16वें पैरालिंपिक खेलों (Paralympic Games) 2020 का समापन हो गया. इसका आयोजन 24 अगस्त से 5 सितम्बर 2021 तक किया गया था.

इन खेलों के शुभारंभ की घोषणा जापान के राजा नारुहितो ने की थी. उद्घाटन समारोह की थीम – ‘हमारे पास पंख हैं’ (We Have Wings) रखा गया था.

उद्घाटन समारोह में एशियाई खेलों के स्वर्ण पदक विजेता टेकचंद भारत के ध्‍वजवाहक थे. जबकि समापन समारोह में निशानेबाज अवनि लेखरा भारत की ध्‍वजवाहक थीं.

भारतीय खिलाडि़यों का सर्वश्रेष्‍ठ प्रदर्शन

भारतीय खिलाडि़यों ने इस पैरालंपिक में अब तक का सर्वश्रेष्‍ठ प्रदर्शन किया. भारत ने 5 स्‍वर्ण, 8 रजत और 6 कांस्‍य पदक सहित कुल 19 पदक जीते. टोक्यो पैरालंपिक खेलों में भारत ने शूटिंग में 5, एथलेटिक्स में 8, बैडमिंटन में 4 और तीरंदाजी और टेबल टेनिस में एक-एक पदक जीते. पदक तालिका में भारत 24वें स्‍थान पर रहा. इससे पहले, भारत ने इससे पहले सर्वाधिक कुल 12 पदक, 2016 रियो पैरालंपिक में जीते थे।

चीन, ब्रिटेन और अमेरिका शीर्ष स्थान पर

इन पैरालिंपिक खेलों में चीन (96 स्वर्ण, 60 रजत, 51 कांस्य, कुल 207) पहले, ब्रिटेन (41 स्वर्ण, 38 रजत, 45 कांस्य, कुल 124) दूसरे और अमेरिका (37 स्वर्ण, 36 रजत, 31 कांस्य, कुल 104) तीसरे स्थान पर रहा.

टोक्यो पैरालंपिक 2020: भारतीय पदक विजेता

1. भाविना पटेल: महिला टेबल टेनिस खिलाड़ी भाविना पटेल (भाविनाबेन हसमुखभाई पटेल) ने देश को रजत पदक दिलाया. यह इस ओलंपिक का पहला पदक था. भाविना ने यह पदक टेबल टेनिस क्लास-4 के महिला एकल स्पर्धा में जीता.

भाविना भारत के लिए पैरालंपिक खेलों में पदक जीतने वाली पहली टेबल टेनिस खिलाड़ी हैं. दीपा मलिक के बाद पैरालंपिक खेलों में पदक जीतने वाली दूसरी महिला हैं. दीपा मलिक ने रियो 2016 पैरालंपिक खेलों की शॉटपुट प्रतियोगिता में रजत पदक जीता था.

2. अवनी लखेड़ा: तोक्‍यो पैरालपिंक में भारत की अवनी लखेड़ा ने निशानेबाजी में स्‍वर्ण पदक जीता. उन्होंने यह पदक महिलाओं की 10 मीटर एयर राइफल स्पर्धा में जीता.

3. निषाद कुमार: पुरूषों की ऊंची कूद के टी47 स्पर्धा में निषाद कुमार ने रजत पदक देश के नाम किया. निषाद ने 2.06 मीटर की कूद लगाकर एशियाई रिकार्ड बनाया और दूसरे स्थान पर रहे.

4. विनोद कुमार: पुरुषों की चक्‍का फेंक (डिस्कस थ्रो) प्रतियोगिता के F52 स्पर्धा में विनोद कुमार ने 19.91 मीटर चक्‍का फेंक कर कांस्‍य पदक जीता.

5.योगेश कथूरिया: योगेश कथूरिया ने पुरुष डिस्कस थ्रो के F56 स्पर्धा में रजत पदक जीता. उन्होंने अपना बेस्ट थ्रो 44.38 मीटर का किया।

6. सुमित अंतिल:भाला फेंक एथलीट सुमित अंतिल ने स्‍वर्ण पदक जीतकर इतिहास रचा. सुमित ने यह पदक जेवलिन थ्रो के F-64 सपर्धा में जीता. इसमें उन्होंने 68.55 मीटर का थ्रो कर विश्व रिकॉर्ड बनाया.

7. देवेंद्र झाझरिया: देवेंद्र झाझरिया ने जेवलिन थ्रो (भाला फेंक) में रजत पदक जीता. उन्होंने यह पदक पुरुषों की स्टैंडिंग जेवलिन थ्रो के F46 स्पर्धा में 64.35 मीटर के व्यक्तिगत सर्वश्रेष्ठ थ्रो के साथ जीता. पैरालंपिक खेलों में यह उनका तीसरा पदक था.

8. सुंदर सिंह गुर्जर: सुंदर सिंह गुर्जर ने टोक्यो पैरालंपिक में जेवलिन थ्रो (भाला फेंक) में कांस्य पदक जीता. स्टैंडिंग जेवलिन थ्रो के F46 स्पर्धा में सुंदर ने 62.58 मीटर के सर्वश्रेष्ठ थ्रो के साथ यह पदक जीता.

9. सिंहराज अधाना: सिंहराज अधाना ने कांस्य पदक जीता। सिंहराज ने P1- पुरुषों की 10 मीटर एयर पिस्टल SH1 स्पर्धा में यह पदक जीता।

10. मरियप्पन थंगवेलु: पुरुषों की ऊंची कूद की T-63 स्पर्धा में मरियप्पन थंगवेलु ने रजत पदक जीता. मरियप्पन ने रियो पैरालंपिक खेलों में पुरुषों की T-42 ऊंची कूद स्पर्धा में स्वर्ण पदक जीता था।

11. शरद कुमार: पुरुषों की ऊंची कूद की T-63 स्पर्धा का कांस्य पदक शरद कुमार ने जीता. इस स्पर्धा का रजत पदक भी भारत के एथलीट मरियप्पन थंगवेलु ने जीता था.

12. प्रवीण कुमार: पुरुषों के ऊंची कूद (हाई जंप) स्पर्धा में प्रवीण कुमार ने रजत पदक जीता.

13. हरविंदर सिंह: हरविंदर सिंह ने पैरालम्पिक की तीरंदाजी स्पर्धा में भारत को पहला पदक दिलाया. उन्होंने पुरुषों के व्यक्तिगत रिकर्व वर्ग में कांस्य पदक के लिये कोरिया के किम मिन सू को हराया.

14. मनीष नरवाल: भारतीय निशानेबाज मनीष नरवाल ने स्वर्ण पदक जीता. उन्होंने यह पदक पुरुषों की 50 मीटर पिस्टल SH-1 स्पर्धा में जीता. इसी स्‍पर्धा में सिंहराज रजत पदक जीतने में सफल रहे.

15. सिंहराज अदाना: पुरुषों की 50 मीटर पिस्टल SH-1 स्पर्धा के रजत पदक भारतीय निशानेबाज में सिंहराज अदाना ने जीता. इस स्पर्धां का स्वर्ण पदक भी भारतीय निशानेबाज मनीष नरवाल ने जीता था.

16. प्रमोद भगत: बैडमिंटन SL-3 स्पर्धा में भारत के प्रमोद भगत ने स्वर्ण पदक जीता. इस स्पर्धा का कांस्य पदक भी भारत के मनोज सरकार ने जीता था.

17. मनोज सरकार: बैडमिंटन SL-3 स्पर्धा में का कांस्य पदक भारत के मनोज सरकार ने जीता. इस स्पर्धा का स्वर्ण पदक प्रमोद भगत ने जीता था.

18. सुहास एल यथिराज: नोएडा के जिला मजिस्‍ट्रेट और बैडमिंटन खिलाडी सुहास एल यथिराज ने बैडमिंटन में रजत पदक जीता.

19. कृष्णा नागर: कृष्णा नागर ने भारत के लिए पांचवां गोल्ड मेडल जीता. उन्होंने बैडमिंटन के SH-6 स्पर्धा में यह पदक जीता.

पैरालम्पिक खेल: एक दृष्टि

पैरालम्पिक खेलों में शारीरिक या बौद्धिक रूप से दुर्बल खिलाडि़यों को खेलों में भाग लेने का अवसर मिलता है. इसका पहला आयोजन 1960 में इटली के शहर रोम में हुआ था, जिसमें 23 देशों के 400 एथलीट शामिल हुए थे. तब से वे हर चार साल में पैरालम्पिक खेलों का आयोजन किया जाता रहा है.

 

विराट कोहली सबसे तेजी से 23000 रन बनाने वाले विश्व के पहले खिलाड़ी बने

भारतीय कप्तान विराट कोहली अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में सबसे तेजी से 23000 रन बनाने वाले विश्व के पहले खिलाड़ी बन गये हैं. उन्होंने यह कीर्तिमान 2 सितंबर को इंग्लैंड के खिलाफ चौथे टेस्ट में बनाया। विराट कोहली ने अपनी 490वीं पारी में यह उपलब्धि हासिल की। विराट कोहली ने जेम्स एंडरसन की गेंद पर चौका लगाते हुए यह उपलब्धि हासिल की.

विराट कोहली ने अपने करियर की शुरूआत 18 अगस्त 2008 को श्रीलंका के खिलाफ एकदिवसीय मैच से की थी। उन्होंने अबतक 12,169 रन वनडे में, 3159 रन टी20 में और 7671 रन टेस्ट क्रिकेट में बनाये हैं। विराट ने अब तक 27 टेस्ट और 43 वनडे शतक बना चुके हैं।

अंतरराष्ट्रीय मैच में सचिन तेंदुलकर के सबसे ज्यादा रन

इससे पहले अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में सबसे ज्यादा 34357 रन सचिन तेंदुलकर के नाम है. उनके बाद कुमार संगकारा (28016) और रिकी पोंटिंग (27483) का नंबर है. कोहली सातवें नंबर पर है जबकि छठे नंबर पर राहुल द्रविड़ (24208) हैं.

अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में सबसे कम पारियों में 23,000 रन बनाने वाले बल्लेबाज

विराट कोहली (490), सचिन तेंदुलकर (522), रिकी पोंटिंग (544), जैक्स कैलिस (551), कुमार संगकारा (568), राहुल द्रविड़ (576), महेला जयवर्धने (645)

U20 विश्व एथलेटिक्स चैम्पीयनशिप में भारत का सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन

अंडर-20 विश्व एथलेटिक्स चैम्पीयनशिप (World Athletics U20 Championships) 2021 का आयोजन 18 से 22 अगस्त तक केन्‍या की राजधानी नैरोबी में किया गया था. इस चैम्पीयनशिप में मेजवान देश केन्‍या ने 8 स्वर्ण 1 रजत और 7 कांस्य पदक सहित कुल 16 पदक जीते. वह पदक तालिका में पहले स्थान पर रहा. इस चैंपियनशिप में भारत ने कुल 2 रजत और 1 कांस्य पदक सहित कुल 3 पदक जीते.

इस चैम्पीयनशिप में भारतीय रिले टीम ने कांस्य पदक जीतकर इतिहास रचा. भारतीय टीम ने यह पदक मिश्रित 4×400 मीटर रिले स्पर्धां में जीता है. इस टीम में बरथ श्रीधर, प्रिया मोहन, सुमी और कपिल शामिल थे.

भारत के अमित खत्री ने 10 हजार मीटर पैदल चाल में रजत पदक हासिल किया. अमित खत्री ने यह दूरी 42 मिनट 17.49 सेकेंड में पूरी की. जबकि इस स्पर्धा का स्वर्ण पदक केन्या के हेरिस्टोन वानयोनी ने जीता.

शैली सिंह ने लंबी कूद (लॉन्ग जंप) में रजत पदक अपने नाम किया. उनहोंने 6.59 मीटर की लंबी कूद लगाई. वह केवल 1 सेंटीमीटर से स्वर्ण पदक से चूक गईं.

विश्व एथलेटिक्स के इतिहास में भारत सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन

विश्व एथलेटिक्स के इतिहास में भारत ने इससे पहले तक मात्र 4 पदक जीते थे. 2002 में डिस्कस थ्रो में भारतीय एथलीट सीमा अंतिल ने कांस्य पदक जीता था. भारत की ओर से 2014 में डिस्कस थ्रो में नवजीत कौर ढिल्लों ने कांस्य पदक, नीरज चोपड़ा ने 2016 में भाला फेक में स्वर्ण पदक और 400 मीटर दौड़ में हिमा दास ने 2018 में स्वर्ण पदक अपने नाम किया था.

44वां जूनियर वर्ल्ड रेसलिंग चैंपियनशिप 2021: भारत ने कुल 11 पदक जीते

जूनियर वर्ल्ड रेसलिंग चैंपियनशिप (Junior U20 World Wrestling Championships) 2021 का आयोजन रूस के उफा में 18 से 22 अगस्त तक किया गया था. इस प्रतियोगिता में 9 स्वर्ण 2 रजत और 8 कांस्य पदक सहित कुल 19 पदक के साथ रूस पहले स्थान पर रहा. भारत ने इस चैंपियनशिप में 4 रजत और 7 कांस्य पदक सहित कुल 11 पदक जीते. वह पदक तालिका में 11वें स्थान पर रहा.

पुरुष पहलवानों ने कुल 6 पदक अपने नाम किए, जिसमें एक रजत और पांच कांस्य पदक शामिल हैं. पुरुषों की फ्रीस्टाइल में, भारत पदक तालिका में छठे और अंक तालिका में पांचवें स्थान पर रहा. ईरान 178 अंक, रूस 142 अंक, यूएसए 129 अंक, अजरबैजान 122 अंक और भारत 101 अंक के साथ शीर्ष पांच स्थान पर रहे.

जूनियर विश्व कुश्ती चैंपियनशिप में भारतीय महिला पहलवानों ने तीसरा स्थान हासिल किया. अमेरिका के 143 अंक, रूस के 134 अंक, भारत के 134 अंक, बेलारूस के 96 अंक और तुर्की के 92 अंक सहित ये देश शीर्ष पांच में रहे. भारतीय महिला पहलवानों ने 3 रजत पदक सहित कुल 5 पदक जीते.

विश्व युवा तीरंदाजी चैम्पियनशिप: भारतीय तीरंदाजों ने 8 स्वर्ण समेत कुल 15 पदक जीते

16वां विश्व युवा तीरंदाजी चैम्पियनशिप (World Archery Youth Championships) 2021 प्रतियोगिता का 15 अगस्त को समापन हो गया. यह प्रतियोगिता 10-15 अगस्त तक पोलैंड में आयोजित किया गया था. इस टूर्नामेंट में भारतीय तीरंदाजों ने रिकर्व राउंड में 8 स्वर्ण सहित 2 रजत 5 कांस्य सहित कुल 15 पदक अपने नाम किए. पदक तालिका में भारत पहले स्थान पर रहा. फ्रांस और मेक्सिको क्रमशः दूसरे और तीसरे स्थान पर रहे.

महिलाओं की अंडर-18 रिकर्व स्पर्धा की पिछले साल की विजेता कोमालिका बारी ने अंडर-21 का खिताब भी अपने नाम किया. कोमालिका के अलावा भारत ने अंडर-21 रिकर्व टीम इवेंट में भी स्वर्ण जीता. इसके अलावा भारत ने मिश्रित स्पर्धा का स्वर्ण भी अपने नाम किया. बिशाल चांगमई ने अंडर-18 पुरुष रिकर्व तो मंजिरी मनोज ने महिलाओं की स्पर्धा में कांस्य पदक जीता.

32वां ओलंपिक खेल टोक्यो 2020: ओलंपिक के इतिहास में भारत का सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन

टोक्यो ओलंपिक 2020 (32वां ओलम्पियाड के खेल) का 8 अगस्त को समापन हो गया. इसका  23 जुलाई से 8 अगस्त 2021 के बीच टोक्यो, जापान में किया गया था. इस ओलंपिक में संयुक्त राज्य अमेरिका, चीन और जापान क्रमशः शीर्ष तीन स्थान पर रहे.

पदक तालिका

संयुक्त राज्य अमेरिका 113 पदक (39 स्वर्ण, 41 रजत और 33 कांस्य पदक) के साथ पदक तालिका में शीर्ष पर रहा. 88 पदक (38 स्वर्ण, 32 रजत और 18 कांस्य पदक) के साथ चीन दूसरे स्थान पर और 58 पदक (27 स्वर्ण, 14 रजत और 17 कांस्य पदक) के साथ जापान तीसरे स्थान पर रहा.
पदक तालिका में 65 पदक (22 स्वर्ण, 21 रजत और 22 कांस्य पदक) के साथ ग्रेट ब्रिटेन चौथे और 71 पदक (20 स्वर्ण, 28 रजत और 23 कांस्य पदक) के साथ रूसी ओलंपिक समिति (Team ROC) पांचवें स्थान पर रहा.

32वें ओलंपिक खेलों में भारत का प्रदर्शन

इस ओलंपिक में भारतीय दल ने कुल सात पदक जीते जिनमें एक स्वर्ण, दो रजत और चार कांस्य पदक शामिल हैं. पदक तालिका में भारत 48वें स्थान पर रहा.

यह ओलंपिक के इतिहास में भारत का अबतक का सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन था. टोक्यो से पहले भारत का सबसे सफल ओलंपिक 2012 लंदन ओलिंपिक रहा था. इसमें भारत ने दो रजत और चार कांस्य समेत कुल छह पदक अपने नाम किए थे.

32वें ओलंपिक खेलों में भारतीय पदक विजेता

1. नीरज चोपड़ा ने ओलंपिक के एथलीट में भारत का पहला स्वर्ण पदक जीता
भारतीय भाला फेंक खिलाड़ी नीरज चोपड़ा ने इतिहास रचा. नीरज ने ऐतिहासिक प्रदर्शन करते हुए टोक्यो ओलंपिक में भारत को पहला स्वर्ण पदक दिलाया.

नीरज ने भाला फेंक स्पर्धा में 87.58 मीटर दूर भाला फेंककर स्वर्ण पदक हासिल किया. 86.67 मीटर थ्रो के साथ चेक के जाकुब वेदलेच दूसरे स्थान पर और 85.44 मीटर के थ्रो के साथ चेक के वितेस्लाव वेसेली तीसरे नंबर पर रहे.

यह किसी ओलंपिक के एथलीट में भारत का पहला स्वर्ण पदक और ओलंपिक की व्यक्तिगत स्पर्धा में भारत का यह दूसरा स्वर्ण पदक है. व्यक्तिगत स्पर्धा में पहला स्वर्ण पदक बीजिंग ओलंपिक 2008 में दिग्गज शूटर अभिनव बिंद्रा ने जीता था.

2. बजरंग पूनिया ने कुश्ती में कांस्य पदक जीता
भारतीय पहलवान बजरंग पूनिया ने कांस्य पदक जीता. उनहोंने यह पदक कुश्ती स्पर्धा के 65 किग्रा भार वर्ग में कजाकस्तान के पहलवान नियाजबेकोव दौलत को 8-0 से हराकर जीता.

केडी जाधव, सुशील कुमार, योगेश्वर दत्त, साक्षी मलिक और रवि कुमार दहिया के बाद पुनिया ओलंपिक में पदक जीतने वाले छठे भारतीय पहलवान बने.

3. रवि दहिया ने कुश्ती स्पर्धा में रजत पदक जीता
रवि कुमार दहिया ने कुश्ती स्पर्धा के 57 किलोग्राम भारवर्ग में रजत पदक जीता. वे फाइनल में रूसी पहलवान जौर उगेव से 7-4 से हार गये जिसकारण उन्हें रजत पदक दिया गया. इससे पहले फाइनल में पहुँचने के लिए रवि दहिया ने कज़ाकिस्तान के नूरीस्लाम सनायेव को पराजित किया था.
रवि कुमार दहिया ने 2020 टोक्यो ओलंपिक में रजत पदक और 2019 विश्व कुश्ती चैंपियनशिप में 57 किलोग्राम वर्ग में कांस्य पदक जीता था. वे एशियाई चैंपियनशिप में 2 बार स्वर्ण पदक जीत चुके हैं.

4. भारतीय पुरुष हॉकी टीम ने कांस्य पदक जीता
भारतीय पुरुष हॉकी टीम ने 5 अगस्त को जर्मनी को 5-3 से हराकर कांस्य पदक जीता. भारतीय टीम सेमीफाइनल मैच में बेल्जियम से पराजित होने के बाद कांस्य पदक के लिए जर्मनी को पराजित किया. भारत की ओर से सिमरनजीत सिंह ने दो, जबकि हरमनप्रीत सिंह, हार्दिक सिंह और रुपिंदर पाल सिंह ने एक-एक गोल किए.

भारत ने 41 साल बाद हॉकी में कोई पदक जीता है. ओलंपिक के इतिहास में हॉकी में भारत का यह 12वां ओलंपिक मेडल है. भारत इससे पहले हॉकी में आठ स्वर्ण, एक रजत और दो कांस्य ओलंपिक पदक जीत चुका है. भारत ने आखिरी बार हॉकी में ओलंपिक पदक 1980 में जीता था.

5. लवलीना बोरगोहेन ने बॉक्सिंग में कांस्य पदक जीता
भारतीय महिला बॉक्सर लवलीना बोरगोहेन (Lovlina Borgohain) ने 4 अगस्त को कांस्य पदक जीता. उन्होंने यह पदक बॉक्सिंग में 69 किग्रा वर्ग में जीता. सेमीफाइनल बाउट में लवलीना को मौजूदा विश्व चैंपियन तुर्की की बुसेनाज सुरमेनेली ने पराजित किया.

लवलीना विश्व चैंपियनशिप की दो बार की कांस्य पदक विजेता हैं. वह ओलिंपिक में बॉक्सिंग में पदक जीतने वाली भारत की तीसरी मुक्केबाज हैं. इससे पहले भारत की ओर से विजेंदर सिंह और एमसी मैरीकॉम ने ओलिंपिक में कांस्य पदक जीता था.

6. पीवी सिन्धु ने बैडमिंटन में कांस्य पदक जीता
भारत की बैडमिंटन खिलाडी पीवी सिन्धु ने कांस्य पदक जीत कर इतिहास रचा. सिन्धु ओलिंपिक में दो व्यक्तिगत पदक जीतने वाली पहली भारतीय महिला खिलाड़ी बन गयी. इससे पहले उन्होंने 2016 ओलिंपिक में रजत पदक जीता था.
सिन्धु सेमीफाइनल मुकाबले में चीनी तायपेई की ताई जू यिंग से हार गयी थीं. बाद में कांस्य पदक के मुकाबले में उन्होंने चीन की हे बिंग जाओ को 21-13, 21-15 से पराजित किया.

7. भारत के लिए पहला पदक मीरा बाई चानू ने जीता
तोक्यो ओलिम्पिक खेलों में भारत के लिए पहला पदक मीरा बाई चानू ने जीता. उन्होंने यह पदक वेट लिफ्टिंग के 49 किलोग्राम वर्ग में कुल 202 किलोग्राम भार उठा कर जीता. इस स्पर्धा का स्वर्ण पदक चीन की झिहुई हाउ ने और इंडोनेशिया की कांतिका आयसाह ने कांस्य पदक जीता. मीरा बाई चानू, भारोत्तोलक में कर्णम मल्लेश्वरी के बाद ओलंपिक पदक जीतने वाली दूसरी भारतीय बनी हैं.

32वां ओलम्पियाड खेल टोक्यो 2020: मुख्य बिंदु

  • 32वें ओलंपिक खालों का आयोजन 2020 में किया जाना था लेकिन covid-19 महामारी के कारण इसे स्थगित कर दिया गया था.
  • टोक्यों ओलंपिक में 46 खेल स्‍पर्धाएं आयोजित की गयीं, जिसमें 207 देशों के करीब 11 हजार खिलाड़ी लिए. भारत के 127 खिलाड़ी (71 पुरुष और 56 महिलाएं) ने हिस्सा लिया.
  • टोक्यो ओलंपिक 2020 का आधिकारिक मोटो (आदर्श वाक्य) ‘United by Emotion’ जबकि ओलंपिक का शुभांकर- ‘मेरातोयवा’ था.
  • ओलंपिक खेलों में इस बार बेसबॉल, सॉफ्टबॉल, कराटे, स्केटबोर्ड और सर्फिंग को भी शामिल किया गया था.
  • पहली बार किसी देश के दो ध्वजवाहक अपने-अपने देश के खिलाड़ियों का नेतृत्व किया.
  • उद्घाटन समारोह में भारतीय ध्वजवाहक, हॉकी टीम के कप्तान मनप्रीत सिंह और दिग्गज मुक्केबाज एमसी मैरी कॉम थे जबकि समापन समारोह में भारतीय ध्वजवाहक, बजरंग पुनिया थे.
  • पहली बार बिना दर्शकों के आयोजित किया गया, क्‍योंकि जापान में कोरोना के कारण आपातकाल लगा दिया गया था.
  • ओलंपिक के दौरान दिये जाने वाले पदक जापान के रिसाईकल्‍ड इलैक्‍ट्रॉनिक उत्‍पादों से बने थे.
  • भारतीय घुड़सवार फ़वाद मिर्ज़ा ने ओलिंपिक क्वॉलिफायर्स में शीर्ष पर रहते हुए ओलिंपिक कोटा हासिल किया था. घुड़सवारी में 20 साल में पहली बार भारत को ओलंपिक कोटा हासिल हुआ था. इससे पहले सिर्फ इम्तियाज अनीस ने वर्ष 2000 में हुए सिडनी ओलंपिक और दिवंगत विंग कमांडर आईजे लांबा ने 1996 अटलांटा ओलंपिक में भारत का घुड़सवारी में प्रतिनिधित्व किया था.
  • टोक्यो 2020 ओलंपिक, जापान में आयोजित होने वाला चौथा ओलंपिक था. टोक्यो में पहला ओलंपिक खेल 1964 में हुआ था.  इसी के साथ टोक्यो दो बार ओलंपिक खेलों की मेजबानी करने वाला एकमात्र एशियाई शहर बना.
  • जापान की 13 वर्षीय स्केटबोर्डर मोमीजी निशिया (Momiji Nishiya) ने टोक्यो 2020 ओलंपिक में स्वर्ण पदक जीता है. निशिया ने यह पदक स्केटबोर्ड स्पर्धा में जीता. वह ओलंपिक खेलों में अब तक की सबसे कम उम्र की स्वर्ण पदक विजेता बनीं.
  • ओलंपिक के इतिहास में भारत के नाम अब तक कुल 35 पदक हैं. इनमें 10 स्वर्ण, नौ रजत और 16 कांस्य पदक शामिल हैं. सबसे ज्यादा आठ स्वर्ण पदक भारत की हॉकी टीम ने जीते हैं. देश के नाम व्यक्तिगत स्पर्धा में दो स्वर्ण पदक हैं, जो अभिनव बिंद्रा ने 2008 के बीजिंग ओलंपिक के दौरान शूटिंग और टोक्यो ओलंपिक 2020 में नीरज चोपड़ा ने भला फेंक (जैवलिन थ्रो) में जीता है.

 

राजीव गांधी खेल रत्न पुरस्कार का नाम परिवर्तित कर मेजर ध्यानचंद खेल रत्न पुरस्कार किया गया

भारत के सर्वोच्च खेल सम्मान ‘राजीव गांधी खेल रत्न पुरस्कार’ के नाम में परिवर्तन किया गया है. अब इसका नाम हॉकी के दिग्गज मेजर ध्यानचंद के नाम पर ‘मेजर ध्यानचंद खेल रत्न पुरस्कार’ कर दिया गया है. इसकी घोषणा प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 6 अगस्त को की.

प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि मेजर ध्यानचंद भारत के उन अग्रणी खिलाड़ियों में से थे जिन्होंने भारत के लिए सम्मान और गौरव अर्जित किया.

मेजर ध्यानचंद खेल रत्न पुरस्कार

मेजर ध्यानचंद खेल रत्न पुरस्कार (पुराना नाम राजीव गान्धी खेल रत्न पुरस्कार) देश का सबसे बड़ा खेल सम्मान है.  इस पुरस्कार की शुरुआत 1991–92 में हुई थी. यह पुरस्कार युवा मामले और खेल मंत्रालय द्वारा प्रतिवर्ष प्रदान किया जाता है. इस पुरस्कार के विजेता को ₹25 लाख रुपये पुरस्कार राशि के रूप में दिए जाते हैं.

मेजर ध्यानचंद

मेजर ध्यानचंद हॉकी के सबसे महान खिलाड़ी थे. उनका जन्म 29 अगस्त, 1905 को प्रयागराज में हुआ था. उन्हें हॉकी के जादूगर के रूप में जाना जाता है. ध्यानचंद के जन्मदिन 29 अगस्त को भारत में राष्ट्रीय खेल दिवस के रूप में मनाया जाता है.

उन्होंने 1926 से 1949 तक अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर खेला था और 185 मैचों में 550 से अधिक गोल किए थे. उनके सहयोग से भारतीय टीम ओलंपिक खेलों में तीन स्वर्ण पदक जीतने में सफल रही थी. उन्हें 1956 में पद्म भूषण से सम्मानित किया गया था.