पीवी सिंधू को BWF के ‘I am badminton’ अभियान का एबेंस्डर चुना गया

भारतीय बैडमिंटन खिलाडी पीवी सिंधू सहित आठ खिलाड़ियों को विश्व बैडमिंटन महासंघ (BWF) के ‘आई एम बैडमिंटन’ (I am badminton) जागरूकता अभियान का एबेंस्डर चुना गया है. पीवी सिंधु विश्व बैडमिंटन चैंपियन बनने वाली पहली भारतीय हैं.

सिंधू के अलावा इस अभियान में कनाडा के मिशेल ली, चीन के झेंग सी वेई और हुआंग या कियोंग, इंग्लैंड के जैक शेपर्ड, जर्मनी के वालेस्का नोब्लाच, हांगकांग के चान हो युएन और जर्मनी के मार्क ज्वेलबर को भी शामिल किया गया है.

क्या है ‘आई एम बैडमिंटन’ अभियान?

‘आई एम बैडमिंटन’ अभियान बैडमिंटन वर्ल्ड फेडरेशन (BWF) द्वारा शुरू किया गया एक जागरूकता कार्यक्रम है. इस अभियान में खिलाड़ियों को बैडमिंटन खेल के प्रति अपना लगाव और सम्मान व्यक्त करने का मंच दिया जाता है. इस मंच में वे ईमानदारी से और साफ सुथरा खेल खेलने की वकालत करते हैं.

विजडन क्रिकेटर ऑफ द ईयर 2020 पुरस्कारों की घोषणा

विजडन क्रिकेटर्स पुस्तक ने वर्ष 2020 के विजडन क्रिकेटर ऑफ द ईयर (Wisden Cricketers of the Year) 2020 पुरस्कारों की घोषणा 8 अप्रैल को की.

लीडिंग क्रिकेटर ऑफ द वर्ल्ड

इस वर्ष इंग्लैंड क्रिकेट टीम के ऑलराउंडर बेन स्टोक्स को ‘लीडिंग क्रिकेटर ऑफ द वर्ल्ड’ (leading cricketer in the world) चुना गया. पिछले लगातार तीन साल (2016, 2017 और 2018) से भारतीय टीम के कप्तान विराट कोहली को ‘लीडिंग क्रिकेटर ऑफ द वर्ल्ड’ चुना जा रहा था जो कि रिकॉर्ड है. इस बार विजडन की क्रिकेटरों की लिस्ट में कोई भी भारतीय पुरुष या महिला खिलाड़ी जगह नहीं बना पाया.

स्टोक्स ने पहली बार यह सम्मान हासिल किया है. विजडन क्रिकेटर ऑफ द ईयर पुरस्कार 2003 से शुरू किया गया था जिसके बाद स्टोक्स इसे हासिल करने वाले इंग्लैंड के केवल दूसरे क्रिकेटर हैं. उनसे पहले एंड्रयू फ्लिंटॉफ को 2005 में यह सम्मान मिला था.

विजडन वीमेन क्रिकेटर ऑफ द ईयर

विजडन ने ऑस्ट्रेलियाई आलराउंडर एलिस पेरी को ‘वीमेन क्रिकेटर ऑफ द ईयर’ चुना है. पेरी उन पांच खिलाड़ियों में भी शामिल हैं, जिन्हें विजडन का वर्ष का क्रिकेटर चुना गया है. वो इस लिस्ट में शामिल तीन ऑस्ट्रेलियाई क्रिकेटरों में से एक हैं. पेरी को इससे पहले 2016 में भी ‘वीमेन क्रिकेटर ऑफ द ईयर’ चुना था.

विजडन लीडिंग T20 क्रिकेटर ऑफ द ईयर

वेस्टइंडीज के आंद्रे रसेल T20 को ‘लीडिंग T20 क्रिकेटर ऑफ द ईयर’ (Leading T20 Cricketer of the Year) चुना गया है.

चुने गए अन्य पांच खिलाड़ी

विजडन द्वारा क्रिकेटर्स ऑफ़ इयर चुने गए अन्य पांच खिलाड़ी है, जोफ्रा आर्चर (इंग्लैंड), पैट कमिंस (ऑस्ट्रेलिया), साइमन हैमर (दक्षिण अफ्रीका), मारनस लाबुस्चगने (ऑस्ट्रेलिया) और एलिसे पेरी (ऑस्ट्रेलिया- महिला) हैं.

विजडन क्रिकेटर्स: एक दृष्टि

‘विजडन क्रिकेटर्स’ अल्मनाक (क्रिकेट के बाइबिल) क्रिकेट की एक संदर्भ पुस्तक है जिसे युनाइटेड किंगडम में प्रतिवर्ष प्रकाशित किया जाता है. इसे दुनिया की सबसे प्रसिद्ध खेल संदर्भ पुस्तक माना जाता है.

19वें एशियाई खेलों के अधिकारिक शुभंकर का अनावरण किया गया

ओलंपिक काउंसिल ऑफ एशिया ने 4 अप्रैल को 19वें एशियाई खेल (19th Asian Games) 2022 के अधिकारिक शुभंकर (official mascots) का अनावरण किया. इसके लिए ‘तीन रोबोट’ (three robots) को चुना गया है जिसे सामूहिक रूप से ‘स्मार्ट ट्रिपल’ (smart triplets) के नाम से जाना जाता है.

स्मार्ट ट्रिपल, यूनेस्को की विश्व धरोहर स्थलों का प्रतिनिधित्व करता है. इन तीन रोबोट (smart triplets) को कांग्कोंग (Congcong), लियानलियन (Lianlian) और चेनचेन (Chenchen) नाम दिया गया. ये तीनों रोबोट हांग्जो शहर और झेजियांग प्रांत की इंटरनेट प्रगति को दर्शाते हैं.

19वें एशियाई खेल 2022: एक दृष्टि

  • 19वें एशियाई खेलों का आयोजन 2022 में चीन के हांग्जो शहर (झेजियांग प्रांत) में किया जायेगा. ये खेल 10 से 25 सितंबर 2022 तक खेला जाएगा.
  • चीन में आयोजित होने वाला यह तीसरा एशियाई खेल होगा. इससे पहले 1990 में बीजिंग और 2010 में ग्वांझोउ में इन खेलों का आयेाजन हो चुका है.
  • इस टूर्नामेंट में 45 देशों के प्रतिभागी 42 खेल प्रतियोगिताओं में हिस्सा लेंगे.

IWF ने थाईलैंड और मलेशिया के भारोत्तोलन संघ पर प्रतिबंध लगाया

अंतरराष्ट्रीय भारोत्तोलन फेडरेशन (International Weightlifting Federation- IWF) ने थाईलैंड और मलेशिया के भारोत्तोलन संघ पर प्रतिबंध लगा दिया है. IWF ने 5 अप्रैल को लिए अपने फैसले में थाई एमेच्योर भारोत्तोलन संघ पर 3 साल का और मलेशियन भारोत्तोलन संघ पर 1 साल का प्रतिबंध लगाने का निर्णय लिया.

इस प्रतिबंध के बाद थाईलैंड और मलेशिया के भारोत्तोलक टोक्यो ओलिंपिक खेलों में हिस्सा नहीं ले सकेंगे. IWF के मुताबिक, ओलंपिक आयोजन जब भी हो, लेकिन इन देशों का कोई खिलाड़ी हिस्सा नहीं ले सकेगा. थाईलैंड ने 2018 में 9 भारोत्तोलकोंं के डोपिंग में फंसने पर ओलंपिक से खुद नाम वापस लिया था.

IWF ने यह फैसला इन दोनों देशों में काफी संख्या में डोपिंग के मामले सामने के कारण लिया है. थाईलैंड और मलेशिया के पास IWF के इस फैसले के खिलाफ अपील करने के लिए 21 दिन का समय है.

भारत में आयोजित किया जाने वाला ‘फीफा अंडर-17 महिला फुटबॉल विश्वकप’ स्थगित

फीफा ने ‘फीफा अंडर-17 महिला फुटबॉल विश्वकप 2020’ कोरोना वायरस महामारी के कारण स्थगित कर दिया गया है. इस टूर्नामेंट का आयोजन भारत में 2 से 21 नवंबर 2020 तक होना था. टूर्नामेंट के लिए नई तिथियों की घोषणा बाद में की जाएगी.

इस टूर्नामेंट के स्थगित करने का निर्णय फीफा-कंफेडरेशन्स के कार्यकारी समूह की 3 अप्रैल को हुई बैठक में लिया गया. कार्यकारी समूह ने पनामा और कोस्टारिका में अगस्त और सितंबर 2020 में होने वाले ‘फीफा अंडर-20 फुटबॉल विश्वकप 2020’ को भी स्थगित करने का निर्णय लिया.

‘फीफा अंडर-17 महिला फुटबॉल विश्वकप 2020’ भारत में नवी मुंबई, गुवाहाटी, अहमदाबाद, कोलकाता और भुवनेश्वर में खेला जाना था.

क्रिकेट के डकवर्थ-लुईस पद्धति के सूत्रधार टोनी लुईस का निधन

क्रिकेट के डकवर्थ-लुईस पद्धति के सूत्रधार टोनी लुईस का 78 वर्ष की आयु में निधन हो गया. टोनी लुईस ने अपने गणितज्ञ साथी फ्रेंक डकवर्थ के साथ मिलकर वर्ष 1997 में डकवर्थ लुईस पद्धति का प्रतिपादन किया था. अन्तर्राष्ट्रीय क्रिकेट परिषद (ICC) ने वर्ष 1999 में इसे आधिकारिक स्‍वीकृति दी थी. इस विधि को 2014 में डकवर्थ-लुईस-स्टर्न विधि नाम दिया गया.

गणित पर आधारित इस पद्धति का इस्‍तेमाल वर्षा से खेल बाधित होने पर सीमित ओवरों के अन्तर्राष्ट्रीय क्रिकेट मैचों में किया जाता है. लुईस क्रिकेटर नहीं थे लेकिन उन्हें क्रिकेट और गणित में अपने योगदान के लिये 2010 में ब्रिटिश साम्राज्य के विशिष्ट सम्मान MBE से सम्मानित किया गया था.

IOC ने टोक्यो में 2021 में होने वाले ओलंपिक खेलों के तारीखों की घोषणा की

इंटरनेशनल ओलंपिक कमेटी (IOC) ने टोक्यो में 2021 में होने वाले ओलंपिक खेलों के नई तारीखों की घोषणा कर दी है. इन खेलों का आयोजन 2021 में 23 जुलाई से 8 अगस्त के बीच होगा. वहीं पैरालंपिक गेम्स का आयोजन 24 अगस्त से 5 सितंबर 2021 के बीच होगा.

इससे पहले ओलंपिक खेलों का आयोजन 2020 में 24 जुलाई से 9 अगस्त के बीच होना था. लेकिन IOC और आयोजक जापान ने कोरोना वायरस के चलते खेलों को एक साल के लिए स्थगित कर दिया था. जापान के प्रधानमंत्री शिंजो आबे ने ओलंपिक खेलों को टाले जाने की सिफारिश ओलंपिक कमेटी से की थी.

शॅाट पुट खिलाड़ी नवीन चिकारा को प्रतिबंधित पदार्थ के सेवन के आरोप में प्रतिबंधित किया गया

विश्‍व एथलेटिक्‍स परिसंघ ने भारतीय शॅाट पुट खिलाड़ी नवीन चिकारा को प्रतिबंधित पदार्थ के सेवन के आरोप में चार साल के लिये प्रतिबंधित कर दिया है. यह प्रतिबंध 27 जुलाई 2018 से प्रभावी होगा. केन्या के धावक और एशियन गेम्स में सिल्वर विजेता अलबर्ट रोप भी डोप टेस्ट में फेल हो गए हैं. उन पर 2 साल का प्रतिबंध लगा है.

नवीन चिकारा 2018 में हुए डोप परीक्षण में विफल रहे थे. चिकारा ने 2018 फेडरेशन कप में अंतर राज्‍य चैंपियनशिप में उप-विजेता का रजत पदक जीता था. नवम्‍बर 2018 में उन्‍हें अस्‍थाई रूप से निलंबित किया गया था.

नवीन ने प्रतिबंधित GHRP-6 दवा ली थी

नवीन चिकारा के ब्लड सैंपल को कनाडा के मॉन्ट्रियल में वर्ल्ड एंटी-डोपिंग एजेंसी (WADA) से मान्यता प्राप्त प्रयोगशाला में भेजा गया था, जो पॉजिटिव आया था. तब नवीन ने इसे स्वीकार करते हुए कहा था कि उन्हें प्रतिबंधित GHRP-6 दवा के बारे में नहीं पता था, जो उन्होंने गलती से ली थी.

टोक्यों ओलंपिक खेलों को 2021 तक के लिए टला गया

टोक्यों में आयोजित ग्रीष्‍मकालीन ओलंपिक और पैरालंपिक्स को 1 वर्ष के लिए टाल दिया गया है. अन्तर्राष्ट्रीय ओलंपिक समिति (IOC) और टोक्यो ओंलपिक आयोजक समिति ने इसकी घोषणा 24 मार्च को की. कोरोना वायरस महामारी को देखते हएु इन खेलों को स्‍थगित गया है. टोक्यो ग्रीष्‍मकालीन 32वां ओलंपिक 24 जुलाई 2020 से शुरू होने थे.

जापान के प्रधानमंत्री शिंजो आबे ने IOC के अध्यक्ष थॉमस बाक के साथ हुई वार्ता में टोक्यों ओलंपिक को अगले वर्ष तक स्थगित करने पर सहमति बनी थी. जापान ने अब इन खेलों को अब वर्ष 2021 में कराने का फैसला किया है.

पहली बार ओलंपिक खेलों को स्थगित किया गया है

ओलंपिक के 124 साल के इतिहास में यह पहला मौका है, जब टोक्यो में होने वाले ओलंपिक खेलों को स्‍थगित किया गया है. हांलाकि इससे पहले ये खेल 1916, 1940 और 1944 में युद्ध के कारण रद्द किये गये थे लेकिन किसी वायरस के कारण खेलों को पहली बार स्‍थगित किया गया है.

फीफा ने भारतीय फुटबॉलर सुनील छेत्री को ‘COVID-19’ जागरूकता अभियान में शामिल किया

FIFA (Federation Internationale de Football Association) ने भारतीय फुटबॉल टीम के कप्तान सुनील छेत्री को ‘COVID-19’ महामारी के खिलाफ चलाये जा रहे जागरूकता अभियान में शामिल किया है. FIFA ने विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) के साथ मिलकर जागरूकता अभियान ‘Pass the message to kick out coronavirus’ शुरू किया है.

इस अभियान में विश्व के 28 मौजूदा और पूर्व फुटबॉल सितारों को शामिल किया गया है, जिनमें छेत्री के अलावा लियोनेल मेसी, विश्व कप विजेता फ्लिप लाम, इकेर सेसिलास और कार्लेस पुयोल शामिल हैं.

ये फुटबॉलर लोगों को बीमारी के संक्रमण से बचाव के लिए पांच कदम उठाने का आग्रह कर रहे हैं. अभियान में लोगों को हाथ धोने, खांसते समय मुंह पर कपड़ा रखने, चेहरा नहीं छूने, शारीरिक दूरी बनाए रखने और घरों में रहने के लिए कहा जा रहा है.

फुटबॉलर और पूर्व कोच प्रदीप कुमार बैनर्जी का निधन

महान फुटबॉलर और पूर्व कोच प्रदीप कुमार बैनर्जी का 20 मार्च को कोलकाता में निधन हो गया. वे 83 वर्ष के थे. 1961 में उन्हें अर्जुन पुरस्कार और 1990 में पद्मश्री से सम्मानित किया गया था. वे अर्जुन पुरस्कार प्राप्त करने वाले पहले फुटबॉलर थे. फीफा ने उन्हें 2004 में शताब्दी आर्डर आफ मेरिट प्रदान किया था.

प्रदीप कुमार बनर्जी भारतीय फुटबॉल के स्वर्णिम दौर के साक्षी थे. वे 1962 की एशियाई खेलों की स्वर्ण पदक विजेता टीम का अहम हिस्सा थे. उन्होंने राष्ट्रीय टीम के लिए 84 मैच में 65 अन्तर्राष्ट्रीय गोल किये थे. उन्होंने 1960 के रोम ओलंपिक में भारत का नेतृत्व किया था.

ओलंपिक मशाल जापान पहुंचा, ग्रीस ने 2020 के टोक्यो ओलिम्पिक आयोजकों को सौंपा

ओलिम्पिक मशाल (Olympic Torch) 20 मार्च को जापान पहुंचा. ग्रीस ने 2020 के टोक्यो ओलिम्पिक आयोजकों को यह मशाल सौंपा. मशाल के साथ एक विमान मात्‍सुशिमा हवाई अड्डे पर उतरा.

कोविड-19 महामारी के मद्देनजर मशाल का स्‍वागत समारोह धूमधाम से नहीं मनाने का फैसला किया गया था. देश भर में ओलिम्पिक मशाल फुकुशिमा में जेविलेज खेल परिसर से 26 मार्च को शुरू होगी.

ओलंपिक में मशाल क्यों जलाई जाती है?

ओलंपिक खेलों में मशाल जलाने की शुरुआत 1936 में हुई थी. उस साल ओलंपिक खेलों की मेजबानी बर्लिन ने की थी. मान्य़ताओं के अनुसार ग्रीस के लोग आग को बहुत पवित्र मानते थे. ओलंपिक मशाल को जलाकर ले जाने की शुरुआत देवता हेरा के मंदिर से शुरु की गई थी. उस समय ओलंपिक मशाल में आग सूर्य की किरणों के जरिए लगाई जाती थी. ऐसा इसलिए क्योंकि सूर्य कि किरणों को काफी पवित्र माना जाता था.