जापान के हिरोशिमा में तीसरा क्‍वॉड शिखर सम्मेलन आयोजित किया गया

तीसरा क्‍वॉड शिखर (Quadrilateral Security Dialogue) सम्मेलन 19 मई को आयोजित किया गया था. यह सम्मेलन जापान के शहर हिरोशिमा में G-7 सम्मेलन (G-7 Summit) के मौके पर आयोजित किया गया था.

सम्मेलन में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने ऑस्‍ट्रेलिया के प्रधानमंत्री एंथोनी अल्‍बानिस, जापान के प्रधानमंत्री फुमियो किशिदा और अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडेन के साथ हिस्सा लिया था.

मुख्य बिन्दु

  • क्वॉड नेताओं ने स्पष्ट रूप से सीमा पार आतंकवाद सहित किसी भी रूप में हिंसक उग्रवाद और उससे संबंधित गतिविधियों और आतंकवाद की निंदा की.
  • इन नेताओं ने साझा लोकतांत्रिक मूल्‍यों और आपसी रणनीतिक हितों को ध्‍यान में रखते हुए हिन्‍द-प्रशांत क्षेत्र के विकास को लेकर सकारात्‍मक चर्चा की.
  • मुक्‍त, खुले और समावेशी हिन्‍द-प्रशांत क्षेत्र से संबंधित अपने दृष्टिकोण को लेकर इन नेताओं ने संप्रभुता के सिद्धान्‍त, क्षेत्रीय अखंडता और विवादों के शांतिपूर्ण समाधान के महत्‍व को दोहराया.
  • नेताओं ने क्‍वॉड दृष्टिकोण पर आधारित बयान – हिन्‍द-प्रशांत क्षेत्र के स्‍थायी भागीदार भी जारी किया, जो कि इनके सैद्धान्तिक दृष्टिकोण को दर्शाता है.
  • हिन्‍द-प्रशांत क्षेत्र की समृद्धि को मजबूती प्रदान करने के लिए इन नेताओं ने स्वच्छ ऊर्जा आपूर्ति श्रृंखला पहल की भी घोषणा की ‘क्वाड इंफ्रास्ट्रक्चर फैलोशिप प्रोग्राम’ को इसे मजबूत करने और इस क्षेत्र के लिए ठोस परिणाम देने के महत्व पर बल दिया गया.
  • भारत वर्ष 2024 में अगली क्वाड बैठक की मेजबानी करेगा. प्रधानमंत्री ने क्वॉड नेताओं को 2024 में अगले क्वाड शिखर सम्मेलन के लिए भारत आमंत्रित किया.

ब्रसेल्स में भारत-यूरोपीय संघ व्यापार और प्रौद्योगिकी परिषद की मंत्री स्तरीय बैठक

भारत-यूरोपीय संघ व्यापार और प्रौद्योगिकी परिषद की प्रथम मंत्री स्तरीय बैठक 16 मई को ब्रसेल्स में आयोजित की गई थी. विदेश मंत्री डॉक्टर एस जयशंकर ने इस बैठक में हिस्सा लिया था.

मुख्य बिन्दु

  • बैठक को संबोधित करते हुए डॉक्टर जयशंकर ने कहा कि भारत प्रतिभा के मामले में एक महत्वपूर्ण घटक है.
  • उन्होंने कहा कि जिम्मेदारीपूर्ण विकास और वैश्विक अर्थव्यवस्था को जोखिम से बचाने की दोहरी आवश्यकताएं पूरा करना आज सबसे बड़ी चुनौती है.
  • डॉक्टर जयशंकर ने सीमा पार सूचनाओं के आदान-प्रदान सहित  डिजिटल क्षेत्र में विश्वास और पारदर्शिता के महत्व पर बल दिया.

शंघाई सहयोग संगठन के सदस्य देशों के कृषि मंत्रियों की बैठक

शंघाई सहयोग संगठन (SCO) के सदस्य देशों के कृषि मंत्रियों की बैठक (8th meeting of Agriculture Ministers of SCO) 12 मई को आयोजित की गई थी. वीडियो कॉन्‍फ्रेंस के माध्यम से आयोजित इस बैठक की अध्यक्षता कृषि और परिवार कल्याण मंत्री नरेन्‍द्र सिंह तोमर ने की थी.

मुख्य बिन्दु

  • बैठक में SCO के सभी सदस्य देशों (रूस, उज्‍बेकिस्‍तान, कजाख्‍स्‍तान, किर्गिजस्‍तान, तजाकिस्‍तान, चीन और पाकिस्तान) ने भागीदारी की.
  • भारत की अध्यक्षता में संगठन के सदस्य देशों ने स्‍मार्ट कृषि परियोजना को मंजूरी दी.
  • कृषि और परिवार कल्याण मंत्री नरेन्‍द्र सिंह तोमर ने कहा कि पिछले वर्षों में कृषि क्षेत्र का प्रदर्शन काफी अच्छा रहा है और इसने वैश्विक खाद्य सुरक्षा में महत्वपूर्ण योगदान किया है.
  • अपने संबोधन में कृषि मंत्री तोमर ने कहा कि देश से कृषि और अन्य संबंधित उत्पादों का निर्यात 4 लाख करोड़ रुपये का आंकड़ा पार कर गया है.
  • श्री तोमर ने कहा कि भारत कृषि क्षेत्र में विश्व में सबसे अधिक‍ रोजगार देने वाला देश है, जहां आधी से अधिक जनसंख्या कृषि और सहयोगी क्षेत्र में कार्यरत है.

ढाका में छठा हिंद महासागर सम्मेलन आयोजित किया गया

बांग्लादेश की राजधानी ढाका में 12 मई को छठा हिंद महासागर सम्मेलन (6th Indian Ocean Conference) आयोजित किया गया था. सम्मेलन में भारत के प्रतिनिधित्व विदेश मंत्री डॉक्टर सुब्रह्मण्यम जयशंकर ने किया था.

मुख्य बिन्दु

  • सम्मेलन को संबोधित करते हुए विदेश मंत्री जयशंकर ने कहा कि हिंद महासागर क्षेत्र के देशों को उग्रवाद और कट्टरवाद के खतरों के प्रति सचेत रहना चाहिए.
  • उन्होंने कहा कि ऐसी ताकतें लोकतंत्र की उदारता का अनुचित लाभ उठाती हैं. जो देश अपने अंतर्राष्ट्रीय दायित्वों या लंबे समय से चले आ रहे समझौतों की अवहेलना करते हैं, उससे विश्वास और आस्था को भारी नुकसान होता है.

सैन्य कमांडरों का द्विवार्षिक सम्मेलन-2023 दिल्ली में आयोजित किया गया

सैन्य कमांडरों का द्विवार्षिक सम्मेलन-2023 का पहला संस्करण 17 से 21 अप्रैल तक दिल्ली में आयोजित किया गया था. सम्मेलन को रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह और तीनों सेना के प्रमुखों ने संबोधित किया.

मुख्य बिन्दु

  • सैन्य कमांडरों का यह सम्मेलन साल में दो बार आयोजित किया जाता है यह भारतीय सेना से जुड़ी नीतियों और विषयों पर विचार कर निर्णय लेने का महत्वपूर्ण मंच है.
  • सम्मेलन के पहले दिन सैन्य कमांडर और अन्य वरिष्ठ अधिकारी महत्वपूर्ण मुद्दों पर विस्तार से चर्चा किए.
  • इस सम्मेलन में सेना में किए जा रहे सुधारों के अलावा विशेष रूप से अग्निपथ योजना और डिजिटलीकरण की प्रगति की भी समीक्षा की गई.
  • सम्मेलन में मौजूदा और भविष्य में उभरने वाली सुरक्षा से जुड़ी परिस्थितियों पर गहन विचार-विमर्श किया गया और सेना की संचालन तैयारियों का जायजा लिया गया.

पहला वैश्विक बौद्ध शिखर सम्मेलन नई दिल्ली में आयोजित किया गया

पहला वैश्विक बौद्ध शिखर सम्मेलन 20-21 अप्रैल को नई दिल्ली में आयोजित किया गया था. इस सम्मेलन का उद्घाटन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने किया था. इसमें लगभग 30 देशों के प्रतिनिधि भाग लेंगे. जिसमें विदेशों के लगभग 171 प्रतिनिधि और भारतीय बौद्ध संगठनों ने हिस्सा लिया.

मुख्य बिन्दु

  • सम्मेलन का आयोजन संस्कृति मंत्रालय अंतर्राष्ट्रीय बौद्ध परिसंघ के सहयोग से किया गया था.
  • वैश्विक बौद्ध शिखर सम्मेलन का महत्व भारत के लिए अधिक है क्योंकि बौद्ध धर्म का उदय सबसे पहले भारत में ही हुआ था.
  • पहली बार विभिन्न देशों के प्रमुख बौद्ध भिक्षु भारत आए और शिखर सम्मेलन में भाग लिए.
  • इस शिखर सम्‍मेलन में इस बात पर चर्चा हुई कि बौद्ध दर्शन और विचार की मदद से समकालीन चुनौतियों से कैसे निपटा जाए.
  • यह वैश्विक बौद्ध शिखर सम्मेलन अन्य देशों के साथ सांस्कृतिक और राजनयिक संबंधों को बढाने का एक माध्यम था.

महिला-20 अंतर्राष्ट्रीय बैठक जयपुर में आयोजित की गई

महिला-20 (W-20) अंतर्राष्ट्रीय बैठक हाल ही में राजस्‍थान के जयपुर में आयोजित की गई थी. इस दौरान जी-20 के 18 देशों की 120 महिला प्रतिनिधि अपने विचार रखे. इस बैठक में महिलाओं को सशक्त बनाने और उनकी स्थिति में सुधार करने पर चर्चा हुई.

बैठक की कार्यसूची महिला उद्यमिता, जमीनी स्तर पर महिला नेतृत्व, लैंगिक डिजिटल विभाजन को कम करना, शिक्षा और कौशल विकास और जलवायु परिवर्तन पर आधारित पांच प्रमुख प्राथमिकताओं पर केंद्रित था.

महिला-20 (W-20): एक दृष्टि

  • W-20, G-20 का आधिकारिक समूह है, जिसकी स्थापना 2015 में तुर्की की अध्यक्षता में लैंगिक समानता के लिए की गई थी. W-20 की अध्‍यक्ष डॉ. संध्या पुरेचा हैं.
  • इसका प्राथमिक उद्देश्य महिला सशक्तिकरण, महिला अधिकारों की वकालत और इसके लिए एक मंच का निर्माण करना है, ताकि वे समानता के साथ अपनी राय रख सकें.
  • भारत के महिला 20 एजेंडे में पांच प्राथमिकता वाले क्षेत्र हैं, जिनमें उद्यमिता क्षेत्र में महिलाओं की भागीदारी बढ़ाना, जमीनी स्तर पर महिला नेतृत्व, लैंगिक डिजिटल असमानता, शिक्षा और कौशल विकास तथा जलवायु परिवर्तन शामिल हैं.

जी20 वित्त मंत्रियों और केंद्रीय बैंक गवर्नरों की बैठक वॉशिंग्टन डीसी में सम्पन्न हुई

जी20 वित्त मंत्रियों और केंद्रीय बैंक गवर्नरों की बैठक 12-13 अप्रैल को वॉशिंग्टन डीसी में आयोजित की गई थी. यह बैठक भारत की जी20 की अध्यक्षता के अन्तर्गत आयोजित की गई थी. वित्त मंत्री निर्मला सीतारामन और भारतीय रिजर्ब बैंक के गवर्नर शक्तिकांत दास ने इस बैठक की संयुक्त अध्यक्षता की थी.

मुख्य बिन्दु

  • इस बैठक में जी20 सदस्य देशों के लगभग 350 प्रतिनिधि, 13 आमंत्रित देश और विभिन्न अंतर्राष्ट्रीय और क्षेत्रीय संगठनों ने भागीदारी की.
  • यह बैठक वैश्विक अर्थव्यवस्था, अंतर्राष्ट्रीय वित्तीय तंत्र, सतत वित्त, वित्तीय क्षेत्र, वित्तीय समावेशन और अंतर्राष्ट्रीय कराधान विषयों पर तीन सत्रों में आयोजित की गई थी.
  • यह बैठक अंतर्राष्ट्रीय मुद्रा कोष (IMF) और विश्व बैंक समूह की 2023 की स्प्रिंग बैठकों से अलग आयोजित की गई थी.
  • वित्‍त मंत्री निर्मला सीतारामन अंतर्राष्‍ट्रीय मुद्राकोष (IMF) और विश्‍व बैंक (WB) की वार्षिक बैठकों के लिए 10 अप्रैल से अमरीका के दौरे पर थे.
  • वित्तमंत्री निर्मला सीतारमण ने कल वाशिंगटन डीसी में वैश्विक सार्वभौम ऋण गोलमेज बैठक-जीएसडीआर में भाग लिया.

रक्षा वित्त और अर्थशास्त्र पर अंतरराष्ट्रीय सम्मेलन नई दिल्ली में आयोजित किया गया

रक्षा वित्त और अर्थशास्त्र पर अंतरराष्‍ट्रीय सम्मेलन नई दिल्ली में 9 से 11 अप्रैल तक आयोजित किया गया था. इस सम्मेलन का उद्घाटन रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने किया था. सम्मेलन में अमरीका, ब्रिटेन, जापान, ऑस्‍ट्रेलिया, श्रीलंका, बंगलादेश और कीनिया के प्रतिनिधि ने भाग लिया.

  • यह सम्मेलन वर्तमान सुरक्षा चुनौतियों के बीच नीति निर्माताओं, शिक्षाविदों और सरकारी अधिकारियों को रक्षा वित्‍त और अर्थशास्‍त्र के विषय पर अपने विचार और अनुभव साझा करने पर केंद्रित था.
  • सम्मेलन का उद्देश्य विभिन्न देशों के सर्वोत्तम प्रचलन, अनुभव और विशेषज्ञता साझा करना था. यह रक्षा क्षेत्र में आत्‍म-निर्भरता के सरकार के लक्ष्‍य को बढ़ावा देने के लिए विभ‍िन्‍न देशों की सरकारों, अंतरराष्‍ट्रीय संस्‍थानों और वैश्विक नेताओं के साथ सहयोग-समन्‍वय बढ़ाएगा.

बेंगलुरु में जी-20 वित्त मंत्रियों और केंद्रीय बैंक गवर्नरों की बैठक आयोजित की गई

जी-20 वित्त मंत्रियों और केंद्रीय बैंक गवर्नरों की बैठक 24-25 फ़रवरी को बेंगलुरु में आयोजित की गई थी. भारतीय अध्यक्षता में जी20 के वित्त मंत्रियों और केंद्रीय बैंकों के गवर्नरों की पहली बैठक थी.

मुख्य बिन्दु

  • इस बैठक में जी-20 सदस्यों देशों के प्रतिनिधियों और अंतरराष्ट्रीय संगठनों के लगभग 500 प्रतिनिधियों ने हिस्सा लिया था.
  • बैठक के पहले सत्र में अंतरराष्ट्रीय वित्तीय स्वरूप, सतत वित्त और बुनियादी ढांचे पर चर्चा की गई. दूसरा सत्र वित्तीय क्षेत्र और वित्तीय समावेश पर था. दूसरे सत्र का संचालन वित्त मंत्री निर्मला सीतारामन और रिजर्व बैंक के गवर्नर शक्तिकांत दास ने किया.
  • अमरीका के वित्त मंत्री जेनेट एल येलेन अंतर्राष्ट्रीय वित्तीय संरचना, सतत वित्त और बुनियादी ढांचे पर बैठक के पहले दो सत्रों और वित्तीय क्षेत्र तथा वित्तीय समावेशन के बारे में एक अन्य सत्र में शामिल हुए.

खजुराहो में जी20 के संस्कृति कार्य दल की पहली बैठक

मध्य प्रदेश के खजुराहो में जी20 के संस्कृति कार्य दल (CWG) की पहली बैठक 22-25 फ़रवरी तक आयोजित की गई थी. यह बैठक पुरातात्विक वैभव की पुनर्स्थापना पर केन्द्रित था. बैठक में, दो अहम सत्रों में सदस्य देशों के बीच सांस्कृतिक आदान-प्रदान पर चर्चा हुई.

मुख्य बिन्दु

  • इस बैठक में जी-20 देशों के प्रतिनिधियों के लिए खजुराहो नृत्य महोत्सव सहित विभिन्न सांस्कृतिक कार्यक्रमों का आयोजन किया गया था.
  • प्रतिनिधियों को पश्चिमी समूह के मंदिरों का भी भ्रमण कराया गया. ये मंदिर यूनेस्को की विश्व धरोहर स्थलों में शामिल हैं.
  • बाद में प्रतिनिधि खजुराहो के मंदिर देखे और हुनर हाट और खजुराहो नृत्य उत्सव जैसे आयोजनों में शामिल हुए.

भारत, इस्राइल, संयुक्‍त अरब अमीरात और अमरीका के समूह की बैठक

भारत, इस्राइल, संयुक्‍त अरब अमीरात और अमरीका के समूह (I2U2) व्यापार मंच की बैठक 22 फ़रवरी को संयुक्त अरब अमीरात (UAE) के अबू धाबी में हुई.

इसमें समूह‍ देशों के अधिकारियों और व्यापारिक समुदाय के बीच सहयोग के अवसरों पर चर्चा की गई. पिछले साल जुलाई में I2U2 लीडर्स समिट के दौरान शुरु किए गए इस व्यापार मंच का इस तरह का यह पहला आयोजन था.