प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने 8 मार्च को दिल्ली स्थित भारत मंडपम में ‘राष्ट्रीय सर्जक पुरस्कार’ (National Creators Award) 2024 प्रदान किए थे. पहली बार शुरू किये गये इस पुरस्कार का उद्देश्य देश की सृजनात्मक प्रतिभाओं का सम्मान करना है.
मुख्य बिन्दु
‘ग्रीन चैंपियन’ श्रेणी में प्रवेश पांडे को पुरस्कृत किया गया, जबकि कीर्तिका गोविंदसामी को ‘सर्वश्रेष्ठ कहानीकार’ का पुरस्कार दिया गया.
गायिका मैथिली ठाकुर को ‘कल्चरल एंबेसडर ऑफ द ईयर’ का पुरस्कार मिला. टेक श्रेणी में गौरव चौधरी और सर्वश्रेष्ठ यात्रा निर्माता पुरस्कार कामिया जानी को दिया गया.
पुरस्कृत किए गए अन्य लोगों में रणवीर अल्लाहबादिया, जया किशोरी, तंजानिया के किरी पॉल, संयुक्त राज्य अमेरिका के ड्रू हिक्स और जर्मनी के कैसेंड्रा के अलावा जाह्नवी सिंह, आरजे रौनक, नमन देशमुख, अंकित बैयनपुरिया, निश्चय, अरिदमन, पीयूष पुरोहित और अमन गुप्ता शामिल थे. इन सभी को अलग-अलग श्रेणियों में पुरस्कार प्रदान किए गए.
राष्ट्रीय सर्जक पुरस्कार: एक दृष्टि
इस वर्ष यानि 2024 में राष्ट्रीय सर्जक पुरस्कार की शुरुआत पहली बार की गई है. इस पुरस्कार का मकसद कथा वाचन, सामाजिक बदलाव, पर्यावरणीय संवहनीयता और शिक्षा समेत दूसरे क्षेत्रों में बेहतरीन काम को बढ़ावा देना है.
राष्ट्रीय सर्जक पुरस्कार 2024 के लिए, वोटिंग राउंड में अलग-अलग पुरस्कार श्रेणियों में डिजिटल सर्जकों के लिए लगभग 10 लाख वोट डाले गए. इसके बाद, तीन अंतरराष्ट्रीय सर्जक समेत 23 विजेताओं का चयन किया गया. पहले दौर में 20 विभिन्न श्रेणियों में 1.5 लाख से अधिक नामांकन प्राप्त हुए थे.
यह पुरस्कार बीस श्रेणियां में प्रदान किया जाएगा इनमें सर्वश्रेष्ठ कहानीकार पुरस्कार वर्ष का सेलिब्रिटी निर्माता, ग्रीन चैंपियन पुरस्कार, सामाजिक परिवर्तन का सर्वश्रेष्ठ समर्थक, सबसे प्रभावशाली कृषक, वर्ष का सांस्कृतिक राजदूत, स्वच्छता राजदूत पुरस्कार, न्यू इंडिया चैंपियन और अंतरराष्ट्रीय निर्माता पुरस्कार शामिल हैं.
https://www.edudose.com/wp-content/uploads/2014/05/Logo.png00Team EduDosehttps://www.edudose.com/wp-content/uploads/2014/05/Logo.pngTeam EduDose2024-03-09 10:07:152024-03-10 10:10:51प्रधानमंत्री मोदी ने राष्ट्रीय सर्जक पुरस्कार प्रदान किए
केंद्र सरकार ने 3 फ़रवरी को लाल कृष्ण आडवाणी को सर्वोच्च नागरिक सम्मान ‘भारत रत्न’ (Bharat Ratna) से सम्मानित करने की घोषणा की थी.वह भारत के सर्वोच्च सम्मान से सम्मानित होने वाले 50वें व्यक्ति होंगे.
कला, साहित्य, विज्ञान, समाज सेवा और खेल के क्षेत्र में देश के लिए असाधारण योगदान देने वाले लोगों को ‘भारत रत्न’ से नवाजा जाता है.
मुख्य बिन्दु
लालकृष्ण आडवाणी 5 बार लोकसभा और 4 बार राज्यसभा से सांसद रहे हैं. 3 बार भारतीय जनता पार्टी के अध्यक्ष भी रहे चुके हैं.
उनका जन्म 8 नवंबर 1927 को कराची (अब पाकिस्तान) में हुआ था. 2015 में उन्हें पद्म विभूषण से सम्मानित किया गया था.
लालकृष्ण आडवाणी भारतीय जनता पार्टी के फाउंडर मेंबर्स में शामिल हैं. वे 2002 से 2004 के बीच अटल बिहारी वाजपेयी की सरकार में 7वें उप-प्रधानमंत्री रहे.
आडवाणी के राजनीतिक करियर की शुरुआत 1942 में राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के कार्यकर्ता के रूप में हुई थी. यहां से उन्होंने देश के उप प्रधानमंत्री तक का सफर तय किया.
https://www.edudose.com/wp-content/uploads/2014/05/Logo.png00Team EduDosehttps://www.edudose.com/wp-content/uploads/2014/05/Logo.pngTeam EduDose2024-02-05 11:00:342024-02-16 11:03:49लालकृष्ण आडवाणी को भारत रत्न से सम्मानित किया गया
राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने 24 जुलाई को राष्ट्रीय भू-विज्ञान पुरस्कार (National Geoscience Awards) 2022 प्रदान किया था. उन्होंने दो महिलाओं सहित 22 भू-वैज्ञानिकों को इस पुरस्कार से सम्मानित किया.
राष्ट्रीय भू-विज्ञान पुरस्कार (NGA) 2022: मुख्य बिन्दु
एनजीए-2022 के लिए 22 नामांकित वैज्ञानिकों का चयन किया गया था. जिसमें राष्ट्रीय भूविज्ञान पुरस्कार-लाइफटाइम अचीवमेंट के लिए एक, राष्ट्रीय भूविज्ञान पुरस्कार-विभिन्न क्षेत्रों के लिए आठ (तीन टीम, तीन संयुक्त, दो व्यक्तिगत अवार्ड) व राष्ट्रीय युवा भूवैज्ञानिक पुरस्कार के लिए एक नाम शामिल थे.
राष्ट्रीय युवा भू-वैज्ञानिक पुरस्कार डॉक्टर अमिय कुमार सामल को प्रदान किया गया, जो बनारस हिंदू विश्वविद्यालय में सहायक प्रोफेसर हैं.
लाइफटाइम अचीवमेंट के लिए राष्ट्रीय भू-विज्ञान पुरस्कार डॉक्टर ओम नारायण भार्गव को प्रदान किया गया. डॉक्टर भार्गव पिछले चार दशकों में हिमालय में अपने कार्यों के लिए जाने जाते हैं.
खान मंत्रालय 1966 से हर साल तीन श्रेणियों में राष्ट्रीय भूविज्ञान पुरस्कार (NGA) प्रदान करता है. यह पुरस्कार भूविज्ञान के क्षेत्र में उत्कृष्टता, समर्पण व नवाचार के लिए दिया जाता है.
अपने संबोधन में राष्ट्रपति मुर्मू ने कहा कि खनन भारतीय अर्थव्यवस्था का प्राथमिक क्षेत्र है और आर्थिक विकास में इसका महत्वपूर्ण योगदान है.
https://www.edudose.com/wp-content/uploads/2014/05/Logo.png00Team EduDosehttps://www.edudose.com/wp-content/uploads/2014/05/Logo.pngTeam EduDose2023-07-27 19:50:232023-07-29 14:02:43राष्ट्रीय भू-विज्ञान पुरस्कार-2022: डॉ अमिय को राष्ट्रीय युवा भू-वैज्ञानिक पुरस्कार
वर्ष 2022 का ‘सखारोव फ्रीडम पुरस्कार’ (Sakharov freedom prize) यूक्रेनी लोगों को दिया गया है. यह यूरोपीय संघ का एक प्रतिष्ठित अवार्ड है जो प्रतिवर्ष प्रदान किया जाता है.
मुख्य बिन्दु
यह पुरस्कार यूक्रेन-रूस संघर्ष में यूक्रेन के लोगों के संघर्ष को सम्मान देने के लिए दिया गया है. यह पुरस्कार यूक्रेन को यूरोपीय संघ के पूर्ण समर्थन को भी दर्शाता है. वर्ष 2022 के नोबेल का शांति पुरस्कार में भी यूक्रेन की मानवाधिकार संस्था शामिल है.
सखारोव फ्रीडम पुरस्कार मानवाधिकार और स्वतंत्रता की रक्षा के लिए कार्य करने वाले लोगों या इन कार्यों में जुड़े संगठनों को दिया जाता है. इस अवार्ड के विजेता को 50000 यूरो प्रदान किये जाते है.
इस अवार्ड से सम्मानित नेल्सन मंडेला, मलाला यूसुफजई, डेनिस मुकवेगे और नादिया मुराद सहित कई पुरस्कार विजेताओं ने नोबेल शांति पुरस्कार भी जीता है.
इस अवार्ड की शुरुआत वर्ष 1988 में की गयी थी, इसे पहली बार नेल्सन मंडेला (Nelson Mandela) और अनातोली मार्चेंको (Anatoli Marchenko) को दिया गया था.
यह पुरस्कार, पूर्व सोवियत संघ (USSR) के भौतिक वैज्ञानिक और नोबेल अवार्ड विजेता आंद्रेई सखारोव के नाम पर दिया जाता है. उन्होंने परमाणु निरस्त्रीकरण, शांति और मानवाधिकार रक्षा का समर्थन किया था.
https://www.edudose.com/wp-content/uploads/2014/05/Logo.png00Team EduDosehttps://www.edudose.com/wp-content/uploads/2014/05/Logo.pngTeam EduDose2022-10-25 22:08:202022-10-26 22:12:42वर्ष 2022 का ‘सखारोव फ्रीडम प्राइज’ यूक्रेनी लोगों को दिया गया
तिब्बती धर्म गुरु दलाई लामा को लद्दाख के सर्वोच्च नागरिक सम्मान ‘डीपाल आरएनजीम डस्टन’ (dPal rNgam Duston Award) पुरस्कार से सम्मानित किया गया है.
मुख्य बिन्दु
उन्हें यह सम्मान विशेषकर लद्दाख में मानवता की सेवा के क्षेत्र में उनके उल्लेखनीय योगदान के लिए दिया गया है. यह पुरस्कार लद्दाख स्वायत्त पहाड़ी विकास परिषद (LAHDC) द्वारा प्रदान किया गया है.
LAHDC के स्थापना दिवस के मौके पर सिंधु घाट पर तिब्बती आध्यात्मिक गुरु को ‘डीपाल आरएनजीम डस्टन’ पुरस्कार से सम्मानित किया गया.
दलाई लामा ने कहा कि लद्दाख और तिब्बत धार्मिक और सांस्कृतिक समानता के साथ शक्तिशाली सिंधु नदी से जुड़े हुए हैं.
उन्होंने कहा कि बदलती हुई जलवायु स्थिति चिंता का एक प्रमुख कारण है और उन्होंने सभी से अपने कार्य में पर्यावरण के प्रति जागरूक होने का आग्रह किया है.
कौन हैं दलाई लामा?
दलाई लामा एक संन्यासी होते हैं जो तिब्बतियों के धर्मगुरु हैं. वर्तमान में तेनजिन ग्यात्सो 14वें दलाई लामा हैं. लामा तेनजिन ग्यात्सो (6 जुलाई, 1935 – वर्तमान) तिब्बत के राष्ट्राध्यक्ष और आध्यात्मिक गुरु हैं. उनका जन्म उत्तर-पूर्वी तिब्बत के ताकस्तेर क्षेत्र में रहने वाले ये ओमान परिवार में हुआ था. 1989 में, उन्हें नोबेल शांति पुरस्कार से सम्मानित किया गया था.
https://www.edudose.com/wp-content/uploads/2014/05/Logo.png00Team EduDosehttps://www.edudose.com/wp-content/uploads/2014/05/Logo.pngTeam EduDose2022-08-10 19:14:002022-08-11 19:17:13तिब्बती धर्म गुरु दलाई लामा को लद्दाख का सर्वोच्च नागरिक सम्मान
वर्ष 2022 का टेंपलटन पुरस्कार (Templeton Prize) भौतिक विज्ञानी फ्रैंक विल्जेक (Frank Wilczek) को दिया गया गया है. यह प्राप्त करने वाले वह छठे नोबेल पुरस्कार विजेता हैं. उन्हें एच डेविड पोलित्ज़र और डेविड ग्रॉस के साथ वर्ष 2004 में भौतिकी में नोबेल पुरस्कार दिया गया था.
टेंपलटन पुरस्कार: एक दृष्टि
यह पुरस्कार जॉन टेम्पलटन द्वारा वर्ष 1972 में स्थापित किया गया था. टेंपलटन पुरस्कार प्रतिवर्ष ऐसे व्यक्ति को दिया जाता है जिसकी उपलब्धियां सर जॉन टेम्पलटन की परोपकारी दृष्टि को आगे बढ़ाती हैं.
यह पुरस्कार जॉन टेम्पलटन फाउंडेशन द्वारा प्रदान किया जाता है. पहला टेंपलटन पुरस्कार वर्ष 1973 में मदर टेरेसा को दिया गया था.
https://www.edudose.com/wp-content/uploads/2014/05/Logo.png00Team EduDosehttps://www.edudose.com/wp-content/uploads/2014/05/Logo.pngTeam EduDose2022-05-16 18:21:162022-05-17 18:32:07वर्ष 2022 का टेंपलटन पुरस्कार फ्रैंक विल्जेक को दिया गया
प्रतिष्ठित भारतीय वास्तुकार बालकृष्ण दोशी को ‘रॉयल गोल्ड मेडल’ (Royal Gold Medal) 2022 से सम्मानित किया गया है. उन्हें यह सम्मान उनके 70 वर्षीय करियर और 100 से ज्यादा परियोजनाओं में बेहद अहम उपलब्धि हासिल करने के लिए दिया गया है. रॉयल इंस्टीट्यूट ऑफ ब्रिटिश आर्किटेक्ट्स (RIBA) के अध्यक्ष साइमन ऑलफोर्ड ने दोशी को अहमदाबाद, गुजरात में यह पुरस्कार प्रदान किया.
बीवी दोशी ने 100 से अधिक परियोजनाओं पर काम किया है जिसमें शैक्षिक सुविधाएं, सांस्कृतिक भवन, आवास विकास आदि शामिल हैं.
वर्ष 2018 में, उन्हें वास्तुकला का नोबल कहे जाने वाले प्रित्ज़कर आर्किटेक्चर पुरस्कार से सम्मानित किया गया था. वह दोनों पुरस्कार प्राप्त करने वाले पहले भारतीय बन गये हैं.
रॉयल गोल्ड मेडल: एक दृष्टि
यह पुरस्कार रॉयल इंस्टीट्यूट ऑफ ब्रिटिश आर्किटेक्ट्स (RIBA) द्वारा प्रत्येक वर्ष दिया जाता है. यह वास्तुकला (architecture) के क्षेत्र में दिया जाने वाला दुनिया के सर्वोच्च सम्मानों में से एक है.
यह सम्मान आजीवन किए गए काम को मान्यता देने वाले रॉयल गोल्ड मेडल को व्यक्तिगत रूप से महारानी एलिजाबेथ द्वितीय द्वारा अनुमोदित किया जाता है और इसे ऐसे व्यक्ति या लोगों को दिया जाता है, जिनका वास्तुकला की उन्नति पर महत्वपूर्ण प्रभाव रहा है.
https://www.edudose.com/wp-content/uploads/2014/05/Logo.png00Team EduDosehttps://www.edudose.com/wp-content/uploads/2014/05/Logo.pngTeam EduDose2022-05-13 19:43:212022-05-13 19:43:21प्रतिष्ठित वास्तुकार बालकृष्ण दोशी को रॉयल गोल्ड मेडल-2022 से सम्मानित किया गया
विश्व खाद्य पुरस्कार फाउंडेशन ने अमेरिका के वैज्ञानिक डॉ सिंथिया रोसेनज़विग (Cynthia Rosenzweig) को विश्व खाद्य पुरस्कार (World Food Prize) 2022 देने की घोषणा की है. उन्हें ‘जलवायु और खाद्य प्रणालियों के बीच संबंध’ पर उनके शोध के लिये यह पुरस्कार दिया गया है. पुरस्कार के रूप में उन्हें 2,50,000 अमेरिकी डॉलर (करीब 1.90 करोड़ रुपये) दिए जाएंगे.
विश्व खाद्य पुरस्कार क्या है?
विश्व खाद्य पुरस्कार प्रतिवर्ष दिया जाने वाला एक अंतरराष्ट्रीय पुरस्कार है. इसे कृषि के क्षेत्र में नोबेल पुरस्कार माना जाता है. यह पुरस्कार अमेरिकी संस्था ‘वर्ल्ड फूड प्राइज फाउंडेशन’ द्वारा वर्ष 1987 से दिया जा रहा है. दुनिया में भोजन की गुणवत्ता और उपलब्धता में उल्लेखनीय सुधार करके वाले व्यक्तियों को इस पुरस्कार से सम्मानित किया जाता है.
पुरस्कार विजेता को 2,50,000 अमेरिकी डॉलर के नकद पुरस्कार के अलावा प्रसिद्ध कलाकार और डिजाइनर, शाऊल बास द्वारा डिज़ाइन की गई एक मूर्ति प्रदान की जाती है.
डॉ. एमएस स्वामीनाथन जिन्हें भारत में हरित क्रांति के जनक के रूप में जाना जाता है, वर्ष 1987 में इस पुरस्कार को प्राप्त करने वाले पहले व्यक्ति थे.
वर्ष 2021 में भारतीय मूल की पोषण विशेषज्ञ डॉ शकुंतला हरक सिंह थिल्स्टेड ने पुरस्कार जीता और वर्ष 2020 में भारतीय अमेरिकी मृदा वैज्ञानिक डॉ रतन लाल को यह पुरस्कार दिया गया था.
https://www.edudose.com/wp-content/uploads/2014/05/Logo.png00Team EduDosehttps://www.edudose.com/wp-content/uploads/2014/05/Logo.pngTeam EduDose2022-05-09 17:33:482022-05-09 17:33:48अमेरिका के वैज्ञानिक डॉ सिंथिया रोसेनज़विग को विश्व खाद्य पुरस्कार देने की घोषणा
चंडीगढ़ के डॉक्टर भूषण कुमार और सहयोग कुष्ठ यज्ञ ट्रस्ट, गुजरात को कुष्ठ रोग के लिए अंतर्राष्ट्रीय गांधी पुरस्कार-2021 से सम्मानित किया गया है. उपराष्ट्रपति एम वेंकैया नायडू ने यह पुरस्कार 13 अप्रैल को नई दिल्ली में प्रदान किया.
उपराष्ट्रपति ने कहा कि डॉक्टर भूषण कुमार और सहयोग कुष्ठ यज्ञ ट्रस्ट दोनों ही कुष्ठ रोग के प्रति लोगों में जागरूकता फैलाने और पीड़ित लोगों की देखभाल के लिए निष्ठा से काम कर रहे हैं.
यह वार्षिक पुरस्कार गांधी मेमोरियल लेप्रोसी फाउंडेशन द्वारा स्थापित किया गया था. यह सम्मान उन व्यक्तियों व संगठनों के कार्य को मान्यता और महत्व देने के लिए है जिन्होंने इस बीमारी और इससे जुड़े पूर्वाग्रहों से लड़ने के लिए अथक प्रयास किया है.
https://www.edudose.com/wp-content/uploads/2014/05/Logo.png00Team EduDosehttps://www.edudose.com/wp-content/uploads/2014/05/Logo.pngTeam EduDose2022-04-14 19:56:332022-04-15 20:25:35डॉक्टर भूषण कुमार और सहयोग कुष्ठ यज्ञ ट्रस्ट को अंतर्राष्ट्रीय गांधी पुरस्कार
वर्ष 2022 का एबेल पुरस्कार (Abel Prize) अमेरिकी गणितज्ञ डेनिस पार्नेल सुलिवन को देने की घोषणा हाल ही में की गयी है. इन्हें यह सम्मान टोपोलॉजी (topology), विशेष रूप से इसके ज्यामितीय, बीजीय और गतिशील पहलुओं में उनके योगदान के लिए दिया गया है.
एबेल पुरस्कार (Abel Prize): एक दृष्टि
एबेल पुरस्कार प्रत्येक वर्ष गणित के क्षेत्र में असाधारण उपलब्धियों के लिए नॉर्वे के राजा द्वारा प्रदान किया जाता है. यह गणित का नोबेल पुरस्कार से भी जाना जाता है.
यह पुरस्कार नार्वेजियन अकादमी ऑफ साइंस एंड लेटर्स (Norwegian Academy of Science and Letters) द्वारा ओस्लो में प्रदान किया जाता है.
इस पुरस्कार की स्थापना के लिए नील्स हेनरिक एबेल मेमोरियल फंड की स्थापना 1 जनवरी, 2002 को नॉर्वे में की गई थी.
इस पुरस्कार के तहत 60 लाख नार्वेजियन क्रोनर (6 Million Norwegian Kroner) अर्थात 7 लाख 76 हजार अमेरिकी डॉलर के समतुल्य पुरस्कार राशि प्रदान की जाती है.
प्रथम एबेल पुरस्कार
पहला एबेल पुरस्कार वर्ष 2003 में फ्रांस के गणितज्ञ जीन-पियर सेर को दिया गया था.
एबेल पुरस्कार से सम्मानित भारतीय
श्रीनिवास एसआर वर्धन एक मात्र भारतीय गणितज्ञ हैं जिन्हें वर्ष 2007 में इस पुरस्कार से सम्मानित किया गया था.
https://www.edudose.com/wp-content/uploads/2014/05/Logo.png00Team EduDosehttps://www.edudose.com/wp-content/uploads/2014/05/Logo.pngTeam EduDose2022-03-27 19:17:592022-03-28 11:36:29वर्ष 2022 का एबेल पुरस्कार डेनिस पार्नेल सुलिवन को देने की घोषणा
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 24 जनवरी को वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए ‘प्रधानमंत्री राष्ट्रीय बाल पुरस्कार’ (Pradhan Mantri Rashtriya Bal Puraskar – PMRBP) का वितरण किया. उन्होंने बच्चों को डिजिटल सर्टिफिकेट और ब्लॉकचेन टेक्नोलॉजी के जरिए पुरस्कार राशि सौंपी.
इन पुरस्कारों के लिए देशभर से 61 बच्चों को चुना गया था. इसमें 32 बच्चों को पिछले साल (PMRBP-2021) के लिए और 29 बच्चों को इस साल (PMRBP-2022) के लिए चुना गया.
प्रधानमंत्री राष्ट्रीय बाल पुरस्कार
प्रधानमंत्री राष्ट्रीय बाल पुरस्कार भारत में रहने वाले 5 से 17 साल के उन बच्चों को दिया जाता है जिन्होंने नवाचार, शैक्षिक उपलब्धि, खेल, कला-संस्कृति, समाज सेवा और बहादुरी जैसे 6 क्षेत्रों में असाधारण प्रदर्शन किया हो. प्रत्येक पुरस्कार विजेता को पदक और 1 लाख रुपए की पुरस्कार राशि दी जाती है.
https://www.edudose.com/wp-content/uploads/2014/05/Logo.png00Team EduDosehttps://www.edudose.com/wp-content/uploads/2014/05/Logo.pngTeam EduDose2022-01-25 21:28:462022-01-26 21:48:01प्रधानमंत्री ने राष्ट्रीय बाल पुरस्कार का वितरण किया
23 जनवरी को नेताजी सुभाष चंद्र बोस की 125वीं जयंती के मौके पर जापान के पूर्व प्रधानमंत्री शिंजो आबे (Shinzo Abe) को नेताजी पुरस्कार (Netaji Award) 2022 से सम्मानित किया गया. यह पुरस्कार नेताजी रिसर्च ब्यूरो द्वारा दिया गया है.
कोलकाता में हुए एक कार्यक्रम में जापान के काउंसल जनरल नाकामुरा युताका ने शिंजो आबे की तरफ से इस पुरस्कार को प्राप्त किया. भारत में जापानी राजदूत सतोशी सुजुकी ने इस कार्यक्रम को वर्चुअली संबोधित किया.
https://www.edudose.com/wp-content/uploads/2014/05/Logo.png00Team EduDosehttps://www.edudose.com/wp-content/uploads/2014/05/Logo.pngTeam EduDose2022-01-24 21:28:432022-01-26 21:57:00जापान के पूर्व प्रधानमंत्री शिंजो आबे को नेताजी पुरस्कार 2022