Tag Archive for: Bangladesh

बांग्‍लादेश राष्‍ट्रीय चुनाव: शेख हसीना के नेतृत्‍व वाली अवामी लीग ने बहुमत प्राप्‍त किया

बांग्‍लादेश में हाल ही में 12वां संसदीय चुनाव संपन्न हुआ था. इस चुनाव में शेख हसीना के नेतृत्‍व वाली अवामी लीग पार्टी ने बहुमत प्राप्‍त किया. अवामी लीग ने इन चुनावों में लगातार चौथी बार संसद में बहुमत हासिल किया. इन चुनावों के लिए मतदान 7 जनवरी को हुआ था जिसमें लगभग 12 करोड़ लोग पात्र मतदाता थे.

मुख्य बिन्दु

  • बहिष्कार और हिंसा की आशंका के बीच इस चुनाव में 28 राजनीतिक दलों ने भाग लिया था. बांग्लादेश नेशनलिस्ट पार्टी (बीएनपी) और उसके सहयोगी ने चुनावों का बहिष्कार किया था. उनका आरोप था कि मौजूदा सरकार के तहत स्वतंत्र और निष्पक्ष चुनाव संभव नहीं है.
  • शेख हसीना ने देश में लगातार चौथी बार जीत हासिल की है. हालांकि, उनकी यह पांचवी बार सरकार होगी. बीच में एक बार देश में खलीदा जिया की सरकार रही थी.
  • खालिदा जिया के पति जिया-उर-रहमान बांग्लादेश के राष्ट्रपति रह चुके हैं. वे एक सैन्य शासक से राजनेता बने थे. जिया पर आरोप है कि उन्होंने अपने पति के नाम पर बने एक अनाथालय में धन का गबन किया है. भ्रष्टाचार के दो आरोपों में 2020 में 17 साल की जेल की सजा सुनाई गई थी.
  • बाद में जिया को सशर्त रिहाई दे दी गई थी. वे इस समय घर में नजरबंद हैं. उन्होंने बांग्लादेश नेशनलिस्ट पार्टी (बीएनपी) बनाई है. बांग्लादेश में खालिद जिया की सरकार का कार्यकाल 1991 से 1996 तक और 2001 से 2006 तक रहा था.
  • शेख हसीना, बांग्लादेश के संस्थापक शेख मुजीबुर्रहमान की बेटी हैं. इस जीत के साथ शेख हसीना बांग्लादेश में सबसे लंबे समय तक प्रधानमंत्री रहने वाली नेता बन गई हैं. हसीना की पार्टी ने 300 सीटों वाली संसद में 223 सीटें जीतीं.

भारत-बांग्लादेश द्विपक्षीय नौसेना अभ्यास ‘बोंगोसागर’ आयोजित किया गया

भारत और बांग्लादेश के बीच द्विपक्षीय नौसैन्य अभ्यास ‘बोंगोसागर’ का आयोजन 24 से 27 मई तक किया गया था. यह बोंगोसागर अभ्यास का तीसरा संस्करण जो दो चरणों में बंगाल की उत्तरी खाड़ी में आयोजित किया गया था.

इस नौसैनिक अभ्यास का प्रथम चरण ‘बंदरगाह चरण’ 24 से 25 मई तक, जबकि इसका दूसरा चरण ‘समुद्र चरण’ 26 से 27 मई तक आयोजित किया गया था. इस अभ्यास का उद्देश्य दोनों नौसेनाओं के बीच संयुक्त परिचालन कौशल विकसित करना था.

इस अभ्यास में भारतीय नौसेना का प्रतिनिधित्व स्वदेश निर्मित अपतटीय गश्ती पोत सुमेधा और गाइडेड मिसाइल कार्वेट कोरा ने किया. गाइडेड-मिसाइल फ्रिगेट बीएनएस अली हैदर और अबू उबैदा ने बांग्लादेश नौसेना का प्रतिनिधित्व किया.

बांग्लादेश ने भूटान के साथ अपना पहला तरजीही व्यापार समझौता किया

बांग्लादेश ने अपना पहला तरजीही व्‍यापार समझौता भूटान के साथ किया है. बांग्लादेश के वाणिज्‍य मंत्री टीपू मुंशी और भूटान के आर्थिक मामलों के मंत्री ल्‍यानपो लोकनाथ शर्मा ने 6 दिसम्बर को ढाका में इस समझौते पर हस्‍ताक्षर किये गये.

तरजीही व्‍यापार समझौते के अनुसार दोनों देश एक दूसरे को अनेक वस्‍तुओं का शुल्‍क-मुक्‍त आयात कर सकेंगे. इसके अनुसार भूटान बांग्लादेश की 100 वस्‍तुएं बिना सीमाशुल्‍क के आयात कर सकेगा. भूटान की 34 वस्तुओं को बांग्लादेश में बिना सीमाशुल्‍क निर्यात किया जा सकेगा.

यह समझौता दोनों देशों के बीच राजनयिक संबंध कायम होने के 50 साल पूरे होने के अवसर पर किये गये हैं. 1971 में बांग्लादेश के गठन के बाद उसे सबसे पहले मान्‍यता देने वाला देश भूटान ही था. उसके बाद भारत ने बांग्लादेश को स्‍वतंत्र देश के रूप में मान्‍यता प्रदान की थी.

तरजीही व्यापार समझौता क्या है?

तरजीही व्यापार समझौते के तहत दो देश वस्तुओं पर आयात को शुल्क मुक्त या काफी कम कर देते हैं.

अमेरिका और बांग्लादेश के बीच नौसैनिक अभ्यास CARAT-2020 का आयोजन

अमेरिका और बांग्लादेश के बीच 4 नवंबर को नौसैनिक अभ्यास CARAT-2020 का आयोजन किया गया. यह अभ्यास बांग्लादेश के चटगांव बंदरगाह में आयोजित किया गया था.

CARAT: एक दृष्टि

CARAT का पूरा नाम ‘Cooperation Afloat Readiness and Training’ है. यह बांग्लादेश और अमेरिका की नौसेनाओं के बीच आयोजित किया जाने वाला वार्षिक अभ्यास है. पहली बार इस अभ्यास का आयोजन वर्ष 2011 में किया गया था.

बांग्लादेश में 14 दिसम्बर को शहीद दिवस मनाया गया

बांग्लादेश में 14 दिसम्बर को विद्वानों की हत्या की याद में शहीद दिवस मनाया गया. 1971 में बांग्लादेश को आज़ादी मिलने से कुछ दिन पहले पाकिस्तानी सेना और स्थानीय लोगों ने मिलकर कई बुद्धिजीवियों की हत्या कर दी थी.

इस दिन ढाका में सैकड़ों विद्वानों, डॉक्टरों, इंजीनियरों, कलाकारों, शिक्षकों और अन्य प्रतिष्ठित व्यक्तियों का नरसंहार किया गया था.

बांग्लादेश के राष्ट्रपति अब्दुल हामिद और प्रधानमंत्री शेख हसीना ने शहीद बुद्धिजीवियों को ढाका के मीरपुर में स्मारक पर माल्यार्पण कर श्रद्धांजलि दी.