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भारत की अध्यक्षता में वर्चुअल माध्यम से जी-20 शिखर सम्मेलन

भारत की अध्यक्षता में वर्चुअल माध्यम से जी-20 शिखर सम्मेलन 22 नवंबर को हुई थी. बैठक की अध्यक्षता प्रधानमंत्री नरेन्‍द्र मोदी ने की थी. अफ्रीकी संघ, नौ अतिथि देशों और 11 अंतरराष्ट्रीय संगठनों सहित सभी 21 सदस्यों ने इसमें भाग लिया.

मुख्य बिन्दु

  • नई दिल्ली में 10 सितंबर को जी-20 शिखर सम्मेलन के दौरान प्रधानमंत्री ने घोषणा की थी कि भारत उसकी जी 20 अध्यक्षता के समापन से पहले जी 20 नेताओं के वर्चुअल शिखर सम्मेलन का आयोजन करेगा. जी-20 की अध्‍यक्षता 30 नवम्‍बर तक भारत के पास है और 2024 में उसे ब्राजील ग्रहण करेगा.
  • सम्मेलन में कई नेताओं ने इजराइल-हमास संघर्ष पर बातचीत की और समय पर मानवीय सहायता प्रदान करने, हिंसा को फैलने नहीं देने तथा फलस्तीन मुद्दे का दीर्घकालिक समाधान खोजने का आह्वान किया.
  • प्रधानमंत्री मोदी ने कृत्रिम बुद्धिमता के इस युग में प्रोद्यौगिकी के जिम्‍मेदार उपयोग पर जोर दिया उन्‍होंने कहा कि कृत्रिम बुद्धिमता यानि आर्टिफिशियल इंटेलीजेंस पर वैश्‍विक नियम बनाने के लिए सभी देशों के साथ मिलकर काम करना होगा.
  • इस वचुर्अल शिखर सम्‍मेलन में नई दिल्‍ली में हुए सम्‍मेलन के निष्‍कर्षो और कार्य बिन्‍दुओं पर चर्चा हुई.

18वां जी20 शिखर सम्मेलन 2023 नई दिल्ली में आयोजित किया गया

जी20 शिखर सम्मेलन 2023 नई दिल्ली में 8-9 सितम्बर को आयोजित किया गया था. यह 18वां संस्करण था जिसकी अध्यक्षता प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने की थी. सम्मेलन का मुख्‍य आयोजन स्थल प्रगति मैदान स्थित ‘भारत मंडपम’ में था.

जी-20 विश्‍व की बड़ी बीस अर्थव्यवस्थाओं का समूह है जोकि वैश्विक सकल घरेलू उत्पाद का 85 प्रतिशत से अधिक और अंतर्राष्ट्रीय व्यापार के 75 प्रतिशत हिस्सा का प्रतिनिधित्व करता है.

वर्तमान में भारत जी20 समूह का अध्‍यक्ष है. भारत ने 1 दिसम्बर 2022 को एक वर्ष के लिए औपचारिक रूप से जी-20 समूह की अध्यक्षता ग्रहण किया था.

इंडोनेशिया के बाली में आयोजित 17वें जी20 शिखर सम्मेलन 2022 के समापन सत्र में इंडोनेशिया के राष्ट्रपति जोको विडोडो ने सांकेतिक रूप से जी-20 की अध्यक्षता प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी को सौंपी थी. नीति आयोग के सीईओ अमिताभ कांत भारत के जी20 शेरपा हैं.

18वां जी20 शिखर सम्मेलन 2023: मुख्य बिन्दु

इस साल भारत ने G20 समिट में स्पेन, संयुक्त अरब अमीरात, ओमान, बांग्लादेश, मिस्र, नीदरलैंड, मॉरीशस, नाइजीरिया और सिंगापुर को विशेष आमंत्रित सदस्य के तौर पर आमंत्रित किया था.

अफ्रीकी संघ को समूह का स्थाई सदस्य बनाया गया

नई दिल्ली जी-20 सम्‍मेलन 2023 में अफ्रीकी संघ को समूह का स्थाई सदस्य बनाया गया. प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने सम्मेलन के उद्घाटन सत्र को संबोधित करते हुए 55 देशों वाले अफ्रीकी संघ को नए सदस्य के तौर पर शामिल किए जाने की घोषणा की.

दिल्‍ली घोषणा-पत्र

जी20 नेताओं के 18वें शिखर सम्‍मेलन में 9 सितम्बर को नई दिल्‍ली घोषणा-पत्र जारी किया गया. 83 अनुच्छेदों वाली नई दिल्‍ली घोषणा पर पूरी तरह आम सहमति रही.

इस घोषणा-पत्र में समावेशी विकास, जलवायु परिवर्तन के संकट से निपटने के लिए कार्रवाई तेज करने और भविष्य में स्‍वास्‍थ्‍य आपात स्थितियों के दौरान अधिक मात्रा में चिकित्सा आपूर्ति तैयार रखने के उपायों पर जोर दिया गया है.

नेताओं ने आतंकवाद के सभी रूपों और दुष्प्रभावों की निंदा करते हुए कहा कि आतंकवाद अंतरराष्ट्रीय सुरक्षा के प्रति सबसे गंभीर खतरों में से एक है.

वैश्विक जैव ईंधन गठबंधन की शुरूआत

भारत ने जी-20 शिखर सम्मेलन में वैश्विक जैव ईंधन गठबंधन (ग्लोबल बायोफ्यूल एलायंस) की शुरूआत की है. प्रधानमंत्री नरेन्‍द्र मोदी ने इस गठबंधन का शुभारम्‍भ किया.

वैश्विक जैव ईंधन गठबंधन जैव ईंधन को अपनाने की सुविधा के लिए सरकारों, अंतर्राष्ट्रीय संगठनों और उद्योग का गठबंधन विकसित करने के लिए भारत के नेतृत्व वाली एक पहल है.

भारत-पश्चिम एशिया-यूरोप कनेक्टिविटी कोरिडॉर

जी20 सम्‍मेलन में एक महत्‍वकांक्षी परियोजना ‘भारत-पश्चिम एशिया-यूरोप कनेक्टिविटी कोरिडॉर’ की घोषणा की गई. व्‍यापार मार्ग सम्‍बंधी यह परियोजना भारत को पश्चिम एशिया के जरिए यूरोप से जोडेगी.

प्रधानमंत्री नरेन्‍द्र मोदी ने कहा कि इस परियोजना से पश्चिम एशिया और यूरोप के बीच भारत आर्थिक एकीकरण का माध्यम बनेगा.

अमरीकी राष्ट्रपति जो बाइडेन ने कहा कि उनका देश निवेश में महत्वपूर्ण परिवर्तन लाने वाले आर्थिक गलियारों में अपने भागीदारों के साथ निवेश करेगा. फ्रांस के राष्‍ट्रपति इमैनुएल मैक्रों ने भी इसे महत्‍वपूर्ण परियोजना बताया.

इस परियोजना में शामिल देशों में अमरीका, भारत, साऊदी अरब, संयुक्‍त अरब अमीरात, फ्रांस, जर्मनी, इटली और यूरोपीय संघ शामिल है.

ये व्‍यापार मार्ग कॉरिडोर विभिन्‍न संस्‍कृतियों के बीच न केवल फासला कम करेगी, बल्कि भारत के बढ़ते वैश्विक कद की मिसाल भी बनेगा.

जानिए क्या है जी-20 और जी-20 शिखर सम्मेलन…»

जी20 स्‍वास्‍थ्‍य मंत्रियों की बैठक गांधी नगर में आयोजित की गई

जी20 स्‍वास्‍थ्‍य मंत्रियों की बैठक 17 से 19 अगस्त तक गुजरात के गांधी नगर में आयोजित की गई थी. बैठक के पहले दिन जी20 उपमंत्रियों की बैठक थी. इसके बाद दो दिन स्‍वास्‍थ्‍य मंत्रियों की बैठक हुई.

जी20 स्‍वास्‍थ्‍य मंत्रियों की बैठक: मुख्य बिन्दु

  • विश्‍व स्‍वास्‍थ्‍य संगठन (WHO) के महानिदेशक टेडरोस एधनॉम घेबरियासिस ने इस बैठक में भाग लिया था. उन्होंने सभी के लिए स्‍वास्‍थ्‍य कवरेज और आयुष्मान भारत योजना के लिए भारत की सराहना की. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बैठक को वर्चुअल माध्‍यम से संबोधित किया.
  • स्‍वास्‍थ्‍य मंत्री मनसुख मांडविया ने बैठक के अंतिम दिन वैश्विक डिजिटल स्वास्थ्य कार्यक्रम का शुभारंभ किया. यह पहल WHO दवारा प्रायोजित है. उन्होंने आयुष्मान भारत स्वास्थ्य खाता ‘आभा’ कार्ड को इस मामले में एक महत्वपूर्ण उपलब्धि बताया.
  • बैठक में तीन क्षेत्रों पर विशेष ध्यान दिया गया. इनमें स्‍वास्‍थ्‍य आपात रोकथाम, तैयारी तथा कार्रवाई, फार्मास्‍यूटिकल क्षेत्र में सहयोग को सुदृढ करना तथा डिजिटल स्‍वास्‍थ्‍य नवाचार शामिल थे.
  • बैठक के अंतिम दिन आज वित्‍त और स्‍वास्‍थ्‍य मंत्रियों की एक संयुक्‍त बैठक भी आयोजित की गई. इसमें वित्‍त मंत्री निर्मला सीतारामन शामिल हुईं.

आयुष्मान भारत स्वास्थ्य खाता (आभा) कार्ड क्या है?

आभा (ABHA) का पूरा नाम आयुष्मान भारत स्वास्थ्य खाता है. यह लोगों के स्वास्थ्य संबंधी आंकड़ों को ऑनलाइन सुरक्षित रखता है. इस कार्ड के जरिए यह पता लगाना आसान हो जाएगा कि मरीज को कौन-सी बीमारी हुई थी और कहां इलाज कराया गया था.

भारत की अध्यक्षता में जी20 कृषि कार्य समूह की बैठक हैदराबाद में आयोजित की गई

जी20 सदस्य दोषों के कृषि कार्य समूह की बैठक 15 से 17 जून तक हैदराबाद में आयोजित की गई थी. इस बैठक में सदस्य देशों कृषि मंत्रियों ने अलग-अलग विषयों पर विचार-विमर्श किए. बैठक की अध्यक्षता केंद्रीय कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर ने की थी. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इस बैठक को वीडियो संदेश के माध्यम से संबोधित किया था.

मुख्य बिन्दु

  • केंद्रीय कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर ने कहा कि वैज्ञानिक, किसान और सरकारी नीतियों को फसल विविधता और जलवायु परिवर्तन से निपटने की रणनीति पर एक-साथ मिलकर काम करना चाहिए.
  • इस दौरान जी-20 समूह के कृषि मंत्री सभी के लिए खाद्य सुरक्षा और पोषण पर सहमत हुए हैं. बैठक के बाद जारी दस्‍तावेज में  डेक्‍कन उच्‍च-स्‍तरीय सिद्धांत और अंतर्राष्‍ट्रीय श्री अन्‍न और प्राचीन खाद्यान शोध पहल को शामिल किया गया है.
  • डेक्‍कन उच्‍च स्‍तरीय सिद्धांत में वैश्विक खाद्य सुरक्षा से निपटने के लिए जी-20 देशों के सामूहिक उत्‍तरदायित्‍व और प्रयासों का उल्‍लेख किया गया है.

जी-20 देशों के लेखा संस्‍थानों का शिखर सम्‍मेलन गोआ में आयोजित किया गया

जी-20 देशों के सर्वोच्‍च लेखा संस्‍थानों का दूसरा शिखर सम्‍मेलन 12-14 जून को गोआ के पणजी में आयोजित किया गया था. सम्‍मेलन की अध्यक्षता भारत के नियंत्रक एवं महालेखा परीक्षक गिरीश चन्‍द्र मुर्मू ने की थी. गोआ के राज्‍यपाल पी एस श्रीधरन पिल्‍लई और जी-20 के शेरपा अमिताभ कांत भी बैठक में हिस्सा लिए थे.

मुख्य बिन्दु

  • बैठक में ऑस्ट्रेलिया, ब्राजील, इंडोनेशिया, दक्षिण कोरिया, रूस, सऊदी अरब, तुर्किए, बांग्लादेश, मिस्र, मॉरिशस, नाइजीरिया, ओमान, संयुक्त अरब अमीरात, मोरक्को और पोलैंड के सर्वोच्च लेखा संस्थानों ने भाग लिया.
  • भारत के नियन्त्रक एवं महालेखापरीक्षक ने समुद्री अर्थव्यवस्था और दायित्वपूर्ण कृत्रिम बुद्धिमता, सुशासन, पारदर्शिता और जवाबदेयता और मानवजाति पर इनके अनुकूल प्रभाव का मुद्दा उठाया.
  • समुद्री अर्थव्यवस्था समुद्रों तथा सतत विकास के लिए समुद्री संसाधनों के संरक्षण और उपयोग पर विशेष ध्यान देता है.
  • कृत्रिम बुद्धिमता, निरर्थक लेखांकन और अधिक जोखिम के कारोबार में धोखाधड़ी का पता लगाने में मददगार होती है.

बेंगलुरु में जी-20 वित्त मंत्रियों और केंद्रीय बैंक गवर्नरों की बैठक आयोजित की गई

जी-20 वित्त मंत्रियों और केंद्रीय बैंक गवर्नरों की बैठक 24-25 फ़रवरी को बेंगलुरु में आयोजित की गई थी. भारतीय अध्यक्षता में जी20 के वित्त मंत्रियों और केंद्रीय बैंकों के गवर्नरों की पहली बैठक थी.

मुख्य बिन्दु

  • इस बैठक में जी-20 सदस्यों देशों के प्रतिनिधियों और अंतरराष्ट्रीय संगठनों के लगभग 500 प्रतिनिधियों ने हिस्सा लिया था.
  • बैठक के पहले सत्र में अंतरराष्ट्रीय वित्तीय स्वरूप, सतत वित्त और बुनियादी ढांचे पर चर्चा की गई. दूसरा सत्र वित्तीय क्षेत्र और वित्तीय समावेश पर था. दूसरे सत्र का संचालन वित्त मंत्री निर्मला सीतारामन और रिजर्व बैंक के गवर्नर शक्तिकांत दास ने किया.
  • अमरीका के वित्त मंत्री जेनेट एल येलेन अंतर्राष्ट्रीय वित्तीय संरचना, सतत वित्त और बुनियादी ढांचे पर बैठक के पहले दो सत्रों और वित्तीय क्षेत्र तथा वित्तीय समावेशन के बारे में एक अन्य सत्र में शामिल हुए.

जी-20 देशों की थिंक-20 बैठक भोपाल में

जी-20 देशों की दो दिन की थिंक-20 बैठक 16-17 जनवरी को भोपाल के अंतर्राष्ट्रीय सम्मेलन केंद्र में आयोजित की गई थी. बैठक का उद्घाटन मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने किया था. बैठक में वैश्विक शासन व्यवस्था और जीवन मूल्यों पर चर्चा हुई.

मुख्य बिन्दु

  • बैठक में देश-विदेश से आए 300 से अधिक मंत्री, बुद्धिजीवी और विषय-विशेषज्ञ पूर्ण और समानांतर सत्रों, गोलमेज सम्मेलन और सामूहिक स्तर पर विचार-मंथन किए.
  • इनमें 94 अंतर्राष्ट्रीय प्रतिनिधि, विभिन्न प्रदेशों के 115 और लगभग 100 स्थानीय प्रतिनिधि शामिल थे. इसके अलावा, अंतर्राष्ट्रीय संगठनों जैसे एशियन डेवलपमेंट बैंक, एडीबी इंस्टीट्यूट, अफ्रीकन यूनियन, बिल एण्ड मिलिंडा गेट्स फाउण्डेशन, यूएन, यूएनडीपी और यूनिसेफ के प्रतिनिधि भी इस आयोजन में शामिल थे.
  • जी-20 के मुख्य समन्वयक हर्षवर्धन श्रृंगला हैं.

जी-20 के आधारभूत संरचना समूह की पहली बैठक

जी-20 के आधारभूत संरचना समूह (इंफ्रास्ट्रक्चर वर्किंग ग्रुप) की पहली बैठक पुणे में 16-17 जनवरी को आयोजित की गई थी. इस बैठक का विषय था – ‘कल के शहरों का समावेशी, मजबूत और सतत विकास के लिए वित्त पोषण’.

मुख्य बिन्दु

  • इस बैठक में आधारभूत संरचना समूह के सदस्य देशों, विशेष आमंत्रित देशों और अंतर्राष्ट्रीय संगठनों ने हिस्सा लिया था.
  • जी-20 के आधारभूत संरचना समूह ने, इंफ्रास्ट्रक्चर निवेश के विभिन्न पहलुओं पर विचार-विमर्श किया, जिसमें एसेट क्लास के रूप में इंफ्रास्ट्रक्चर को विकसित करना; गुणवत्तापूर्ण अवसंरचना निवेश को बढ़ावा देना; और बुनियादी ढांचे में निवेश हेतु वित्तीय संसाधनों को जुटाने के लिए अभिनव उपकरणों की पहचान करना शामिल था.
  • इस पहल का उद्देश्य जी20 बैठक के संबंध में होने वाली संपूर्ण चर्चाओं में सभी क्षेत्रों के लोगों को शामिल करना था. इस बैठक में चर्चा की जाने वाली प्रमुख प्राथमिकता ‘भविष्यकालीन शहरों का वित्तपोषण’ था.

भारत ने 1 दिसम्बर को औपचारिक रूप से जी-20 समूह की अध्यक्षता ग्रहण किया

भारत ने 1 दिसम्बर को एक वर्ष के लिए औपचारिक रूप से जी-20 समूह की अध्यक्षता ग्रहण किया. जी-20 की अध्यक्षता भारत के लिए बहुत बड़ा अवसर है जिससे देश को विश्व मंच पर प्रतिष्ठा मिलेगी.

मुख्य बिन्दु

  • इंडोनेशिया के बाली में आयोजित 17वें G20 शिखर सम्मेलन 2022 के समापन सत्र में इंडोनेशिया के राष्ट्रपति जोको विडोडो ने सांकेतिक रूप से जी-20 की अध्यक्षता प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी को सौंपी थी.
  • बाली शिखर सम्‍मेलन के समापन सत्र को सम्‍बोधित करते हुए श्री मोदी ने कहा था कि जी-20 का एजेंडा समावेशी, महत्‍वाकांक्षी, निर्णायक और कार्योन्‍मुखी होगा.
  • प्रधानमंत्री नरेन्‍द्र मोदी ने कहा है कि भारत की जी-20 की अध्यक्षता एकता की भावना को बढ़ावा देने के लिए कार्य करेगा और एक पृथ्वी, एक परिवार, एक भविष्य की भावना को साकार करेगा.
  • कार्यक्रम को संबोधित करते हुए विदेश मंत्री सुब्रमण्यम जयशंकर ने कहा कि भारत एशिया, अफ्रीका और लैटिन अमरीका सहित विश्व के दक्षिणी देशों की आवाज के रूप में उभरने का प्रयास करेगा.
  • भारत की अध्यक्षता के दौरान 32 विभिन्न क्षेत्रों से जुड़े विषयों पर देश के अलग-अलग भागों में लगभग 200 बैठकें आयोजित की जायेंगी.

जानिए क्या है जी-20 और जी-20 शिखर सम्मेलन…»

17वां जी-20 शिखर सम्मेलन: भारत ने जी-20 के अध्यक्ष का कार्यभार ग्रहण किया

17वां जी-20 शिखर सम्मेलन (17th G20 Summit) 2022 इंडोनेशिया के बाली में 15-16 नवंबर को आयोजित किया गया था. सम्मेलन का विषय था- मिलकर बढें, सशक्त बनें (Recover Together, Recover Stronger). सम्मेलन के एजेंडा के रूप में तीन कार्यकारी सत्र थे. ये थे- खाद्य और ऊर्जा सुरक्षा, स्‍वास्‍थ्‍य और डिजिटल परिवर्तन.

मुख्य बिन्दु

  • G20 के सदस्य देशों ने सतत कृषि व्यवस्था बनाए रखने तथा खाद्य प्रणाली और आपूर्ति श्रृंखला को मजबूत बनाने के लिए व्यापक बदलाव का आह्वान किया.
  • प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने इस शिखर बैठक में भारत का प्रतिनिधित्व किया था.
  • शिखर बैठक के समापन सत्र में इंडोनेशिया के राष्ट्रपति जोको विडोडो ने सांकेतिक रूप से जी-20 की अध्यक्षता प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी को सौंपी.
  • भारत 1 दिसम्बर 2022 से औपचारिक रूप से जी-20 के अध्यक्ष का कार्यभार ग्रहण करेगा.
  • शिखर बैठक से अलग श्री मोदी इंडोनेशिया, स्‍पेन, फांस, सिंगापुर, जर्मनी इटली, ऑस्‍ट्रेलिया और ब्रिटेन के नेताओं के साथ द्विपक्षीय बैठक किए थे. इन बैठकों में वैश्विक अर्थव्यवस्था की स्थिति, ऊर्जा, पर्यावरण, स्वास्थ्य, कृषि और डिजिटल प्रौद्योगिकी से संबंधित मुद्दे शामिल थे.
  • फ्रांस के राष्‍ट्रपति इमैनुएल मैक्रां के साथ मुलाकात में प्रधानमंत्री मोदी ने रक्षा, व्यापार, निवेश और आर्थिक साझेदारी के नये क्षेत्रों में द्विपक्षीय सहयोग की समीक्षा की.
  • सिंगापुर के प्रधानमंत्री के साथ हरित अर्थव्‍यवस्‍था, नवीकरणीय ऊर्जा और वित्‍तीय प्रौद्योगिकी के क्षेत्र में सहयोग बढ़ाने पर विचार-विमर्श किया.
  • जर्मनी के चांसलर के साथ बैठक में प्रधानमंत्री ने रक्षा सहयोग मजबूत बनाने के उपायों पर चर्चा की.
  • श्री मोदी ने इटली की प्रधानमंत्री के साथ चर्चा में ऊर्जा, रक्षा, आर्थिक भागीदारी, संस्‍कृति और जलवायु परिवर्तन में सहयोग बढ़ाने पर बल दिया.
  • ऑस्‍ट्रेलिया के प्रधानमंत्री के साथ व्‍यापक रणनीति साझेदारी को मजबूत बनाने के साथ ही शिक्षा और अन्‍य क्षेत्रों में सहयोग पर बल दिया.
  • प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने ब्रिटेन के प्रधानमंत्री ऋषि सुनक के साथ मुलाकात में भारत तथा ब्रिटेन के बीच व्‍यापारिक, रक्षा सहयोग और लोगों के बीच जुड़ाव को मजबूत करने के उपायों पर भी बातचीत की.

पूरा आलेख, जानिए क्या है जी-20…»

भारत की अध्यक्षता में जी-20 समूह का प्रतीक चिह्न का अनावरण किया

भारत की अध्यक्षता में होने वाले जी-20 समूह का प्रतीक चिह्न (लोगो), विषय और वेबसाइट का अनावरण कर दिया गया है. इसका अनावरण प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 8 नवंबर को किया था. इस लोगो में राष्ट्रीय ध्वज तिरंगे के जीवंत रंगों- केसरिया, सफेद, हरे और नीले रंग से प्रेरित है. भारत 1 दिसम्बर 2022 को जी-20 की अध्यक्षता संभालेगा.

मुख्य बिन्दु

  • प्रधानमंत्री ने अपने संबोधन में कहा कि जी-20 का प्रतीक चिन्ह आशा का प्रतीक है. भारत ने वन सन, वन वर्ल्‍ड, वन ग्रीड के मंत्र के साथ विश्व में रिन्‍यूवेबल एर्न्‍जीं रेवोल्‍यूशन का आह्वान किया है. भारत ने वन अर्थ, वन हेल्‍थ के मंत्र के साथ ग्‍लोबल हेल्‍थ को मजबूत करने का अभियान चलाया.
  • अब जी-20 में भी हमारा मंत्र है- वन अर्थ, वन फेमली, वन फ्यूचर, भारत के यहीं विचार, यहीं संस्कार, विश्व कल्याण का मार्ग प्रशस्त करते हैं.
  • प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा है कि जी-20 समूह की अध्यक्षता भारत के लिए अंतर्राष्ट्रीय महत्व के मुद्दों पर दबाव बनाने के वैश्विक एजेंडे में योगदान करने का अनूठा अवसर है.
  • जी-20 सदस्य देश वैश्विक सकल घरेलू उत्पाद में करीब 85 प्रतिशत और वैश्विक व्यापार में 75 प्रतिशत से अधिक का योगदान करते हैं. सदस्य देशों की आबादी विश्व की करीब दो तिहाई है.
  • भारत की अध्यक्षता के दौरान देशभर में 32 अलग-अलग विषयों पर करीब 200 बैठकों का आयोजन किया जाएगा.

जी-20 देशों के वित्तमंत्रियों और केंद्रीय बैंक के गवर्नरों की बैठक

जी-20 देशों के वित्तमंत्रियों और केंद्रीय बैंक के गवर्नरों की बैठक 13 अक्तूबर को अमरीका के वाशिंगटन में आयोजित की गई थी.

इस बैठक में हिस्सा लेते हुए वित्त मंत्री निर्मला सीतारामन ने बुनियादी ढांचे में निवेश और अंतरराष्ट्रीय कराधान नियमों को सरल बनाने का आह्वान किया.

सुश्री सीतारामन ने कहा कि विकासशील देशों में अंतरराष्ट्रीय कर नियमों को सरल, सुगमता से लागू किए जाने और सार्थक राजस्व अर्जित करने योग्य बनाया जाना चाहिए.

विश्व बैंक की विकास समिति की बैठक

वित्तमंत्री निर्मला सीतारामन ने वाशिंगटन में विश्व बैंक की विकास समिति की बैठक को संबोधित किया. उन्होंने कहा कि भारतीय अर्थव्यवस्था की इस वर्ष सात प्रतिशत की प्रस्तावित विकास दर के बावजूद देश वैश्विक अर्थव्यवस्था और भू-राजनीतिक हालात को लेकर चिंतित हैं. उन्होंने कहा कि खाद्य सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए सबसे पहले फसल नुकसान और खाने की बर्बादी कम करना होगा.