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भारत और बांग्‍लादेश ने तीन विकास परियोजनाओं का उद्घाटन किया

भारत और बांग्‍लादेश ने 1 नवंबर को तीन विकास परियोजनाओं का उद्घाटन किया था. यह उद्घाटन प्रधानमंत्री नरेन्‍द्र मोदी और बांग्‍लादेश की प्रधानमंत्री शेख हसीना ने वीडियो कॉन्‍फ्रेंस के जरिए संयुक्‍त रूप से किया था.

ये परियोजनाएं भारत की सहायता से लागू की जा रही हैं. इनमें अखोरा-अगरतला सीमा पार रेल संपर्क, खुलना- मोंगला- बंदरगाह रेल लाइन और मैत्री सुपर थर्मल पावर प्‍लांट की दूसरी यूनिट, शामिल है.

ये परियोजनाएं बांग्‍लादेश-भारत मैत्री बिजली कंपनी लिमिटेड द्वारा लागू की जा रही है. इस संयुक्‍त उद्यम कंपनी में भारत की एनटीपीसी लिमिटेड और बांग्‍लादेश पावर डेवलपमेंट बोर्ड की समान हिस्‍सेदारी है.

इन परियोजनाओं से क्षेत्र में संचार और ऊर्जा सुरक्षा को बढावा मिलेगा.

6 दिसंबर 2022 को भारत और बांग्लादेश ने मैत्री दिवस मनाया

भारत और बांग्लादेश ने 6 दिसंबर 2022 को मैत्री दिवस के रूप में मनाया था. साल 1971 में भारत सरकार द्वारा बांग्लादेश की मान्यता को चिह्नित करने के उद्देश्य से यह दिवस मनाया जाता है.

6 दिसंबर को ‘मैत्री दिवस’ के रूप में मनाने का निर्णय प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी और प्रधान मंत्री शेख हसीना द्वारा मार्च 2021 में प्रधान मंत्री मोदी की बांग्लादेश की राजकीय यात्रा के दौरान लिया गया था.

बांग्लादेश की प्रधानमंत्री शेख हसीना की भारत यात्रा, दोनों देशों के बीच सात समझौते

बांग्लादेश की प्रधानमंत्री शेख हसीना 5-8 सितम्बर तक भारत की यात्रा पर थीं. अक्तूबर 2019 के बाद शेख हसीना की भारत की यह दूसरी यात्रा थी.

यात्रा के दौरान प्रधानमंत्री हसीना ने भारतीय प्रधानमंत्री नरेन्‍द्र मोदी के साथ नई दिल्ली में द्विपक्षीय वार्ता की. दोनों नेताओं के नेतृत्व में भारत-बांग्‍लादेश प्रतिनिधिमंडल स्तर की बातचीत हुई जिसमें आपसी साझेदारी की समीक्षा की गई.

द्विपक्षीय वार्ता के मुख्य बिन्दु

  • बैठक में सम्‍पर्क, ऊर्जा, जल संसाधन, व्‍यापार और निवेश, सीमा प्रबंधन और सुरक्षा, विकास साझेदारी, क्षेत्रीय तथा बहुपक्षीय मुद्दों पर विचार-विमर्श हुआ.
  • दोनों नेताओं ने मैत्री सुपर थर्मल पावर प्रोजेक्‍ट की पहली इकाई का संयुक्त रूप से उद्घाटन किया. परियोजना का निर्माण भारत रियायती वित्त पोषण योजना के अन्‍तर्गत किया जा रहा है.
  • दोनों देशों के बीच जल संसाधन, रेलवे, विज्ञान और प्रौद्योगिकी तथा अंतरिक्ष प्रौद्योगिकी के संबंध में सात समझौते हुए. इनमें प्रसार भारती और बांग्‍लादेश टेलीविजन के बीच प्रसारण के क्षेत्र में सहयोग बढ़ाने का समझौता शामिल है.
  • प्रधानमंत्री नरेन्‍द्र मोदी ने कुशियारा नदी जल बंटवारे पर एक महत्वपूर्ण समझौता होने की घोषणा की. इससे भारत में दक्षिण असम और बांग्लादेश में सिलहट क्षेत्र को लाभ होगा.
  • बांग्‍लादेश की प्रधानमंत्री शेख हसीना ने भारत को बांग्‍लादेश का मित्र बताते हुए बांग्‍लादेश मुक्ति संग्राम में भारत के योगदान को याद किया.

बंगबंधु शेख मुजीबुर रहमान छात्रवृत्ति

बंगलादेश की प्रधानमंत्री ने इस यात्रा के दौरान एक बंगबंधु शेख मुजीबुर रहमान छात्रवृत्ति प्रदान की. यह छात्रवृत्ति पहली बार उन सैनिकों के वंशजों और भारतीय सशस्त्र बलों के अधिकारियों को प्रदान की गई, जो 1971 के ऐतिहासिक मुक्ति संग्राम के दौरान शहीद या गंभीर रूप से घायल हो गए थे.

भारत और बांग्लादेश संबंध

  • बांग्लादेश और भारत के बीच चार हजार किलोमीटर से अधिक की अंतर्राष्ट्रीय सीमा लगती है. भारत के पांच राज्य असम, मेघालय, मिजोरम, त्रिपुरा और पश्चिम बंगाल बांग्‍लादेश की सीमा से लगे हुए हैं.
  • 2015 में भूमि सीमा समझौते के ऐतिहासिक प्रोटोकॉल के तहत दोनों पक्षों के बीच भूमि सीमा को सौहार्दपूर्ण ढ़ंग से सुलझा गया है.
  • भारत में विदेशी पर्यटकों के आगमन में सबसे बड़ा हिस्सा बांग्लादेश का है.
  • दक्षिण एशिया में बांग्लादेश अब भारत का सबसे बड़ा व्यापारिक भागीदार और चौथा सबसे बड़ा निर्यात गंतव्य के रूप में उभरा है.
  • पिछले पांच वर्षों में दोनों देशों के बीच  द्विपक्षीय व्यापार नौ अरब से बढ़कर अठारह अरब डॉलर का हो गया है.

भारत, बंगलादेश और नेपाल ने मोटर वाहन समझौते को अंतिम रूप दिया

भारत, बंगलादेश और नेपाल के बीच 7-8 मार्च को नई दिल्‍ली में एक बैठक आयोजित की गयी थी. भूटान ने इस बैठक में प्रेक्षक के रूप में भाग लिया था. इस बैठक में बांग्लादेश, भूटान, भारत, नेपाल (BBIN) मोटर वाहन समझौते (MVA) लागू किये जाने के लिए यात्री और कार्गों नियमों पर विचार-विमर्श हुआ.

BBIN MVA: एक दृष्टि

  • BBIN MVA का उद्देश्‍य साझेदार देशों के बीच यात्री और कार्गो वाहन यातायात का नियमन करना है. इस संधि के कार्यान्‍वयन और भूटान के सुझाये संशोधनों को लागू करने के लिए समझौता ज्ञापन को अंतिम रूप दिया गया.
  • इस समझौते पर 2015 में थिम्पू में सभी चार BBIN देशों द्वारा हस्ताक्षर किए गए थे, लेकिन अभी तक इसे लागू नहीं किया गया है.
  • यह समझौता BBIN देशों को कार्गो और यात्रियों के परिवहन के लिए एक दूसरे के देश में अपने वाहनों को बिना ट्रांस-शिपमेंट चलाने की अनुमति देगा. मालवाहक वाहनों पर GPS ट्रैकिंग डिवाइस के साथ इलेक्ट्रॉनिक सील लगेगी ताकि उन्हें ट्रैक किया जा सके.
  • बांग्लादेश, भारत और नेपाल ने इस समझौते की पुष्टि की है. पर्यावरण को होने वाले नुकसान की वजह से भूटान ने अभी तक इसकी पुष्टि नहीं की है.
  • भूटान और भारत के बीच पहले से ही एक द्विपक्षीय समझौता है जो दोनों देशों के बीच वाहनों की निर्बाध आवाजाही की अनुमति देता है. इसलिए, BBIN समझौते की पुष्टि नहीं करने के भूटान के फैसले का असर केवल नेपाल और बांग्लादेश के साथ उसके व्यापार पर पड़ेगा.

भारतीय सेना बहुराष्ट्रीय सैन्य अभ्यास ‘शांतीर ओग्रोशेना-2021’ में भाग लेगी

भारतीय सेना बहुराष्ट्रीय सैन्य अभ्यास ‘शांतीर ओग्रोशेना-2021’ (Shantir Ogroshena) में भाग लेगी. इस सैन्य अभ्यास का आयोजन बांग्लादेश में 4 से 12 अप्रैल तक किया जायेगा. इसका आयोजन बांग्लादेश के राष्ट्रपिता बंगबंधु शेख मुजीबुर रहमान के जन्म शताब्दी और बांग्लादेश की स्वतंत्रता की स्वर्ण जयंती के उपलक्ष्य में किया जायेगा.

इस अभ्यास में भारतीय सेना के अलाबा भूटान, श्रीलंका और बांग्लादेश की सेनाएं हिस्सा लेंगे. अमेरिका, ब्रिटेन, तुर्की, सऊदी अरब, कुवैत और सिंगापुर के सैन्य पर्यवेक्षक भी इस अभ्यास के दौरान उपस्थित रहेंगे. भारत की ओर से डोगरा रेजिमेंट के 30 कर्मियों वाली भारतीय सेना की टुकड़ी इस अभ्यास में भाग लेगी.

इस अभ्यास का मुख्य विषय (थीम)– ‘Robust Peace Keeping Operations’ है.

वर्ष 2021 बांग्लादेश की स्वतंत्रता और रहमान के जन्म शताब्दी की 50वीं वर्षगांठ है. 16 दिसंबर, 1971 को लगभग 93,000 पाकिस्तानी सेना भारतीय सेना और ‘मुक्ति बाहिनी’ सेना के आगे पीछे हट गई, जिसने बांग्लादेश के जन्म का रास्ता खोल दिया था. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 26 और 27 मार्च 2021 को बांग्लादेश का दौरा कर बांग्लादेश की स्वतंत्रता की स्वर्ण जयंती में भाग लिया था.

बांग्लादेश की आजादी की स्वर्ण जयंती: प्रधानमंत्री मोदी ने मुख्य अतिथि के रूप में हिस्सा लिया

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 26-27 मार्च को बांग्लादेश की यात्रा की थी. कोरोना काल शुरू होने के बाद यह उनकी पहली विदेश यात्रा थी. बांग्लादेश के प्रधानमंत्री शेख हसीना के आमंत्रण पर वे वहां गये थे. उन्हें बांग्लादेश की आजादी के स्वर्ण जयंती कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप में आमंत्रित किया गया था.

शेख मुजीबुररहमान को गांधी शांति पुरस्कार

प्रधानमंत्री मोदी ने ढाका में बांग्लादेश के राष्ट्रीय दिवस पर एक कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के तौर पर हिस्सा लिया. यहां उन्होंने शेख मुजीबुर रहमान को साल 2020 के गांधी शांति पुरस्कार से सम्मानित किया. रहमान की छोटी बेटी और मौजूदा प्रधानमंत्री शेख रेहाना ने यह पुरस्कार ग्रहण किया.

भारत और बांग्लादेश के बीच 5 समझौता ज्ञापनों पर हस्ताक्षर

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 27 मार्च को अपनी बांग्लादेशी समकक्ष शेख हसीना के साथ द्विपक्षीय वार्ता की. इस दौरान दोनों नेताओं ने द्विपक्षीय और परस्पर हितों के व्यापक मुद्दों पर चर्चा की.

भारत और बांग्लादेश ने आपदा प्रबंधन, खेल और युवा मामलों, व्यापार, प्रौद्योगिकी जैसे प्रमुख क्षेत्रों में समझौता ज्ञापनों (MoU) पर हस्ताक्षर किए.

इस दौरान रूपपुर परमाणु ऊर्जा संयंत्र (Rooppur Nuclear Power Plant) से बिजली की निकासी सुविधाओं के लिए बुनियादी ढांचे की आधारशिला रखी गयी. बंगबंधु-बापू डिजिटल प्रदर्शनी (Banagabandhu-Bapu Digital Exhibition) के बांग्लादेश संस्करण का उद्घाटन भी किया गया.

तीस्ता मुद्दे पर हुई चर्चा

दोनों देशों के बीच तीस्ता मुद्दे पर चर्चा हुई. प्रधानमंत्री मोदी ने समझौते को पूरा करने के लिए भारत के प्रयासों और प्रतिबद्धता को दोहराया. भारतीय पक्ष ने फेनी नदी के पानी के बंटवारे के मसौदे को जल्द अंतिम रूप देने के लिए भी अनुरोध किया.

भारत और बांग्लादेश 6 दिसंबर को ‘मैत्री दिवस’ मनाएंगे

प्रधानमंत्री मोदी और बांग्लादेश की प्रधानमंत्री शेख हसीना ने 6 दिसंबर को ‘मैत्री दिवस’ के रूप में मनाने का फैसला किया है. बांग्लादेश की प्रधानमंत्री शेख हसीना ने भारत की ‘नेबरहुड फर्स्ट पॉलिसी’ की सराहना की. दोनों देशों ने एक दूसरे को अंतरिक्ष क्षेत्र में सहयोग बढ़ाने का भरोसा दिया.

बांग्लादेश यात्रा के मुख्य बिंदु

  • ढाका एयरपोर्ट पर प्रधानमंत्री मोदी की आगवानी में प्रधानमंत्री शेख हसीना खुद मौजूद थीं. यहां उनको ढाका में गार्ड ऑफ ऑनर दिया गया.
  • 26 मार्च को उन्होंने बांग्लादेश के राष्ट्रीय दिवस समारोह व बंगबंधु शेख मुजीबुर रहमान की जन्मशती के अवसर पर आयोजित समारोह में हिस्सा लिया.
  • उन्होंने ढाका के सावर में राष्ट्रीय शहीद स्मारक का दौरा कर यहां पौधारोपण किया. इसके बाद वह ढाका के एक होटल पहुंचे, जहां भारतीय समुदाय के लोगों ने उनका स्वागत किया. वह दाउदी बोहरा समुदाय से भी वह मिले.
  • प्रधानमंत्री मोदी 27 मार्च को जशोरेश्वरी काली मंदिर और ओराकंडी भी गये. यह मंदिर 51 शक्तिपीठों में से एक है. पिछली बार जब प्रधानमंत्री मोदी ने 2015 में बांग्लादेश की यात्रा की थी, तब वह राष्ट्रीय राजधानी में ढाकेश्वरी मंदिर गए थे.
  • प्रधानमंत्री मोदी गोपालगंज के ओराकंडी गये. यहां वह मतुआ समुदाय (Matua Community) के सबसे बड़े तीर्थ स्थल ठाकुरबाड़ी के दर्शन किये. उन्होंने मतुआ समुदाय के प्रतिनिधियों से मुलाकात की.
  • प्रधानमंत्री मोदी ने बांग्लादेश के आशुगंज में सैन्य मेमोरियल बनाए जाने के फैसले के लिए बांग्लादेश सरकार का धन्यवाद किया. यह मेमोरियल 1971 के युद्ध में भारतीय सेना के बलिदान को देखते हुए उनकी याद में बनाया जायेगा.
  • प्रधानमंत्री मोदी ने शेख हसीना को दोनों देशों के राजनयिक संबंधों की गोल्डन जुबली वर्षगांठ पर साल 2022 में भारत दौरे के लिए आमंत्रित किया.
  • प्रधानमंत्री मोदी ने भारत के लिए रवाना होने से पहले बांग्लादेश के राष्ट्रपति अब्दुल हमीद (Abdul Hamid) से मुलाकात की.

बांग्लादेश ने अपनी स्वतंत्रता की स्वर्ण जयंती मनाई

बांग्लादेश ने 26 मार्च को अपनी स्वतंत्रता के 50 वर्ष पूरे होने के अवसर पर राष्ट्रीय दिवस की स्वर्ण जयंती मनाई. इसका मुख्य समारोह राष्ट्रपिता बंगबंधु शेख मुजीबुर्रहमान के जन्म शताब्दी के भव्य उत्सव के साथ मनाया गया.

26 मार्च 1971 को, बांग्लादेश को शेख मुजीबुर्रहमान द्वारा एक स्वतंत्र राष्ट्र के रूप में घोषित किया गया था. उन्होंने बांग्लादेश मुक्ति युद्ध का नेतृत्व किया था, जब भारतीय समर्थन के साथ पाकिस्तान और बांग्लादेश मुक्ति बलों के बीच युद्ध हुआ.

प्रधानमंत्री ने भारत और बांग्लादेश के बीच मैत्री सेतु का उद्घाटन किया

प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने 9 मार्च को वीडियो कॉन्फ्रेंस के माध्यम से भारत और बांग्लादेश के बीच ‘मैत्री सेतु’ का उद्घाटन किया. प्रधानमंत्री मोदी ने अपनी बांग्‍लादेश यात्रा के दौरान प्रधानमंत्री शेख हसीना के साथ इस पुल की आधारशिला रखी थी.

मैत्री सेतु: एक दृष्टि

  • ‘मैत्री सेतु’ त्रिपुरा में फेनी नदी पर बना 1.9 किलोमीटर लंबा पुल है. इस पुल का निर्माण नेशनल हाइवेज ऐंड इंफ़्रास्ट्रक्चर डेवलपमेंट कॉरपोरेशन कर रहा है. परियोजना की लागत 133 करोड़ रुपए है.
  • यह पुल भारत के सबरूम (त्रिपुरा) को बांग्लादेश के रामगढ़ से जोड़ता है. इस सेतु के बन जाने के बाद बंगलादेश का चट्टोग्राम बंदरगाह और सबरूम के बीच की दूरी करीव 80 किलोमीटर हो गयी है.
  • ‘मैत्री सेतु’ से भारत के उत्तर पश्चिमी राज्यों तथा बंगलादेश के बीच यातायात को तेज़ी से बढ़ावा मिलेगा. इसके साथ ही त्रिपुरा अब बांग्लादेश के चटगांव बंदरगाह तक पहुंच के साथ ‘गेटवे ऑफ नॉर्थ ईस्ट’ बन जायेगा.

भारत-बांग्‍लादेश वर्चुअल शिखर बैठक, चिल्‍लाहाटी-हल्‍दीबारी रेलमार्ग का उद्घाटन

भारत और बांग्‍लादेश के बीच 17 दिसम्बर को द्विपक्षीय शिखर बैठक विडियो कांफ्रेंसिंग माध्यम से आयोजित की गयी. इस बैठक में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और बांग्‍लादेश की प्रधानमंत्री शेख हसीना ने हिस्सा लिया.

प्रधानमंत्री मोदी ने बांग्‍लादेश को भारत की पड़ोस पहले नीति में प्रमुख स्‍तम्‍भ बताया है. बैठक में भारत और बांग्लादेश के प्रधानमंत्रियों ने बंग बंधु डिजीटल प्रदर्शनी का संयुक्‍त रूप से उद्घाटन किया.

चिल्‍लाहाटी-हल्‍दीबारी रेल संपर्क का उद्घाटन

दोनों नेताओं ने भारत और बांग्‍लादेश के बीच चिल्‍लाहाटी-हल्‍दीबारी रेल संपर्क का भी उद्घाटन किया. भारत और बांग्लादेश के बीच लगभग 55 वर्ष बाद इस रेल संपर्क को खोला गया है.

हल्दीबाड़ी-चिलाहाटी रेल संपर्क कोलकाता से सिलीगुड़ी के मुख्य मार्ग पर बड़ी लाइन का हिस्सा था. 1965 के युद्ध में दोनों देशों के बीच यह रेल संपर्क बंद कर दिया गया था.

दोनों देशों के बीच छह रेलमार्गों को पुनः शुरू किया जायेगा

दोनों देशों के बीच परिवहन और संपर्क को बढ़ावा देने के उद्देश्य से दोनों पक्ष उन छह रेलमार्गों को फिर शुरू करने के लिए प्रतिबद्ध है, जो 1965 से पहले चालू थे.

हल्दीबाड़ी-चिलाहाटी रेल संपर्क के चालू होने के साथ ही पहले से बंद पड़े छह में से पांच रेलमार्गों पर आवाजाही शुरू हो गयी है. दोनों देशों के बीच चालू होने वाले अन्य चार रेल संपर्कों में पेत्रापोल-बिनापोल, गेडे-दरशाना, सिंघाबाद-रोहनपुर और राधिकापुर-बिरोल लाइनें शामिल हैं.

भारत और बांग्लादेश की नौसेना के बीच द्विपक्षीय नौसैनिक अभ्यास ‘बोंगोसागर’ का आयोजन

भारत और बांग्लादेश की नौसेना के बीच 3-5 अक्टूबर को द्विपक्षीय नौसैनिक अभ्यास ‘बोंगोसागर’ आयोजित किया गया. इसका आयोजन बंगाल की खाड़ी में किया गया था. यह ‘बोंगोसागर’ नौसैनिक अभ्यास ‘बोंगोसागर’ का दूसरा संस्करण था. इस अभ्यास का उद्देश्य दोनों देशों के बीच मैत्री बढाना और संयुक्त परिचालन कौशल विकसित करना था.

इस अभ्यास के दौरान दोनों नौसेनाओं ने सतह युद्ध अभ्यास, नाविक कला विकास और हेलीकॉप्टर संचालन का अभ्यास किया. इसके अलावा दोनों देशों के नौसेनाए अंतर्राष्ट्रीय समुद्री सीमा रेखा (IMBL) के साथ संयुक्त रूप से गश्त में हिस्सा लिया.

बोंगोसागर नौसैनिक अभ्यास: एक दृष्टि

बोंगोसागर नौसैनिक अभ्यास का आयोजन भारत और बांग्लादेश के बीच प्रत्येक वर्ष बंगाल की खाड़ी में किया जाता है. यह समुद्री अभ्यास 2019 में शुरू हुआ था.

भारत और बंगलादेश के हितधारकों की पहली बैठक गुवाहाटी में आयोजित की गयी

भारत और बंगलादेश के हितधारकों की पहली बैठक 22-23 अक्टूबर को गुवाहाटी में आयोजित की गयी. इस बैठक समारोह का उद्घाटन असम के मुख्यमंत्री सर्बानंद सोनोवाल ने किया. बैठक का उद्देश्य आसियान देशों (Association of Southeast Asian Nations) तथा बंगलादेश, भूटान और नेपाल के साथ व्यापार विस्तार में असम को केंद्र-बिंदु बनाना था.

इस बैठक में द्विपक्षीय व्यापार और संपर्क पर प्रमुख रूप से चर्चा हुई. दोनों देशों के प्रतिनिधिमंडल ने गुवाहाटी में सड़क समझौते, सीमा पार सतह मार्ग व्यापार और बंदरगाह उपयोग समझौते सहित कई मुद्दों पर विचार-विमर्श किया.

बैठक में भाग लेते हुए बांग्लादेश के वाणिज्‍य मंत्री टीपू मुंशी ने कहा है कि बांग्लादेश और पूर्वोत्‍तर भारत के बीच भौतिक सम्‍पर्क ढांचों और लोगों के बीच संपर्क से दोनों देशों को लाभ पहुंचेगा.

बांग्‍लादेश की प्रधानमंत्री शेख हसीना की भारत यात्रा: दोनों देशों ने सात समझौतों पर हस्ताक्षर किये

प्रधानमंत्री नरेन्‍द्र मोदी ने भारत की यात्रा पर आये बांग्‍लादेश की प्रधानमंत्री शेख हसीना के साथ 5 अक्टूबर को नई दिल्‍ली में द्विपक्षीय वार्ता की. इस वार्ता में दोनों देशों ने सात समझौतों पर हस्ताक्षर किये.

वार्ता में भारत और बांग्लादेश ने एक समझौते पर हस्ताक्षर किया है जिससे भारत को बांग्लादेश में तटीय निगरानी प्रणाली स्थापित करने में मदद मिलेगी. इस प्रणाली से भविष्य में भारत और बांग्लादेश के बीच जहाज़रानी समझौते का रास्ता खुलेगा. समुद्री सुरक्षा की दृष्टि से भी यह उपयोगी और महत्वपूर्ण होगा.

दोनों नेताओं ने बांग्लादेश से LPG के आयात सहित तीन भागीदारी परियोजनाओं का भी वीडियों कांफ्रेंस के ज़रिये शुभारंभ किया. प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने इस समझौते को महत्वपूर्ण बताया. दो अन्‍य परियोजनाएं – बंगलादेश की राजधानी ढाका में रामकृष्‍ण मिशन, वि‍वेकानंद भवन का निर्माण और बांग्‍लादेश-भारत पेशेवर कौशल विकास संस्‍थान की स्‍थापना हैं.

बांग्लादेश की प्रधानमंत्री को डॉ कलाम स्मृति अन्तर्राष्ट्रीय उत्कृष्टता पुरस्कार 2019 प्रदान किया गया

वर्ष 2019 के डॉ कलाम स्मृति अंतर्राष्ट्रीय उत्कृष्टता पुरस्कार (Dr Kalam Smriti International Excellence Award) बांग्लादेश की प्रधान मंत्री शेख हसीना को दिया गया है. उन्हें यह पुरस्कार डॉ कलाम स्मृति अंतर्राष्ट्रीय उत्कृष्टता परिषद् के मुख्य सलाहकार टी पी श्रीनिवासन ने ढाका में 16 सितम्बर को प्रदान किया.

यह पुरस्कार भारत के पूर्व राष्ट्रपति डॉ. एपीजे अब्दुल कलाम की स्मृति में 2015 में शुरू किया गया था. यह पुरस्कार उन अन्तर्राष्ट्रीय नेताओं को प्रदान किया जाता है जिन्होंने अपने देशों को सर्वश्रेष्ठ प्रदान करने के लिए संबंधित क्षेत्रों में उत्कृष्टता दिखाई हो. इससे पहले मालदीव्स, घाना और मॉरिशस के राष्ट्रपति को इस पुरस्कार से सम्मानित किया जा चुका है.