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भारत के विदेशी ऋण में 8.2 प्रतिशत की वृद्धि हुई और यह 620 अरब डॉलर

चालू वित्त वर्ष (2022-23) के दौरान भारत के विदेशी ऋण में 8.2 प्रतिशत की वृद्धि हुई और यह 620 अरब डॉलर से अधिक हो गया.

मुख्य बिन्दु

  • वित्‍त मंत्रालय के आर्थिक कार्य विभाग से विदेशी ऋण 2021-22 पर जारी स्थिति रिपोर्ट के अनुसार, पिछले वित्त वर्ष (2022-23) भारत का विदेशी ऋण 573 अरब डॉलर से अधिक था.
  • सकल घरेलू उत्पाद के अनुपात में विदेशी ऋण में पिछले वर्ष के 21.2 प्रतिशत की तुलना में इस वर्ष मामूली गिरावट आई और यह 19.9 प्रतिशत हो गया.

SBI की रिपोर्ट: भारत 2029 तक विश्व की तीसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बन जाएगा

भारतीय स्टेट बैंक (SBI) की हाल के रिपोर्ट में, भारत के 2029 तक विश्व की तीसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बन जाने का अनुमान लगाया गया है. यह रिपोर्ट भारतीय स्टेट बैंक के ग्रुप मुख्य आर्थिक सलाहकार सौम्य कांति घोष ने तैयार की है.

  • रिपोर्ट में कहा गया है कि मौजूदा वृद्धि दर पर भारत 2027 में जर्मनी और संभवतः 2029 में जापान से आगे निकल जाएगा.
  • रिपोर्ट में कहा गया है कि भारत में 2014 के बाद से काफी ढांचागत बदलाव हुए हैं और इस समय वह ब्रिटेन को पीछे छोड़ते हुए पांचवीं सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बन गया है.
  • वित्तमंत्री निर्मला सीतारामन ने कहा है कि अंतर्राष्ट्रीय मुद्रा कोष के अनुमानों से पता चलता है कि भारत इस वर्ष वार्षिक आधार पर डॉलर के संदर्भ में ब्रिटेन से आगे निकल गया है. अब भारत, अमरीका, चीन, जापान और जर्मनी से ही पीछे रह गया है.
  • श्रीमती सीतारामन ने कहा कि एक दशक पहले भारत सबसे बड़ी अर्थव्यवस्थाओं में 11वें स्थान और ब्रिटेन पांचवें स्थान पर था.

इस वित्त वर्ष देश का कुल निर्यात 750 अरब अमरीकी डॉलर का अनुमान

सरकार ने कहा है कि इस वित्त वर्ष (2022-23) में देश का कुल निर्यात 750 अरब अमरीकी डॉलर को पार कर जाएगा. पिछले वर्ष यह 676 अरब अमरीकी डॉलर था. इस दौरान वस्तु निर्यात 450 अरब डॉलर जबकि सेवा क्षेत्र में निर्यात 300 अरब डॉलर तक पहुंचने की उम्मीद है.

मुख्य बिन्दु

  • इस साल अगस्त में निर्यात 33 अरब अमेरिकी डॉलर पर स्थिर रहा, जबकि अप्रैल से अगस्त के दौरान निर्यात 192 अरब अमरीकी डॉलर रहा जो पिछले वर्ष की तुलना में 17.1 प्रतिशत अधिक है.
  • चालू वित्त वर्ष के पांच महीनों में, भारत के आयात में 45 प्रतिशत की वृद्धि हुई और यह बढकर 318 अरब अमेरिकी डॉलर हो गया.
  • कोयला और पेट्रोलियम के आयात में वृद्धि हुई है और यह अर्थव्यवस्था के लिए अच्‍छा संकेत है क्योंकि देश का 25 प्रतिशत आयात उपभोक्ता वस्तुओं के लिए है, जबकि 75 प्रतिशत आयात कच्चे माल के लिए है.

भारत दुनिया का 5वां सबसे बड़ा अर्थव्यवस्था बना, ब्रिटेन को पीछे छोड़ा

भारत दुनिया का पांचवां सबसे बड़ा अर्थव्यवस्था वाला देश बन गया है. भारत ने ब्रिटेन को पीछे छोड़ यह स्थान प्राप्त किया है. ऐसा दूसरी बार हुआ है जब भारत ब्रिटेन को पीछे छोड़ते हुए यह स्थान प्राप्त किया है.

मुख्य बिन्दु

  • इससे पहले भारत 2020 में पांचवां स्थान प्राप्त किया था, लेकिन महामारी के दौरान भारत की अर्थव्यवस्था को हुए नुकसान के चलते ब्रिटेन आगे निकल गया था. अब केवल अमेरिका, चीन, जापान और जर्मनी की अर्थव्यवस्था भारत से बड़ी हैं. ब्रिटेन अब छठवें स्थान पर है.
  • महज 10 साल पहले तक दुनिया की बड़ी अर्थव्यवस्थाओं में भारत 11वें स्थान पर जबकि ब्रिटेन 5वें स्थान पर था.
  • हाल ही में जारी जीडीपी के आंकड़ों के अनुसार भारत दुनिया में सबसे तेजी से बढ़ने वाली बड़ी अर्थव्यवस्थाओं में से एक है. चालू वित्त वर्ष की पहली तिमाही में भारत की जीडीपी 13.5 फीसदी की दर से आगे बढ़ी है.
  • भारत की अर्थव्यवस्था चालू वित्तीय वर्ष के दौरान करीब 7 फीसदी की दर से आगे बढ़ने का अनुमान जताया गया है.

क्या होती है GDP (जीडीपी)?

  • GDP (जीडीपी) का पूरा नाम ग्रॉस डोमेस्टिक प्रोडक्ट (सकल घरेलू उत्पाद) है. किसी देश में एक निश्चित अवधि के दौरान उत्पादित सभी वस्तुओं एवं सेवाओं के कुल बाजार मूल्य को जीडीपी कहते हैं.
  • जीडीपी से ही किसी देश की अर्थव्यवस्था की स्थिति का पता लगाया जाता है. अगर जीडीपी कम रहता है, तो इससे पता चलता है कि देश में पिछले साल के मुकाबले कम वस्तुओं/ सेवाओं का उत्पादन हुआ.
  • पिछले वित्त वर्ष (2021-22) में देश की जीडीपी का आकार 3173.40 अरब डॉलर होने का अनुमान है.

देश में सर्वाइकल कैंसर की रोकथाम के लिए पहला स्वदेसी qHPV वैक्सीन विकसित

देश में सर्वाइकल कैंसर की रोकथाम के लिए पहला स्वदेसी विकसित क्वैड्रीवैलेंट ह्यूमन पेपीलोमा वायरस (qHPV) टीका विकसित किया गया है. इसका विकास सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया (SII) ने किया है.

मुख्य बिन्दु

  • ड्रग कंट्रोलर जनरल ऑफ इंडिया (DCGI)  ने हाल ही में SII को सर्वाइकल कैंसर की वैक्सीन के उत्पादन की इजाजत दी थी.
  • भारत में सर्वाइकल कैंसर 15 से 44 वर्ष के आयु वर्ग की महिलाओं में दूसरा सर्वाधिक संख्या में पाया जाने वाला कैंसर है.
  • यह टीका सर्वाइकल कैंसर को रोकने में सफल रहेगी. विशेषज्ञों का कहना है कि अगर बच्चियों को कम उम्र में ही यह टीका दे दिया जाए तो वह ऐसे संक्रमण से सुरक्षित हो जाएंगी.

क्या होता है सर्वाइकल कैंसर

  • सर्वाइकल कैंसर एक प्रकार का कैंसर है जो सर्विक्स में शुरू होता है. महिलाओं के गर्भाशय के निचले हिस्से में यूट्रस और वजाइना से जुड़ने वाली सिलेंडर नुमा नाली को सर्विक्स कहा जाता हैं. सर्वाइकल कैंसर भारत में दूसरा सबसे ज्यादा होने वाला कैंसर है.
  • ह्यूमन पैपिलोमा वायरस (HPV) जो कि एक यौन संचारित संक्रमण है. ये वायरस सर्वाइकल कैंसर पैदा करने में सबसे अधिक जिम्मेदार है.

वित्त वर्ष 2022-23 की पहली तिमाही में GDP विकास दर 13.5 प्रतिशत रही

वर्तमान वित्त वर्ष (2022-23) की पहली तिमाही (अप्रैल से जून) में देश के सकल घरेलू उत्पाद (GDP) की विकास दर 13.5 प्रतिशत रही थी. ये आँकड़े सांख्यिकी और कार्यक्रम कार्यान्वयन मंत्रालय ने 31 सितम्बर को जारी किए थे.

अप्रैल से जून 2022 में GDP विकास दर: मुख्य बिन्दु

  • जारी अंतरिम अनुमानों के अनुसार वित्त वर्ष 2022-23 की पहली तिमाही में कृषि, वानिकी और मत्स्य पालन क्षेत्र में 4.5 प्रतिशत की वृद्धि हुई.
  • विनिर्माण क्षेत्र में 4.8 प्रतिशत और निर्माण क्षेत्र में 16.8 प्रतिशत की वृद्धि हुई. व्यापार, होटल, परिवहन, संचार और प्रसारण से संबंधित सेवाओं के सकल घरेलू उत्पाद में चालू वित्त वर्ष में 25.7 प्रतिशत की वृद्धि दर्ज की गई.

इंडिया@100 के लिए प्रतिस्पर्धी कार्ययोजना से संबंधित कार्यक्रम का आयोजन

नई दिल्ली में 30 अगस्त को इंडिया@100 के लिए प्रतिस्पर्धी कार्ययोजना से संबंधित एक कार्यक्रम का आयोजन किया गया था.

कार्यक्रम के मुख्य बिन्दु

  • प्रधानमंत्री की आर्थिक सलाहकार परिषद के अध्यक्ष विवेक देबराय ने कहा है कि यदि अगले 25 वर्ष में भारत की सतत् आर्थिक वृद्धि दर 7.5 प्रतिशत रहती है तो वह 200 खरब डॉलर की अर्थव्यवस्था का देश बन सकता है. भारत इसी वृद्धि दर पर 2047 तक उच्च-मध्यम आय वाला देश बन सकता है.
  • यदि भारत सात से 7.5 प्रतिशत की वृद्धि दर बनाए रखता है तो देश की प्रति व्यक्ति वार्षिक आय लगभग दस हजार डॉलर हो जाएगी.
  • भारत वर्तमान में 27 खरब डॉलर के सकल घरेलू उत्पाद के साथ विश्व की छठी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था है और वह इस समय विकासशील देश के रूप में वर्गीकृत है.
  • प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने वर्ष 2047 तक भारत को विकसित राष्ट्र बनाने का महत्वाकांक्षी लक्ष्य तय किया है, जिसका अर्थ है कि भारत उच्च मध्यम आय श्रेणी में आ जाएगा और उसकी स्थिति पूरी तरह बदल जाएगी.
  • विश्व बैंक की परिभाषा के अनुसार प्रति व्यक्ति 12 हजार डॉलर से अधिक की वार्षिक आय का देश उच्च आय के देश के रूप में गिना जाता है.
  • अंतर्राष्ट्रीय मुद्रा कोष के अनुसार 2022-23 में भारतीय अर्थव्यवस्था के 7.4 प्रतिशत तक वृद्धि का अनुमान है और वह विश्व की सबसे तेजी से बढ़ने वाली अर्थव्यवस्था बन जाएगी.

विश्व बैंक ने उत्पादन बढाने के भारत सरकार के प्रयासों की सराहना की

विश्व बैंक ने हाल ही में एक रिपोर्ट जारी की थी जिसमें कोरोना महामारी के दौरान उत्पादन बढाने के भारत सरकार के प्रयासों की सराहना की गई है.

रिपोर्ट के मुख्य बिन्दु

  • विश्व बैंक ने कहा कि भारत सरकार ने गुणवत्ता से कोई समझौता किए बिना स्थानीय उत्पादन को प्रोत्साहित करने की नीति अपनाई, जिससे वैश्विक आपूर्ति पर निर्भरता कम हुई.
  • विश्व बैंक की रिपोर्ट में आवश्यक चिकित्सा सामग्री की सुचारु आपूर्ति बनाए रखने के लिए केन्द्र सरकार द्वारा किए गए उपायों पर भी गौर किया गया है.
  • रिपोर्ट में कोविड उपचार से जुड़ी सामग्री और जीवन-रक्षक संयंत्रों के लिए घरेलू बाज़ार को विस्तार देने के प्रयासों का भी उल्लेख है.
  • विश्व बैंक ने कहा कि परीक्षण में निजी क्षेत्र की सक्रिय भागीदारी को प्रोत्साहित करना सरकार के प्रयासों में विशेष रहा.
  • रिपोर्ट के अनुसार, भारत ने निर्यात प्रतिबंध भी शीघ्र लागू किए और घरेलू निर्माण को बढ़ावा देने के लिए निजी क्षेत्र की मदद की.

भारत का पहला अंतर्राष्ट्रीय बुलियन एक्सचेंज का उद्घाटन

प्रधानमंत्री नरेन्‍द्र मोदी गांघीनगर में गिफ्ट सिटी (गुजरात अंतरराष्ट्रीय वित्तीय प्रौद्योगिकी सिटी) में भारत के पहले अंतरराष्ट्रीय सर्राफा बाजार (India International Bullion Exchange IIBX) का उद्घाटन किया. IIBX भारत का पहला और दुनिया का तीसरा अंतर्राष्ट्रीय बुलियन एक्सचेंज है जो भारत में बुलियन आयात के लिए प्रवेश द्वार होगा.

IIBX के जरिए देश में पहली बार मान्यता प्राप्त ज्वैलर्स को सोने की सीधी आयात करने की अनुमति मिलेगी. ज्वैलर्स के अलावा, अनिवासी भारतीय और संस्थान भी IFSCA (International Financial Services Centres Authority) के साथ पंजीकरण के बाद एक्सचेंज में भाग ले सकते हैं.

गिफ्ट सिटी IFSCA में लगभग 125 टन सोना और 1,000 टन चांदी की भंडारण क्षमता होगी. NSE IFSC-SGX Connect के तहत, सिंगापुर एक्सचेंज लिमिटेड के सदस्यों द्वारा निफ्टी डेरिवेटिव पर दिए गए सभी ऑर्डर NSE IFSC ट्रेडिंग प्लेटफॉर्म पर पर भेजे जायेंगे और वहीं उनकी खरीदी बिक्री भी की जा सकती है.

उपभोक्ता अधिकारों के बारे में जागरूक करने के लिए जागृति शुभंकर

उपभोक्ता मामलों के विभाग (DOCA) ने उपभोक्ताओं को उनके अधिकारों के बारे में जागरूक कर सशक्त बनाने हेतु जागृति नाम का शुभंकर का अनावरण किया है. इसे विभिन्न मीडिया अभियानों में टैगलाइन “जागो ग्राहक जागो” के साथ दिखाया जाएगा.

  • ‘जागृति’ शुभंकर उपभोक्ताओं को अधिकारों के बारे में जागरूक करने और उनकी समस्याओं का समाधान करने में मदद करेगा. यह विभिन्न सरकारी पहलों के बारे में उपभोक्ताओं में जागरूकता बढ़ाने में भी मदद करेगा.
  • यह उपभोक्ताओं के कई विषयों जैसे हॉलमार्किंग, उपभोक्ता संरक्षण अधिनियम 2019 के प्रावधान, वजन और माप अधिनियम के प्रावधान, राष्ट्रीय उपभोक्ता हेल्पलाइन टोल फ्री नंबर 1915 इत्यादि पर जागरूकता बढ़ाएगा.

भारत का 2023 तक दुनिया का सबसे अधिक आबादी वाला देश होने का अनुमान

संयुक्त राष्ट्र जनसंख्या विभाग की आर्थिक और सामाजिक मामलों की इकाई ने 11 जुलाई को ‘विश्व जनसंख्या संभावना 2022’ रिपोर्ट जारी की थी. इस रिपोर्ट के अनुसार दुनिया के सबसे बड़े देशों में असमान जनसंख्या वृद्धि दर आकार के हिसाब से उनकी रैंकिंग को बदल देगी. भारत का 2023 में दुनिया के सबसे अधिक आबादी वाले देश के रूप में चीन से आगे निकलने का अनुमान है.

रिपोर्ट के मुख्य बिन्दु

  • भारत का 2023 तक दुनिया के सबसे अधिक आबादी वाले देश के रूप में चीन से आगे निकलने का अनुमान है.
  • दुनिया की आबादी नवंबर 2022 के मध्य तक आठ अरब तक पहुंचने का अनुमान है. 65 वर्ष और उससे अधिक आयु की वैश्विक आबादी का हिस्सा वर्ष 2022 के 10 प्रतिशत से बढ़कर वर्ष 2050 में 16 प्रतिशत होने का अनुमान है.
  • सन 1950 के बाद से दुनिया की जनसंख्या सबसे धीमी गति से बढ़ रही है. यह 2020 में एक प्रतिशत से कम हो गई है. दुनिया की जनसंख्या 2030 में लगभग 8.5 बिलियन और 2050 में 9.7 बिलियन तक बढ़ सकती है.
  • दुनिया की आबादी 2080 तक करीब 10.4 बिलियन लोगों के शिखर तक पहुंचने और 2100 तक उसी स्तर पर बने रहने का अनुमान है.
  • 2022 में दुनिया के दो सबसे अधिक आबादी वाले क्षेत्र पूर्वी और दक्षिण-पूर्वी एशिया हैं, जिनमें 2.3 बिलियन लोग हैं. यह विश्व की आबादी का 29 प्रतिशत प्रतिनिधित्व करते हैं.
  • मध्य और दक्षिणी एशिया में 2.1 बिलियन लोग हैं जो कुल विश्व जनसंख्या का 26 प्रतिशत प्रतिनिधित्व करते हैं.
  • साल 2022 में 1.4 बिलियन से अधिक लोगों के साथ चीन और भारत सबसे बड़ी आबादी वाले देश हैं.
  • सन 2050 तक वैश्विक जनसंख्या में अनुमानित वृद्धि का आधे से अधिक कांगो लोकतांत्रिक गणराज्य, मिस्र, इथियोपिया, भारत, नाइजीरिया, पाकिस्तान, फिलीपींस और तंजानिया के सिर्फ आठ देशों में केंद्रित होगा.
  • 2022 में भारत की आबादी 1.412 अरब है, जबकि चीन की आबादी 1.426 अरब है. 2050 में भारत की आबादी 1.668 बिलियन होगी. यह चीन के 1.317 बिलियन लोगों से बहुत आगे होगी.

देश का पहला ग्रीन हाइड्रोजन प्रोजेक्ट मथुरा में लगाया जायेगा

देश का पहला ग्रीन हाइड्रोजन प्रोजेक्ट मथुरा में लगाया जायेगा. इसके जरिए वैकल्पिक ऊर्जा का नया विकल्प तैयार होगा जो वाहनों में ईंधन के लिए बेहतर विकल्प होगा. इससे देश में कार्बन उत्सर्जन कम करने में मदद मिलेगी. मथुरा में इस प्रोजेक्ट के शुरू होने से 5 केटीए (पांच किलो टन प्रति वर्ष) ग्रीन हाइड्रोजन का उत्पादन होगा.

मुख्य बिंदु

  • प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने हाल में नेशनल हाइड्रोजन मिशन का ऐलान किया था. इसका मकसद देश को दुनिया का सबसे बड़ा हाइड्रोजन हब बनाना है.
  • पायलट प्रोजेक्ट के तौर पर मथुरा में पहले से मौजूद ऑयल रिफाइनरी के पास इस पर काम होगा. यह रिफाइनरी के लिए हाइड्रोजन की यूनिट के तौर पर काम करेगी.
  • राजस्थान से आने वाली तेज हवाओं से पहले विंड इनर्जी बनेगी. इस विंड इनर्जी का इस्तेमाल ग्रीन हाइड्रोजन बनाने में होगा.
  • इंडियन ऑयल इस दिशा में पहल की है. उसकी योजना हाइड्रोजन व सीएनजी के जरिए हाईथेन (एच-सीएनजी) बनाने की है.
  • नीति आयोग ने हाल में ‘हारनेसिंग ग्रीन हाइड्रोजन’ शीर्षक से रिपोर्ट जारी की थी. इसमें बताया गया है कि CSIR व CECRI समुद्र के पानी का इस्तेमाल कर इलेक्ट्रोड विकसित करने की योजना पर काम कर रहा है.

क्या है ग्रीन हाइड्रोजन?

ग्रीन हाइड्रोजन बनाने के लिए पानी से हाइड्रोजन व ऑक्सीजन को इलेक्ट्रोलाइजर के जरिए अलग किया जाता है. हाइड्रोजन इंधन में प्रदूषण नहीं होता है.