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भारतीय भालाफेंक खिलाड़ी नीरज चोपड़ा ने लुसाने डायमंड लीग का खिताब जीता

ओलंपिक चैंपियन भारतीय भालाफेंक खिलाड़ी नीरज चोपड़ा ने लुसाने डायमंड लीग (Lausanne Diamond League) 2023 का खिताब जीत लिया है. नीरज ने 87.66 मीटर भाला फेंककर खिताब अपने नाम किया. उन्‍होंने इस वर्ष मई में दोहा डायमंड लीग में भी जीत अपने नाम की थी.

प्रतियोगिता में जर्मनी के जूलियन वेब्‍बर ने 87.03 मीटर भाला फेंक कर दूसरा स्‍थान प्राप्‍त किया. चेक गणराज्‍य के जैकब वैडलेच तीसरे स्‍थान पर रहे.

नीरज चोपड़ा ज्यूरिख डायमंड लीग फाइनल जीतने वाले पहले भारतीय बने

भाला फेंक खिलाड़ी नीरज चोपड़ा ज्यूरिख डायमंड लीग फाइनल जीतने वाले पहले भारतीय हैं. नीरज चोपड़ा ने 8 सितम्बर को स्विट्जरलैंड में खेले गए  फाइनल में 88.44 मीटर जेवलिन फेंककर डायमंड लीग ट्रॉफी जीती थी.

इस प्रतियोगिता में चेक गणराज्य के जैकब वाडलेज दूसरे और जर्मनी के जूलियन वेबर तीसरे स्थान पर रहे.

नीरज चोपड़ा: एक दृष्टि

नीरज चोपड़ा भारत के लिए ओलंपिक स्वर्ण पदक जीतने वाले पहले ट्रैक और फील्ड एथलीट हैं. उन्होंने टोक्यो ओलिंपिक 2020 (2021 में आयोजित) में भारत के लिए स्वर्ण पदक जीता था. यह इस ओलिंपिक में भारत का एकमात्र स्वर्ण पदक था.

2018 राष्ट्रमंडल खेलों और 2018 एशियाई खेलों में वे उद्घाटन ध्वजवाहक थे. दोनों खेलों में उन्होंने स्वर्ण पदक जीत था.

नीरज चोपड़ा लूजाने डायमंड लीग जीतने वाले पहले भारतीय बने

नीरज चोपड़ा ने लूजाने डायमंड लीग (Lausanne Diamond League) 2022 में 89.08 मीटर के सर्वश्रेष्ठ थ्रो के साथ भाला फेंक टाईटल जीत लिया है.

नीरज प्रतिष्ठित डायमंड लीग जीतने वाले पहले भारतीय बन गए हैं. उनसे पहले, डिस्कस थ्रोअर विकास गौड़ा डायमंड लीग में शीर्ष तीन में रहने वाले एकमात्र भारतीय हैं.

नीरज ने डायमंड लीग फाइनल के लिए क्वालीफाई कर लिया है, जो 7 और 8 सितंबर को ज्यूरिख, स्विट्जरलैंड में होगी. उन्होंने 2023 विश्व चैंपियनशिप के लिए भी क्वालीफाई कर लिया है.

नीरज चोपड़ा तोक्यो ओलंपिक 2021 के स्वर्ण पदक विजेता हैं. हाल ही में उन्होंने भारत को वर्ल्ड एथलेटिक्स चैंपियनशिप में रजत पदक दिलाया था.

पैरा-एथलीट दीपा मलिक ने संन्यास की घोषणा की, PCI अध्यक्ष चुनी गयीं हैं

भारतीय महिला पैरा-एथलीट दीपा मलिक ने सक्रिय खेलों से संन्यास की 11 मई को सार्वजनिक घोषणा की. उन्होंने यह फैसला भारतीय पैरालिंपिक समिति (PCI) का अध्यक्ष बनने से पहले किया था. नेशनल स्पोर्ट्स कोड के अनुसार सक्रिय एथलीट किसी भी फेडरेशन में आधिकारिक रूप से पद पर नहीं रह सकता है.

भारतीय पैरालिंपिक समिति (PCI) अध्यक्ष चुनी गयीं

49 साल की दीपा को दिल्ली हाई कोर्ट के निर्देश पर फरवरी में हुए चुनाव मे PCI का अध्यक्ष चुना गया था. खेल मंत्रालय ने लॉकडाउन के कारण PCI को मान्यता नहीं दिया है.

दीपा मलिक: एक दृष्टि

  • देश की प्रतिष्ठित खिलाड़ियों में से एक दीपा को 1999 में रीढ़ के ट्यूमर का पता चला था, जिसके बाद वह लकवे की शिकार हो गईं थीं.
  • दीपा ने रियो पैरालिंपिक खेल 2016 की गोला फेंक (Shot Put) की F53 स्पर्धा में रजत पदक जीता था. वह पैरालंपिक खेलों में पदक जीतने वाली पहली भारतीय खिलाडी हैं.
  • उन्होंने 2011 IPC विश्व एथलेटिक्स चैंपियनशिप की गोला फेंक की F52-53 स्पर्धा में रजत पदक सहित कई अन्तर्राष्ट्रीय पदक जीते.
  • दीपा ने एशिया पैरा खेलों में चार पदक जीते जिसमें 2010 में भाला फेंक (Javelin Event) की F52-53 स्पर्धा का कांस्य, 2014 में भाला फेंक की F52-53 स्पर्धा में रजत और 2018 में दो कांस्य पदक शामिल हैं.
  • दीपा को 2019 में देश के सर्वोच्च खेल सम्मान ‘राजीव गांधी खेल रत्न’ से नवाजा गया था. 2017 में उन्हें पद्मश्री और 2012 में अर्जुन अवार्ड से सम्मानित किया गया.
  • दीपा ने PCI चुनाव लड़ने से पहले अपने संन्यास लेने का पत्र जमा कराया था. PCI लॉकडाउन के कारण खेल मंत्रालय को कुछ महत्वपूर्ण दस्तावेज जमा नहीं करा पाया जिस कारण खेल मंत्रालय ने उसे मान्यता नहीं दी.

NADA ने राष्ट्रीय भाला फेंक खिलाडी अमित दहिया को चार साल के लिए प्रतिबंधित किया

राष्ट्रीय डोपिंग रोधी एजेंसी (NADA) के अनुशासनात्मक पैनल ने राष्ट्रीय भाला फेंक (जेवलिन थ्रो) खिलाडी अमित दहिया को चार साल के लिए प्रतिबंधित किया है. दहिया पर 2019 में राष्ट्रीय भाला फेंक ओपन चैंपियनशिप के दौरान डोप नमूने के लिए अपनी जगह किसी और को भेजने पर आरोप है. हरियाणा के सोनीपत में 16 अप्रैल 2019 को हुई इस प्रतियोगिता में दाहिया 68.21 मीटर के अपने सर्वश्रेष्ठ प्रयास के साथ तीसरे स्थान पर रहे थे.

राष्ट्रीय डोपिंग रोधी एजेंसी (NADA): एक दृष्टि

राष्ट्रीय डोपिंग रोधी एजेंसी (National Anti Doping Agency) खेलों में ड्रग्स के बढ़ते चलन को रोकने के लिए एक राष्ट्रीय संस्था है. यह युवा कार्य और खेल मंत्रालय के अंतर्गत एक स्वायत्त ईकाई है, जो खेलों में डोपिंग की जांच करती है.