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तीसरे खेलो इंडिया यूनिवर्सिटी खेलों का समापन, पंजाब विश्वविद्यालय पहले स्थान पर

तीसरा खेलो इंडिया यूनिवर्सिटी खेल 23 मई से 3 जून तक उत्तर प्रदेश में खेला गया था. लखनऊ के बाबू बनारसी दास खेल परिसर में इन खेलों का उद्घाटन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्‍यम से किया था. इन खेलों का समापन समारोह 3 जून को वाराणसी में हुआ था, जिनमें प्रधानमंत्री भी शामिल हुए थे.

खेलो इंडिया यूनिवर्सिटी खेल 2023: मुख्य बिन्दु

  • खेलो इंडिया यूनिवर्सिटी खेल 2023 के प्रतियोगिताएं वाराणसी, गोरखपुर, लखनऊ और गौतमबुद्ध नगर में आयोजित किए गए थे.इन खेलों में 200 से अधिक विश्वविद्यालयों के 4750 से ज्‍यादा एथलीटों ने भाग लिए था.
  • इस प्रतियोगिता में पंजाब विश्वविद्यालय चंडीगढ़ 26 स्वर्ण पदक, 16 रजत और 24 कांस्य के साथ पहले स्थान पर रहा.
  • गुरु नानक देव विश्वविद्यालय अमृतसर 22 स्वर्ण, 26 रजत और 17 कांस्य के साथ दूसरे स्थान पर और 16 स्वर्ण, 19 रजत और 6 कांस्य के साथ जैन विश्वविद्यालय कर्नाटक तीसरे स्थान पर रहा.पंजाब यूनिवर्सिटी पटियाला 12 स्वर्ण, 14 रजत और 8 कांस्य के साथ चौथा स्थान प्राप्त किया.

पहला खेलो इंडिया शीतकालीन खेल जम्मू-कश्मीर के गुलमर्ग में खेला जा रहा है

पहला खेलो इंडिया शीतकालीन खेल (Khelo India Winter Games) 7 से 11 मार्च तक जम्मू-कश्मीर के गुलमर्ग में खेला जा रहा है. केन्द्रीय युवा मामलों और खेल मंत्री किरण रिजिजू ने इन खेलों का शुभारंभ किया. इस आयोजन में करीब 900 प्रतिभागी भाग ले रहे हैं. जम्मू-कश्मीर खेल परिषद, केन्द्रीय युवा मामलों और खेल मंत्रालय के सहयोग से इस खेल का आयोजन कर रहा है.

पहला ‘खेलो इंडिया विश्‍वविद्यालय खेल’ ओडिसा में गया, पंजाब विश्वविद्यालय ने चैम्पियन्स ट्रॉफी जीता

देश का पहला ‘खेलो इंडिया विश्‍वविद्यालय खेल’ 22 फरवरी से 1 मार्च तक ओडिसा में खेला गया. पंजाब विश्वविद्यालय ने 17 स्वर्ण सहित 46 पदक जीतकर शीर्ष पर रहा और चैम्पियन्स ट्रॉफी अपने नाम की। सावित्री बाई फुले विश्वविद्यालय दूसरे और पंजाबी विश्वविद्यालय, पटियाला तीसरे स्‍थान पर रहा।

इस प्रतियोगिता का आयोजन समारोह कटक के जवाहरलाल नेहरू इंडोर स्टेडियम में किया गया था. समारोह में ओडिसा के मुख्यमंत्री नवीन पटनायक और केंद्रीय खेल मंत्री किरेन रिजिजू सहित अनेक जानी-मानी हस्तियां शामिल हुए थे. प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने वीडियो कांफ्रेंस के जरिए इस खेल प्रतियोगिता का शुभारंभ किया था.

विश्‍वविद्यालय स्‍तर पर भारत में सबसे बड़ी खेल प्रतियोगिता

विश्‍वविद्यालय स्‍तर पर ये भारत में सबसे बड़ी खेल प्रतियोगिता थी. इस प्रतियोगिता में देश भर के 113 विश्‍वविद्यालयों के 3500 से अधिक एथलीटों ने हिस्सा लिया. 191 एथलीटों के साथ चंडीगढ़ का पंजाब विश्वविद्यालय और 183 एथलीटों के साथ अमृतसर का गुरु नानक देव विश्वविद्यालय शामिल होने वाली टीमों में से सबसे बड़े दलों में से एक था.

आयोजित होने वाली प्रतियोगिताएं

पहला ‘खेलो इंडिया विश्‍वविद्यालय खेल’ प्रतियोगिता में तीरंदाजी, एथलेटिक्‍स, मुक्‍केबाजी, तलवारबाजी, जूडो, तैराकी, भारत्‍तोलन, कुश्‍ती, बैडमिंटन, बॉस्‍केटबॉल, फुटबॉल, हाकी, टे‍बल टेनिस, टेनिस, वालीबॉल, रग्‍बी और कबड्डी की प्रतियोगिताएं शामिल किये गये थे. बैडमिंटन और टेबल टेनिस कटक के जेएन इंडोर स्‍टेडियम में जबकि एथलेटिक्‍स राजधानी भुवनेश्‍वर के कलिंगा स्‍टेडियम में आयोजित किये गये थे.

तीसरे खेलो इंडिया युवा खेलों का समापन, महाराष्‍ट्र 78 स्‍वर्ण पदकों के साथ पहले स्‍थान पर रहा

खेलों इंडिया युवा खेलों (यूथ गेम्स) 2020 का 10 से 22 जनवरी तक आयोजित किया गया था. इसका आयोजन भारत सरकार के खेल एवं युवा मामलों के मंत्रालय द्वारा किया गया था. ये खेल असम के गुवाहाटी में 8 जगहों पर आयोजित किए गये थे. इसकी शुरुआत गुवाहाटी के इंदिरा गांधी स्टेडियम में हुआ था जिसका उद्घाटन असम के मुख्यमंत्री सर्बानंद सोनोवाल ने किया था.

यह ‘खेलों इंडिया युवा खेलों’ का तीसरा संस्करण था. इस खेलों में लगभग 6,800 एथलीट ने 20 खेल स्पर्धाओं में हिस्सा लिया. ‘लॉन बॉल’ और ‘साइक्लिंग’ इस बार के दो नए इवेंट इन खेलों में जोड़े गये थे. इस प्रतियोगिता में देश भर के 6000 खिलाड़ी अंडर-17 और अंडर-21 श्रेणियों में 18 विभिन्न स्पर्धाओं में हिस्सा लिया.

महाराष्‍ट्र पदक तालिका में शीर्ष पर

तीसरे खेलों इंडिया युवा खेलों में महाराष्‍ट्र पदक तालिका में शीर्ष पर रहा. उसने 78 स्वर्ण पदक सहित कुल 256 पदक जीते. सर्वाधिक पदक जीतने के लिए महाराष्ट्र ने चैंपियंस ट्राफी भी अपने नाम की। पदक तालिका में हरियाणा 200 पदकों के साथ दूसरे स्थान पर, जबकि दिल्ली 122 पदक जीत कर तीसरे स्थान पर रहा।

खेलो इंडिया कार्यक्रम का उद्देश्य

इन खेलों का उद्देश्य आने वाले भविष्‍य के लिए खेल प्रतिभाओं को तलाशना और तराशना है। खेलो इंडिया के विजेता खिलाड़ियों को वित्तीय और ढांचागत सहायता मुहैया कराई जाती है ताकि उन्हें भविष्य में होने वाले अंतरराष्ट्रीय टूर्नामेंट के लिए तैयार किया जा सके.