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नई दिल्‍ली में भारत टेक्‍स 2024 का आयोजन किया गया

नई दिल्ली के भारत मंडपम में 26-29 फ़रवरी तक ‘भारत टेक्‍स (Bharat Tex) 2024’ का आयोजन किया गया था. इसका उद्घाटन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने किया था.

मुख्य बिन्दु

  • यह कार्यक्रम कपड़ा क्षेत्र में देश का अब तक का सबसे बड़ा वैश्विक आयोजन था जिसमें एक सौ से अधिक देशों ने हिस्सा लिया.
  • भारत टेक्‍स 2024 में विचार-विमर्श के 65 सत्र आयोजित हुए जिनमें कपड़ा क्षेत्र की विभिन्न चुनौतियों पर विचार-विमर्श किया गया.
  • प्रमुख नीति निर्माता, वैश्विक मुख्‍य कार्यकारी अधिकारी, वस्त्र प्रदर्शनी आयोजक और तीन हजार से अधिक खरीदारों बुनकरों, कारीगरों और कपड़ा क्षेत्र से जुड़े कामगारों के अलावा 40 हजार से अधिक व्यापारियों के भाग लिया.
  • इस आयोजन से कपड़ा क्षेत्र में भारत की क्षमता पूरे विश्व के समक्ष दर्शायी गई.

नई दिल्‍ली में क्‍वाड थिंक टैंक फोरम की बैठक आयोजित की गई

क्‍वाड थिंक टैंक फोरम (Quad Think Tank Forum) की बैठक 26 फ़रवरी को नई दिल्‍ली में आयोजित की गई थी. इस फ़ोरम में भारत, ऑस्ट्रेलिया, जापान, और अमेरिका के विदेश मंत्री शामिल हुए थे.

मुख्य बिन्दु

  • भारत के विदेश मंत्री एस जयशंकर ने कहा कि क्वाड दुनिया को पांच संदेश देता है. इनमें से सबसे अहम संदेश यह है कि आज के दौर में कोई भी हमारी मर्जी, हमारी इच्छा पर वीटो नहीं लगा सकता.
  • जयशंकर ने कहा कि क्वाड वैश्विक ज़रूरतों से फिर से उभरा है. उन्होंने कहा कि क्वाड के चार देश- भारत, ऑस्ट्रेलिया, जापान, और अमेरिका का समूचे विश्व के लिए एक साथ आना बहुत अच्छा है.
  • विदेश मंत्री सुब्रह्मण्‍यम जयशंकर ने कहा है कि क्‍वाड चार बड़े जीवंत लोकतंत्रों के लिए एक महत्‍वपूर्ण और स्‍थायी मंच बन गया है. ये चारों लोकतंत्र मुक्त और समावेशी हिंद प्रशांत क्षेत्र के पक्षधर हैं.

‘क्वाड’ क्या है?

  • ‘क्वाड’ (QUAD) का पूरा नाम Quadrilateral Security Dialogue (QSD) है. यह ‘भारत, ऑस्ट्रेलिया, अमेरिका और जापान’ का चतुष्कोणीय गठबंधन है. यह चीन के साथ भू-रणनीतिक चिंताओं के मद्देनजर गठित की गयी है.
  • जापान के तत्कालीन प्रधानमंत्री शिंजो अबे ने, अमेरिका, ऑस्ट्रेलिया तथा भारत के परामर्श से 2007 में ‘क्वाड’ की शुरुआत की थी. 2008 में ऑस्ट्रेलिया द्वारा इस ग्रुप से बाहर आने के कारण यह संगठन शिथिल पड़ गया था, लेकिन बाद में वह पुन: इस वार्ता में शामिल हो गया.
  • 2017 में, इस अनौपचारिक समूह को पुनर्जीवित किया गया ताकि एशिया में चीन के आक्रामक उदय को संतुलित किया जा सके.
  • क्‍वाड संगठन का उद्देश्य इस क्षेत्र में वैध और महत्वपूर्ण हित रखने वाले सभी देशों की सुरक्षा और उनके आर्थिक सरोकारों का ध्यान रखना है.
  • क्वाड का विजन ‘free and open Indo-Pacific (FOIP)’ और पूर्व और दक्षिण चीन समुद्र में एक नियम-आधारित समुद्री व्यवस्था है.

नई दिल्‍ली में नौवां रायसीना संवाद आयोजित किया गया

नौवें रायसीना संवाद (9th Raisina Dialogue) का आयोजन दिल्‍ली में 21 से 23 फ़रवरी तक नई दिल्ली में किया गया था. इस संस्करण का विषय था- “चतुरंगा: संघर्ष, प्रतियोगिता, सहयोग और निर्माण”. इस संवाद का उद्घाटन प्रधानमंत्री नरेन्‍द्र मोदी ने किया था. ग्रीस के प्रधानमंत्री किरियाकोस मित्‍सोताकिस उद्घाटन सत्र में मुख्‍य अतिथि के रूप में शाामिल हुए थे.

मुख्य बिन्दु

  • सम्मेलन में, दुनिया के नीति निर्माता और विचारक, छह विषयों पर बातचीत किए. इनमें टेक फ्रंटियर्स: विनियम और वास्तविकताएं, ग्रह के साथ शांति: निवेश और नवाचार, युद्ध तथा शांति: शस्त्रागार और विषमताएं शामिल थे. ​
  • लगभग 115 देशों के 2500 से अधिक प्रतिभागी व्यक्तिगत रूप से संवाद में भाग लिए. यूनान के प्रधानमंत्री किरियाकोस मित्‍सोताकिस मुख्‍य अतिथि के रुप में शामिल हुए और मुख्‍य भाषण दिए.
  • इस संवाद में मंत्री, पूर्व राष्ट्राध्यक्ष और शासनाध्यक्ष, सैन्य कमांडर, उद्योगपति, प्रौद्योगिकी विशेषज्ञ, शिक्षाविद, पत्रकार और रणनीतिक मामलों के विशेषज्ञ सहित सौ से अधिक देशों के प्रतिनिधि ने भागीदारी की.
  • विदेश मंत्री सु्ब्रह्मण्‍यम जयशंकर ने रायसीना संवाद से अलग रोमानिया, मॉरिशस, नेपाल, भूटान और डेनमार्क के विदेश मंत्री के साथ वार्ता की.
  • वर्ष 2024 भारत और डेनमार्क के बीच राजनयिक संबंधों के 75वें वर्ष के रूप में मनाया जा रहा है. विदेश मंत्री सुब्रह्मण्यम ने डेनमार्क के विदेश मंत्री लार्स लोके रासमुसेन ने एक संयुक्‍त प्रतीक चिन्‍ह का अनावरण भी किया.

रायसीना संवाद: एक दृष्टि

  • रायसीना संवाद भौगोलिक-राजनीति और भौगोलिक अर्थशास्‍त्र पर भारत का महत्‍वपूर्ण वैश्विक सम्मेलन है. इसकी शुरूआत वर्ष 2016 में हुई थी.
  • यह सम्मेलन अंतर्राष्ट्रीय समुदाय के समक्ष अत्‍यधिक चुनौतीपूर्ण मुद्दों को संबोधित करने के लिए प्रतिबद्ध है.
  • यह सम्‍मेलन संवाद के द्वारा बेहतर समन्वय स्थापित करने की भारत की पहचान को दर्शाता है.
  • भारत के विदेश मंत्रालय का मुख्यालय रायसीना पहाड़ी (साउथ ब्लॉक), नई दिल्ली में स्थित है, इसी के नाम पर इसे रायसीना डायलॉग के रूप में जाना जाता है.
  • इसका आयोजन विदेश मंत्रालय और ऑब्जर्वर रिसर्च फाउंडेशन (ORF) द्वारा संयुक्त रूप से किया जाता है.

नई दिल्‍ली में राष्‍ट्रमण्‍डल विधिक शिक्षा संघ से जुड़े महान्‍यायवादी और सॉलिसिटर जनरल सम्‍मेलन

नई दिल्ली में 3 फ़रवरी को राष्‍ट्रमण्‍डल विधिक शिक्षा संघ से जुड़े महान्‍यायवादी और सॉलिसिटर जनरल सम्‍मेलन का आयोजन किया गया था. सम्मेलन का उद्घाटन प्रधानमंत्री नरेन्‍द्र मोदी ने किया था. सम्मेलन का विषय था- सीमापार न्याय उपलब्धता की चुनौतियां.

मुख्य बिन्दु

  • सम्‍मेलन में एशिया-प्रशांत, अफ्रीका, कैरेबियाई देशों के महान्‍यायवादी, सॉलिसिटर जनरल और अंतरराष्‍ट्रीय शिष्‍टमंडल ने भाग लिया.
  • इस सम्मेलन में न्यायिक प्रक्रिया में बदलाव, वकालत के नैतिक पहलू, कार्यपालिका की जवाबदेही और वर्तमान में विधिक शिक्षा की स्थिति पर चर्चा हुई.
  • सम्मेलन में विधिक शिक्षा की चुनौतियों से निपटने सीमा-पार न्याय की उपलब्धता के लिए विस्तृत कार्ययोजना तैयार करने पर एक विशेष सत्र रखा गया था.

एशिया में सबसे बडे उड्डयन प्रदर्शनी विंग्‍स इंडिया-2024 का हैदराबाद में आयोजन

एशिया में अब तक के सबसे बडे उड्डयन प्रदर्शनी ‘विंग्‍स इंडिया-2024’ (WINGS INDIA 2024) का आयोजन 18 से 21 जनवरी तक का हैदराबाद के बेगमपेट हवाई अड्डे पर किया गया था. इसका शुभारंभ केंद्रीय नागरिक विमानन मंत्री ज्‍योतिरादित्‍य सिंधिया ने किया था. विंग्‍स इंडिया-2024 की थीम था- अमृतकाल में भारत को विश्‍व के साथ जोडना.

इस द्विवार्षिक कार्यक्रम का आयोजन भारतीय हवाई अड्डा प्राधिकरण ने नागरिक उड्डयन मंत्रालय और भारतीय उद्योग मंडल परिसंघ (फिक्‍की) के साथ किया था.

विंग्‍स इंडिया के दौरान नई पीढी के विमानों का प्रदर्शन के साथ-साथ सहयोगी उड़ान सेवाएं, सहायक उद्योग और पर्यटन क्षेत्र में की गई प्रगति दर्शायी गई.

पुलिस महानिदेशकों का अखिल भारतीय सम्मेलन 2024 जयपुर में आयोजित किया गया

पुलिस महानिदेशकों और महानिरीक्षकों का अखिल भारतीय सम्मेलन (All India Conference of Directors General & Inspectors General of Police) 2024 जयपुर 5 से 7 जनवरी तक आयोजित किया गया था. सम्‍मेलन का आयोजन राजस्‍थान इटंरनेशनल सेंटर में किया गया था.

मुख्य बिन्दु

  • सम्मेलन में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, केंद्रीय गृह मंत्री, राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार, गृह राज्य मंत्री, कैबिनेट सचिव और भारत सरकार के वरिष्ठ अधिकारियों ने भाग लिया था.
  • सम्मेलन में कुल आठ सत्रों का आयोजन हुआ था जिसमें साइबर अपराध, पुलिसिंग में प्रौद्योगिकी, आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस, आतंकवाद रोधी चुनौतियां, वामपंथी उग्रवाद और जेल सुधार जैसे विभिन्न मुद्दों पर गहन चर्चा हुई.

पहला भारतीय कला, वास्‍तुकला और डिजाइन द्विवार्षिक महोत्‍सव

पहला भारतीय कला, वास्‍तुकला और डिजाइन द्विवार्षिक महोत्‍सव 8 से 15 दिसम्बर तक दिल्‍ली के लालकिला में आयोजित किया गया था. इस  महोत्‍सव का उद्घाटन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने किया था.

मुख्य बिन्दु

  • इस अवसर पर श्री मोदी आत्‍मनिर्भर भारत डिजाइन केन्‍द्र और विद्यार्थी समुन्‍नति महोत्‍सव का भी उद्घाटन किया था.
  • इसका उद्देश्‍य कलाकारों, वास्‍तुविदो, फोटोग्राफरों, कला विशेषज्ञों और आम लोगों के बीच सांस्‍कृतिक संवाद को मजबूत बनाना था. इस कार्यक्रम में प्रदशर्नियां भी लगाई गई.
  • इस महोत्सव का आयोजन देश में एक प्रमुख वैश्विक सांस्कृतिक पहल विकसित करने और इसे संस्थागत स्वरूप देने के प्रधानमंत्री के दृष्टिकोण के अंतर्गत किया गया था.

दिल्ली में निवेश संवर्धन एजेसियों का 27वां अंतर्राष्‍ट्रीय निवेश सम्‍मेलन

निवेश संवर्धन एजेसियों का 27वां अंतर्राष्‍ट्रीय निवेश सम्‍मेलन (World Investment Conference) 11 से 14 दिसम्बर तक नई दिल्‍ली में आयोजित किया गया था. सम्‍मेलन का आयोजन नई दिल्‍ली के इंडिया इंटरनेशनल कॉन्‍वेंशन एण्‍ड एक्‍सपो सेंटर ‘यशोभूमि’ में किया गया था. अंतर्राष्ट्रीय निवेश सम्मेलन भारत में पहली बार आयोजित किया गया था.

मुख्य बिन्दु

  • इस सम्मेलन का आयोजन सरकार की राष्ट्रीय निवेश संवर्धन और सुविधा एजेंसी तथा विश्व निवेश संवर्धन एजेंसी संघ ने संयुक्त रूप से किया था.
  • उद्योग संवर्धन तथा आंतरिक व्‍यापार विभाग के अंतर्गत यह सम्मेलन अब तक का सबसे बडा अंतर्राष्ट्रीय निवेश सम्मेलन था.
  • केंद्रीय वाणिज्‍य तथा उद्योग मंत्री श्री पीयूष गोयल ने डेकेड ऑफ एक्‍शन में व्‍यापार तथा निवेश की भूमिका पर मुख्‍य भाषण दिए थे.

पूर्वी क्षेत्रीय परिषद की 26वीं बैठक पटना में आयोजित की गई

पूर्वी क्षेत्रीय परिषद (Eastern Zonal Council) की 26वीं बैठक 10 दिसम्बर को पटना में आयोजित की गई थी. बैठक की अध्यक्षता गृहमंत्री अमित शाह ने की. बैठक में बिहार, झारखंड, पश्चिम बंगाल और ओडिसा के मुख्यमंत्री ने हिस्सा लिया.

गृहमंत्री अमित शाह ने संबोधित करते हुए सभी सदस्‍यों से अपील की कि वे चहुंमुखी विकास के लिए सहकारी संघवाद की भावना से काम करें.

उन्होंने कहा कि सदस्‍य राज्‍यों को लम्बित मुद्दों का समाधान करने में उदार और सद्भावपूर्ण दृष्टिकोण अपनाना चाहिए.

क्षेत्रीय परिषदें: एक दृष्टि

क्षेत्रीय परिषदें (Zonal Councils), केन्द्र एवं राज्यों के बीच आपसी मतभेदों को स्वतंत्र एवं निष्पक्ष विचार-विमर्शों तथा परामर्शों के माध्यम से सुलझाने के लिए एक मंच प्रदान करती है.

इनकी बैठकों में संसाधनों के वितरण, करों में हिस्सेदारी, राज्यों के पारस्परिक विवादों, वामपंथी उग्रवाद, कानून और व्यवस्था पर चर्चा की जाती है.

वर्तमान में, भारत में छः क्षेत्रीय परिषद (उत्तरी, मध्य, पूर्वी, पश्चिमी, दक्षिणी और उत्तर-पूर्वी) हैं. पांच क्षेत्रीय परिषद (उत्तरी, मध्य, पूर्वी, पश्चिमी और दक्षिणी) का गठन 1957 में राज्य पुनर्गठन अधिनियम, 1956 के अंतर्गत हुआ था. उत्तर-पूर्वी परिषद का गठन 1971 के उत्तर-पूर्वी परिषद अधिनियम द्वारा हुआ था.

  1. उत्तरी क्षेत्रीय परिषद: इसमें हरियाणा, हिमाचल प्रदेश, पंजाब, राजस्थान राज्य, राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र दिल्ली और संघ राज्य क्षेत्र चंडीगढ़, जम्मू और कश्मीर तथा लद्दाख शामिल हैं.
  2. मध्य क्षेत्रीय परिषद: इसमें छत्तीसगढ़, उत्तराखंड, उत्तर प्रदेश और मध्य प्रदेश राज्य शामिल हैं.
  3. पूर्वी क्षेत्रीय परिषद: इसमें बिहार, झारखंड, उड़ीसा और पश्चिम बंगाल राज्य शामिल हैं.
  4. पश्चिमी क्षेत्रीय परिषद: इसमें गोवा, गुजरात, महाराष्ट्र राज्य और संघ राज्य क्षेत्र दमन-दीव तथा दादरा एवं नगर हवेली शामिल है.
  5. दक्षिणी क्षेत्रीय परिषद: इसमें आंध्र प्रदेश, तेलंगाना, कर्नाटक, केरल, तमिलनाडु, राज्य और संघ राज्य क्षेत्र पुद्दुचेरी शामिल हैं.
  6. उत्तर-पूर्वी परिषद: असम, मणिपुर, मिजोरम, अरुणाचल प्रदेश, नागालैंड, मेघालय, त्रिपुरा और सिक्किम शामिल हैं.

अध्यक्ष और अन्य सदस्य

केन्द्रीय गृह मंत्री इन सभी परिषदों के अध्यक्ष होते हैं. प्रत्येक क्षेत्रीय परिषद में शामिल किये गए राज्यों के मुख्यमंत्री, रोटेशन से एक वर्ष की अवधि के लिये उस क्षेत्रीय परिषद के उपाध्यक्ष के रूप में कार्य करते हैं.

मुख्यमंत्री और प्रत्येक राज्य से राज्यपाल द्वारा यथा नामित दो अन्य मंत्री और परिषद में शामिल किये गए संघ राज्य क्षेत्रों से दो सदस्य.

उद्देश्य

राष्ट्रीय एकीकरण को साकार करना. तीव्र राज्य संचेतना, क्षेत्रवाद तथा विशेष प्रकार की प्रवृत्तियों के विकास को रोकना.

वित्तीय प्रौद्योगिकीय कार्यक्रम ‘इंफिनिटिव फोरम’ का आयोजन

वित्तीय प्रौद्योगिकीय कार्यक्रम ‘इंफिनिटिव फोरम’ के दूसरे संस्करण (Infinity Forum 2.0) का आयोजन गुजरात के गिफ्ट सिटी में 9 दिसम्बर को किया गया था. आयोजन का विषय था- गिफ्ट- अंतरराष्ट्रीय केंद्र -नए युग के वैश्विक वित्तीय सेवा के केंद्र. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इस कार्यक्रम के दूसरे संस्करण को संबोधित किया.

मुख्य बिन्दु

  • यह कार्यक्रम एकसाथ ऑनलाइन और ऑफलाइन दोनों रूप में आयोजित किया गया था. अर्थात् गिफ्टसिटी में  न केवल आमंत्रित अतिथि ही शामिल हुए बल्कि वर्चुअल तरीके से दुनिया भर से लोगों की भागीदारी की.
  • इसका आयोजन अंतरराष्ट्रीय़ वित्तीय सेवा केंद्र प्राधिकरण और गुजरात अंतर्राष्ट्रीय वित्त टेकसिटी अर्थात् गिफ्टसिटी ने मिलकर किया था.
  • इंफिनिटिव फोरम वित्तीय मामलों का एक वैश्विक चिंतन मंच है जिसमें मौजूदा समस्याओं और उनके समाधान के लिए नई तकनीकों के उपयोग पर विचार-विमर्श किया जाता है.

तिरुवनंतपुरम में 5वां वैश्विक आयुर्वेद महोत्सव आयोजित किया गया

केरल के तिरुवनंतपुरम में 1 से 5 दिसम्बर तक 5वां वैश्विक आयुर्वेद महोत्सव (5th Global Ayurveda Festival) 2023 का आयोजन किया गया था. इस महोत्सव का उद्घाटन उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ ने किया था. इसका विषय था- ‘स्वास्थ्य में उभरती चुनौतियां और एक पुनरुत्थान आयुर्वेद’. यह आयुर्वेद पर अब तक का सबसे बड़ा सम्मेलन था.

मुख्य बिन्दु

  • इस कार्यक्रम में 70 से अधिक देशों के प्रतिनिधिमंडल ने हिस्सा लिया. यह सम्‍मेलन वैश्विक स्वास्थ्य चिंताओं को दूर करने में आयुर्वेद की प्रासंगिकता की बढ़ती मान्यता को उजागर करता है.
  • स्वास्थ्य सेवा में इसके प्रभाव का पता लगाने के लिए इस वैकल्पिक चिकित्सा के अंतरराष्ट्रीय चिकित्सकों, शोधकर्ताओं, नीति निर्माताओं और उद्योग के प्रतिनिधि ने सम्‍मेलन में भाग लिया.
  • इसमें राज्यपाल आरिफ मोहम्मद खान, मुख्यमंत्री पिनाराई विजयन, केंद्रीय आयुष मंत्री सर्बानंद सोनोवाल, मॉरीशस गणराज्य के राष्ट्रपति पृथ्वीराज सिंह रूपन सहित अन्‍य प्रमुख व्‍यक्ति ने हिस्सा लिया.

42वां भारतीय अंतर्राष्ट्रीय व्यापार मेला दिल्ली में संपन्न हुआ

42वां भारतीय अंतर्राष्ट्रीय व्यापार मेला (IITF) 2023 14 से 27 नवंबर तक नई दिल्‍ली के प्रगति मैदान में आयोजित किया गया था. इस मेले का उद्घाटन केन्‍द्रीय वाणिज्‍य और उद्योग राज्‍य मंत्री अनुप्रिया पटेल ने किया था. इस व्यापार मेले में देश विदेश के तीन हजार से अधिक व्‍यवसायी भाग लिए और अपनी सामग्री प्रदशित किए.

मुख्य बिन्दु

  • इस व्‍यापार मेले का विषय ‘वसुधैव कुटुम्‍बकम’ था जो सतत विकास और समृद्धि के लिए व्‍यापार क्षेत्र में आपसी संपर्क और सहयोग पर जोर देता है.
  • भारत के अलावा अफगानिस्तान, बांग्लादेश, ओमान, मिस्र, नेपाल, थाईलैंड जैसे देशों के लगभग 3500 शिल्पकार अपने उत्पादों का मेले में प्रदर्शन किए.
  • इस मेले में बिहार और केरल भागीदार राज्य थे. दिल्ली, जम्मू एवं कश्मीर, झारखंड, महाराष्ट्र और उत्तर प्रदेश फोकस राज्य के रूप में शामिल किया गया था.