महिला-20 (W-20) अंतर्राष्ट्रीय बैठक हाल ही में राजस्थान के जयपुर में आयोजित की गई थी. इस दौरान जी-20 के 18 देशों की 120 महिला प्रतिनिधि अपने विचार रखे. इस बैठक में महिलाओं को सशक्त बनाने और उनकी स्थिति में सुधार करने पर चर्चा हुई.
बैठक की कार्यसूची महिला उद्यमिता, जमीनी स्तर पर महिला नेतृत्व, लैंगिक डिजिटल विभाजन को कम करना, शिक्षा और कौशल विकास और जलवायु परिवर्तन पर आधारित पांच प्रमुख प्राथमिकताओं पर केंद्रित था.
महिला-20 (W-20): एक दृष्टि
W-20, G-20 का आधिकारिक समूह है, जिसकी स्थापना 2015 में तुर्की की अध्यक्षता में लैंगिक समानता के लिए की गई थी. W-20 की अध्यक्ष डॉ. संध्या पुरेचा हैं.
इसका प्राथमिक उद्देश्य महिला सशक्तिकरण, महिला अधिकारों की वकालत और इसके लिए एक मंच का निर्माण करना है, ताकि वे समानता के साथ अपनी राय रख सकें.
भारत के महिला 20 एजेंडे में पांच प्राथमिकता वाले क्षेत्र हैं, जिनमें उद्यमिता क्षेत्र में महिलाओं की भागीदारी बढ़ाना, जमीनी स्तर पर महिला नेतृत्व, लैंगिक डिजिटल असमानता, शिक्षा और कौशल विकास तथा जलवायु परिवर्तन शामिल हैं.
https://www.edudose.com/wp-content/uploads/2014/05/Logo.png00Team EduDosehttps://www.edudose.com/wp-content/uploads/2014/05/Logo.pngTeam EduDose2023-04-18 15:32:352023-04-20 15:34:59महिला-20 अंतर्राष्ट्रीय बैठक जयपुर में आयोजित की गई
12वां विश्व हिन्दी सम्मेलन (12th World Hindi Conference) 15 से 17 फरवरी तक फिजी के नादी में आयोजित किया गया था. इस सम्मेलन की मेज़बानी भारत और फिजी की सरकारें संयुक्त रूप से की थी. सम्मेलन का विषय है- ‘पारंपरिक ज्ञान से कृत्रिम मेधा तक’ था.
मुख्य बिन्दु
सम्मेलन का उद्घाटनविदेश मंत्री जयशंकर के साथ फिजी के प्रधानमंत्री सित्विनी राबुका ने किया था.
विदेश मंत्री डॉक्टर सुब्रह्मण्यम जयशंकर 15 से 17 फ़रवरी तक फिजी की यात्रा पर थे. डॉक्टर जयशंकर की यह पहली फिजी यात्रा थी.
डॉक्टर जयशंकर 18 फ़रवरी को ऑस्ट्रेलिया में सिडनी भी जाएंगे. डॉक्टर जयशंकर ऑस्ट्रेलिया में पहली बार हो रहे रायसीना-ऐट-सिडनी सम्मेलन में भी भाग लेंगे.
https://www.edudose.com/wp-content/uploads/2014/05/Logo.png00Team EduDosehttps://www.edudose.com/wp-content/uploads/2014/05/Logo.pngTeam EduDose2023-02-18 18:23:352023-02-20 18:30:4412वां विश्व हिन्दी सम्मेलन फिजी के नादी में आयोजित किया गया
29 जनवरी को बीटिंग द रिट्रीट (Beating the Retreat) के साथ चार दिवसीय गणतंत्र दिवस समारोह 2023 के आयोजन का औपचारिक समापन हो गया. इस खास मौके पर तीनों सेनाएं विशेष धुनें बजाकर राष्ट्रपति से अपनी बैरकों में वापस जाने के की अनुमति मांगती हैं. पारंपरिक धुनों के साथ मार्चपास्ट करती सेनाएं गणतंत्र दिवस समारोह के समापन की घोषणा भी करती हैं.
सैनिक मार्च करते हुए वापस जाते समय, लोकप्रिय धुन, सारे जहाँ से अच्छा बजाते हैं. शाम 6 बजे बिगुलर्स रिट्रीट की धुन बजाते हैं. राष्ट्रीय ध्वज को उतार लिया जाता है तथा राष्ट्रगान गाया जाता है और इस प्रकार गणतंत्र दिवस के आयोजन का औपचारिक समापन होता है.
इस अवसर पर देश का सबसे बडा ड्रोन शो आयोजित किया गया था जिसमें साढे तीन हजार स्वदेशी ड्रोन शामिल हुए थे.
बीटिंग द रीट्रीट परंपरा
बीटिंग द रीट्रीट एक परंपरा है. युद्धकाल में संध्या हो जाने पर बिगुल बजने के बाद सेनाएं अपने-अपने शिविरों में वापस चली जाती थीं. बीटिंग द रीट्रीट इसी परंपरा का हिस्सा है. भारत के गणतंत्र दिवस समारोह का समापन बीटिंग द रीट्रीट कार्यक्रम के बाद होता है.
https://www.edudose.com/wp-content/uploads/2014/05/Logo.png00Team EduDosehttps://www.edudose.com/wp-content/uploads/2014/05/Logo.pngTeam EduDose2023-01-30 18:49:582023-02-05 08:08:52बीटिंग द रिट्रीट के साथ गणतंत्र दिवस के आयोजन का औपचारिक समापन
बिजनेस-20 (बी 20) की पहली बैठक हाल ही में गुजरात के गांधीनगर में आयोजित की गई थी. केंद्रीय मंत्री पीयूष गोयल और अश्वनी वैष्णव, राज्य के मुख्यमंत्री भूपेन्द्र पटेल, जी-20 के लिए भारत के शेरपा अमिताभ कांत, टाटा संस के अध्यक्ष एन चंद्रशेखर और अनेक राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय व्यापार प्रमुख ने इस बैठक में भाग लिया था.
बी-20 की इस स्थापना बैठक का विषय ‘RAISE’ तय किया गया था जिसका विस्तारित रूप है जिम्मेदार, गतिशील, नवाचारी, सतत और समान अवसरों का व्यापार था.
बैठक में आयोजित कई पूर्ण सत्रों के दौरान पांच सौ से अधिक प्रतिनिधियों ने जलवायु परिवर्तन, स्थिरता, डिजिटल परिवर्तन और वित्तीय समावेशन सहित विभिन्न वैश्विक मुद्दों पर विचार-विमर्श किया.
उद्घाटन सत्र के बाद कई पूर्ण सत्र हुए, जहां जी-20 देशों के प्रतिनिधि जलवायु परिवर्तन पर किए गए उपाय और वित्तीय समावेषण जैसे वैश्विक मुद्दों पर विचार-विमर्श हुआ.
https://www.edudose.com/wp-content/uploads/2014/05/Logo.png00Team EduDosehttps://www.edudose.com/wp-content/uploads/2014/05/Logo.pngTeam EduDose2023-01-27 10:47:512023-01-31 11:28:58बिजनेस-20 की पहली बैठक गांधीनगर में आयोजित की गई
पहला इंडिया स्टैक डेवलपर सम्मेलन (India Stack Developer Conference) 25 जनवरी को नई दिल्ली में आयोजित किया गया था. यह सम्मेलन पूरी दुनिया में भारत के डिजिटल सामानों को व्यापक रूप से अपनाने के तरीकों और साधनों पर केंद्रित था.
सम्मेलन में 100 से अधिक लोगों ने हिस्सा लिए जो उद्योग, सरकार, स्टार्ट-अप और यूनिकॉर्न और शिक्षा जगत से जुडे थे.
इस सम्मेलन में जी20 देशों और जी20 सचिवालय के प्रतिनिधियों को भी आमंत्रित किया गया था.
https://www.edudose.com/wp-content/uploads/2014/05/Logo.png00Team EduDosehttps://www.edudose.com/wp-content/uploads/2014/05/Logo.pngTeam EduDose2023-01-26 23:47:562023-01-31 11:17:19पहला इंडिया स्टैक डेवलपर सम्मेलन नई दिल्ली में आयोजित किया गया
मध्य प्रदेश के भोपाल में 21 से 24 जनवरी तक भारत अंतर्राष्ट्रीय विज्ञान महोत्सव (India International Science Festival) 2023 का आयोजन किया गया था.
IISF 2023: मुख्य बिन्दु
IISF 2023 का आयोजन भोपाल के मौलाना आज़ाद नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नॉलोजी में किया गया था. इस महोत्सव की थीम ‘विज्ञान, प्रौद्योगिकी और नवाचार के साथ अमृतकाल की ओर अग्रसर’ था.
महोत्सव में देश के विभिन्न अंचलों से 8 हजार से अधिक नामचीन वैज्ञानिक, अनुसंधानकर्ता, यूनिवर्सिटी, कॉलेज और स्कूलों के विद्यार्थी, शिक्षक तथा उद्योग जगत के विशेषज्ञ ने भाग लिया.
भोपाल में पहली बार आयोजित यह महोत्सव केन्द्रीय जैव प्रौद्योगिकी मंत्रालय, विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी विभाग, पृथ्वी विज्ञान मंत्रालय, सीएसआईआर, अंतरिक्ष विभाग, परमाणु ऊर्जा विभाग और विज्ञान भारती के तत्वावधान में किया गया था.
विज्ञान महोत्सव मनाने का मुख्य उद्देश्य वैज्ञानिक और प्रौद्योगिकी उपलब्धियों से आम लोगों को जोड़ना तथा स्कूली बच्चों में रचनात्मकता और नवाचारों को प्रोत्साहित करना था.
https://www.edudose.com/wp-content/uploads/2014/05/Logo.png00Team EduDosehttps://www.edudose.com/wp-content/uploads/2014/05/Logo.pngTeam EduDose2023-01-26 10:47:552023-01-31 11:18:08भोपाल में भारत अंतर्राष्ट्रीय विज्ञान महोत्सव का आयोजन
पुलिस महानिदेशकों और पुलिस महानिरीक्षकों का 57वां अखिल भारतीय सम्मेलन (57th DGP-IGP Conference) 2023 नई दिल्ली में 20-22 जनवरी को आयोजित किया गया था. यह वार्षिक सम्मेलन नई दिल्ली के पूसा संस्थान में आयोजित किया गया था.
मुख्य बिन्दु
तीन दिन का यह सम्मेलन हाइब्रिड प्रारूप में आयोजित किया जा रहा है. सम्मेलन में राज्यों के पुलिस महानिदेशकों के साथ-साथ केंद्रीय सशस्त्र पुलिस बल और केंद्रीय पुलिस संगठन के लगभग सौ अधिकारी शामिल थे.
सम्मेलन में साइबर अपराध, पुलिस व्यवस्था में तकनीक के उपयोग, आतंक रोधी चुनौतियों, वामपंथी उग्रवाद, क्षमता निर्माण और जेल सुधार पर मुख्य रूप से चर्चा हुई.
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने इस सम्मेलन में हिस्सा लिया था. इसकी अध्यक्षता गृहमंत्री अमित शाह ने की थी. अपने संबोधन में गृहमंत्री शाह ने कहा कि भारतीय एजेंसियां अपना मजबूत वर्चस्व स्थापित करने में सफल रही हैं.
सम्मेलन में ओडिशा राज्य के गंजाम जनपद के आसिका थाने को देश का सर्वश्रेष्ठ पुलिस स्टेशन घोषित किया गया. सर्वश्रेष्ठ पुलिस स्टेशन की ट्रॉफी आसिका थाना प्रभारी प्रशांत कुमार साहू को दिया गया.
https://www.edudose.com/wp-content/uploads/2014/05/Logo.png00Team EduDosehttps://www.edudose.com/wp-content/uploads/2014/05/Logo.pngTeam EduDose2023-01-23 22:23:162023-01-24 22:46:55दिल्ली में पुलिस महानिदेशकों का अखिल भारतीय सम्मेलन आयोजित किया गया
भारतीय उद्योग परिसंघ का 11वां जैविक ऊर्जा शिखर सम्मेलन (CII Bio-Energy Summit) 12 जनवरी को दिल्ली में आयोजित किया गया था. शिखर बैठक में चर्चा का विषय था – भविष्य के लिए ऊर्जा का सतत समाधान.
सम्मेलन में ऊर्जा की सुचारु आपूर्ति बनाये रखने के लिए जैविक ईंधन की प्रासंगिकता पर भी विचार हुआ. जलवायु परिवर्तन और सतत विकास सहित अन्य वैश्विक चुनौतियों के समाधान पर भी बैठक में चर्चा हुई.
पेट्रोलियम और प्राकृतिक गैस मंत्री हरदीप सिंह पुरी ने इस सम्मेलन को संबोधित किया था.
https://www.edudose.com/wp-content/uploads/2014/05/Logo.png00Team EduDosehttps://www.edudose.com/wp-content/uploads/2014/05/Logo.pngTeam EduDose2023-01-14 23:59:342023-01-18 00:06:15दिल्ली में भारतीय उद्योग परिसंघ का 11वां जैविक ऊर्जा शिखर सम्मेलन
83वां अखिल भारतीय पीठासीन अधिकारी सम्मेलन (All India Presiding Officers Conference) 11-12 जनवरी को जयपुर में आयोजित किया गया था. इसका उद्घाटन उपराष्ट्रपति और राज्यसभा के सभापति जगदीप धनखड़ ने किया था. सम्मेलन की अध्यक्षता लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला ने की थी.
मुख्य बिन्दु
इस सम्मेलन में आयोजित होने वाले विभिन्न सत्रों में संसद और विधानसभाओं को और अधिक प्रभावी और जवाबदेह बनाने पर चर्चा हुई.
सम्मेलन में देश के सभी विधानमंडलों को एक डिजिटल प्लेटफार्म पर लाने के लिए किए जा रहे प्रयासों को आगे बढ़ाने पर भी विचार-विमर्श हुआ.
इस सम्मेलन से देशभर के विधायी निकायों में किए जा रहे नवाचारों तथा सूचनाओं का त्वरित व सुलभ आदान-प्रदान हो सकेगा. इससे विधान मंडलों और जनप्रतिनिधियों की दक्षता और संवाद की गुणवत्ता में भी बढ़ोत्तरी होगी.
https://www.edudose.com/wp-content/uploads/2014/05/Logo.png00Team EduDosehttps://www.edudose.com/wp-content/uploads/2014/05/Logo.pngTeam EduDose2023-01-13 23:59:332023-01-18 00:06:50जयपुर में अखिल भारतीय पीठासीन अधिकारी सम्मेलन आयोजित किया गया
राज्यों के मुख्य सचिवों का दूसरा राष्ट्रीय सम्मेलन 5-7 जनवरी को नई दिल्ली में आयोजित किया गया था. सम्मेलन की अध्यक्षता प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने की थी.
मुख्य बिन्दु
यह सम्मेलन राज्यों के साथ मिलकर तेजी से सतत आर्थिक विकास हासिल करने पर केंद्रित था. इसमें केंद्र सरकार के प्रतिनिधि, सभी राज्यों और केन्द्र शासित प्रदेश के मुख्य सचिव, क्षेत्र विशेषज्ञ और अन्य वरिष्ठ अधिकारियों ने हिस्सा लिया.
सम्मेलन में छह विषयों पर विचार-विमर्श हुआ. इनमें सूक्ष्म, लघु एवं मध्यम उद्यम, बुनियादी ढांचा और निवेश पर ज़ोर, न्यूनतम स्वीकृति, महिला सशक्तिकरण, पोषण तथा कौशल विकास शामिल थे.
इस सम्मेलन का आयोजन सहकारी संघवाद की भावना से किया गया था. सम्मेलन की अवधारणा प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने तैयार की थी. मुख्य सचिवों का पहला सम्मेलन जून 2021 में धर्मशाला में आयोजित हुआ था.
https://www.edudose.com/wp-content/uploads/2014/05/Logo.png00Team EduDosehttps://www.edudose.com/wp-content/uploads/2014/05/Logo.pngTeam EduDose2023-01-08 20:42:112023-01-09 20:47:14राज्यों के मुख्य सचिवों का राष्ट्रीय सम्मेलन नई दिल्ली में आयोजित किया गया
108वीं भारतीय विज्ञान कांग्रेस (108th Indian Science Congress) का आयोजन 3 से 7 जनवरी तक नागपुर में किया गया था. इसका उद्घाटन विडियो कांफ्रेंस के माध्यम से प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने किया था. कार्यक्रम की मेजबानी राष्ट्रसंत तुकडोजी महाराज नागपुर विश्वविद्यालय (RTMNU) ने किया था.
108वीं भारतीय विज्ञान कांग्रेस: मुख्य बिन्दु
इसका विषय था- महिला सशक्तिकरण के साथ सतत विकास के लिए विज्ञान और प्रौद्योगिकी (सांइस एंड टेक्नोलॉजी फॉर सस्टेनेबल डेवलप्मेंट विद विमेन एमपावरमेंट).
सम्मेलन में विज्ञान, प्रौद्योगिकी, इंजीनियरिंग और गणित में महिलाओं के लिए शिक्षा और अनुसंधान के अवसर प्रदान करने के लिए विचारों पर मंथन हुआ.
पूर्ण सत्रों में नोबल पुरस्कार विजेताओं, भारत व विदेश के नामी गिरामी अनुसंधानकर्ताओं, विशेषज्ञों और विभिन्न क्षेत्रों के टेकनोक्रेटों पर सामग्री शामिल की गई थी. इसमें अंतरिक्ष, रक्षा, सूचना प्रौद्योगिकी और चिकित्सा अनुसंधानों को रखा गया था.
कार्यक्रम का प्रमुख आकर्षण ‘मेगा एक्सपो प्राइड ऑफ इंडिया’ (भारत का गौरव) था. प्रदर्शनी में भारतीय विज्ञान व प्रौद्योगिकी द्वारा समाज के प्रति किये गये उन प्रमुख योगदानों, उनकी प्रमुख उपलब्धियों और प्रमुख विकासों को दिखाया गया, जिनकी बदौलत पूरे वैज्ञानिक संसार के लिये सैकड़ों नये विचारों, नवोन्मेषों और उत्पादों को आकार मिला.
https://www.edudose.com/wp-content/uploads/2014/05/Logo.png00Team EduDosehttps://www.edudose.com/wp-content/uploads/2014/05/Logo.pngTeam EduDose2023-01-08 20:42:082023-01-09 20:51:47नागपुर में 108वीं भारतीय विज्ञान कांग्रेस आयोजित की गई
राज्यों के मंत्रियों का पहला अखिल भारतीय वार्षिक जल सम्मेलन (All India Annual State Ministers Conference on Water) 5-6 जनवरी को भोपाल में आयोजित किया गया था. सम्मेलन का विषय था ‘वर्ष 2047 के लिए जल दृष्टिकोण’. सम्मेलन का आयोजन जलशक्ति मंत्रालय ने किया था.
मुख्य बिन्दु
जल सम्मेलन का प्राथमिक उद्देश्य राज्यों के विभिन्न जल हितधारकों से 2047 के भारत और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के 5P (political will, public financing, partnerships, public participation and persuasion) दृष्टिकोण पर विचार-विमर्श करना था.
यह सम्मेलन न केवल राज्यों के परस्पर जल संबंधों और साझेदारी में सुधार करेगा बल्कि जल शक्ति मंत्रालय की पहल और योजनाओं को साझा करने का मंच भी बनेगा.
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इस सम्मेलन को संबोधित किया था. अपने संबोधन में उन्होंने कहा कि 2047 के लिए देश का जल दृष्टिकोण अमृतकाल के दौरान एक बड़ा योगदान होगा. उन्होंने कहा कि प्रत्येक जिले में 75 अमृत सरोवर बनाए जा रहे हैं.
https://www.edudose.com/wp-content/uploads/2014/05/Logo.png00Team EduDosehttps://www.edudose.com/wp-content/uploads/2014/05/Logo.pngTeam EduDose2023-01-07 20:42:102023-01-09 20:48:54राज्यों के मंत्रियों का पहला अखिल भारतीय वार्षिक जल सम्मेलन भोपाल में